सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' Tag: गीत 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 28 Dec 2021 · 1 min read एक दिन छोड़ी के खतोना चलि जइबू चिरई एक दिन छोड़ी के खतोना चलि जइबू चिरई। एहि माया के नगरिया फेरु ना अइबू चिरई। महल अटारी कुछऊ साथ नाहिं जाई। रह जाई इहवें माल दउलत कमाई। देखिहऽ अंत... Bhojpuri · गीत 1 322 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 26 Oct 2021 · 1 min read जीवन से रुसवाई गीत दिल की हालत किसे बताएँ, समझ न आता भाई। घायल कर देती है हमको, अपनी ही परछाई। माटी के पिंजरे पर देखो, इठलाता है तोता। विमुख हुआ यदि सत्य... Hindi · गीत 316 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 26 Oct 2021 · 1 min read वर्षगांठ है आजादी की, उत्सव खूब मनाओ। मातृभूमि पर मिटने वाले, वीरों के गुण गाओ। वर्षगांठ है आजादी की, उत्सव खूब मनाओ। ब्रिटिश हुकूमत की हाथों में, पराधीन थी माता। तड़प रही थी माता सम्मुख, पुत्र कहाँ... Hindi · गीत 2 1 352 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 24 Oct 2021 · 1 min read चान निहारे चान माथे पर बा बिंदी टीका, ओठे पर मुस्कान। अद्भुत बा संयोग धरा पर, चान निहारे चान। साजन सम्मुख रहें हमेशा, बनल रहो ई प्यार। दुख-सुख अश्क खुशी नारी के, साजन... Bhojpuri · गीत 1 406 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 19 Sep 2021 · 1 min read लोभ मोह की ओढ़ चुनरिया, मैं मूरख अझुराया। 28 मात्रिक गीत संकट में है नाव हमारी, प्रभुजी पार लगाओ। मैं अबोध बालक अज्ञानी, सत्य राह दिखलाओ। शुष्क मरुस्थल वृक्ष रिक्त यह, पथरीली हैं राहें। भवसागर तुम पार करा... Hindi · गीत 2 1 396 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 13 Sep 2021 · 1 min read हिंदी के हत्यारे गीत। *************************************** हम सब हिंदी भाषी ही तो, हिंदी के हत्यारे हैं। निज भाषा शर्मिंदा करती, बोल विदेशी प्यारे हैं। उस थाली में छेद करें हम, खाते हैं जिस थाली... Hindi · गीत 3 2 540 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 13 Sep 2021 · 1 min read देशभक्ति गीत देशभक्ति गीत लावणी छंद पर आधारित मातृभूमि पर न्योछावर अब, हमरो सुबहो-शाम रही। जबतक सागर रही हिमालय, हिन्द देश के नाम रही। वीरभूमि भारत के जननी, वीर पूत जनमावे ली।... Bhojpuri · गीत 2 1 535 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 23 Aug 2021 · 1 min read राहि जोहेले छोटकी तोहार भइया राखी गीत आइल राखी के पावन तिहुआर भइया। राहि जोहेले छोटकी तोहार भइया। जेठ, अषाढ़ बितल आ गइल सावन। सावन के पूर्णिमा हऽ शुभऽ दिन पावन। भूलि जइहऽ ना हमरो... Bhojpuri · गीत 289 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 19 Aug 2021 · 1 min read हम हैं भारतवासी विधा - गीत मात्राभार - 16+12 = 28 सीधे सच्चे दिल के अच्छे, हम हैं भारतवासी। रग-रग में है गंगा यमुना, घर-घर में है काशी। इक दूजे के सुख-दुख में... Hindi · गीत 2 193 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 15 Aug 2021 · 1 min read चलऽ ना घुमा दऽ शहरिया पिया शक्ति छंदाधारित गीत चलऽ ना घुमा दऽ शहरिया पिया। बड़ा नीक लागे बजरिया पिया। जिलेबी, मिठाई, खिआ दऽ सजन। निरहुआ क पिक्चर दिखा दऽ सजन। नथुनिया गढ़ा दऽ, उधारे भले-... Bhojpuri · गीत 1 1 467 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 12 Aug 2021 · 1 min read माँ माँ की ममता का इस जग में, मोल नहीं है भाई। बेटा चाहे जैसा भी हो, माई होती माई। लाज शर्म सब त्याग तुझे वह, इस जग में लाती है।... Hindi · गीत 2 2 431 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 5 Aug 2021 · 1 min read शिव के गीत सावन में भोला की नगरी, भींड भइल बा भारी। दर्शन खातिर भक्तगणन में, होला मारा-मारी। तन प गेरूआ बस्तर अरुरी, मन में शम्भू दानी। बम-बम शिव के नारा खाली, मुख... Bhojpuri · गीत 257 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 3 Aug 2021 · 1 min read देशभक्ति सोहर देशवा ई सोना के चिरइया त, हीरा उगवइया नू हो। ए ललना दुश्मन विदेसी लुटवइया त, माटी मिलवइया नू हो। तड़पत कुहुकत धरती त, लोरिया बहावसूँ हो, ए ललना कइलस... Bhojpuri · गीत 481 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 13 Jul 2021 · 1 min read सोहर आजु हमरे बेटी के छठियार के अवसर पर हमार लिखल सोहर------ अँगना में बेइली फूलइली, चमेली फफनइली नू हो। ऐ बबुनी---- महके ला घरवा दुअरवा, अँगन उठे सोहर हो। सगरो... Bhojpuri · गीत 391 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 12 Jul 2021 · 1 min read आइल बहार पिया ना आयोजन:- पारम्परिक लोकगीत लेखन विधा-कजरी __________________________________________ पड़े सावन के रिमझिम फुहार पिया, आइल बहार पिया ना। ढऽ लऽ गाड़ी तू जल्दी हमार पिया, आइल बहार पिया ना। बहे पुरुआ बयार,... Bhojpuri · गीत 1 2 533 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 10 Jul 2021 · 1 min read भटनी शहर में ना विधा-कजरी तू त चलि गइलऽ भटनी शहर में। राति के पहर में ना। हमके छोडि के किराया के घर में, ठीक दुपहर में ना। कहत रहलऽ करब केयर, छोडि के... Bhojpuri · गीत 256 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 10 Jul 2021 · 1 min read गम खुशी के मध्य में समतल तुला रखना एक गीत और- गम खुशी के मध्य में समतल तुला रखना। हो सके तो दर्द से कुछ फासला रखना। दर्द गम सहना पड़ेगा जिंदगी है जी। श्वांस का उपहार जबतक... Hindi · गीत 1 2 359 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 10 Jul 2021 · 1 min read रोपनी गीत आयोजन-लोकगीत मानीं कहलका, मकई दीं बोई। रोपनियाँ ए सइयाँ, हमसे ना होई। मरिचा नियन लागे बरखा के घाम हो। बरखा के घाम पिया, बरखा के घाम हो------ लागता जर जाई... Bhojpuri · गीत 299 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 7 Jul 2021 · 1 min read दर्द का यह काफिला प्यार उनसे कर के मुझको, क्या बताएँ क्या मिला। अब कहाँ जाने रुकेगा, दर्द का यह काफिला। जान कहते थे मुझे जो, जान लेकर चल दिए। प्यार का सपना दिखाए,और... Hindi · गीत 2 529 Share सन्तोष कुमार विश्वकर्मा 'सूर्य' 7 Jul 2021 · 1 min read जल विधा-गीत व्यर्थ इसे करता है जो, उसकी नादानी है। जल ही जीवन है धरती पर, अमरित पानी है। भर डाले सब कूप पोखरा, जंगल काट दिए। पर्यावरण बिगाड़ दिए अरु,... Hindi · गीत 1 215 Share