सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Feb 2023 · 1 min read तेरे शहर में ***** तेरे शहर मे ***** ******************** आज आये हैं तेरे शहर में, तुम्हें ढ़ूंढ़तें हैं तेरे शहर में| हर शख्य देखा है गौर से, तुम नहीं हो तेरे शहर में|... Hindi · कविता 107 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Feb 2023 · 1 min read मिलूं जिस घड़ी नही पहर आया मिलूं जिस घड़ी नहीं पहर आया ************************* आशिकी में छोड़ कर घर आया| ठोकर खा कर मैं तेरे दर आया| गले लगा लो या छोड़ दो तन्हां, तेरे पीछे-पीछे चला... Hindi · गीत 113 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Feb 2023 · 1 min read बांहों में आओ तो सही **बांहों में आओ तो सही** ********************** बांहों में आओ तो सही, वो लम्हें लाओ तो सही| घुटता है दम तन्हाइयों में, दो पग बढ़ जाओ तो सही| डूबे हम अरमानों... Hindi · ग़ज़ल 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Feb 2023 · 1 min read टूट कर फिर प्यार में बिखर सकते नहीं *टूट कर फिर प्यार में बिखर सकते नहीं* ******************************** टूट कर फिर प्यार में बिखर सकते नहीं, यूं नजर तो में मगर हम उतर सकते नहीं| कट गया तारीक में... Hindi · ग़ज़ल 101 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Feb 2023 · 1 min read आंसुओं का मंजर है देखा **** आंसुओं का मंजर है देखा **** ***************************** आंखों में आंसुओं का मंजर है देखा, टूटा दिल प्यार में जो बंजर है देखा| फूलों से खूब खिलते मुरझाये उपवन, मौसम... Hindi · ग़ज़ल 94 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Feb 2023 · 1 min read दिल में थोडा प्यार जरुरी हैं *दिल में थोडा प्यार जरुरी हैं* *********************** दिल में थोड़ा प्यार ज़रूरी है, थोड़ी सी तकरार जरुरी है| महफिल सा हो सजा आंगन, सुंदर घर संसार जरुरी हैं| कांटों से... Hindi · कविता 92 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Feb 2023 · 1 min read बेटी बोली बाबुल बातें तो सुन लो बेटी बोली बाबुल बातें तो सुन लो *************************** बेटी बोली बाबुल बातें तो सुन लो, हरा-भरा उपवन फूलों को चुन लो| कन्यादान हुआ फिर हूई विदाई, बेटी बोली बाबुल दो... Hindi · कविता 149 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Feb 2023 · 1 min read जुल्फों की छांव में सुला दिया *जुल्फों की छांव में सुला दिया* *************************. जुल्फों की छांव में सुला दिया, जन्नत की दरगाह में पहुंचा दिया| छोड के दुनियादारी वो चल बसी, गमों के है आंसुओं में... Hindi · कविता 168 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Feb 2023 · 1 min read ****** कैसे हो जाते हैं अमीर ***** ****** कैसे हो जाते हैं अमीर ***** ***************************** गरीबों की लड़ाई लड़ने वाले फकीर, लड़ते - लड़ते कैसे हो जाते हैं अमीर| मुंह में राम बगल में रखते हैं वो... Hindi · कविता 1 1 111 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Feb 2023 · 1 min read दो कदम फासला चाहिए **दो कदम फासला चाहिए** *********************** दो कदम का फासला चाहिए, जिंदगी का आसरा चाहिए| रूठने का भी बहाना करो, चाहने की लालसा चाहिए| जो कहे सुनलो जरा धयान से, बात... Hindi · ग़ज़ल 222 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Feb 2023 · 1 min read दुनिया के रंग निराले * दुनिया के रंग निराले * ******************* दुनिया के रंग निराले हैं, बदलते रखते जमाने हैं| नही करो जो मन भाये, पल मस्ती भरे सुहाने हैं| कोई पग विफल न... Hindi · कविता 211 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Jan 2023 · 1 min read कोई भी बहाना नही चलेगा *कोई भी बहाना नहीं चलेगा* ************************ क़ोई भी बहाना नहीं चलेगा| तीखा सा निशाना नहीं चलेगा| वादा जो किया निभाया नहीं, झूठा दो दिवाना नहीं चलेगा| पास आओ जरा बतायेंगे... Hindi · कविता 205 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jan 2023 · 1 min read जो जलता है जलने दीजिए *जो जलता है जलने दीजिए* *********************** जो जलता हैं जलने दीजिए, पर हद में न गुजरने दीजिए| दर पर आए जो कोई गुहारी, दिल उसका न दुखने दीजिए| जो कुछ... Hindi · कविता 172 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jan 2023 · 1 min read जो जलता है जलने दीजिए ****** कैसे हो जाते हैं अमीर ***** ***************************** गरीबों की लड़ाई लड़ने वाले फकीर, लड़ते - लड़ते कैसे हो जाते हैं अमीर| मुंह में राम बगल में रखते हैं वो... Hindi · कविता 185 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jan 2023 · 1 min read कैसे हो जाते हैं अमीर ****** कैसे हो जाते हैं अमीर ***** ***************************** गरीबों की लड़ाई लड़ने वाले फकीर, लड़ते - लड़ते कैसे हो जाते हैं अमीर| मुंह में राम बगल में रखते हैं वो... Hindi · कविता 1 107 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jan 2023 · 1 min read रिश्तों में गहरी छांव है *रिश्तों में गहरी छांव हैं* ******************* हमें देते वही ही घाव हैं, जिनसे हमको लगाव है| खुल से जुदा कैसे करें, मन में बहुत से चाव है| दिल में भरी... Hindi · कविता 81 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jan 2023 · 1 min read छोटी सी उम्र को जी भर जी लो छोटी सी उम्र को जी भर जी लो ************************** छोटी सी उम्र को जी भर जी लो, गम के आंसू खुशियों संग पी लो| कोई पल छोड़िए न कभी बाकी,... Hindi · कविता 190 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jan 2023 · 1 min read विदाई ******* विदाई ******** ********************* झड़ी आंसुओं की है आई, नम आंखों से दें हम विदाईا सच्ची निष्ठा से फर्ज निभाया, पथ भटकों को भी दिखाया, प्रीत से हर रीत सदा... Hindi · गीत 142 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jan 2023 · 1 min read यही मिलता सिला हमको यही मिलता सिला हमको ******************** बता दो बात जरा हम को, बिताई रात खफा हम को| मिले जब भी हुए भटके, दिखाई राह सदा हम को| कहूं कैफे हुई मुश्किल,... Hindi · ग़ज़ल 98 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jan 2023 · 1 min read तिरंगा *********** तिरंगा ********* ************************** तिरंगा मेरे देश की है शान दोस्तों, जन गण की है आन- बान दोस्तो| देशभक्तों ने थी निज जान वार थी, जीवन की खुशियाँ भी थी... Hindi · कविता 1 107 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jan 2023 · 1 min read हलक पर ही टिकी सांसें हलक पर ही टिकी सांसें ******************* थमी धड़कन रुकी सांसें हलक पर ही टिकी सांसें| उधारी में कटा जीवन, बिना कीमत बिकी सांसें| डगर से क्यों रही भटकी, सही पथ... Hindi · ग़ज़ल 105 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jan 2023 · 1 min read करूं क्या काम ऐसा *करूं क्या काम ऐसा उसकी हां हो जाए* ********************************* करूं क्या काम मैं ऐसा उसकी हां हो जाए, कहीं जीवन बिना उसके यूंं तबाह हो जाए| कोई करिश्मा कोई करामात... Hindi · कविता 1 108 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jan 2023 · 1 min read बहुत कुछ है सहा हमने *बहुत कुछ है सहा हमने* ******************** यकीं कर लो कहा हमने, बहुत कुछ हैं सहा हमने| मिले हो तुम रजा कुदरत, सबर का फल लिया हमने| समझ आया नहीं मसला,... Hindi · ग़ज़ल 189 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jan 2023 · 1 min read तुम बिन हम नही "तुम बिन हम नही* *************** तुम बिन हम नहीं होम बिन तुम नही| जिंदगी रहगुजर में अब कोई गम नही| यादों के जंजाल में आंखें हैं नम नहीं| तू ही... Hindi · कविता 80 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jan 2023 · 1 min read कोई हिसाब समझ न् आया कोई हिसाब समझ न आया ********************** कोई गुलाब नजर न आया, कोई हिसाब समझ न आया| हां ढ़ूंढने निकला मै खुद को, टूटे दिल को सबर न आया| जिस राह... Hindi · कविता 100 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jan 2023 · 1 min read हर शजर पहरेदार हैं **हर शजर पहरेदार हैं** ******************** श्वेता धुंध सा ये प्यार है, प्रेम की बसती बयार है| चुपके-चुपके चोरी-चोरी, प्रहार करने को तैयार हैं| तूफानी रफ्तार में रौंदता, कोई भी न... Hindi · कविता 96 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jan 2023 · 1 min read ज़ब आपने साथ छोडते है जब अपने साथ छोड़ते है ******************** जब अपने साथ छोड़ते हैं, मुख उनसे खास मोड़ते हैं| राहें नजरों से दूर ओझल, रास्तों के बीच रोकते है| वो सुनते भी नहीं... Hindi · ग़ज़ल 101 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jan 2023 · 1 min read लगी नैनों में सावन झड़ी *लगी नैनों में सावन झड़ी* ********************* लगी नैनों में सावन झड़ी, गौरी जिद्द पर अपनी अड़ी। खिलौना जान कर है तोड़ा, किया नहीं तरस भी थोड़ा, टूटे दिल की कीमत... Hindi · कविता 114 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jan 2023 · 1 min read रूह * रूठे - रूठे से हैं वो लगे * ********************* रूठे - रूठे से हैं वो लगे, फीके-फीके से हैं वो लगे। नजरों से नजरें मिली नहीं, तीखे - तीखे... Hindi · ग़ज़ल 124 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jan 2023 · 1 min read घड़ी दो घड़ी ही सही ******** घड़ी दो घडी ही सही ********* ********************************** बैठ जाओ सामने घड़ी दो घड़ी ही सही, देख लूं जी भर तुझे घड़ी दो घड़ी ही सही। जिंदगी तो मेल है... Hindi · कविता 142 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jan 2023 · 1 min read इंतहा इंतजार की ** इंतहा इंतजार की ** ******************* इंतहा हुई इंतजार की, सूरत नहीं दिखी यार की। कोई जीते कोई भी हारे, बाजी लगी है प्यार की। हुआ है ये हाल ए... Hindi · कविता 156 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jan 2023 · 1 min read शजर सी ढह गई तकदीर है शजर सी ढह गई तस्वीर है ********************** शजर सी ढ़ह गई तकरीर है, जब से देखी सुंदर तस्वीर है। मैं तो खो गया हूं तन्हाई में, दरिया दिल की गहराई... Hindi · गीत 182 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jan 2023 · 1 min read तू नहीं तो तेरी यादें आती है तू नहीं तो तेरी यादें आती है ********************** तू नहीं तो तेरी यादें आती है, दिन-रात हमको तड़फाती हैं। खुली आंखें देखूं हसीं सपने, यही सोचूं कभी होंगे अपने, ख्वाबों... Hindi · गीत 139 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Jan 2023 · 1 min read रेशमी जुल्फों का घना साया *रेशमी जुल्फों का घना साया* ************************ रेशमी जुल्फों का घना साया, किस मोड़ पर है हमें ले आया। काले गेसुओं की गहरी छाँव में, मखमली मुलायम गोरे पांव में, जहाँ... Hindi · कविता 260 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jan 2023 · 1 min read काली जुल्फ़ें सूरमेदानी *काली जुल्फ़ें सूरमेदानी* ******************** काला तिल बेमिसाल है, रंग-रूप वाह कमाल है। काली जुल्फ़ें सूरमेदानी, जादू भरी अदा मस्तानी, मस्त मतवाली चाल है| काला तिल बेमिसाल हैं| गोरे-गोरे लाल रुखसार,... Hindi · गीत 216 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jan 2023 · 1 min read पावन पर्व मकर संक्रान्ति *** पावन पर्व मकर संक्रांति *** ************************** पावन पर्व मकर संक्रांति आया, नूतन वर्ष मनोहर चला आया। तिल खिचड़ी का दान करो तुम, दान पुण्य से भला होता आया। गुड़... Hindi · कविता 152 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jan 2023 · 1 min read वो हूर नजर आती *** वो हार नजर आती *** ********************** बे-मौसम बरसात बरसती है, दो आँखें हर बार तरसती है। भीनी-भीनी आन रही खुश्बू, फूलों जैसी गंध महकती है। नजरों से हो दूर... Hindi · ग़ज़ल 105 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jan 2023 · 1 min read मन मे गम के ठिकाने * मन मे गम के ठिकाने * ******************** मन में गम के ठिकाने हैं, खुश होने को बहाने हैं। जो भी पल थे गुजारे वो, किस्से वो सब सुनाने हैं।... Hindi · ग़ज़ल 147 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jan 2023 · 1 min read गोदी मे सिर रख दूँ *** गोदी में सिर रख दूं *** ********************** कहो तो गोदी में सिर रख लूँ, मन की बातें मै सारी बक दूँ। बहुत दिनों से थी अभिलाषा, दिल की कह... Hindi · गीत 156 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jan 2023 · 1 min read आन मिल जाओ सजना ****** आन मिल जाओ सजना ******** ********************************** दो कदम ही सही दौड़े चले आओ सजना, आये हैं तेरे दर पर आन मिल जाओ सजना। बेला चली आई है प्यारी प्रेम... Hindi · कविता 114 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jan 2023 · 1 min read मैं औरत मेरा वजूद है कहाँ *मैं औरत मेरा वजूद हैं कहाँ* *********************** मैं औरत मेरा वजूद हैं कहाँ, थककर हारी देख सारा जहां। मायके से मैं ससुराल् आ गई, छोड़ बाबुल घर-बार आ गई ,... Hindi · कविता 88 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Jan 2023 · 1 min read अभी दो सांस बाकी है ***** अभी दो सांस बाकी हैं ***** ***************************** चलें आओ अभी दो सांस बाकी है, प्रेम की फंसी गले में फांस बाकी है। खुली कब से दोनों बाहें मेरी यूँ... Hindi · कविता 104 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Jan 2023 · 1 min read भाव दिल में थे न कभी घटे ** भाव दिल में थे न कभी घटे ** ************************** रात-भर बदलते रहे हम करवटें, बिस्तर पर पड़ी बहुत सी सिलवटें। पहली नजर की देखनी का सिला, देखते ही प्यारी... Hindi · कविता 207 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Jan 2023 · 1 min read बंद डायरी के पन्ने **** बंद डायरी के पन्ने **** *********************** झूठा था तू झूठ बोल गया, झूठे सारे बोल बोल गया। खिलौना जानकर खूब खेला, खेल खेल कर मुंह मोड़ गया। हर सुंदर... Hindi · कविता 141 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jan 2023 · 1 min read प्रेम से प्यारा नजारा नहीं *प्रेम से प्यारा नजारा नहीं* ********************** प्रेम से प्यारा नजारा नहीं, प्यार बिन कोई गुजारा नहीं। देख ली दुनिया नहीं आसरा, आप सा कोई हमारा नहीं। जी न पाएंगे बिना... Hindi · ग़ज़ल 180 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jan 2023 · 1 min read बाबुल मैं तेरे सिर की पगड़ी बाबुल मं तेरे सिर की पगड़ी ********************** बाबुल मै तेरे सिर की पगड़ी, पगड़ी का सम्मान बढ़ाऊंगी, तेरे ही तो आंगन की गुड़िया, हर हाल मैं फर्ज निभाऊंगी। तेरे सी... Hindi · कविता 99 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Jan 2023 · 1 min read बेटी मॉ की है परछाई **बेटी मां की है परछाईं** ********************* बेटी मारके से चली आई, ससुराल में आ कर समा्ई, दो घरों से वो आने वाली, होती हर घर में बेटी पराई। बिन बेटी... Hindi · कविता 139 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Jan 2023 · 1 min read सुनो सखी एक बात बताऊँ *सुनो सखी एक बात बताऊं* *********************** सुनो सखी एक बात बताऊँ, जन्म - जन्म तेरा साथ पाऊं। पत्ता-पत्ता डाली-डाली गवाह, हवा बन कर मै समा जाऊं। तितली सी तू फूलों... Hindi · कविता 144 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jan 2023 · 1 min read ऐसी क्या बात हुई *ऐसी क्या बात हुईं* **************** ऐसी क्या बात हुई, दिन मे ही रात हुई। कैसी यह चाल चली, क्यों भीतर घात हुई। बादल तो पास नहीं, पल् मे बरसात हुई।... Hindi · ग़ज़ल 107 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jan 2023 · 1 min read चाँद सितारे झूठे हैं *** चाँद सितारें झूठें हैं *** ********************** सभी चाँद सितारें झूठे हैं, खाली दिल प्रेम के भूखे है। गैरों से उम्मीद क्या करनी, खुद अपने हम से रूठें हैं। पंछी... Hindi · कविता 99 Share Previous Page 7 Next