Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Apr 2024 · 1 min read

बेहिसाब सवालों के तूफान।

अरसे बाद वो मिला चेहरे पर झूठी मुस्कान लिए।
अपनी नज़रों में बेहिसाब सवालों के तूफान लिए।।

जो गया था हमको छोड़कर खुश रहने के लिए।
वो दिखा हमें नज़रों में अश्कों का आसमान लिए।।

मुद्दतों बाद वो मिला भी तो मिला किस हाल में।
जिंदगी दिख रही थी बर्बादियों का सामान लिए।।

हमे क्या मालूम था कि वो भी है साजिशों में शामिल।
हम थे जिनकी खातिर हथेली पर अपनी जान लिए।।

अब तक गफलत में जी रहे थे मंजिल कैसे मिलती।
अंधेरी रातों में निकले थे बिना जली मशाल लिए।।

ताज मोहम्मद
लखनऊ

18 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-544💐
💐प्रेम कौतुक-544💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
// प्रीत में //
// प्रीत में //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कोई ऐसा बोलता है की दिल में उतर जाता है
कोई ऐसा बोलता है की दिल में उतर जाता है
कवि दीपक बवेजा
माथे पर दुपट्टा लबों पे मुस्कान रखती है
माथे पर दुपट्टा लबों पे मुस्कान रखती है
Keshav kishor Kumar
तुम्हे शिकायत है कि जन्नत नहीं मिली
तुम्हे शिकायत है कि जन्नत नहीं मिली
Ajay Mishra
Khahisho ke samandar me , gote lagati meri hasti.
Khahisho ke samandar me , gote lagati meri hasti.
Sakshi Tripathi
बोल
बोल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आया पर्व पुनीत....
आया पर्व पुनीत....
डॉ.सीमा अग्रवाल
(15)
(15) " वित्तं शरणं " भज ले भैया !
Kishore Nigam
नारी नारायणी
नारी नारायणी
Sandeep Pande
जुगनू
जुगनू
Gurdeep Saggu
आखिर कब तक
आखिर कब तक
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
नन्ही मिष्ठी
नन्ही मिष्ठी
Manu Vashistha
शीर्षक - सच (हमारी सोच)
शीर्षक - सच (हमारी सोच)
Neeraj Agarwal
आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का पल होगा
आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का पल होगा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
2292.पूर्णिका
2292.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आपको हम
आपको हम
Dr fauzia Naseem shad
ਕਿਸਾਨੀ ਸੰਘਰਸ਼
ਕਿਸਾਨੀ ਸੰਘਰਸ਼
Surinder blackpen
कर्म रूपी मूल में श्रम रूपी जल व दान रूपी खाद डालने से जीवन
कर्म रूपी मूल में श्रम रूपी जल व दान रूपी खाद डालने से जीवन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
राखी है अनमोल बहना की ?
राखी है अनमोल बहना की ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
प्यारा-प्यारा है यह पंछी
प्यारा-प्यारा है यह पंछी
Suryakant Dwivedi
सतत् प्रयासों से करें,
सतत् प्रयासों से करें,
sushil sarna
झूठे सपने
झूठे सपने
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
राष्ट्र सेवा के मौनव्रती श्री सुरेश राम भाई
राष्ट्र सेवा के मौनव्रती श्री सुरेश राम भाई
Ravi Prakash
एतबार इस जमाने में अब आसान नहीं रहा,
एतबार इस जमाने में अब आसान नहीं रहा,
manjula chauhan
"सरकस"
Dr. Kishan tandon kranti
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
मैं पुरखों के घर आया था
मैं पुरखों के घर आया था
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
इंसान अपनी ही आदतों का गुलाम है।
इंसान अपनी ही आदतों का गुलाम है।
Sangeeta Beniwal
शर्तों मे रह के इश्क़ करने से बेहतर है,
शर्तों मे रह के इश्क़ करने से बेहतर है,
पूर्वार्थ
Loading...