Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2023 · 1 min read

*दुनिया में नाटककार बड़े*

दुनिया में नाटककार बड़े
*********************

नेता अभिनेता से भी बड़े,
दुनिया मे नाटककार बड़े।

सच्चाई से नहीं लेना देना,
कहलवाते तजुर्बेकार बड़े।

जिनके दम खाते हैँ रोटी,
उनका करें बहिष्कार बड़े।

लाल लहू के वो सौदागर,
कहते रहते सेवादार बड़े।

बनाए है बड़े महल चुबारे,
थे गरीबों के सरदार बड़े।

खुद की झोली बड़ी भारी,
बगीचे लूटे फलदार बड़े।

हक जन के छीनते छीनते,
बन गये वो मददगार बड़े।

मनसीरत सारी मछलियाँ,
करती आई हैँ शिकार बड़े।
*********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
151 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हँसकर गुजारी
हँसकर गुजारी
Bodhisatva kastooriya
शक्ति साधना सब करें
शक्ति साधना सब करें
surenderpal vaidya
भेद नहीं ये प्रकृति करती
भेद नहीं ये प्रकृति करती
Buddha Prakash
"अकेडमी वाला इश्क़"
Lohit Tamta
कुंडलिया - रंग
कुंडलिया - रंग
sushil sarna
तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं।
तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं।
सत्य कुमार प्रेमी
मलाल न था
मलाल न था
Dr fauzia Naseem shad
"सुरेंद्र शर्मा, मरे नहीं जिन्दा हैं"
Anand Kumar
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
मंगल मूरत
मंगल मूरत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ख़ुदा ने बख़्शी हैं वो ख़ूबियाँ के
ख़ुदा ने बख़्शी हैं वो ख़ूबियाँ के
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
Shashi kala vyas
........,
........,
शेखर सिंह
अतिथि देवो न भव
अतिथि देवो न भव
Satish Srijan
*बहती हुई नदी का पानी, क्षण-भर कब रुक पाया है (हिंदी गजल)*
*बहती हुई नदी का पानी, क्षण-भर कब रुक पाया है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
महावीर की शिक्षाएं, सारी दुनिया को प्रसांगिक हैं
महावीर की शिक्षाएं, सारी दुनिया को प्रसांगिक हैं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
वेदना में,हर्ष  में
वेदना में,हर्ष में
Shweta Soni
महबूबा से
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
लगाव
लगाव
Rajni kapoor
"आशिकी"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम पर्याप्त है प्यार अधूरा
प्रेम पर्याप्त है प्यार अधूरा
Amit Pandey
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
काल का स्वरूप🙏
काल का स्वरूप🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
তুমি এলে না
তুমি এলে না
goutam shaw
जिनके होंठों पर हमेशा मुस्कान रहे।
जिनके होंठों पर हमेशा मुस्कान रहे।
Phool gufran
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बंद मुट्ठी बंदही रहने दो
बंद मुट्ठी बंदही रहने दो
Abasaheb Sarjerao Mhaske
चलते रहना ही जीवन है।
चलते रहना ही जीवन है।
संजय कुमार संजू
*माटी की संतान- किसान*
*माटी की संतान- किसान*
Harminder Kaur
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Loading...