सराब -ए -आप में खो गया हूं ,
दिल में दबे कुछ एहसास है....
हे सर्दी रानी कब आएगी तू,
तेरी इस बेवफाई का कोई अंजाम तो होगा ।
जगमगाती चाँदनी है इस शहर में
तारों से अभी ज्यादा बातें नहीं होती,
कुछ एक आशू, कुछ एक आखों में होगा,
एक समझदार मां रोते हुए बच्चे को चुप करवाने के लिए प्रकृति के
*अज्ञानी की कलम से हमारे बड़े भाई जी प्रश्नोत्तर शायद पसंद आ
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के विरोधरस के गीत
*होली किस दिन को मने, सबसे बड़ा सवाल (हास्य कुंडलिया)*
गया दौरे-जवानी गया गया तो गया
नया एक रिश्ता पैदा क्यों करें हम
बुंदेली लघुकथा - कछु तुम समजे, कछु हम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'