Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2023 · 1 min read

***होती है नैया पार नहीं***

***होती है नैया पार नहीं***
**********************

वो कहते हम से प्यार नहीं,
हम उनके सच्चे यार नहीं।

वो बात दिलों की क्या जाने,
प्रेम बिन जगात संसार नहीं।

जो चीर कलेज़ा दिखला दे,
दो धारी कोई तलवार नहीं।

सूनापन छा जाए जीवन में,
तेरे आने का आसार नहीं।

वो जीना भी क्या जीना हो,
हँसी- ठिठोली तकरार नहीं।

वो क्या जाने पीड़ा मन की,
प्रेयसी मन में इकरार नहीं।

जो दो राहों मे है फ़स जाए,
होती है नैया कही पार नहीं।

जो तन मन घर कर जाए,
उस जैसा हो चमत्कार नहीं।

जहाँ रूठे वापिस ना आए,
ऐसा देखा वो परिवार नहीं।

पलकें बिछाए बैठे राहों में,
आ जाओ करो इंकार नहीं।

मनसीरत मंजिल तुम ही हो,
जीना मरना भी दुश्वार नहीं।
**********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल(

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 214 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2802. *पूर्णिका*
2802. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
चार कदम चोर से 14 कदम लतखोर से
चार कदम चोर से 14 कदम लतखोर से
शेखर सिंह
कफन
कफन
Kanchan Khanna
नेता
नेता
Raju Gajbhiye
है नारी तुम महान , त्याग की तुम मूरत
है नारी तुम महान , त्याग की तुम मूरत
श्याम सिंह बिष्ट
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
खतरनाक आदमी / मुसाफ़िर बैठा
खतरनाक आदमी / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
नादान परिंदा
नादान परिंदा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"सच का टुकड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ज़िंदगी तेरी हद
ज़िंदगी तेरी हद
Dr fauzia Naseem shad
मोल नहीं होता है देखो, सुन्दर सपनों का कोई।
मोल नहीं होता है देखो, सुन्दर सपनों का कोई।
surenderpal vaidya
बदलते रिश्ते
बदलते रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
मस्ती का माहौल है,
मस्ती का माहौल है,
sushil sarna
सत्य मिलता कहाँ है?
सत्य मिलता कहाँ है?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
■ असलियत
■ असलियत
*Author प्रणय प्रभात*
सत्य की खोज
सत्य की खोज
लक्ष्मी सिंह
माँ
माँ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पिता
पिता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रंग हरा सावन का
रंग हरा सावन का
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
*मजा हार में आता (बाल कविता)*
*मजा हार में आता (बाल कविता)*
Ravi Prakash
प्रेम
प्रेम
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
जिंदगी में.....
जिंदगी में.....
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दूसरों के अधिकारों
दूसरों के अधिकारों
Dr.Rashmi Mishra
चंदा तुम मेरे घर आना
चंदा तुम मेरे घर आना
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
"सुस्त होती जिंदगी"
Dr Meenu Poonia
जमाना गुजर गया उनसे दूर होकर,
जमाना गुजर गया उनसे दूर होकर,
संजय कुमार संजू
Loading...