डॉ.सीमा अग्रवाल 524 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 9 Next डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 2 min read पल रहा था नयनों के भीतर.... पल रहा था नयनों के भीतर सपना एक मधुर सलोना था...... कब तक जीता रहता यूँ ही, हासिल न कुछ भी होना था। एक न एक दिन तो आखिर, उसे... Hindi · कविता 4 2 569 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read चाँद दूज का.... चाँद दूज का... कित्ता प्यारा चाँद दूज का ! देखो न यारा चाँद दूज का ! अपनी लघुता पर इठलाए, कब सकुचाए चाँद दूज का ! नयन कोर से इंगित... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 520 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read जग खुशियों का आँगन हो... बसा नयनों में साजन हो.... बसा नयनों में साजन हो और साजन का आँगन हो संग साजन के हिलमिल प्यार से छाई छाजन हो माथे बिंदिया कर में कंगन पैरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 370 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read सहमी सी है आज कलम.... सहमी सी है आज कलम शब्द उदास हैं खोए-खोए अथाह गमों का सागर है आखिर कोई कितना रोए ! मानव ही जब मानव की पीड़ा समझ न पाता है शब्द... Hindi · कविता 2 454 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read जीने को नया एक ख्वाब मिला.... ~ जीने को नया एक ख्वाब मिला ~ कभी मुस्कुराता गुलाब मिला कभी अश्कों का सैलाब मिला सुख या दुख इस जिंदगी से जो भी मिला बेहिसाब मिला मिला असल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 466 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jul 2021 · 1 min read चलो उस पार चलते हैं.... चलो उस पार चलते हैं, जहाँ गम का निशां ना हो जहाँ कल-कल नदी बहती, हवा का खूब आना हो न हों छल-छद्म के कंटक, सभी सुख से रहें मिलकर... Hindi · मुक्तक 2 4 335 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jul 2021 · 1 min read चाँदनी ओढ़ मगन सोई चकोर... चाँदनी ओढ़ मगन सोई चकोर भाता न था उसे जग का शोर चाँद से नाता जुड़ा था शाश्वत थामी थी मन से नेह की डोर बदरा ये गरजते कहाँ से... Hindi · कविता 1 247 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jul 2021 · 1 min read नदी उस पार बहती है.... उधर देखो झुपड़पट्टी, वहाँ इक नार रहती है। धरा सिर बोझ है उसके, धरा सा भार सहती है। घटा घुमड़ जब आती है,भिगोकर खूब जाती है; इधर आँसू बरसते हैं,... Hindi · मुक्तक 2 341 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jul 2021 · 1 min read अजब जग के नजारे हैं.... कहीं सूखा कहीं बाढ़ें, अजब जग के नजारे हैं। कहीं घनघोर बारिश है, कहीं सूखे किनारे हैं। उजालों औ अँधेरों में, छुपा है सार जीवन का, धरा आकाश मिल दोनों,... Hindi · मुक्तक 2 445 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jul 2021 · 1 min read बड़े दुर्लभ सुजन ऐसे.... नहीं रोते कभी गम में, खुशी पाकर न हँसते हैं रखें मन शांत सुख-दुख में,निभाते खूब रिश्ते हैं जमाने के सभी वैभव, सदा फीके लगें जिनको बड़े दुर्लभ सुजन ऐसे,... Hindi · मुक्तक 2 212 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jul 2021 · 1 min read बदल रहा समाज है.... बदल रहा समाज है --- बदल रहा समाज है बदल रहा रिवाज है कल तलक जो सही था प्रश्नगत वह आज है दबी जुबां में ही सही उठने लगी आवाज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 306 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jul 2021 · 1 min read लाया काल कोरोना.... कुंडलिया... लाया काल कोरोना, नूतन शब्द हजार सेमिनार की तर्ज पर, ले आया वेबिनार ले आया वेबिनार, घर बैठ लुत्फ़ उठाओ करते सारे काम, भागीदारी निभाओ करो वीडियो ऑफ, करते... Hindi · कुण्डलिया 2 2 450 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jul 2021 · 1 min read पवन ! कहो प्रिय से संदेश... पवन, कहो प्रिय से संदेश.... पवन, कहो प्रिय से संदेश, आयी दिवाली अपने देश, कितनी अवधि और है शेष, कब आयेंगे तज परदेश, माने निठुर न मेरी बात, देना वीर... Hindi · कविता 2 2 251 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jul 2021 · 1 min read न जागी हूँ न सोई हूँ.... एक मुक्तक.... 1222 1222 1222 1222 न जागी हूँ न सोई हूँ, पड़ी हूँ बस उनींदी- सी। तुम्हें ही सोचती हरपल, लिए आँखें पनीली- सी। तुम्हारी याद भी क्या है,... Hindi · मुक्तक 2 4 625 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jul 2021 · 1 min read सभी गम से गुजरते हैं... एक मुक्तक... 1222 1222 1222 1222 न रोको तुम किसी को भी, न टोको तुम किसी को भी करे जो जी करे जिसका, न बोलो कुछ किसी को भी हमारा... Hindi · मुक्तक 2 1 221 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 Jul 2021 · 1 min read आवारा लड़के सा चाँद... आवारा लड़के-सा चाँद... रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद। निहारे धरा को टुकुर-टुकुर, गोल मटोल मटके-सा चाँद। चुपके-चुपके साँझ ढले वह, नित मेरी गली में आता। नजरें... Hindi · कविता 2 4 264 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 Jul 2021 · 1 min read सुन लो प्रभु जी.... दुर्मिल सवैया छंद 32 मात्राएँ, 24 वर्ण व आठ सगण 112 सुन लो प्रभुजी दुखते मन की, कर जोड़ करूँ विनती तुम से भव ताप हरो अघ भार हरो, मन... Hindi · मुक्तक 6 2 452 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Jul 2021 · 1 min read सोनचिरैया देश यह... सोनचिरैया देश यह, था जग का सिरमौर ! महकाती सारा जहां, कहाँ गई वह बौर !!१ रक्षक ही भक्षक बने, खींच रहे हैं खाल ! हे प्रभु ! मेरे देश... Hindi · दोहा 3 2 320 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Jul 2021 · 1 min read उत्कट पीर यह मेरी बारहमासी..... उत्कट पीर यह मेरी बारह मासी... उत्कट पीर यह मेरी बारह मासी घिरी अर्द्धरात्रि-सी गहन उदासी हैं नयन निमीलित, गैरिक वसना बैठा मन के भीतर एक संन्यासी रूठा चाँद, मन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 249 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Jul 2021 · 1 min read वक्त वक्त की बात... वक्त-वक्त की बात .... कल वक्त हम पर अनुरक्त हुआ। पल आज वो गुजरा वक्त हुआ। आज वो हमसे दूर बहुत है, दिल जिसपे कभी आसक्त हुआ। है वक्त-वक्त की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 330 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read कभी थे फूल से कोमल.... एक मुक्तक... 1222 1222 1222 1222 कभी थे फूल से कोमल, मगर अब शूल से लगते। हुए जो दिल कभी इक जां, नदी के कूल से लगते। तराने प्रेम के... Hindi · मुक्तक 3 323 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read रात हमारी तुम बिन... २- रात हमारी तुम बिन.... कभी उभरती पीर, कभी आस बिखरती है। रात हमारी तुम बिन, कुछ ऐसे गुजरती है। दिन ढल जाता यूँ ही, कामों के बोझ तले। साँझ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 517 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read विरहा की तन्हा ये लम्बी रातें..... यूँ ही 'शुभम्' कह देने भर से, शुभ हो जाते जो दिन या रातें। साँझ- सकारे बिन मौसम ही, यूँ घिर-घिर न बरसतीं बरसातें। किस बात का अहम करें हम... Hindi · कविता 3 2 218 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read सोने-चाँदी से न तोल सनम... सोने- चाँदी से न तोल सनम.... सोने- चाँदी से न तोल सनम ! प्यार होता है अनमोल सनम ! प्यार में सौदा, तौबा रे तौबा ! प्यार में शर्तें, तौबा... Hindi · गीत 3 4 315 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read सत्कर्मों का फल सुखदायी.... खुशी मुझको रास न आयी... खुशी मुझको रास न आयी गहन उदासी मन पर छायी एक किरन उजली उषा की मुझ तक आने से कतरायी गुम गए सारे सुखद नज़ारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 232 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read मैं लिखती रही उसे... मैं लिखती रही उसे जबाब न कोई आता कई दिनों के बाद कागज कोरा आ जाता क्या कहना चाहता था क्यों कह न पाता भीगा कागज देख कौन समझ न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 350 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read करना कृपा ओ ! शेरा वाली.... मेरे बिछुओं की लम्बी उमर हो ! मेरी बिंदिया चंदा-सी अमर हो ! मुरझाए कभी न माँग की लाली करना कृपा ओ ! शेरा वाली !! दिल में उनके मेरी... Hindi · गीत 1 222 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read साँझ ढले से द्वार खड़ी मैं... साँझ ढले से द्वार खड़ी मैं.... सारे जग के नयन मुँद गए मैं पलक उघाड़े निहारूँ चाँद ... तुझसे मेरी रातें उजली हर खुशी तुझपर वारूँ चाँद... धवल चंद्रिका निःसृत... Hindi · गीत 2 2 460 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read बाहर-बाहर चाव जिंदगी.... जिंदगी... बाहर-बाहर चाव जिंदगी भीतर गहरा घाव जिंदगी राज छुपाए कुछ न बताए रखती खूब दुराव जिंदगी पलभर में ही रूप बदल कर करे अजब बर्ताव जिंदगी एक छाँ से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 318 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read हर पल तुमको खोने का डर... हर पल तुमको खोने का डर.... हर पल तुमको खोने का डर फिर से तनहा होने का डर सोई पीड़ा के जगने का भाग्य - सितारे सोने का डर दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 542 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read अरे पगली, जरा मुस्कुरा ले.... १-अरे पगली जरा मुस्कुरा ले... अश्क पलकों में छुपा ले अरे पगली ! जरा मुस्कुरा ले गम भेजे सौगात में उसने प्यार से उनको गले लगा ले जिसकी खातिर भूली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 274 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Jul 2021 · 1 min read पाया जिनसे जरा भी प्यार.... पाया जिनसे जरा भी प्यार... पाया जिनसे जरा भी प्यार उन सबका दिल से आभार रुँध - रुँध जाते बाहर आते मन के मेरे कोमल उद्गार माया का मोहक जाल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 350 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Jul 2021 · 1 min read उसका मेरा साथ सुहाना.... उसका मेरा साथ सुहाना... उसका मेरा साथ सुहाना बरसों से है । दिल से दिल का मेल सुहाना बरसों से है । नदिया-सागर जिस छोर मिले औ एक हुए, नयन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 452 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Jul 2021 · 1 min read फिर वैसा मधुमास न आया.... फिर वैसा मधुमास न आया..... कितने बसंत आए जीवन में, पर वैसा उल्लास न आया। साथ तुम्हारे जैसा जिया था, फिर वैसा मधुमास न आया। आज पुरानी अलमारी से, निकला... Hindi · गीत 1 2 296 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Jul 2021 · 1 min read एक मुक्तक मात्राभार- 1222 1222 1222 1222 कभी गलती करूँ मैं तो, मुझे उसकी सजा देना चलूँ दुर्गम पहाड़ों पर, प्रभो रस्ता दिखा देना निवेदन आप से बस ये, दिखा दर्पण सचाई... Hindi · मुक्तक 2 2 300 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Jul 2021 · 1 min read की जब मैंने दुख से प्रीत... की जब मैंने दुख से प्रीत... कल क्या होगा - इस चिंता में, रात गई आँखों में बीत ! ओठों पर आने से पहले, सुख का प्याला गया रीत !... Hindi · कविता 2 1 356 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Jul 2021 · 1 min read एक दोहा... मुँह से निकली बात के, लग जाते हैं पैर। बात बतंगड़ जब बने, बढ़ जाते हैं बैर।। -सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · दोहा 2 279 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Jul 2021 · 1 min read कहमुकरी कहमुकरी- अंतरंग गपशप दो सखियों की - आगे- पीछे मेरे डोले कान में कोई मंतर बोले समझ न आए एक भी अच्छर का सखि साजन ! ना सखि मच्छर -... Hindi · कविता 2 247 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Jul 2021 · 1 min read कोई तुझ सा नहीं.... कोई तुझसा नहीं --- तू इस-सा,उस-सा,किसी-सा नहीं तू बस तुझ-सा,कोई तुझ-सा नहीं बड़ी अनोखी संरचना प्रकृति की कोई दिखता यहाँ, किसी-सा नहीं गढ़ा है विलक्षण कुदरत ने सबको वो तुझ-सा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 453 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Jul 2021 · 1 min read बहना चली वीरा के गाँव... बहना चली वीरा के गाँव... होंठों पर मुस्कान ले सोंधी मृदु स्मृतियों के हार सँजोए नेह-धार अजस्र भर नैनों में रोते से हँस दे, हँसते रोए सुन आहट सपने में... Hindi · गीत 2 494 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Jul 2021 · 1 min read श्रीकृष्ण जन्म.... श्रीकृष्ण जन्म... मैया की पीन पुकार सुनते थे बारंबार करने पाप संहार आए स्वयं इस बार। छुपी प्रलय वृष्टि में हलचल थी सृष्टि में दृश्य अद्भुत दृष्टि में हुए जो... Hindi · घनाक्षरी 1 282 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Jul 2021 · 1 min read मैं एक क्षणिक झोंका हवा का... मैं एक क्षणिक झोंका हवा का .... रोकोगे जो तुम प्यार से, कुछ पल को ठहर जाऊँगी, वरना आम मुसाफिर की तरह,मैं भी गुजर जाऊँगी। मैं एक क्षणिक झोंका हवा... Hindi · कविता 2 4 392 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Jul 2021 · 1 min read काँ से काँ तक.... वक्त ले आया काँ से काँ तक डराती है अब अपनी छाँ तक कैसे यकीं आए नातों पर, बदल गए सब सर से पाँ तक घुमाऊँ नजर जो याँ से... Hindi · कविता 3 209 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jul 2021 · 1 min read चाँद मेरा नहीं... चाँद मेरा नहीं, न कभी होना है संग तारिकाओं के उसे रहना है। मोल बिकता नहीं बाजार में वो है अनमोल, न कोई खिलोना है। शीत करों से अपने छू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 376 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jul 2021 · 1 min read बीत चले अब दिन वे सुहाने..... बीत चले अब दिन वे सुहाने रही कहाँ वह बसंत बहार ! सुख के सारे स्रोत सूख गए सह ले मन पतझर की मार ! कोयल कूका करती कभी थी... Hindi · कविता 1 525 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jul 2021 · 1 min read क्यों न खिलखिलाएँ आप.... क्यों न खिलखिलाएँ आप, आपकी किस्मत बुलंद है । अपने यहाँ तो आजकल, खुशियों का आना बंद है । आपके हर भाव से, टपकता है रस श्रंगार का । अपने... Hindi · कविता 3 2 351 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jul 2021 · 1 min read आज तुम्हें फिर देखा हमने.... आज तुम्हें फिर देखा हमने.... आज तुम्हें फिर देखा हमने तड़के अपने ख्वाब में छुप कर बैठे हो तुम जैसे मन के कोमल भाव में किस घड़ी ये जुड़ गया... Hindi · गीत 3 385 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jul 2021 · 1 min read रे मन इधर-उधर क्यों भटके... रे मन, इधर-उधर क्यों भटके रे मन, इधर-उधर क्यों भटके खाए कदम-कदम पर झटके छोड़ दे ये धन्धे खाली के भजन कर ले प्रभु का डटके कोई न देता साथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 257 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Jul 2021 · 1 min read क्या क्षणिक इन आँधियों से.... रहे न अगर आस तो.... क्या क्षणिक इन आँधियों से,जिंदगी डर जाएगी रहे न अगर आस तो हाँ, प्यास ही मर जाएगी तू बस अपना काम कर फल चला खुद... Hindi · गीत 2 2 528 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Jul 2021 · 1 min read जी करता है जी भर रो लूँ... जी करता है, जी भर रो लूँ अश्कों से अपना हर गम धो लूँ आज मैं तनहा खाली-खाली कैसे रात कटे ये काली शायद मन कुछ राहत पाए बिखरी यादों... Hindi · गीत 2 2 311 Share Previous Page 9 Next