Sonu sugandh Language: Hindi 116 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sonu sugandh 23 Jul 2024 · 1 min read जिंदगी के अल्फा़ज अल्फा़ज भी जिंदगी की तरह हो गये तुटतें ही जा रहे है दरिया की तरह बहतें थे ख्यालों में बहतें बहतें दुर जा रहे है कोरें कागज पर खुशीयाँ ही... Hindi 61 Share Sonu sugandh 2 May 2024 · 1 min read दौर अच्छा आयेगा वक्त गुजर जायेगा देखना एक दिन सब सही हो जायेगा हालातों से लड़ हिम्मत को मत तोड़ उम्मीदों की मन में एक से एक कडी़ को जोड़ अच्छें वक्त का... Poetry Writing Challenge-3 73 Share Sonu sugandh 2 May 2024 · 1 min read सत्य की खोज मैं ही नहीं चला था राह में तूझें खोजनें सारा संसार निकल पड़ा है, है सत्य तु किस राह को निकल पडा़ है। धरती ढुंढी ,अंबर ढुंढा ,ढुंढा सारा पाताल... Poetry Writing Challenge-3 59 Share Sonu sugandh 24 Mar 2024 · 1 min read सत्य तेरी खोंज मैं ही नहीं चला था राह में तूझें खोजनें सारा संसार निकल पड़ा है, है सत्य तु किस राह को निकल पडा़ है। धरती ढुंढी ,अंबर ढुंढा ,ढुंढा सारा पाताल... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 1 73 Share Sonu sugandh 17 Feb 2024 · 1 min read Snap chat वाली दोस्त Snap chat पर तूझें catch किया तेरी मेरी यारी का रिश्ता match किया थोड़ी थोड़ी तूझ से बात हुयी छोटी सी एक मुलाकात हुयी पहली नज़र में ही तु भा... Poetry Writing Challenge-2 78 Share Sonu sugandh 17 Feb 2024 · 1 min read पहला ख्याल तु नहीं मेरा पर मेरा सा लगता है मेरी हर चींज पर हक तेरा सा लगता है जानें क्या है तेरे मेरे बीच में तू है तो दोस्त मेरा पर... Poetry Writing Challenge-2 109 Share Sonu sugandh 17 Feb 2024 · 1 min read खत ए ईश्क खत उसनें खोला भी नहीं और सब पढ़ लिया जो मैंने कहा भी नहीं सब वो उसनें सुन लिया दिल पर अपनें रख के हाथ धडकनें मेरी सुनता रहा सपनें... Poetry Writing Challenge-2 100 Share Sonu sugandh 17 Feb 2024 · 1 min read छौर कर लिया कि इस रूप में तु है या तुझ में ये रूप है कि इस रूप में तु है या तुझ में ये रूप है उदासी के अंधेरे में मुस्कुराहट की... Poetry Writing Challenge-2 103 Share Sonu sugandh 17 Feb 2024 · 1 min read निच्छल नारी एक टक एक पग सब करती है बिना आह किये सब का मन रखती है इसका करो ,उसका करो ,सब का करो खुद की खुशी छोडकर सब का भरो दो... Poetry Writing Challenge-2 63 Share Sonu sugandh 17 Feb 2024 · 1 min read गिरगिट सी दुनिया जिसनें जैसा चाहा वैसा अफसाना बना दिया सीधी सी बात को बातों का खजाना बना दिया थी उसकी और मेरी यारी तो सच्ची लोगों ने मोहब्बत का नजराना बना दिया... Poetry Writing Challenge-2 61 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read वजह.तुम हो गये वजह तुम हो गये, तुमसे नजरे मिलाने की। नैनो मे तेरे उतर जाने की। ख्यालों मे तेरे खो जाने की। वजह तुम हो गये, मेरे लबों के मुस्कुराने की। अश्कों... Poetry Writing Challenge-2 170 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read काश काश मैं बह सकता, बह जाता इन लहराती जुल्फों मे। गर मुझे मदहोश होना होता, हो जाता गुम तेरी मदमस्त आँखों मे। जै मैं खुश होता , देखकर तेरी मुस्कान... Poetry Writing Challenge-2 82 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read मरती इंसानियत इंसानियत अपनी खोता जा रहा है रिश्ते निभाना न पडे इसलिए अपनो से दुर होता जा रहा। जमीर और जज्बात उसके मरते जा रहे है सुबह की ताजा खबर समझ... Poetry Writing Challenge-2 87 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read जिंदगी थोडा कम थका ए जिन्दगी, मजबूर है हम ,मजदूर नहीं। खवाहिशें तो है बडी बडी, पूरी सभी होती नहीं। हसरतें सारी दबी रह गयी, जिम्मेदारी के अँधेरे तले। थोडा कम... Poetry Writing Challenge-2 83 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read सुरत सरताज चलकर गिरना,गिरकर उठना उठकर फिर से चलना..शायद ये अपने सूरत की कहानी है कभी भूकंप कभी महामारी तो कभी चारो तरफ यहाँ पानी ही पानी है... प्रकृति तुझे हर बार... Poetry Writing Challenge-2 76 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read तकिया बात भी तेरी गजब है अजब सा तेरा सफर है तन्हाई का तु हम सफर है बात भी तेरी गजब है। तु भी बडा आरामदायक होता है अकेले पन मे... Poetry Writing Challenge-2 79 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read विरह भो़र भई सांझ ढली समय ने ली अंगडाई जग सारा सोया थक कर हारा पर मोहे निंद न आई। खोज रही है पिया तोहे मेरी अंखिया। आऐ न बालम क्या... Poetry Writing Challenge-2 75 Share Sonu sugandh 28 Jan 2024 · 1 min read ईश्के इजहार मैं तुमसे प्यार करता हू नहीं इन्कार करता मन इस सच्चाई से क्यों सामने आता हैं केवल तुम्हारा ही अक्स क्यों खोज लेती हैं आँखें हजारों की भीड़ मे भी... Poetry Writing Challenge-2 78 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read पगड़ी सम्मान कह गये बुजुर्ग बडे़ गर जग में पाना ख्याति है मान रख लेना पाग़(पगडी) की चौखट घर की ही तीरथ काशी है । पग पग है चले पानें पाग़ का... Poetry Writing Challenge-2 56 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read मैं भी कृष्ण मेरे विरह को जाने जमाना वेदना को क्यों तु जाने ना मैनें प्रीत लगाई मिरा सी राधा मुझें क्यों मानें ना मैं यगाना नहीं हुँ के तेरे प्रेम का किनारा... Poetry Writing Challenge-2 126 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read श्याम वंदना हाथ जोड विनंती करु शरण म थाकी लीज़ो कृपा राखीयों सदा थाकी समय रहै किसौ। सुख दुख री चिंता नहीं सारी थारी माया है रूंह तने समर्पण है बाकी माटी... Poetry Writing Challenge-2 120 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read ईश्क अतरंगी रंग तेरे चहरें का जो लाल है वो मेरा ईश्क ए गुलाल है जो हो जाये ये गुलाबी बिन पिये ही हो जाऊ शराबी पीला तो क्या खुब जचता है... Poetry Writing Challenge-2 103 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 2 min read सुख की खोज़ ऐ "सुख" तू कहाँ मिलता है क्या तेरा कोई पक्का पता है क्यों बन बैठा है अन्जाना आखिर क्या है तेरा ठिकाना। कहाँ कहाँ ढूंढा तुझको पर तू न कहीं... Poetry Writing Challenge-2 54 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read तेरा चहेरा नज़र आता है हर एक चहरें में मुझें तेरा चहेरा नज़र आता है मोहब्बत ऐसी के तुझमें खुदा नज़र आता है। जिस गुज़रगाह को चलु मैं, मंजिल में तु यार नजर आता है... Poetry Writing Challenge-2 72 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read दीद की आस वो पहली नज़र का दीदार उसके बारे में जाननें को दिल बेताब कौन है कहाँ से आये , कहाँ रहते है पुरे दिन यहीं ख्याल रहा था उसकी मुस्कुराहट देखनें... Poetry Writing Challenge-2 82 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read ईश्क वाली दोस्तीं तुम पहले मिली होती तो कोई बात होती तिरी मिरी दोस्ती की एक किताब होती। तिरी मिरी यारी के कई फ़साने होते एक दुजें के हम दिवानें होते रिश्तें हमारी... Poetry Writing Challenge-2 1 112 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read कविता *हाथ में कलम और मन में ख्याल Morning का mode Work का load Relief की शाम Stress और थकान बातों वाली रात दिन भर की मुलाकात समय समय के हालात... Poetry Writing Challenge-2 59 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read श्याम रुप छवि *मैं चाहु भी तो वो अल्फाज न लिख पाऊं तेरे रुप की छवि का जज्बात न लिख पाऊं इतना बैइंतहा खो गया तेरे नैनों में तेरे सँवरनें का श्रृंगार न... Poetry Writing Challenge-2 43 Share Sonu sugandh 24 Jan 2024 · 1 min read श्याम नाम *अंग अंग में मारे रमाय गयो* *मारो श्याम मेरे में समाय गयो* *जब से मैं थारे पर वारी होगी* *लोभी जग से न्यारी होगी* *जपु मैं तो बस नाम थारो*... Poetry Writing Challenge-2 60 Share Sonu sugandh 14 Jan 2024 · 1 min read कविता हाथ में कलम और मन में ख्याल Morning का mode Work का load Relief की शाम Stress और थकान बातों वाली रात दिन भर की मुलाकात समय समय के हालात... Hindi 98 Share Sonu sugandh 7 Oct 2023 · 1 min read Ishq gunah है लाख बुराई मुझ में लेकिन तूझ से मैं अच्छा रहा बोलता रहता बहुत बार झूठ , पर तूझ से मैं सच्चा रहा नहीं थी परवाह कभी किसी की ,... Hindi 1 140 Share Sonu sugandh 20 Jul 2023 · 2 min read Who is your true friend ?? निदा फाज़ली का एक शेर है हर तरफ़ हर जगह बैसुमार "आदमी" ,फिर भी तन्हाइयों का शिकार "आदमी"। आज के समय का यही वास्तविक सच है । आज के समय... Hindi 237 Share Sonu sugandh 6 Apr 2023 · 1 min read श्रृंगार दर्शन मैं चाहु भी तो वो अल्फाज न लिख पाऊं तेरे रुप की छवि का जज्बात न लिख पाऊं इतना बैइंतहा खो गया तेरे नैनों में तेरे सँवरनें का श्रृंगार न... Hindi 237 Share Sonu sugandh 4 Feb 2023 · 1 min read ख्वाहिश नहीं हसरतें नहीं जिंदगी में कोई ख्वाहीशें भी बैजां सी हो गयी ख्वाब अब आतें ही नहीं नींदों में नींदें तो जैसे रात से दुर हो चली जानें क्यों काट रहा... Hindi 127 Share Sonu sugandh 9 Jan 2023 · 1 min read सोनु के अल्फा़ज बात ये नहीं है कि कुछ बताता नहीं बताता तो हुँ पर कुछ जताता नहीं। दर्द सोनु के दिल का कुछ ऐसा है खुद के पास रखता हुँ सुनाता नहीं।... Hindi 102 Share Sonu sugandh 9 Jan 2023 · 1 min read इश्क वाली दोस्ती तुम पहले मिली होती तो कोई बात होती तिरी मिरी दोस्ती की एक किताब होती। तिरी मिरी यारी के कई फ़साने होते एक दुजें के हम दिवानें होते रिश्तें हमारी... Hindi 225 Share Sonu sugandh 12 Oct 2022 · 1 min read शायरी सुंदरता का मुकाबला अपनें पुरे शबाब पर होगा आज एक चांद दुसरे चांद के इंतजार में होगा Hindi 174 Share Sonu sugandh 8 Aug 2021 · 1 min read गज़ल हर एक चहरें में मुझें तेरा चहेरा नज़र आता है मोहब्बत ऐसी के तुझमें खुदा नज़र आता है। जिस गुज़रगाह को चलु मैं, मंजिल में तु नजर आता है कु़र्ब़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 575 Share Sonu sugandh 3 Feb 2021 · 1 min read ईशक @पहले एहसास का बुखार बात उन दिनों कि जब महा विधालय मे मेरा आगमन हुआ, स्कूल मे पढाई के अलावा कही ध्यान न था, अपनी ही सहपाठी का भान न था। नैन से नैन... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 42 503 Share Sonu sugandh 26 Jan 2021 · 1 min read नींद कहाँ है ऐ नींद तु कहाँ जाती है रात आकर चली जाती है तु कहाँ रह जाती है ठंडी हवाओं की गवाह है गरम कंबल की पनाह है आँखें देख तेरी राह... Hindi · कविता 1 1 262 Share Sonu sugandh 3 Jan 2021 · 1 min read तेरा अक्स वो लहरों सी बहती रही वो हवाओँ सी चलती रही बिना कोई शौर के भी एक शौर सा है शांत समंदर का तुफानी छोर सा है गहराई इसकी भर के... Hindi · कविता 1 2 332 Share Sonu sugandh 3 Jan 2021 · 1 min read बात बहुत है। कहनें को तो यार बहुत है करू किस से बात करने को बात बहुत है सुनते तो है सभी पर समझें जो हालात वो जज्बात बहुत है मिरे दर्द की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 289 Share Sonu sugandh 2 Jan 2021 · 1 min read भीतर का दर्द भीतर एक गहरा सा घना अंधेरा, व्याकुल मन उदास बैचेन सा कुछ हँसती हँसी भी मानों मुझ पर खुश है केसा ये बता कैसा जीवन यार की बारात में कौन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 274 Share Sonu sugandh 2 Jan 2021 · 1 min read जागो अब जागो क्यों अपने अस्तित्व को गाड़ रहा है हिन्दु होकर हिन्दुत्व को मार रहा है सब मिलकर एक जुट नहीं हो एक एक करके टुट रहे हो अपनी ही संस्कृति से... Hindi · कविता 307 Share Sonu sugandh 2 Jan 2021 · 1 min read कोरोना कहर हर मंजर देखो शहर का कैसा हो रहा है शहर का शहर जैसे बंजर हो रहा है मिट्टी का आदमी मिट्टी में समा रहा है अकेले आया था जो अकेले... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 27 561 Share Sonu sugandh 2 Jan 2021 · 1 min read मैं भी कृष्ण मेरे विरह को जाने जमाना वेदना को क्यों तु जाने ना मैनें प्रीत लगाई मिरा सी राधा मुझें क्यों मानें ना मैं यगाना नहीं हुँ के तेरे प्रेम का किनारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 5 297 Share Sonu sugandh 1 Jan 2021 · 1 min read कान्हा तु काहे सतायें कान्हा तु काहें सताय* जब जब तेरी याद है आये गोपीयों संग है राधा नाचे नाचे सब तुझ में होकर समाय हो कान्हा तु काहें सताय हो कान्हा तु काहें... Hindi · कविता 2 9 370 Share Sonu sugandh 1 Jan 2021 · 1 min read मेरे श्याम हाथ जोड विनंती करु शरण म थाकी लीज़ो कृपा राखीयों सदा थाकी समय रहै किसौ। सुख दुख री चिंता नहीं सारी थारी माया है रूंह तने समर्पण है बाकी माटी... Hindi · शेर 1 2 308 Share Sonu sugandh 1 Jan 2021 · 1 min read शायरी दो घुंट जाम में वो नशा कहाँ जो नशा तेरे प्यार में है दो घुंट जाम में वो नशा कहाँ जो नशा तेरे प्यार में है शराब से तो लडखडाते... Hindi · शेर 341 Share Sonu sugandh 17 Jul 2019 · 1 min read तेरा ख्याल अक्सर जब भी मन मे ये ख्याल आता है तो दिल मे ये सवाल आता है तुम न होते तो मेरा क्या होता । ये एहसास, ये जज्बात न होते... Hindi · कविता 1 285 Share Page 1 Next