सुखविंद्र सिंह मनसीरत Tag: ग़ज़ल 301 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Sep 2023 · 1 min read *हिंदी मेरे देश की जुबान है* *हिंदी मेरे देश की जुबान है* ********************** हिंदी मेरे देश की जुबान है, हिंदी भाषा बहुत महान है। सूने मन में मिठास घोलती, रसभरी खिली महकान हैँ। विदेशों मर भी... Hindi · ग़ज़ल 210 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Sep 2023 · 1 min read *माँ जननी सदा सत्कार करूँ* *माँ जननी सदा सत्कार करूँ* ************************ माँ जननी सदा सत्कार करूँ, सारी खुशियाँ मै उपहार करूँ। ख्यालों में ख्याल तेरा हर दम, तेरे ख्वाबों को साकार करूँ। चरण कमल में... Hindi · ग़ज़ल 151 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Sep 2023 · 1 min read *लब मय से भरे मदहोश है* *लब मय से भरे मदहोश है* ********************** लब मय से भरे मदहोश हैँ, कुछ ना कह रहे खामोश हैँ। मतवाले बहुत दो नैन हैँ, जो देखे वही बेहोश हैँ। हर... Hindi · ग़ज़ल 81 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Sep 2023 · 1 min read स्त्री एक रूप अनेक हैँ स्त्री एक रूप अनेक हैँ ****************** स्त्री एक रूप अनेक है, हर रूप मे वो नेक है। ममतामयी रूप प्यारा, मां के रूप में दर्वेश है। बेटी बिना घर अधूरा,... Hindi · ग़ज़ल 84 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Sep 2023 · 1 min read **जिंदगी की टूटी लड़ी है** **जिंदगी की टूटी लड़ी है** ********************** आ गई ये मुश्किल घड़ी है, जिंदगी की टूटी लड़ी है। क्या करें वश चलता नहीं हैँ, आँसुओं की आई झड़ी है। ना समझ... Hindi · ग़ज़ल 186 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Sep 2023 · 1 min read *छाया कैसा नशा है कैसा ये जादू* *छाया कैसा नशा है कैसा ये जादू* **************************** छाया कैसा नशा है कैसा ये जादू, मदहोशी मे रहा ना दिल पर काबू। जुल्फों की छाँव ने जड़ से समेटा, दिल... Hindi · ग़ज़ल 107 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Sep 2023 · 1 min read *हथेली पर बन जान ना आए* *हथेली पर बन जान ना आए* ************************* कह दो तेरी काली जुल्फों को, लटे बन रुखसार पर ना आए। पिलाओ ना यूँ बूँदें अश्कों की, गमों का लब पर जाम... Hindi · ग़ज़ल 154 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Sep 2023 · 1 min read *** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है *** *** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है *** *************************** अबे मुंह लटकाए क्यों खड़ा है, अभी भी अपनी जिद पर अडा है। शकल के क्यों बजाए हैँ बारह, शायद अभी ही... Hindi · ग़ज़ल 165 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Sep 2023 · 1 min read ***दिल बहलाने लाया हूँ*** ***दिल बहलाने लाया हूँ*** *********************** मै नगमें गजलें लाया हूँ, तेरा दिल बहलाने आया हूँ। अंधेरों से हूँ लड़ता आया, रोशन हो कर पथ में छाया हूँ। कदमों में रहता... Hindi · ग़ज़ल 112 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Sep 2023 · 1 min read शिक्षक हूँ शिक्षक ही रहूँगा शिक्षक हूँ शिक्षक ही रहूँगा ********************* नौसीखिए को सिखा दूँ मै, परिंदों को बाज बना दूँ मै। बेसुरों से वो चाहे उलझा हो, सुरमयी सा साज बना दूँ मै। कैसी... Hindi · ग़ज़ल 161 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Sep 2023 · 1 min read *डूबतों को मिलता किनारा नहीं* *डूबतों को मिलता किनारा नहीं* ************************** डूबतों को मिलता किनारा नहीं, तुम बिना कोई सहारा नहीं। देख ली दुनिया घूमकर हमनशीं, इस जगत में तुमसा हमारा नहीं। आसमां मिलने को... Hindi · ग़ज़ल 186 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Sep 2023 · 1 min read सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए ********************** सुरमई अंखियाँ नशा बढ़ाए। चंचल चितवन आग लगाए। छाया यौवन रूप गजब का, भर भर गगरी छलकत जाए। कंचन काया रूई सी नाजुक, शोभन शोभित... Hindi · ग़ज़ल 286 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Sep 2023 · 1 min read *तू ही पूजा तू ही खुदा* *तू ही पूजा तू ही खुदा* ******************** तेरी हर कातिल है अदा। सारे जग से तुम हो जुदा। खोया रहता दिन - रात हूँ, तू ही पूजा तू ही खुदा।... Hindi · ग़ज़ल 84 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Sep 2023 · 1 min read *यार के पैर जहाँ पर वहाँ जन्नत है* *यार के पैर जहाँ पर वहाँ जन्नत है* ***************************** यार के पैर जहाँ पर वहाँ जन्नत हैँ, प्यार की दात पुरी हो गई मन्नत है। हौसला साथ रहा तो तुझे... Hindi · ग़ज़ल 365 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Sep 2023 · 1 min read *ना जाने कब अब उनसे कुर्बत होगी* *ना जाने कब अब उनसे कुर्बत होगी* ***************************** ना जाने कब अब उन से कुर्बत होगी, उस दिन दिल की पूरी हसरत होगी। मन मे जागी हैँ मिलने की आशाएँ,... Hindi · ग़ज़ल 181 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Aug 2023 · 1 min read *फूलों मे रह;कर क्या करना* *फूलों मे रह;कर क्या करना* *********************** काँटों से टक्कर लेनी है, फूलों में रह कर क्या करना। अपनों से धोखे खाये हैँ, गैरों से फिर है क्या डरना। आपस में... Hindi · ग़ज़ल 155 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Aug 2023 · 1 min read *भावों मे गहरी उलझन है* *भावों मे गहरी उलझन है* ********************** भावों में गहरी उलझन है, रिश्तों में ब्रहती खुटपन है। दुनिया जग में आनी - जानी, साँसों से चलती धड़कन है। काँटों के बिस्तर... Hindi · ग़ज़ल 186 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Aug 2023 · 1 min read *पहले वाले मन में हैँ ख़्यालात नहीं* *पहले वाले मन में हैँ ख़्यालात नहीं* ***************************** पहले वाले मन में हैँ ख़्यालात नहीं, बातों में भी पहले वाली बात नहीं। जब से औझल नजरों से मनमीत हैँ, फीके... Hindi · ग़ज़ल 108 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Aug 2023 · 1 min read दिल का भी क्या कसूर है दिल का भी क्या कसूर है ******************** दिल का भी क्या कसूर है, तन - मन छाया फितूर है। मंजिल कितनी भी दूर हो, हाजिर हर दम हुजूर है। गम... Hindi · ग़ज़ल 183 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Aug 2023 · 1 min read *खत आखरी उसका जलाना पड़ा मुझे* *खत आखरी उसका जलाना पड़ा मुझे* ******************************* खत आखिरी उस का जलाना पड़ा मुझे, हक आशिकी का यूँ चुकाना पड़ा मुझे। वो छोड़ कर अंजुमन न जाने कहाँ गए, पथ... Hindi · ग़ज़ल 277 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Aug 2023 · 1 min read *तू बन जाए गर हमसफऱ* *तू बन जाए गर हमसफऱ* ********************* तू बन जाए गर हमसफऱ, कट। जाएगा बाकी सफर। पागल दिल रहता है मचल, तन मन पर छाया है असर। देखा है सारा घूम... Hindi · ग़ज़ल 583 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Aug 2023 · 1 min read **हो गया हूँ दर बदर चाल बदली देख कर** **हो गया हूँ दर बदर चाल बदली देख कर** *********************************** हो गया हूँ दर बदर चाल बदली देख कर, सह न पाया छल कपट नगरी देख कर। खुद जलाया है... Hindi · ग़ज़ल 377 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Aug 2023 · 1 min read ** हद हो गई तेरे इंकार की ** ** हद हो गई तेरे इंकार की ** ************************* हद हो गई तेरे इंकार की, कीमत नहीं कोई इकरार की। मिलकर अगर होनी थी दूरियाँ, यूं क्या जरूरत थी गोहार... Hindi · ग़ज़ल 1 204 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Aug 2023 · 1 min read *खो दिया सुख चैन तेरी चाह मे* *खो दिया सुख चैन तेरी चाह मे* ************************** थक गये हम राही तेरे राह में, खो दिया सुख चैन तेरी चाह में। भूलकर भी हम भूल सकते नहीं, बखश दो... Hindi · ग़ज़ल 190 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Aug 2023 · 1 min read *आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए* *आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए* ********************************* आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए, गा रहें मीठे तराने गम छुपाने के लिए। हिल गई सारी... Hindi · ग़ज़ल 222 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Aug 2023 · 1 min read कैसे कहूँ दिल की बातें कैसे कहूँ दिल की बातें ******************* कैसे कहूँ दिल के बातें, कटती नहीं लंबी रातें। आती रहें उनकी यादें, मिलती नहीं हैँ सौगातें। तेरी नजर का था जादू, गानें सदा... Hindi · ग़ज़ल 157 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Aug 2023 · 1 min read *खड़ी हूँ अभी उसी की गली* *खड़ी हूँ अभी उसी की गली* *********************** नमी से भरी हवा जो चली। नयन में मिरे लगी है झड़ी। पड़ी जब नजर दिखे वो मगर, मुझे है मिली कली हर... Hindi · ग़ज़ल 352 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Aug 2023 · 1 min read *कोई भी ना सुखी* *कोई भी ना सुखी* **************** कोई भी ना सुखी, सारी दुनिया दुखी। कोई खुश ना मिले, हर कोई है दुखी। दुख दिल में है भरा, कोई मन से दुखी। देखा... Hindi · ग़ज़ल 120 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Aug 2023 · 1 min read *हुस्न तेरा है गरूर भरा* *हुस्न तेरा है गरूर भरा* ********************* हुस्न तेरा है गरूर भरा, चेहरे पर रूहानी नूर चढ़ा। मयकशी सा है छाया रहे, नशा जवानी सरूर भरा। ना कोई सानी है आपसा,... Hindi · ग़ज़ल 201 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Aug 2023 · 1 min read *"सरहदें पार रहता यार है** *"सरहदें पार रहता यार है** ********************** सरहदें पार रहता यार है, क्या करें हम अधूरा प्यार है। सोचता हूँ मै ख्यालों में सदा, हो न पाए कभी दीदार है। रात... Hindi · ग़ज़ल 182 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Aug 2023 · 1 min read *चुनाव से पहले नेता जी बातों में तार गए* *चुनाव से पहले नेता जी बातों में तार गए* ********************************* चुनाव से पहले नेता जी बातों में तार गए, नेता जी मंत्री बन कर वादों को इंकार गए। पैदल पथ... Hindi · ग़ज़ल 99 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Aug 2023 · 1 min read ***क्या है उनकी मजबूरियाँ*** ***क्या है उनकी मजबूरियाँ*** ************************* क्या है उनकी भला मजबूरियाँ, बढ़ती जा रहीं हैँ बहुत दूरियाँ। कोई ना कोई वो बहाना बनाए, काम ना आ रही जी हुजूरियाँ। दिल की... Hindi · ग़ज़ल 266 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Aug 2023 · 1 min read *शाम ढले यादों का अंबर आता है* *शाम ढले यादों का अंबर आता है* **************************** शाम ढले यादों का अंबर आता है, घोर उदासी में हो मन मर जाता है। याद पुरानी दिल में छायी रहती है,... Hindi · ग़ज़ल 1 326 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Aug 2023 · 1 min read *जब से सनम आए हो आगोश में* *जब से सनम आए हो आगोश में* *************************** जब से सनम आए हो आगोश में, दो पल रहे ना हम कुछ भी होश में। खिल सा उठा छू कर मेरा... Hindi · ग़ज़ल 212 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Aug 2023 · 1 min read शमां के परवाने पर जलते नहीं शमां के परवाने पर जलते नहीं ************************ दिल मे बसे हो निकलते नहीं, कैसा जिगर है पिंघलते नहीं। करते दुआ हैँ बनकर भिखारी, कोई बात हृदय की सुनते नहीं। दिन... Hindi · ग़ज़ल 157 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Aug 2023 · 1 min read *दिल में बसाई तस्वीर है* *दिल में बसाई तस्वीर है* ********************* दिल में बसाई तस्वीर है, तुम से हमारी तकदीर है। यूँ रूठ कर ना जाओ नशीं, सुंदर खुदा की तहरीर हैं। सुनता रहूँ चुप... Hindi · ग़ज़ल 345 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Aug 2023 · 1 min read *दूर के ढोल होते सुहाने* *दूर के ढोल होते सुहाने* ******************** दूर के ढोल होते हैँ सुहाने, क्या बात जाने ये दीवाने। जिसके दर जा कर बजते, वो ही ढोल की तान् जाने। कैसे भी... Hindi · ग़ज़ल 1 217 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Aug 2023 · 1 min read दिल को दुखाना छोड़ दो दिल को दुखाना छोड़ दो ******************** दिल को दुखाना छोड़ दो, सुख को चुराना छोड़ दो। करो कोई काम ना ऐसा, जन को सताना छोड़ दो। कोई सज्जन न हो... Hindi · ग़ज़ल 241 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Aug 2023 · 1 min read कुछ नशा होता तो बोतलें नाचती कुछ नशा होता तो बोतलें नाचती ************************** खो दिया होश देखी वो चुलबली, सीने लगाई आग चंचल मनचली। नैनों से है वो पिलाती मय सदा, देखी नहीं उन सी कहीं... Hindi · ग़ज़ल 171 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Aug 2023 · 1 min read *हसीं मुख देख लेने दो* *हसीं मुख देख लेने दो* ******************* उठा दो जुल्फों का परदा, हसीं मुख देख लेने दो। करो ना बातें नफरत की, हमें बस प्रेम लेने दो। चली जाए ना रूत... Hindi · ग़ज़ल 215 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Aug 2023 · 1 min read **मेरा भारत उजड़ा देखा** **मेरा भारत उजड़ा देखा** ********************** मेरा भारत उजड़ा देखा, होता टुकड़ा - टुकड़ा देखा। मणिपुर भी आँखों के आगे, पलभर में है जलता देखा। हरियाणा को भी हमने तो, दंगों... Hindi · ग़ज़ल 143 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Aug 2023 · 1 min read *****कसमें और वादे***** *****कसमें और वादे***** ********************** कसमे भी हैँ और वादे भी है, शिकवे और शिकायते भी हैँ। छल कपट से हम कोसों दूर, प्यार के मन मे इरादे भी है। अमीर... Hindi · ग़ज़ल 197 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Aug 2023 · 1 min read *दुनिया में नाटककार बड़े* *दुनिया में नाटककार बड़े* ********************* नेता अभिनेता से भी बड़े, दुनिया मे नाटककार बड़े। सच्चाई से नहीं लेना देना, कहलवाते तजुर्बेकार बड़े। जिनके दम खाते हैँ रोटी, उनका करें बहिष्कार... Hindi · ग़ज़ल 212 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Aug 2023 · 1 min read चुलबली इस कदर भा गई चुलबली इस कदर भा गई ********************* चुलबली इस कदर भा गई, आशिकी मन अग्न ला गई। देखते ही खो गये हम उसे, रोग ऐसा अजब ला गई। हुस्न ऐसा दिखा... Hindi · ग़ज़ल 252 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Aug 2023 · 1 min read ***होती है नैया पार नहीं*** ***होती है नैया पार नहीं*** ********************** वो कहते हम से प्यार नहीं, हम उनके सच्चे यार नहीं। वो बात दिलों की क्या जाने, प्रेम बिन जगात संसार नहीं। जो चीर... Hindi · ग़ज़ल 2 1 229 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Aug 2023 · 1 min read *चाहत का जादू छाया है* *चाहत का जादू छाया है* ********************* मत पूछों नीले नैनों से, चाहत का जादू छाया है। ना चाहूँ धन दौलत माया, तुम जीवन का सरमाया है। दिल से शुकराना ईश्वर... Hindi · ग़ज़ल 199 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Aug 2023 · 1 min read **देखेंगे हम तेरा राह कब तक** **देखेंगे हम तेरा राह कब तक** ************************** देखेंगे हम तेरा राह कब तक, सीने में महकेगी सांस कब तक। मरना जीना तो वश में नहीं है, जिंदा होंगे ये अरमान... Hindi · ग़ज़ल 273 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Aug 2023 · 1 min read *वो है खफ़ा मेरी किसी बात पर* *वो है खफ़ा मेरी किसी बात पर* ************************** वो है खफ़ा मेरी किसी बात पर, कर दो दफ़ा दे दो वफ़ा माफ़ कर। हटती नहीं नजरें निखरे चाँद पर, छाया... Hindi · ग़ज़ल 184 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Aug 2023 · 1 min read *कैसे दिल की किताबें मै खोलूँ* *कैसे दिल की किताबें मै खोलूँ* ************************* कैसे दिल की किताबें मै खोलूँ, मुंह से लफ्ज़ कैसे प्रेम के बोलूँ। मन की बातें तो कह दी उन से, उनके मब... Hindi · ग़ज़ल 101 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Aug 2023 · 1 min read *धन दौलत का झौला आगे खोलो ना* *धन दौलत का झौला आगे खोलो ना* ****************************** दर पर आया मँगता खाली मोड़ो ना। धन दौलत का झौला आगे खोलो ना। मसले जो भी हो घर के ही अंदर... Hindi · ग़ज़ल 108 Share Page 1 Next