Tag: ग़ज़ल/गीतिका
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कभी ख़ुद को गले से तो लगाया जा नहीं सकता
अंसार एटवी
मोहब्बत का यहाँ पर वो फ़साना छोड़ जाता है
अंसार एटवी
निभाने को यहाँ अब सब नए रिश्ते निभाते हैं
अंसार एटवी
क़िस्मत हमारी ख़ुद के ही पहलू से आ मिली
अंसार एटवी
अब तक तबाही के ये इशारे उसी के हैं
अंसार एटवी
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
अंसार एटवी
वो ठोकर से गिराना चाहता है
अंसार एटवी
मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा
अंसार एटवी
मंज़िल मिली उसी को इसी इक लगन के साथ
अंसार एटवी
ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी
अंसार एटवी
मै पत्नी के प्रेम में रहता हूं
भरत कुमार सोलंकी
महाकाल महिमा
Neeraj Mishra " नीर "
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
सत्य कुमार प्रेमी
आंखों की चमक ऐसी, बिजली सी चमकने दो।
सत्य कुमार प्रेमी
आइना देखा तो खुद चकरा गए।
सत्य कुमार प्रेमी
होली पर बस एक गिला।
सत्य कुमार प्रेमी
कैसे निभाऍं उस से, कैसे करें गुज़ारा।
सत्य कुमार प्रेमी
प्यार भी खार हो तो प्यार की जरूरत क्या है।
सत्य कुमार प्रेमी
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
सत्य कुमार प्रेमी
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
कभी राधा कभी मीरा ,कभी ललिता दिवानी है।
D.N. Jha
दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर।
सत्य कुमार प्रेमी
करवां उसका आगे ही बढ़ता रहा।
सत्य कुमार प्रेमी
आए हैं फिर चुनाव कहो राम राम जी।
सत्य कुमार प्रेमी
छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
उलझी हुई जुल्फों में ही कितने उलझ गए।
सत्य कुमार प्रेमी
त्रिलोकीनाथ
D.N. Jha
आप पाएंगे सफलता प्यार से।
सत्य कुमार प्रेमी
महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो।
सत्य कुमार प्रेमी
मै ना सुनूंगी
भरत कुमार सोलंकी
मुहब्बत भी करके मिला क्या
डी. के. निवातिया
तमाशा
D.N. Jha
बेटी की ताकत पहचाने
D.N. Jha
आशियाना
D.N. Jha
भूल ना था
भरत कुमार सोलंकी
मातम
D.N. Jha
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया।
सत्य कुमार प्रेमी
प्यार चाहा था पा लिया मैंने।
सत्य कुमार प्रेमी
कोरोना
Nitesh Shah
सबसे सुन्दर प्यारा देश
Nitesh Shah
राम नहीं बन सकते .....
Nitesh Shah
जिंदगी समर है
D.N. Jha
ज़माने की नजर से।
Taj Mohammad
मन की प्रीत
भरत कुमार सोलंकी
मन की प्रीत
भरत कुमार सोलंकी
गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
सत्य कुमार प्रेमी
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
सत्य कुमार प्रेमी
ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे।
सत्य कुमार प्रेमी
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
सत्य कुमार प्रेमी