श्याम बाबू गुप्ता (विहल) Language: Hindi 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 18 Apr 2025 · 1 min read "रुकिए मत, झुकीए मत" रुकिए मत, झुकीए मत, निरंतर चलते रहिए, कठिनाई हो पथ में भी तो, आगे बढ़ते रहिए।। तूफ़ा आए पग में तो भी, चट्टानों सा अडिग रहिए, पथरीला या तप्त पथ... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · मुक्तक 33 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 16 Apr 2025 · 1 min read जिंदगी का एक नज़रिया, घरों में कैद है जिंदगी का एक नज़रिया, घरों में कैद है, सिसकती, सुबकती, उफ़ तक न करती, रसोई के धुएं में जिंदगी धुंधली सी दिखती, आंखों से जलती, जीवन को बुनती, खुद में... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 33 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 15 Apr 2025 · 1 min read जीवन संगिनी तुम हो मेरे जीवन की डोर, तुमसे बंधी जिंदगी की छोर, पद, प्रतिष्ठा, मान मर्यादा, प्राण, आयु, जीवन आयाम, दुख सुख और संघर्ष में, साया बनके रहती हो साथ ।।... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · मुक्तक 35 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 15 Apr 2025 · 1 min read वादियों में साज़िश वादियों में साजिशों की बर्फ जम गई, सिंधु, सतलज में रक्त की धारा बही, मां भारती के भाग्य छाया अंधेरा घना, स्वर्ग फिर से आज रक्त रंजीत हुआ।। चित चीत्कार... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 31 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 15 Apr 2025 · 1 min read "सफलता" ने क्या-क्या छीना सफलता ने हमसे क्या क्या है छीना, गांव की गलियां, बचपन की लड़ियां, कोयल की कू कू, चिड़ियों की ची ची, मिली है सफलता बहुत कुछ खो के ।। बचपन... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · मुक्तक 30 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 5 Apr 2025 · 1 min read सोशल मीडिया के साइड इफेक्ट्स व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम ब्लॉक करो, फिर देखो समय ही समय नजर आएगा। थोड़ा मुस्कुराओ थोड़ा लोगों को हंसाओ, फिर देखो जीने में खूब मजा आएगा ।। रील छोड़ो रियल को... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · मुक्तक 33 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 4 Apr 2025 · 1 min read *मेरी मां* गिनती नहीं आती मेरे मां को यारो, गिन गिन कर रोटियां खिलाती है मेरी मां, मोटा हूं फिर भी उसको लगता हूं मै दुबला, अपने हिस्से की रोटियां भी खिलाती... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीत · दोहा · मुक्तक 2 33 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 30 Mar 2025 · 1 min read *मेरे मौत पर* ! मेरे मौत पर आंसू न बहाना, हो सके तो जश्न मनाना, ये तो मेरा अंत नहीं, नए जन्म का है बहाना, मेरे मौत पर आंसू.... जो गिरे आंसू की दो... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 39 Share श्याम बाबू गुप्ता (विहल) 30 Mar 2025 · 1 min read हां! मैं आम आदमी हूं हां! मैं आम आदमी हूं, यूँ तो मुझे, सपने देखने की पूरी आजादी है, किंतु मैं, खुद के लिए सपने नहीं देख सकता, मेरी जिंदगी, जीवन के आपाधापी में उलझी,... Hindi · कविता · ग़ज़ल · हास्य-व्यंग्य 38 Share