Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jan 2023 · 1 min read

मन मे गम के ठिकाने

* मन मे गम के ठिकाने *
********************

मन में गम के ठिकाने हैं,
खुश होने को बहाने हैं।

जो भी पल थे गुजारे वो,
किस्से वो सब सुनाने हैं।

सपने संजोये सुनहरे थे,
अब तो बीते जमाने है।

यादों में तेरी हमारे जो,
जख्म गहरे दिखाने हैं।

सीधे लगते सदा आये,
नजरों के ही निशाने हैं।

मनसीरत देखता आया,
कच्छे दिन ही पुराने हैं।
*******************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
126 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्राणदायिनी वृक्ष
प्राणदायिनी वृक्ष
AMRESH KUMAR VERMA
*
*"सिद्धिदात्री माँ"*
Shashi kala vyas
उलझनें हैं तभी तो तंग, विवश और नीची  हैं उड़ाने,
उलझनें हैं तभी तो तंग, विवश और नीची हैं उड़ाने,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
करता नहीं हूँ फिक्र मैं, ऐसा हुआ तो क्या होगा
करता नहीं हूँ फिक्र मैं, ऐसा हुआ तो क्या होगा
gurudeenverma198
मेरी औकात
मेरी औकात
साहित्य गौरव
सम्मान में किसी के झुकना अपमान नही होता
सम्मान में किसी के झुकना अपमान नही होता
Kumar lalit
एक सपना देखा था
एक सपना देखा था
Vansh Agarwal
■ आज का शेर
■ आज का शेर
*Author प्रणय प्रभात*
मिली जिस काल आजादी, हुआ दिल चाक भारत का।
मिली जिस काल आजादी, हुआ दिल चाक भारत का।
डॉ.सीमा अग्रवाल
एकांत
एकांत
Monika Verma
बचपन की सुनहरी यादें.....
बचपन की सुनहरी यादें.....
Awadhesh Kumar Singh
पाला जाता घरों में, वफादार है श्वान।
पाला जाता घरों में, वफादार है श्वान।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
शव शरीर
शव शरीर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"गुल्लक"
Dr. Kishan tandon kranti
यकीन नहीं होता
यकीन नहीं होता
Dr. Rajeev Jain
सकारात्मक सोच
सकारात्मक सोच
Dr fauzia Naseem shad
*रंगीला रे रंगीला (Song)*
*रंगीला रे रंगीला (Song)*
Dushyant Kumar
2387.पूर्णिका
2387.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ख्वाबों में भी तेरा ख्याल मुझे सताता है
ख्वाबों में भी तेरा ख्याल मुझे सताता है
Bhupendra Rawat
अपेक्षा किसी से उतनी ही रखें
अपेक्षा किसी से उतनी ही रखें
Paras Nath Jha
📍बस यूँ ही📍
📍बस यूँ ही📍
Dr Manju Saini
बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
शेखर सिंह
क्यों पढ़ा नहीं भूगोल?
क्यों पढ़ा नहीं भूगोल?
AJAY AMITABH SUMAN
पत्नी के जन्मदिन पर....
पत्नी के जन्मदिन पर....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
* मुझे क्या ? *
* मुझे क्या ? *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बिल्ली
बिल्ली
SHAMA PARVEEN
अब किसी की याद नहीं आती
अब किसी की याद नहीं आती
Harminder Kaur
*स्वर्ग में सबको मिला तन, स्वस्थ और जवान है 【गीतिका】*
*स्वर्ग में सबको मिला तन, स्वस्थ और जवान है 【गीतिका】*
Ravi Prakash
Loading...