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इंसान बदल रहे हैं , हालात बदल रहे हैंं, इज़हार ए अंदाज़ बदल रहे हैं , क्योंकर ना बदले ग़ज़ल भी जब जिंदगी के मायने बदल रहे हैं ।

श़ुक्रिया !

SAGAR Author
26 Apr 2020 07:49 PM

बहुत आभार आपका

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