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2 Jan 2021 · 1 min read

जागो अब जागो

क्यों अपने अस्तित्व को गाड़ रहा है
हिन्दु होकर हिन्दुत्व को मार रहा है
सब मिलकर एक जुट नहीं हो
एक एक करके टुट रहे हो
अपनी ही संस्कृति से छुट रहे हो
लोभ और मिथ्या में डुब रहे हो
अपनें लोगों को ही लुट रहे हो ।
सनातन सत्य जो सदा रहा
उस पर मिथ्या का आरोप है
अधर्म की राह पर चल रहा
ये कैसा तेरा लोभ है ।
कमी तेरी एकता की
सदा तुझें गुलाम बनाती है
राज कराती है बाहर के धर्म को
खूद से अधर्म कराती है ।
जाग जा अब तो तु ए हिन्दु
छोड लालच और लोभ का मोह
अपना ले अपनों को तु
उनसे न नाता तोड़ ।
जाग जा अब तो तु ए हिन्दु
छोड लालच और लोभ का मोह
एक एक खत्म हो जायेगा सनातन तेरा
बचेगा न तु किसी भी छोर
रख अपनें धर्मों की मर्यादा
मर्यादा पुरुषोत्तम राम तु होगा
नहीं भटकेगा राम अपनी नगरी को
सब के दिल में उसका वास होगा।
नहीं भटकेगा राम किसी नगरी को
सब के दिल में उसका वास होगा।

Language: Hindi
270 Views
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