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25 Jan 2024 · 1 min read

तुम्हे शिकायत है कि जन्नत नहीं मिली

तुम्हे शिकायत है कि जन्नत नहीं मिली
शुक्र अदा करो जनाब ग़ुरबत नहीं मिली

जो मिला उसी को सम्भाल लो अभी भी
कहते फिरोगे फिर कि फुरसत नहीं मिली

खोजते हो जाने किसको तुम उम्र भर
और शिक़वा भी ये कि चाहत नहीं मिली

बारीकियां तुमने इश्क़ की देखी अभी कहाँ
तुमको तो इश्क़ में कभी ज़िल्लत नहीं मिली

मैं भी नहीं होता इतना तल्ख़ क़सम से
क्या करूँ किसी से नज़ाक़त नहीं मिली

तुझको अपने अक़्स के जैसे पाया अजय
ख़ुद से झूठ कहने की ताक़त नहीं मिली

अजय मिश्र

Language: Hindi
88 Views
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