Posts Tag: घनाक्षरी 799 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jun 2021 · 1 min read प्रेम रंग मनहरण घनाक्षरी ****प्रेम - रंग*** *************** डलहीज के शिकारे, बैठे प्रीत के सितारे। मदहोश मस्त लीन, चढ़ी प्रेम भंग है।। झील दरमियान में, घिरे नेह के तूफ़ां में। रसपान को... Hindi · घनाक्षरी 1 261 Share Rajesh vyas 12 Jun 2021 · 1 min read मै काम की तलाश में --- घनाक्षरी मै काम की तलाश में,मिलेगा इस आस में। पास गया सबके तो,मुझे ठुकराया है।। डिग्री पाई पढ़ पढ़,लेके घूमा दर दर। चले कैसे मेरा घर,समझ ना आया है।। कोई तो... Hindi · घनाक्षरी 3 6 334 Share guru saxena 10 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी ( मोबाइल पिटाई) घनाक्षरी छंद असंगति एवं ललित अलंकार *********** हमारे तुम्हारे बीच, बीच में ही रही बात, अपनी सहेली को भी,नहीं बतलाई थी । सावधानी पूरी रखी,डैडी बिना कारण के, ऐसे कैसे... Hindi · घनाक्षरी 2 1 479 Share guru saxena 9 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी छंद (विभावना अलंकार) प्यार प्यार की घनाक्षरी विभावना अलंकार जहाँ बिना कारण के कार्य हो ************** हमने सोचा था किसी, को पता नहीं चलेगा, चुपके से सदा प्यार के दिये जलाएँगे । जब मन... Hindi · घनाक्षरी 2 3 371 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jun 2021 · 1 min read चाची की बरसी *** चाची की बरसी *** ** मनहरण घनाक्षरी ** ****************** चाचा से थी प्यारी चाची, लाड़ लड़ाती थी चाची। कोरोना से हार गई, हुई स्वर्गवासी है।। साल बाद बरसी आई,... Hindi · घनाक्षरी 1 493 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jun 2021 · 1 min read मीन *मनहरण घनाक्षरी* ***** मीन ****** **************** ये दुनिया हसीन है, ज्यों चलती मशीन है। जगत की रीत देखो, क्यों ये मनु दीन है।। ताल का मलीन पानी, सागर सा नही... Hindi · घनाक्षरी 1 473 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Jun 2021 · 1 min read बरसात प्रकृति का उपहार बरसात देती यार भरती जल भंडार जल ही जीवन है । अंकुरित होते बीज बनते वृक्ष अजीज फल फूल और मूल प्राणी का भोजन है । पानी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 4 2 363 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Jun 2021 · 1 min read बरसात मनहरण घनाक्षरी """""""""""""""""""""" प्रकृति का उपहार बरसात देती यार भरती जल भंडार जल ही जीवन है । अंकुरित होते बीज बनते वृक्ष अजीज फल फूल और मूल प्राणी का भोजन... Hindi · घनाक्षरी 1 282 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Jun 2021 · 1 min read पावस की छटा...!! पावस की छटा ( मत्तगयंद सवैया = भगण X 7 +गुरु+गुरु ) ________________________________________________ छाय रही घनघोर घटा, अरु दादुर कोयल गीत सुनाये। श्यामल मेघ दिखे अति सुंदर देख किसान जिसे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 6 1 805 Share Rakesh Pathak 6 Jun 2021 · 1 min read भारत भारत हैं प्यारा अति, जान है हमारी यह तीन रंगों का तिरंगा, सदा फहराएगा सदा ही छुए ऊंचाई आंगे आंगे बढ़ चले दुश्मनो का अंत करे, मंजिल को पाएगा साथ... Hindi · घनाक्षरी 2 303 Share Rajesh vyas 6 Jun 2021 · 1 min read जल कब बरसेगा ---- घनाक्षरी तप तप तप रहा, तपन से धरातल। जल कब बरसेगा,सबकी पुकार है।। गरम गरम लू से,बदन ये जल रहा। नभचर जलचर,सबकी हुंकार है।। सही तपन न जाए,अब बदरिया छाए। बुझाए... Hindi · घनाक्षरी 3 6 262 Share Abhilasha Chauhan 6 Jun 2021 · 1 min read सावन सुहावना सा मनहरण घनाक्षरी सावन सुहावन सा,लगे मनभावना सा, काले काले मेघ आए,देख सुख पाइए। मयूर मगन नाचे,पपीहा के बोल साँचे, कोयल के गीत भाए,झूम झूम जाइए। होती बरसात भली,खिल उठे कली-अली,... Hindi · घनाक्षरी 483 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jun 2021 · 1 min read ओस बूँद * मनहरण घनाक्षरी* ***************** *****ओस- बूँद**** ओस की हैं बूँदे आई, धरा पर है बिछाई । रात रो रो है बिताई, जिंदगी अश्क बनी।। सूर्य किरण है आए, ओस है... Hindi · घनाक्षरी 300 Share Ashok Sharma 5 Jun 2021 · 1 min read *पर्यावरण और मानव* 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर मनहरण घनाक्षरी रचना °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° ★ *पर्यावरण और मानव*★ धरा का श्रृंगार देता, चारो ओर पाया जाता, इसकी आगोश में ही, दुनिया ये रहती। धूप... Hindi · घनाक्षरी 3 4 574 Share Rajesh vyas 2 Jun 2021 · 1 min read यही विश्वास है______घनाक्षरी कुछ नहीं पास मेरे, फिर भी तो आस है। जीवन जीने का यारों,यही विश्वास है।। मूलभूत जरूरत, रोटी कपड़ा मकान। आन बान शान यही,जो की मेरे पास है।। साथ नहीं... Hindi · घनाक्षरी 3 4 393 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 1 Jun 2021 · 1 min read पावस ऋतु पावस ऋतु घनघोर काली घटा, सांवली लगे हैं छटा- उमड़ - घुमड़ कर, नीर बरसा गया। सजल सघन घन, भूमिपुत्र का है धन- बूंद बन कनक का , मन हरषा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 5 2 527 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 May 2021 · 1 min read सास बहू **मनहरण घनाक्षरी** ***** सास-बहू **** ***************** बहु नहीं काम करो, जरा तो आराम करो। तुम भी तो इंसान हो, निलय की शान हो।। सास की ये मीठी गोली, सुन कर... Hindi · घनाक्षरी 264 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 May 2021 · 1 min read अंगारे *मनहरण घनाक्षरी* **** अंगारे ***** *************** अंगारे बड़े गर्म है, पैर बहुत नर्म है। चलना हर हाल में, विजय की चाह है।। काँटों भरी डगर है, न अगर मगर है।... Hindi · घनाक्षरी 260 Share दीपक झा रुद्रा 28 May 2021 · 1 min read बरसात मनहरण घनाक्षरी नीर के जो बूंद संग गिर रहे प्रेम रंग, फूल फुलवारी को झुमाया बरसात है। बंजर धरा भी होती हरियाली दिख रही, पोखरों में कमल खिलाया बरसात है।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 3 4 274 Share Rajesh vyas 27 May 2021 · 1 min read लिखता रहा में दिन रात ____ घनाक्षरी लिखता रहा मै रात दिन ही कविता मेरी। सरिता मैंने दिल की पल पल बहाई है।। रुकता है कोई कोई किसी को तो जमती है। ध्यान से वह पढ़ता किसी... Hindi · घनाक्षरी 1 2 242 Share Rajesh vyas 26 May 2021 · 1 min read अपना बनाऊंगा_ सपना सजाऊंगा -- घनाक्षरी लहरा के चलती है बल खा के चलती है। चाल है मस्तानी तेरी,अपना बनाऊंगा।। घूंघट हटा दे जरा,मुखड़ा दिखा दे तेरा। कारे - कारे नयनों से,कजरा चुराऊंगा।। बैठ पास तू... Hindi · घनाक्षरी 5 12 403 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 May 2021 · 1 min read बेटी घर संसार ** बेटी घर संसार ** *****घनाक्षरी***** घर मे है चहकती। फूलों सी हैं महकती।। आंगन हो सूना सूना। बेटी घर संसार।। नन्ही नन्ही चिड़िया हैं। खुशियों की पुड़िया है।। घर... Hindi · घनाक्षरी 699 Share Rajesh vyas 26 May 2021 · 1 min read समय बिताएंगे____घनाक्षरी किसी ने भी न सोचा था, ऐसे भी दिन आएंगे। घर बैठकर हम ,समय बिताएंगे।। वक़्त हुआ शक्त आज,काज सारा छूट गया। अकेले ही अकेले में,समय बिताएंगे।। लड़ रहे जंग... Hindi · घनाक्षरी 2 4 251 Share दीपक श्रीवास्तव 26 May 2021 · 1 min read !! घनाक्षरी छंद !! घनाक्षरी छंद ********** सभी देशवासियों को, बुद्धि और विचार दे, एक साथ रहें सभी, आपस में प्यार दे। दुष्ट और पापी जो भी, घूमते समाज बीच, ऐसे दुष्ट पापियों की,... Hindi · घनाक्षरी 4 4 528 Share Rajesh vyas 25 May 2021 · 1 min read रुक रुक रुक जा री _____ घनाक्षरी रुक रुक रुक जा री, सूरतिया देखूं थारी। म्हारी नस नस में तो,तू ही तू समाई है।। चल बैठ बात करें,दुनियां से कोनी डरे। तेरे नाम की ही मैने,रटना लगाई... Hindi · घनाक्षरी 7 4 309 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 May 2021 · 1 min read छलावा **मनहरण घनाक्षरी** ***** छलावा ****** प्यार नही छलावा है। दुनिया मे दिखावा है।। भरोसा कहीं न रहा। प्रेम अंधा ही रहा।। स्त्री करती मनमानी। कौन होगा दिलजानी।। अदा उसकी मस्तानी।... Hindi · घनाक्षरी 1 292 Share Rajesh vyas 20 May 2021 · 1 min read वादा किया________(घनाक्षरी) वादा किया नेता जी ने वोट मुझको ही देना। तुम्हारे तो काम सारे, मै ही करवाऊंगा।। बात मैंने मान ली है मन में भी ठान ली। वोट अपना मै उनके... Hindi · घनाक्षरी 1 432 Share guru saxena 19 May 2021 · 1 min read मयंक से मन की बात मयंक से मन की बात घनाक्षरी छंद सुन्दर सफेद झक्क आप हैं मयंक राज, निशा सत्तापति कौन,आपसा निशंक है । आपके कारण हर तारा पाया है प्रकाश, धनी है उजाले... Hindi · घनाक्षरी 1 312 Share Rajesh vyas 19 May 2021 · 1 min read कजरा लगाया तूने______(घनाक्षरी) कजरा लगाया तूने, गजरा सजाया तूने । देख देख तुझको तो, दिल ललचाया है।। माथे की यह बिंदिया, चुराए मेरी निंदिया। रात रात भर तूने ,मुझको जगाया है।। अधर अंगार... Hindi · घनाक्षरी 2 4 222 Share surenderpal vaidya 17 May 2021 · 1 min read जल की बौछार लिए (घनाक्षरी जल की बौछार लिए ~~ घनाक्षरी- १ बरसात आ गई है, जल की बौछार लिए। तपती धरा की देखो ,प्यास शांत करने। घनघोर काली घटा, छा गई सभी जगह। शीतल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 3 5 360 Share Rajesh vyas 17 May 2021 · 1 min read बरसते सावन में__घनाक्षरी ???मनहरण घनाक्षरी छंद ??? घुमड़ घुमड़ कर,उमड़ उमड़ कर। घटाएं तो अंबर में, घीर घीर आई है।। छमा छम छम छम,बिजुरी चमक रही। फुर फुर गिरे नीर, धरा को भिगाई... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 7 8 446 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 May 2021 · 1 min read कली *प्रतियोगिता हेतु ****************** *मनहरण घनाक्षरी* *(शब्द-कली)के साथ* ******************* बागों में है कली खिली, दुनिया की खुशी मिली। अब न कोई है गिला, जान में जान आई।। हिय में बहार छाई,... Hindi · घनाक्षरी 500 Share Ashok Sharma 16 May 2021 · 1 min read ●सुहानी बरसात● ★★★★★★★★★★★★★ पवन लहर सम, बहकत तन मन , गगन बजत जस, छमछम छमछम । दमकत चमकत ,नभ बरसत जब, जलकण तनपर ,मलत मदन तब। सरवर छलकत, लचकत लचकत। जलधर सरकत,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 8 12 881 Share Ashok Sharma 16 May 2021 · 1 min read डमरू घनाक्षरी (भजन) ★★★★★★★★★★★★★★ जप भगवन लय , दरश तड़प रख। चरनन सर रख , मन हर हर कर।। यह मन नटखट, मन अब तरसत। नयनन जल भर, जनम सफल कर।। उर तड़पत... Hindi · घनाक्षरी 1 339 Share Rajesh vyas 10 May 2021 · 1 min read सांसो का न टूटे संग ___ (घनाक्षरी) मनहरण _"" जीवन बचाना_ यह भी अपनाना"" ????✍️✍️✍️???? सांसों का न टूटे संग, करो डर को बैरंग। बीमारी से लड़ो जंग, हौसला बढ़ाइए।। घर का ही घोसला, अच्छा भला अपना... Hindi · घनाक्षरी 2 4 431 Share Rajesh vyas 9 May 2021 · 1 min read मां ही मां पुकारूंगा -------- (घनाक्षरी) """""""""मनहरण घनाक्षरी"""""" मानूं मां का उपकार, मां ने दिखाया संसार। एक नहीं बार बार, मां ही मां पुकारूंगा।। पाला उदर में पाला,नव मास भी संभाला। दिया रक्त का निवाला, मां... Hindi · घनाक्षरी 2 4 246 Share guru saxena 1 May 2021 · 1 min read घनाक्षरी (मजदूर दिवस) गरीब गाथा घनाक्षरी छंद बचा दाना पानी नहीं, सुरक्षित छानी नहीं, पीर कोई जानी नहीं, कैसे पेट भरना । नहीं मिले मजदूरी,सबने बनाई दूरी लाक डान मजबूरी,छोड़ते हैं घर ना... Hindi · घनाक्षरी 352 Share Rajesh vyas 1 May 2021 · 1 min read श्रम मेरी साधना है --- मनहरण घनाक्षरी श्रम मेरी साधना है,कर्म ही आराधना है। इनकी उपासना से,फल तो मै पाता हूं।। समय से उठ जाऊं,काम पे मै चला जाऊं। लौटकर झोपड़ी में, खाना मै पकाता हूं।। खाट... Hindi · घनाक्षरी 4 4 320 Share Rajesh vyas 30 Apr 2021 · 1 min read भाई मेरा गया आज ----- घनाक्षरी ***भाई अनिल क्यों छोड़ गए***स्मृति शेष भाई मेरा गया आज,निधि का सरताज। तुझको जरा भी विधि ,तरस ना आया री।। बेटे बेटी को रुलाया,आंसू सबको ही आया। आया काल जो... Hindi · घनाक्षरी 1 4 245 Share Rajesh vyas 29 Apr 2021 · 1 min read चल चल चलते हैं --- मनहरण घनाक्षरी चल चल चलते हैं, यहां सब जलते हैं। सपने जो पलते हैं ,और कहीं देखेंगे।। प्रकृति की गोद होगी, काया निरोगी रहेगी। रोगी है हम प्रीत के, धूप वहीं सैकेंगे।।... Hindi · घनाक्षरी 2 2 255 Share Rajesh vyas 28 Apr 2021 · 1 min read लिख लिया लिख लिया--- मनहरण घनाक्षरी लिख लिया लिख लिया,नाम तेरा लिख लिया । इस दिल पर मैंने ,नाम तेरा लिखा है।। तू ही मेरी चंद्रमुखी , पाके तुझे मैं तो सुखी। प्यार का सलीका भी,तुझसे... Hindi · घनाक्षरी 1 345 Share Rajesh vyas 28 Apr 2021 · 1 min read रोग लगा रोग लगा --- मनहरण घनाक्षरी रोग लगा रोग लगा, प्रेम का जो रोग लगा। भगा भगा मैं तो दर ,लेने चला आया हूं।। दिल लाया दिलदार,कर मेरा ऐतबार। तोड़ लाज की दीवार, लेने चला आया... Hindi · घनाक्षरी 1 2 234 Share अभिनव अदम्य 27 Apr 2021 · 1 min read हनुमान जयंती सादर समीक्षार्थ करते न राम काज यदि हनुमान जी तो आज रघुवीर के ये दास बनते नही। होता न हरण मातु जानकी का वन से तो रावण से राम जी... Hindi · घनाक्षरी 445 Share Rajesh vyas 27 Apr 2021 · 1 min read खड़ा दास द्वार खड़ा -- मनहरण घनाक्षरी खड़ा दास द्वार खड़ा, देव सबसे तू बड़ा। राम भक्त हनुमान, आप ही सहारा है।। संजीवनी लाने वाले, लखन बचाने वाले। महावीर रखवाले,नाम भी उचारा है।। संकट जो आन पड़ा,जग... Hindi · घनाक्षरी 4 8 579 Share guru saxena 26 Apr 2021 · 1 min read टेर पुकार टेर पुकार घनाक्षरी छंद दया सिंधु दीनानाथ, दामोदर दिगपाल, दुर्दशा दीनों की देख, दरद दुराइये । खौलता है रक्त वक्त देख सख्त नियम ले , मर रहे भक्त, उन्हें दवा... Hindi · घनाक्षरी 1 302 Share Rajesh vyas 25 Apr 2021 · 1 min read कहां चली कहां चली ----- घनाक्षरी कहां चली कहां चली,छोड़ मुझे कहां चली। सुन सुन अलबेली,तू तो मेरी जान है।। रुक रुक बात सुन, करे दिल गुनगुन।। चुन चुन मुझे चुन,दिल ये कुर्बान है।। तू जो... Hindi · घनाक्षरी 1 2 395 Share Rajesh vyas 24 Apr 2021 · 1 min read ऐसे वैसे संदेश जो --- घनाक्षरी सकारात्मक -- संदेश ऐसे वैसे संदेशे जो, दहशत फैलाते हैं। बार बार उनको ही, अब ना दिखाइए।। बिठाइए न डर भय,बहुत हुआ है क्षय। संगीतमय गीत का , तराना बजाइए।।... Hindi · घनाक्षरी 3 8 245 Share guru saxena 23 Apr 2021 · 1 min read घनाक्षरी (झोल है ) एक अनुभूति मनहरण घनाक्षरी चाहते बचाना जिसे,बचा नहीं पाए उसे, नहीं मिली आक्सीजन,क्योंकि अनमोल है । यहाँ मरे वहाँ मरे, मरते ही जा रहे हैं, बेचारे गरीबों की तो,नैया डाँवाडोल... Hindi · घनाक्षरी 2 1 333 Share Rajesh vyas 21 Apr 2021 · 1 min read तालियां बजाओ चाहे -----( घनाक्षरी) तालियां बजाओ चाहे, गालियां दे जाओ मुझे। तुमने बुलाया है तो, कुछ तो सुनाऊंगा।। श्रंगार पे गीत गाउं,वीरता से लढ़ जाऊं। हास्य की ठिठोली से,तुमको रिझाऊंगा।। बुलाओगे तो आऊंगा, मै... Hindi · घनाक्षरी 1 460 Share Rajesh vyas 21 Apr 2021 · 1 min read तुमने कमाया धन -------( घनाक्षरी) तुमने कमाया धन मैंने भी कमाया धन। तन के लिए ही वह,काम नहीं आया रे।। बार बार झूंट बोला,हर बार कम तोला। बोला बोला नहीं बोला,गरीब ठगाया रे।। बदली वक़्त... Hindi · घनाक्षरी 1 429 Share Previous Page 8 Next