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2 Jan 2021 · 1 min read

मैं भी कृष्ण

मेरे विरह को जाने जमाना
वेदना को क्यों तु जाने ना
मैनें प्रीत लगाई मिरा सी
राधा मुझें क्यों मानें ना
मैं यगाना नहीं हुँ के
तेरे प्रेम का किनारा हो जाऊं
तकमील कर दे मुझें
तेरे प्रेम का सहारा हो जाऊं
रंग दे मुझें तेरे रंग में ऐसे
रंग दे मुझें तेरे रंग में ऐसे
जब भी देखुँ खुद को आइने में
मैं भी कृष्ण हो जाऊं
मैं भी कृष्ण हो जाऊं।

2 Likes · 5 Comments · 261 Views
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