Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2021 · 1 min read

डमरू घनाक्षरी (भजन)

★★★★★★★★★★★★★★

जप भगवन लय , दरश तड़प रख।
चरनन सर रख , मन हर हर कर।।

यह मन नटखट, मन अब तरसत।
नयनन जल भर, जनम सफल कर।।

उर तड़पत अब, कर रख सर पर।
लगत सकल जग,अब बस जर जर।।

भजन डगर धर, सफल उमर कर।
डगर न भगवन , इधर उधर कर।।

◆◆अशोक शर्मा 16.05.21◆◆

1 Like · 336 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बेशक़ कमियाँ मुझमें निकाल
बेशक़ कमियाँ मुझमें निकाल
सिद्धार्थ गोरखपुरी
श्रीकृष्ण
श्रीकृष्ण
Raju Gajbhiye
कत्ल खुलेआम
कत्ल खुलेआम
Diwakar Mahto
हौसला बुलंद और इरादे मजबूत रखिए,
हौसला बुलंद और इरादे मजबूत रखिए,
Yogendra Chaturwedi
आप प्लस हम माइनस, कैसे हो गठजोड़ ?
आप प्लस हम माइनस, कैसे हो गठजोड़ ?
डॉ.सीमा अग्रवाल
संवेदना ही सौन्दर्य है
संवेदना ही सौन्दर्य है
Ritu Asooja
सनातन
सनातन
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
साल भर पहले
साल भर पहले
ruby kumari
" महक संदली "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
करम के नांगर  ला भूत जोतय ।
करम के नांगर ला भूत जोतय ।
Lakhan Yadav
About your heart
About your heart
Bidyadhar Mantry
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आजकल बहुत से लोग ऐसे भी है
आजकल बहुत से लोग ऐसे भी है
Dr.Rashmi Mishra
जीवन पर
जीवन पर
Dr fauzia Naseem shad
मतला
मतला
Anis Shah
life is an echo
life is an echo
पूर्वार्थ
"नींद से जागो"
Dr. Kishan tandon kranti
*बताए मेरी गलती जो, उसे ईनाम देता हूँ (हिंदी गजल)*
*बताए मेरी गलती जो, उसे ईनाम देता हूँ (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
काव्य में अलौकिकत्व
काव्य में अलौकिकत्व
कवि रमेशराज
झुका के सर, खुदा की दर, तड़प के रो दिया मैने
झुका के सर, खुदा की दर, तड़प के रो दिया मैने
Kumar lalit
सच्ची प्रीत
सच्ची प्रीत
Dr. Upasana Pandey
फगुनाई मन-वाटिका,
फगुनाई मन-वाटिका,
Rashmi Sanjay
3215.*पूर्णिका*
3215.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वो बचपन का गुजरा जमाना भी क्या जमाना था,
वो बचपन का गुजरा जमाना भी क्या जमाना था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
😊 #सुर्ख़ियों में आने का ज़ोरदार #तरीक़ा :--
😊 #सुर्ख़ियों में आने का ज़ोरदार #तरीक़ा :--
*प्रणय प्रभात*
मन का मिलन है रंगों का मेल
मन का मिलन है रंगों का मेल
Ranjeet kumar patre
*मायूस चेहरा*
*मायूस चेहरा*
Harminder Kaur
तेरी परवाह करते हुए ,
तेरी परवाह करते हुए ,
Buddha Prakash
सोचते हो ऐसा क्या तुम भी
सोचते हो ऐसा क्या तुम भी
gurudeenverma198
लोगों को सफलता मिलने पर खुशी मनाना जितना महत्वपूर्ण लगता है,
लोगों को सफलता मिलने पर खुशी मनाना जितना महत्वपूर्ण लगता है,
Paras Nath Jha
Loading...