Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jan 2021 · 1 min read

तेरा अक्स

वो लहरों सी बहती रही
वो हवाओँ सी चलती रही
बिना कोई शौर के भी एक शौर सा है
शांत समंदर का तुफानी छोर सा है
गहराई इसकी भर के आँखों में
मुस्कान लिये अपनी हर बातों में
छोड कर निशां तेरे अक्स का
दुर जो जाती तुम हो
सागर को भी बहुत याद आती तुम हो।

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 298 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sonu sugandh
View all
You may also like:
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
गुप्तरत्न
आलोचना - अधिकार या कर्तव्य ? - शिवकुमार बिलगरामी
आलोचना - अधिकार या कर्तव्य ? - शिवकुमार बिलगरामी
Shivkumar Bilagrami
*ईर्ष्या भरम *
*ईर्ष्या भरम *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अजीब बात है
अजीब बात है
umesh mehra
पूर्बज्ज् का रतिजोगा
पूर्बज्ज् का रतिजोगा
Anil chobisa
गुज़िश्ता साल
गुज़िश्ता साल
Dr.Wasif Quazi
#नहीं_जानते_हों_तो
#नहीं_जानते_हों_तो
*Author प्रणय प्रभात*
"बादल"
Dr. Kishan tandon kranti
भाईचारे का प्रतीक पर्व: लोहड़ी
भाईचारे का प्रतीक पर्व: लोहड़ी
कवि रमेशराज
कोरा कागज और मेरे अहसास.....
कोरा कागज और मेरे अहसास.....
Santosh Soni
टूटने का मर्म
टूटने का मर्म
Surinder blackpen
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी किरदार है
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी किरदार है
Neeraj Agarwal
*ऋषि (बाल कविता)*
*ऋषि (बाल कविता)*
Ravi Prakash
तुम ये उम्मीद मत रखना मुझसे
तुम ये उम्मीद मत रखना मुझसे
Maroof aalam
2663.*पूर्णिका*
2663.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दानी
दानी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
शाम
शाम
Kanchan Khanna
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
दरोगवा / MUSAFIR BAITHA
दरोगवा / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मेरे दिल की हर इक वो खुशी बन गई
मेरे दिल की हर इक वो खुशी बन गई
कृष्णकांत गुर्जर
हर दर्द से था वाकिफ हर रोज़ मर रहा हूं ।
हर दर्द से था वाकिफ हर रोज़ मर रहा हूं ।
Phool gufran
नहीं जा सकता....
नहीं जा सकता....
Srishty Bansal
यलग़ार
यलग़ार
Shekhar Chandra Mitra
चल अंदर
चल अंदर
Satish Srijan
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
sushil sarna
जीवन
जीवन
नवीन जोशी 'नवल'
हाइकु
हाइकु
अशोक कुमार ढोरिया
प्रश्न –उत्तर
प्रश्न –उत्तर
Dr.Priya Soni Khare
लहरों पर चलता जीवन
लहरों पर चलता जीवन
मनोज कर्ण
चैन क्यों हो क़रार आने तक
चैन क्यों हो क़रार आने तक
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...