डॉ.सीमा अग्रवाल 524 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 10 Next डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jun 2021 · 1 min read निर्मम !क्यूँ ऐसे ठुकराया... निर्मम ! क्यूँ ऐसे ठुकराया... निर्मम ! क्यूँ ऐसे ठुकराया जरा भी मुझपे तरस न आया खड़ी रही मैं द्वार तुम्हारे निर्मल स्नेह- डोर सहारे थक गयी आस, दरस न... Hindi · कविता 2 347 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 Jun 2021 · 1 min read वक्त बड़ा चंचल... पीठ किए बैठी हैं खुशियाँ, गुमसुम सुख के पल बाहर पसरा सन्नाटा है, पर भीतर हलचल स्वार्थ-ग्रसित हो पुत्र मनु के निज विवेक खोते अपने ही हाथों से अपना अपयश... Hindi · गीत 2 2 294 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Jun 2021 · 1 min read खींच मत अपनी ओर..... खींच मत अपनी ओर अतीत। साथ हमारा गया अब बीत। माना तू सुहाना बहुत है। पर अब मुझसे दूर बहुत है। आकर्षण में बँध मैं आती, दिखता तुझमें नूर बहुत... Hindi · कविता 4 2 554 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Jun 2021 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी... पड़ी वक्त की लताड़, जिंदगी हुई उजाड़, आस-प्यास सब मिटी, चाह दुखदायी है। हाय ये कैसी बेबसी, माँ- बहन चल बसी, रिश्तों को यूँ खोते जाना, घोर कष्टदायी है। दोस्त... Hindi · घनाक्षरी 2 590 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jun 2021 · 1 min read रात बदरिया घिर-घिर आए.... रात बदरिया घिर - घिर आए। पास न कोई दिल घबराए। बागी हुआ निगोड़ा मौसम, आ धमकाए लाज न आए। उफ ! कैसी मनहूस घड़ी है, बात - बात पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 335 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jun 2021 · 1 min read आओ पुनर्निर्माण करें... चहुँ ओर बरबादी का मंजर दिखाई देता है ! नहीं सुरक्षित अब कोई घर दिखाई देता है !! अपना या पराया हम कहें किसे और कैसे ! हर एक हाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 331 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jun 2021 · 1 min read सौदागर सपनों का... ... सौदागर सपनों का... रात नींद में आया मेरीे एक सौदागर सपनों का कितने ख्वाब दिखा गया मुझको वो सौदागर सपनों का मैंने पूछा- मोल है क्या ? वह बोला-... Hindi · गीत 3 6 437 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Jun 2021 · 1 min read स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में.... स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में .... दुआ-बद्दुआ जिस-जिस से मिली फलती रही किस्मत भी टेढ़ी-मेढ़ी चाल अपनी चलती रही झुलसता रहा जीवन संघर्ष-अनल-आवर्त में प्रीत-वर्तिका भी मद्धम बीच रिदय जलती रही... Hindi · कविता 3 4 229 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Jun 2021 · 1 min read सहमी सी है आज कलम.... सहमी-सी है आज कलम शब्द उदास हैं खोए-खोए अथाह गमों का सागर है आखिर कोई कितना रोए ! मानव ही जब मानव की पीड़ा समझ न पाता है शब्द अगर... Hindi · कविता 4 4 398 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Jun 2021 · 1 min read पल वो अद्भुत खास होता... ...जब तुम मेरे पास होते.... जब तुम मेरे पास होते पल वो अद्भुत खास होता बँध नेह-बंधन में तुम्हारे मुक्ति का आभास होता चखके सब रस देखे जग के स्वाद... Hindi · गीत 3 6 276 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Jun 2021 · 1 min read गुनो सार जीवन का... गुनो सार जीवन का... इधर-उधर मत डोलो मन की आँखें खोलो तोड़ो न दिल किसी का असत्य कभी न बोलो रखकर कर्म-तुला पर सुख-दुख दोनों तोलो प्रायश्चित के जल से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 514 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Jun 2021 · 1 min read ऐसा गया बिलट के... ऐसा गया बिलट के... ऐसा गया बिलट के। देखा नहीं पलट के। किस्मत कैसी लंपट, खेली खेल कपट के। नन्हीं खुशियाँ मेरी, ले ही गयी झपट के। पाकर उसकी आहट,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 240 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Jun 2021 · 1 min read उतरी जमीं पर चाँदनी.... उतरी जमीं पर चाँदनी - नयनों में नेह भरे, उतरी जमीं पर चाँदनी पलकों पे ख्वाब धरे, पसरी है उन्मादिनी ! तिमिर के आगोश में, मुँह छुपाए थी निशा पायी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 510 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Jun 2021 · 1 min read सँभल जा मानव... स्वार्थ-ग्रसित हो सीने में प्रकृति के, नित खंजर तूने भोंके हैं । पग- पग चेतावनी देकर उसने, पग बढ़ने से तेरे रोके हैं । नामुमकिन है कुदरत को तेरा, वश... Hindi · मुक्तक 5 4 504 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Jun 2021 · 1 min read दीदार चाँद का... दीदार चाँद का... रात जब ढलने लगी, दीदार हुआ चाँद का साँस जब थमने लगी, दीदार हुआ चाँद का यूँ तो गम पहले से ही, कम न थे जिंदगी में... Hindi · कविता 5 4 422 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jun 2021 · 1 min read हम बढ़ें शिखर की ओर.... मशाल ज्ञान की लिए हाथ में हम चलें प्रगति की ओर ! अथक गति चरणों में भरकर हम बढ़ें शिखर की ओर ! दें कुरूप को रूप सलोना उजला हो... Hindi · कविता 3 2 260 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 Jun 2021 · 1 min read किस्मत की निठुराई.... किस्मत की निठुराई... पलभर पाया साथ खुशी का, अब लम्बी तन्हाई। हँसता मुखड़ा नहीं सुहाया, किस्मत की निठुराई। बाहर शांत मगर मन - भीतर, चलती थी फेंटेसी। छाया बढ़कर मुझ... Hindi · कविता 3 2 636 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jun 2021 · 1 min read सोच रही गौरैया.... सोच रही गौरैया..... सींखचे पर खिड़की के आज आ बैठी एक गौरैया देख रही थी टुकुर-टुकुर खामोश थे भाभी-भैया चिंतामगन बैठे थे दोनों बीच में थी एक गज की दूरी... Hindi · कविता 3 259 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jun 2021 · 1 min read कितना सच अनजाना तुमसे.... कितना सच अनजाना तुमसे, कितना कुछ अनकहा। क्या करना कुछ कहकर अब, रहने दो जो नहीं कहा। कौन सुखी है इस दुनिया में, जो दर्द मैं अपना रोऊँ। बना लूँ... Hindi · कविता 3 328 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jun 2021 · 1 min read कृपाण घनाक्षरी... कृपाण घनाक्षरी (सुन ले श्याम पुकार)... करूँ श्याम मनुहार, सुन ले पीन पुकार, चली आई तेरे द्वार, कर दे रे बेड़ा पार। तू ही जीवन आधार, तुझसे ही ये संसार... Hindi · कविता 1 275 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jun 2021 · 1 min read कहमुकरियाँ कहमुकरियाँ... आगबबूला सदा वह रहता पारा दिन भर चढ़ा ही रहता गरम मिजाज हठीला ठेठ क्या सखि साजन ! ना सखि जेठ सही-गलत क्या, वही सिखाए मंजिल तक मुझको पहुँचाए... Hindi · कविता 1 193 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 8 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी ( श्रंगार गीत ) घनाक्षरी ( श्रंगार गीत )... जीवन हुआ है भारी,खो रहीं खुशियाँ सारी, विरह-विदग्धा नारी, प्रिय को पुकारती। कहाँ गए तुम नाथ, क्यों छोड़ गए यूँ साथ, झुकाऊँ कहाँ ये माथ,... Hindi · कविता 2 2 484 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Jun 2021 · 1 min read सोलह श्रंगार.... ...सोलह श्रंगार... सुघड़ सलोनी रूपसी नार किए बैठी सोलह श्रंगार लाल है चोली लाल घघरा नयन विशाल फब रहा कजरा माथे बेंदी माँग सिंदूर गुँथा हुआ वेणी में गजरा प्रिय-छवि... Hindi · गीत 2 2 271 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Jun 2021 · 1 min read कितना तुझे पुकारा चाँद.... कितना तुझे पुकारा चाँद... तन्हा रात नयन उन्मीलित कितना तुझे पुकारा चाँद गढ़ के अनगिन छवियाँ मन में तेरा रूप निहारा चाँद दूर क्यों इतनी रहते मुझसे कह न सकूँ... Hindi · गीत 2 2 446 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Jun 2021 · 1 min read सावन बरसता है उधर.... सावन बरसता है..... सावन बरसता है उधर, इधर दो नैन बरसते हैं। चाह में तुम्हारी आज भी हम, दिन-रैन तरसते हैं। प्यास-तपन सब मिटी, धरा हर्ष-मगन इठलाए। आक-जवास के जैसे,... Hindi · कविता/गीतिका 2 2 448 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jun 2021 · 1 min read करुणा की बरसात...(दोहे) करुणा की बरसात... सावन आया देखकर, हर्षित दादुर मोर। बदली में चंदा छुपा, ढूँढे कहाँ चकोर।।१।। अबके सावन करो प्रभु, करुणा की बरसात। शाख ना टूटे कोई, घर-घर हुलसें पात।।२।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 8 618 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Jun 2021 · 1 min read आई पावस ऋतु मनभावन... आई पावस ऋतु मनभावन घनन-घनन-घन बरसे सावन हुलस रहा सृष्टि का कन-कन अद्भुत ये कुदरत का आँगन सूखतीं नदियाँ, ताल, सरोवर सूखी हरियाली, सूखे उपवन इतना बरसो आज तुम बदरा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 385 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 31 May 2021 · 1 min read सावन बरसे... अँखियाँ बरसें सावन बरसे फिर भी मनवा प्यासा तरसे गुजर न होती इक पल जिस बिन उसको देखे बीते अरसे याद सताए रहा न जाए बिंध गया मन मनसिज शर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 372 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 31 May 2021 · 1 min read कैसी झमाझम सारी रात हुई.... कैसी झमाझम सारी रात हुई... बिन मौसम ही बरसात हुई अँखियों से सारी रात हुई मन-किसान झूला फाँसी पर सुख की खेती बरबाद हुई ! पसरा हर सूं गहन अँधेरा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 8 557 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 31 May 2021 · 1 min read जब आया बरसात का मौसम.... जब आया बरसात का मौसम... जब आया बरसात का मौसम घिर आया जज्ब़ात का मौसम उँगली अधर पर धरता आया मन से मन की बात का मौसम खड़ा द्वार ज्यों... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 2 559 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Feb 2021 · 1 min read ये कैसा मधुमास आया... ये कैसा मधुमास आया... बुझे-बुझे से दिन मन उचाट उन्मन न कोई उमंग न तरंग ये कैसा मधुमास आया ! सूझे न कोई काज लुटे सकल सुख-साज स्वप्न हुए सब... Hindi · कविता 3 296 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Feb 2021 · 1 min read ज्ञान की देवी माँ शारदे के श्री चरणों में.... अज्ञता हरो माँ शारदे... वागेश्वरी ज्ञानेश्वरी रागेश्वरी माँ शारदे बुद्धि विमल मन शुद्ध करो संशय हरो माँ शारदे स्वरात्मिका भावात्मिका शब्दात्मिका माँ शारदे जग-मन अमित उल्लास भरो कृपा करो माँ... Hindi · कविता 2 245 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Feb 2021 · 1 min read इश्क आसान नहीं होता है.... इश्क आसान नहीं होता है ------ मन-सीपी याद सँजोता है कभी हँसता कभी रोता है सुख चैन खुदी सब खोता है इश्क आसान नहीं होता है उसकी यादें उसकी बातें... Hindi · कविता 6 4 410 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Feb 2021 · 1 min read कैसे चाँद जमीं पर लाऊँ.... कैसे चाँद जमीं पर लाऊँ... बहुत सुनी मन मैंने तेरी अब न एक चलेगी तेरी किस्मत में जो लिखा न तेरी वो सुख बता कहाँ से लाऊँ बात-बात पर मचल... Hindi · कविता 1 305 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Feb 2021 · 1 min read आओ प्रिय बैठो पास.... आओ प्रिय... आओ प्रिय बैठो पास, कुछ ख्वाब मधुर से बुन लें कुछ कहो जो तुम आँखों से, हम आँखों से सुन लें भावों की इस नगरी में, लफ़्जों का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 421 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Feb 2021 · 1 min read सँभाल तू खुद अपनी पतवार... सँभाल तू खुद अपनी पतवार --- लुटाता रहा तू सब पर प्यार कभी तो अपनी ओर निहार स्वार्थ ग्रसित है जग ये सारा सिर्फ अपने मतलब का यार जगती हँसती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 439 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Feb 2021 · 1 min read आखर-आखर नाम पे जिसके... आखर-आखर नाम पे जिसके गीत मैं नित रचती जाती हूँ क्या कोई पल ऐसा होता होगा सुधि उसको मेरी आती होगी क्या सरल अब भी वह पहले जैसा या बन... Hindi · कविता 6 4 310 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Feb 2021 · 1 min read #कुछ खत मौहब्बत के मन कर रहा आज यह मेरा... मन कर रहा आज ये मेरा ख़त एक तुम्हारे नाम लिखूँ बिन तुम्हारे कट रहीं कैसे मेरी सुबहें औ शाम लिखूँ आए हर पल... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 65 424 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Feb 2021 · 1 min read अधर मौन थे, मौन मुखर था... अधर मौन थे, मौन मुखर था... कितना सुखद हसीं अवसर था। अधर मौन थे, मौन मुखर था। पूर्ण चंद्र था, उगा गगन में। राका प्रमुदित, मन ही मन में। टुकुर-टुकुर... Hindi · कविता 15 16 725 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jan 2021 · 1 min read छीज रही है धीरे-धीरे... छीज रही है धीरे-धीरे मेरी साँसों की डोर अधरों पर है हास भीग रही नैनों की कोर बाहर पसरा सन्नाटा है भीतर कितना शोर तकूँ तुझे मैं ऐसे चंदा को... Hindi · कविता 3 392 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jan 2021 · 1 min read विश्व हिंदी दिवस पर विशेष... हिंदी दिवस पर विशेष ऐसा पर्व मनाए हिंदी --- ----------------------------- भारती के भाल सजे, सम्मान जग में पाए हिंदी स्वर्णिम इतिहास अपना, फिर से दोहराए हिंदी मात्र भाषा ही नहीं... Hindi · कविता 2 2 245 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Jan 2021 · 1 min read कोरे कागज पर आज रिदय के.... कोरे कागज़ पर आज रिदय के.... कोरे कागज़ पर आज रिदय के दिल की अपने हर बात लिख दूँ देख तुम्हें सद्य जो जन्मे मन में वे अरमां अबोध नवजात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 6 313 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 Jan 2021 · 1 min read बनाओ स्वयं अपनी पहचान... बनाओ स्वयं अपनी पहचान --- जग में जीना नहीं आसान आते पग-पग पर इम्तहान बुद्धि-ज्ञान में एक अकेला सकल गोचर जग में इंसान चूमेगी बुलंदी कदम तुम्हारे करते रहो जो... Hindi · कविता 2 2 252 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Dec 2020 · 1 min read बसंत का आगम क्या कहिए.... बसंत का आगम क्या कहिए.... बसंत का आगम क्या कहिए दिन चमचम रात उजाली है नत यौवन-भार से आज धरा हुई मद में गजब मतवाली है घाम ने अंगों को... Hindi · कविता 3 4 586 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Dec 2020 · 1 min read तुम मलयज शीतल चंदन हो...। तुम मलयज शीतल चंदन हो ... जीवन मेरा तपती दुपहरी तुम मलयज शीतल चंदन हो ! तुमसे मिलकर जाना यह मैंने तुम जीवन का आकर्षन हो ! शब्दों में तुम्हें... Hindi · कविता 3 2 332 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Dec 2020 · 1 min read मन कर रहा आज यह मेरा... मन कर रहा आज ये मेरा...... मन कर रहा आज ये मेरा ख़त एक तुम्हारे नाम लिखूँ बिन तुम्हारे कट रहीं कैसे मेरी सुबहें औ शाम लिखूँ आए हर पल... Hindi · कविता 3 5 294 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Dec 2020 · 2 min read वे दिन भी क्या सुंदर दिन थे... वे दिन भी क्या सुंदर दिन थे बाँहों में जब चाँद की हम चाँदनी ओढ़कर सोते थे पंख पसारे कल्पनाओं के स्वप्न लोक में विचरा करते दूर से ही छवि... Hindi · कविता 2 2 310 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Dec 2020 · 1 min read महापुरुष अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर..... एक नाम राजनीति में चमका ऐसे जैसे ध्रुवतारा विरोधी पक्ष ने भी सहज भाव से जिसे स्वीकारा देशद्रोहियों के प्रति सदा ही विरोध जताया तीखा राजनीति के दलदल में खिला... Hindi · कविता 3 5 347 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Dec 2020 · 1 min read बसा नयनों में साजन हो.... बसा नयनों में साजन हो.... बसा नयनों में साजन हो और साजन का आँगन हो संग साजन के हिलमिल प्यार से छाई छाजन हो माथे बिंदिया कर में कंगन पैरों... Hindi · कविता 2 2 498 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Dec 2020 · 1 min read रहे चिर नूतन नेह हमारा... रहे चिर नूतन नेह हमारा... रात निखर उठती है जैसे, चंदा को निज अंक लगाकर। मैं भी निखर उठूँगी वैसे ही, साथ तुम्हारा अद्भुत पाकर। नहला चाँदनी में अपनी तुम,... Hindi · कविता 5 6 371 Share Previous Page 10 Next