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Comments (12)

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रजामन्दियों के राज हो गए ।
यूँ वो कुछ मेरे हमराज हो गए ।
बन गया तराना साथ उनके ,
जिंदगी गीतों के साज हो गए ।

27 May 2021 10:43 PM

लबों को आज सजने दो।
गीतों पे साज बजने दो।
झूमेगा नाचेगा मन मयूरा।
मोहब्ब्त के बादल गरजने दो।।
प्रणाम आदरणीय??

बेहतरीन..???

27 May 2021 11:57 AM

प्रणाम आदरणीय ???

Vr nice

27 May 2021 08:07 AM

प्रणाम शुक्रिया??

बहुत बढियां।

26 May 2021 10:10 PM

आभार ????

26 May 2021 08:00 PM

क्या बात गुरु जी !?

26 May 2021 10:09 PM

प्रणाम अशोक जी??

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