SAGAR Language: Hindi 93 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid SAGAR 11 Jan 2023 · 10 min read किरदार बारहवीं का परीक्षा परिणाम आ चुका था । पास होने के बाद शहर के कॉलेज में दाखिला लेने की उत्तेजना समीर के मन में हिलौरे ले रही थी जो उसके... Hindi · कहानी 2 287 Share SAGAR 4 Oct 2020 · 1 min read कौन कहता है बदल जाता हूँ मैं रास्ते अपने बदल जाता हूँ मैं बहते दरिया सा निकल जाता हूँ मैं हाथ से वो ज़ाम दे या ज़ह्र दे प्यार में सबकुछ निगल जाता हूँ मैं जो पिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 281 Share SAGAR 20 Sep 2020 · 1 min read हिज़्र में उसकी मर नहीं गया मैं हिज़्र में उसकी मर नहीं गया मैं टूट कर भी बिखर नहीं गया मैं रात भर चाँद तारे ही देखे रात भर अपने घर नहीं गया मैं छोड़ आया था... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 496 Share SAGAR 26 Aug 2020 · 1 min read सोच समझ इल्जाम लगा दे सोच समझ इल्ज़ाम लगा दे सब कुछ मेरे नाम लगा दे दिल के टुकड़े बेच रहा हूँ इनका कोई दाम लगा दे अहसाँ तेरा होगा मुझ पर महफिल में इक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 414 Share SAGAR 14 Aug 2020 · 1 min read उसी पे फिर से मेरे दिल ने ऐतबार किया 1212-1122-1212-22/112 उसी पे फिर से मेरे दिल ने ऐतबार किया कि ज़िंदगी को मेरी जिसने खाकसार किया/1 नसीब में वो हमारे नहीं था फिर भी क्यों उसी से प्यार किया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 5 383 Share SAGAR 6 Aug 2020 · 1 min read रात गज़ब थी वो सावन की 22 22 22 22 रात ग़ज़ब थी वो सावन की लूट गई नज़रे रहजन की बूंद पड़ी उसके तन पर तो आग लगी उसपे जौबन की बादल गरजे बिजली चमके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 352 Share SAGAR 6 Aug 2020 · 1 min read आज तस्वीर से बात की आज तस्वीर से बात की अपनी उस हीर से बात की/1 क्यों मयस्सर नहीं वो मुझे रूठी तकदीर से बात की/2 ज़ख्म सीने में क्यों कर गया नज़रों के तीर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 5 581 Share SAGAR 8 Jul 2020 · 1 min read भूलना मुमकिन नहीं उस धोखे और गलवान को ----------2122-2122-2122-212-------------- भूलना मुमकिन नहीं उस धोखे और गलवान को हम दिखा देंगे यहाँ औकात उस शैतान को/1 हल्के में कोई न लेना जंग के ऐलान को हम हथेली पर लिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 322 Share SAGAR 30 Jun 2020 · 1 min read जीत कर जिससे मैं हारा था कभी जीत कर जिससे मैं हारा था कभी जिंदगी से भी वो प्यारा था कभी बन गया है अजनबी सा आज जो मीत वो भी तो हमारा था कभी दौड़कर दरवाजे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 346 Share SAGAR 20 Jun 2020 · 1 min read कोई जगह नहीं दिल में किसी भी डर के लिए कोई जगह नहीं दिल में किसी भी डर के लिए वतन की मिट्टी ही सब कुछ है मेरे सर के लिए अँधेरा करके यहाँ कुछ पलों का जीवन में ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 3 506 Share SAGAR 15 Jun 2020 · 1 min read भुलाया न गया 2122-1122-1122-22/112 मसअला इश्क़ का था सब को बताया न गया राज़ गहरा था बहुत पर्दा उठाया न गया जुर्म करने पे यकीनन ही सज़ा मिलती है तेरे बोसे का निशां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 349 Share SAGAR 9 Jun 2020 · 1 min read उभरा हुआ ये दर्द ठहरता नहीं है क्यों उभरा हुआ ये दर्द ठहरता नहीं है क्यों वो बेवफ़ा नज़र से उतरता नहीं है क्यों जो वक्त बेरहम हो गुजरता नहीं है क्यों मिलता है ज़ख्म गहरा वो भरता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 294 Share SAGAR 7 Jun 2020 · 1 min read वो तेरा अहले दिल वो तेरा हुजूर देखूँ वो तेरा अहले दिल वो तेरा हुजूर देखूँ जो अब मिला है मेरे बदले जरूर देखूँ हरगिज़ नहीं झुकेंगे कहते थे ज़िदगी में कितना बचा है उनका अब तक गुरूर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 323 Share SAGAR 4 Jun 2020 · 1 min read खूबसूरत है ये आफरीं ज़िंदगी साँस का सिलसिला ही नहीं ज़िंदगी खूबसूरत है ये आफरीं जिंदगी हार जाते हैं खुद से अगर हम कहीं ख़त्म हो जाती है फिर वहीं ज़िदगी गम अगर हैं खुशी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 229 Share SAGAR 4 Jun 2020 · 1 min read जमा थे जो पत्थर वो हथियार निकले जमा थे जो पत्थर वो हथियार निकले यहाँ रहने वाले ही गद्दार निकले बचाने जो आए थे इस देश को अब वो खुद ही तो चोरों के सरदार निकले कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 331 Share SAGAR 3 Jun 2020 · 1 min read बाज बनकर अब मिलेंगे कुछ परिंदे देखना बाज बनकर अब मिलेंगे कुछ परिंदे देखना है इरादा आसमां छू के रहेंगे देखना ज़िंदगी में अपना मकसद पाना ही है ज़िंदगी हौसला इतना बढ़ा के मर मिटेंगे देखना ऊँट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 373 Share SAGAR 1 Jun 2020 · 1 min read कह रहा है यार तेरा कह रहा है यार तेरा था दिखावा प्यार तेरा मीठी बोली बोलती हो लहजा है हथियार तेरा इतना सुनकर मैं हूँ हैरां झूठा था किरदार तेरा धोखा था फितरत में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 313 Share SAGAR 31 May 2020 · 1 min read प्यारा नहीं कोई अब आदमी को आदमी प्यारा नहीं कोई ताकीद मिल रही है तुम्हारा नहीं कोई मुश्किल में हो अगर तो निकलना पड़ेगा खुद अपनों की भीड़ फिर भी सहारा नहीं कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 386 Share SAGAR 30 May 2020 · 1 min read कमाल और भी हैं 1212-1122-1212-22/1122 हमें तुम्हारे अलावा खयाल और भी हैं कि जिंदगी में बहुत से बवाल और भी हैं गुमान जिनको हुआ है, हैं खूबसूरत वो बता दो दुनिया में उनसे जमाल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 322 Share SAGAR 29 May 2020 · 1 min read बरसात करनी है --------- ग़ज़ल----------- 221-2121-1221-212 ए अब्र तू ठहर जा मुलाकात करनी है सूखा पड़ा है सहरा ये बरसात करनी है अरमान कितने दिल में रखे हैं संभाल कर जब भी मिलेंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 373 Share SAGAR 26 May 2020 · 1 min read राम भी होगा कोई रावण है दुनिया में कोई तो राम भी होगा भलाई जिनका मकसद है, भला ही काम भी होगा किसी को जख्म देकर लोग हँसते हैं भलाई पर बुराई का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 278 Share SAGAR 25 May 2020 · 1 min read सहर न हो वो ख्वाब में जो आएं किसी को खबर न हो इक रात वस्ल के मिले जिसकी सहर न हो दुनिया में एक चेहरा ही भाता है क्यों हमें मिलने की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 283 Share SAGAR 21 May 2020 · 1 min read मुहब्बत की खुशबू बिखरने दो यारो मुहब्बत की खुशबू बिखरने दो यारो ये तितली गुलो पर ही उड़ने दो यारो ज़माने का डर है जो मिलते नहीं हैं नज़र मिल रही है तो मिलने दो यारो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 263 Share SAGAR 19 May 2020 · 1 min read घर कछ नहीं मुफ़लिसी का दौर है, घर कुछ नहीं दोस्त अच्छा हूँ मगर, ज़र कुछ नहीं कल को क्या होगा ख़ुदा जाने मेरा अब तलक मुझको मयस्सर कुछ नहीं ये अगर सब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 453 Share SAGAR 16 May 2020 · 1 min read किसे खबर थी मुलाकात भी हो जाएगी किसे खबर थी मुलाकात भी हो जाएगी मिलेंगे और कभी बात भी हो जाएगी बहार खिलने लगेंगी खिज़ा के मौसम में यूँ तपते सहरा में बरसात भी हो जाएगी अगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 268 Share SAGAR 15 May 2020 · 1 min read बता ऐ ज़िंदगी मेरी खता क्या बता ऐ ज़िंदगी मेरी खता क्या मुझे गम के सिवा कुछ भी मिला क्या ज़रा सी बात पर ही छोड़ दे जो भला उससे रखें कुछ राबता क्या जहाँ दो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 541 Share SAGAR 6 May 2020 · 1 min read सब के सब खुदा थे कहाँ इंसाँ थे सब के सब खुदा थे न सूरत थी न कोई चेहरा थे चले थे भीड़ बनकर रास्तों पर सहारा बनते क्या वो खुद हवा थे मिला क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 488 Share SAGAR 6 May 2020 · 1 min read काबिल नहीं मिलता है मजबूरी हवाओं की कोई बातिल नहीं मिलता मिलाते हाथ हैं उनसे भी जिनसे दिल नहीं मिलता यकीं करना भी मुश्किल है ज़माने में कहाँ जाएं भरोसा गर करो जिस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 278 Share SAGAR 30 Apr 2020 · 1 min read खेल झाँसे का था ये खेल झाँसे का था इश्क तो बहाना था मेरा ही तीर था और ख़ुद मैं ही निशाना था न वक़्त ठहरा कभी ज़िंदगी भी चलती रही चले गए वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 496 Share SAGAR 30 Apr 2020 · 1 min read आँखों में आब कौन रखे अपनी आँखों में आब कौन रखे दर्दो ग़म का हिसाब कौन रखे उसकी आँखें गज़ब नशीली हैं पास अपने शराब कौन रखे ज़िंदगी ने सिखाया है इतना क्या पढ़ें अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 232 Share SAGAR 30 Apr 2020 · 1 min read खेत खेत सोना उपजे हैं, गरीब रहे किसान । खूब कालाबाज़ारी, नहीं किसी का ध्यान ।। Hindi · दोहा 2 285 Share SAGAR 30 Apr 2020 · 1 min read किसान पेट भर सारे जग का, भूखा रहे किसान । इस से बढ़ कर है नहीं, धरती पर भगवान ।। Hindi · दोहा 2 526 Share SAGAR 30 Apr 2020 · 1 min read मजदूर कोई काम मिला नहीं, क्या करता मजदूर । घर में न सूखी रोटी, भूख करे मजबूर ।। Hindi · दोहा 1 284 Share SAGAR 28 Apr 2020 · 1 min read यूँ न समझो के मुहब्बत है उन्हें यूँ न समझो के मुहब्बत है उन्हें देख कर हँसने की आदत है उन्हें मुस्कुरा के आज फिर गुजरे हैं वो आज फिर कोई जरूरत है उन्हें कौन पकड़े रोज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 565 Share SAGAR 28 Apr 2020 · 1 min read ईंटों का ढाँचा घर नहीं होता सही हो वक़्त तो फ़िर कोई डर नहीं होता अँधेरी रात में अच्छा सफ़र नहीं होता हजार दूरियां मिलती हैं एक छत के तले हरेक ईंटों का ढाँचा भी घर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 264 Share SAGAR 26 Apr 2020 · 1 min read ऐसा भी कुछ होता है क्या ऐसा भी कुछ होता है क्या हँसने वाला रोता है क्या जिसको पहला प्यार हुआ हो दोबारा फिर होता है क्या माला बेच रहा फूलों की सारे फूल पिरोता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 503 Share SAGAR 25 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल में मिली हो दाद सबकी जब ग़ज़ल में सभी का दर्द है मतलब ग़ज़ल में कभी भी डूबकर गर तुम सुनोगे मिलेगा अक्स कोई तब ग़ज़ल में लगे हैं मुँह फिराने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 513 Share SAGAR 24 Apr 2020 · 1 min read पार झरनों के पार झरनों के कोई दुनिया बसा कर देखना चाँद तारों में नया इक घर बना कर देखना सब परिंदे उड़ गए तो ये शज़र फिर क्या करे हिज़्र के इस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 600 Share SAGAR 24 Apr 2020 · 1 min read एक वादा था हमारा सामना फिर से अगर हो तो भला क्या कीजिए क्या सजा दे बेवफा को फैसला क्या कीजिए ये जमाना छोड़ आए जिसकी खातिर दोस्तो छोड़ कर फिर भी गया वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 400 Share SAGAR 24 Apr 2020 · 1 min read बेवफ़ा को भूल जाना बेहतर है बेवफ़ा को भूल जाना बेहतर है गम छुपाकर मुस्कुराना बेहतर है बेकदर हो जाओ नजरों में किसी की तो वहाँ से लौट आना बेहतर है कोई नज़रों से पिलाए जाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 218 Share SAGAR 24 Apr 2020 · 1 min read राज़ दिल का हमें बताना है राज़ दिल का हमें बताना है बात करना तो इक बहाना है मेरी दुनिया सँवारने वाले अब तुझे ज़िंदगी में लाना है पूछते हैं कहाँ मैं रहता हूँ दिल में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 282 Share SAGAR 24 Apr 2020 · 1 min read बताया करो बेरुखी हो अगर तो बताया करो हर घड़ी मुँह न अपना फुलाया करो इस हँसी से ही लगते हो इंसान तुम झूठ थोड़ा सही मुस्कुराया करो खूब अच्छा लगेगा मुझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 519 Share SAGAR 24 Apr 2020 · 1 min read अब क्या करें शाम भी है बेअसर अब क्या करें रात भी अपने डगर अब क्या करें ज़िंदगी जिसकी दिवानी हो चली मिल न पाई वो नज़र अब क्या करें आँखों से उनकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 512 Share SAGAR 24 Apr 2020 · 1 min read हिसाब क्या रखना आँसुओं का हिसाब क्या रखना ज़ख़्म है तो हिजाब क्या रखना राज़ खुल ही गए ज़माने में चेहरे पर नकाब क्या रखना ज़िंदगी दोस्तों से होती है दोस्त हैं तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 509 Share SAGAR 24 Apr 2020 · 1 min read Edit याद अब कुछ भी नहीं है एक मंजर के सिवा हर जगह मैं ढूंढता हूँ खुद को अन्दर के सिवा मुश्किलों ने मार डाला जी रही है ज़िंदगी आदमी में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 513 Share SAGAR 24 Apr 2020 · 1 min read कोरोना बीमारी अमीर लाए बिमारी विदेश में जा कर गरीब मर रहा है बोझ सिर पर उठा कर तलाश है अभी तो छत की आसमां के तले वो थक गया है ज़माने... Hindi · कविता 1 266 Share SAGAR 24 Apr 2020 · 1 min read झलक दिखा के न यूँ बेकरार कर मुझको फ़िज़ा बहार की है तो बहार कर मुझको झलक दिखा के न यूँ बेकरार कर मुझको खुली किताब के जैसी है ज़िंदगी मेरी कभी तो देखिए चश्मा उतार कर मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 288 Share SAGAR 24 Apr 2020 · 1 min read लहजा बता देगा है गहरा कितना ये रिश्ता सुनो लहज़ा बता देगा मुझे तेरा बता देगा तुझे मेरा बता देगा जमीं पर मिल्कियत का अपनी दावा करने वाले सुन लिखा है नाम जिसके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 277 Share SAGAR 20 Apr 2020 · 1 min read रास नहीं आता हमें क्या कहें कहना भी कुछ खास नहीं आता हमें बस तेरी बात का विश्वास नहीं आता हमें थोड़ी नफ़रत बचा कर रखना हमारे खातिर नर्म लहजा तेरा अब रास नहीं... Hindi · मुक्तक 2 289 Share SAGAR 19 Apr 2020 · 1 min read पहली पहली चाहत का हर लम्हा अच्छा लगता है पहली पहली चाहत का हर लम्हा अच्छा लगता है अपने दुश्मन लगते हैं बेगाना अच्छा लगता है इश्क मुहब्बत गुस्सा झगड़ा पा लेने का जिद्दीपन चाँद से चेहरे पर ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 317 Share Page 1 Next