डॉ.सीमा अग्रवाल 524 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Sep 2021 · 2 min read भ्रातृ चालीसा ... भ्रातृ-चालीसा -- भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान। भाई में बसती सदा, हम बहनों की जान।। रिश्ता भाई-बहन का, सबसे पावन जान। इसके जैसा जगत में, मिले नहीं... Hindi · कविता 3 6 715 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Sep 2021 · 1 min read हिंदी दिवस पर विशेष... चंद दोहे... क्यों भारत में आज भी, अंग्रेजी का राज? निज भाषा प्रयोग में, आती है क्यों लाज? बोलो हिंदी गर्व से, रंच न हो संकोच। लगे जिन्हें भी हीनता,... Hindi · दोहा 3 2 428 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Sep 2021 · 1 min read ऐसा पर्व मनाए हिंदी.... ऐसा पर्व मनाए हिंदी --- ----------------------------- भारती के भाल सजे, सम्मान जग में पाए हिंदी। स्वर्णिम इतिहास अपना, आज फिर दोहराए हिंदी।। मात्र भाषा ही नहीं ये, जान है निज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 350 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Sep 2021 · 1 min read सावन बीता, आस न बीती... सावन बीता, आस न बीती। ढुलक पलक से, बदली रीती। हद से प्यारा, मीत हमारा। बातें उसकी, थीं मनचीती। बैठी उन्मना, भोली जोगन। फटे बसन ले, कथरी सीती। प्रेम -... Hindi · कविता 3 352 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Sep 2021 · 1 min read सजाकर स्वप्न आँखों में.... सजाकर स्वप्न आँखों में, मुझे भेजा यहाँ तुमने। पलटकर भूल से भी फिर, नहीं देखा कभी तुमने। तुम्हारे जिगर का टुकड़ा, तुम्हारा अंश हूँ मैं भी, कहाँ किस हाल में... Hindi · मुक्तक 4 262 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Sep 2021 · 1 min read कौन बचेगा इस धरती पर..... (विश्व प्रकृति दिवस, 03 अक्टूबर) कुछ ख्वाब नयन में हैं बाकी, क्या यहीं धरे रह जाएंगे ? उनको पूरा करने फिर हम, क्या लौट धरा पर आएंगे ? बचा रहेगा भू पर जीवन, या सब... Hindi · कविता 5 4 928 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Aug 2021 · 1 min read श्रीकृष्ण जन्म... कृपाण घनाक्षरी (श्रीकृष्ण जन्म)... मैया की पीन पुकार, सुनते थे बारंबार, करने पाप संहार, आए स्वयं इस बार। छुपी प्रलय वृष्टि में, हलचल थी सृष्टि में, दृश्य अद्भुत दृष्टि में,... Hindi · घनाक्षरी 3 2 356 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Aug 2021 · 1 min read लुभाता चाँद पूनम का.... समां है क्या गजब देखो, जड़े नभ में सितारे हैं। धरा भी है सजी-सँवरी, बड़े मोहक नजारे हैं। गुराए अंग रजनी के, रजत धवला वदन दमके, लुभाता चाँद पूनम का,... Hindi · मुक्तक 3 397 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Aug 2021 · 2 min read वे दिन भी क्या सुंदर दिन थे..... वे दिन भी क्या सुंदर दिन थे... बाँहों में जब चाँद की हम, चाँदनी ओढ़कर सोते थे ! पंख पसारे कल्पनाओं के, स्वप्न लोक में विचरा करते। दूर से ही... Hindi · कविता 4 2 590 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read क्यों चाँद आज उदास है.... क्यों चाँद आज उदास है ! पीली सी पड़ी उजास है ! सहमा सा है स्तब्ध गगन, दिखता न कहीं हुलास है। हतप्रभ निहारती चाँदनी, रुक गया धरा का लास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 554 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read अभी दूर बहुत जाना है... यूँ हार के मन क्यों बैठे राही अभी दूर बहुत जाना है ! पथ में आए इन रोड़ों से तुम्हें तनिक न घबराना है ! क्यों मन इतना विचलित होता... Hindi · कविता 5 6 441 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read दुख में ही सुख तलाश ले.... दुख में ही सुख तलाश ले यूँ मन तू अपना तराश ले शोले जो दहकते हैं भीतर समझ तू उन्हें पलाश ले ! अज्ञान- तमस हरती चल जग को जीवन... Hindi · कविता 4 4 457 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read दिल क्यूँ उसका अभ्यस्त हुआ... दिल क्यूँ उसका अभ्यस्त हुआ हर पल जो खुद में व्यस्त हुआ हों आँख में तेरी अश्क तो क्या वो सुख में अपने मदमस्त हुआ रची थी जतन से प्रेम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 464 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read सबकी सीमा खैर मना.... इधर-उधर मत ताका कर मन के भीतर झाँका कर काँटों भरी राह पर भी तू फूल खुशी के टाँका कर मोती भी चुग लाया कर यूँ ही धूल न फाँका... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 318 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Aug 2021 · 1 min read जीवन का आधार लेखनी... जीवन का आधार लेखनी। अपना तो संसार लेखनी दे भावों को रूप-आकार, कर दे मन साकार लेखनी। विभा से जगमग शब्दों की, हर ले हर अंधकार लेखनी। फँसे जो जग... Hindi · कविता 3 706 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Aug 2021 · 1 min read आशाः एक चिराग.... आशा : एक चिराग हर बार बना महल सपनों का, ढह गया। खण्डहर में पर, एक चिराग जलता रह गया। आया झंझावात जमकर वज्रपात हुआ कोमल, नाजुक जज्बातों पर विकट... Hindi · कविता 2 468 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Aug 2021 · 1 min read कितना प्यारा रूप लुभावन.... कितना प्यारा रूप लुभावन चंद्रवलय- सा मुख मनभावन ! स्मित-चाँदनी फैली लबों पर शुभ्र,धवल क्या इससे पावन ! नयन - चकोर लगे दर तेरे बिछी चाँदनी मन के आँगन !... Hindi · कविता 3 437 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Aug 2021 · 1 min read साथ समय के चलना सीखो... साथ समय के चलना सीखो। नहीं किसी को छलना सीखो। भोर तुम्हारे द्वार खड़ी है, नवसृजन की ये घड़ी है। अनथक तुम बस चलते जाना, परीक्षा आगे बहुत कड़ी है।... Hindi · कविता 3 2 1k Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jul 2021 · 1 min read अजब जीवन की बिडंबना है.... जानती हूँ, नसीब में मेरे, जुगनू भर की चमक नहीं है। तमस मेरे गम का अमा-निशा से भी अधिक घना है। कब देखी मैंने हरियाली, कब आयी घर खुशहाली, सब... Hindi · गीत 5 6 527 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jul 2021 · 1 min read जहाँ तुम हो वहाँ मैं हूँ.... जहाँ तुम हो वहाँ मैं हूँ, तुम्हारा अंश हूँ मैं भी। जहाँ मैं हूँ वहाँ तुम हो, अतः निश्चिंत हूँ मैं भी। न छूटे साथ रघुवर ये, कृपा मुझपे सदा... Hindi · मुक्तक 4 2 308 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jul 2021 · 1 min read धरा के छोर सब रोशन.... उगा प्राची दिशा सूरज, धरा के छोर सब रोशन। कहाँ ठहरे निशा बोलो, नहीं दिखता कहीं तम कन। बड़ी हलचल मची जग में, जगी आशा-किरन मन में, चले आओ मिरे... Hindi · मुक्तक 3 517 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jul 2021 · 1 min read हर लो हरिहर हर गम मेरा.... हर लो हरि-हर, हर गम मेरा ! लगा लिया है मैंने प्रभुवर, तुम्हारे चरन-कमलों में डेरा ! हर लो हरि-हर, हर गम मेरा ! इस जगती में जब सब सोते,... Hindi · कविता 2 306 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jul 2021 · 1 min read तेरी यादों के सहारे.... तेरी यादों के सहारे, जीने की ठान ली है। दिल ने भी अब हमारे, ये बात मान ली है। तकतीं थीं राह कभी, पलक-पाँवड़े बिछाए, तुम बिन अब जीएँगी, आँखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 330 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 Jul 2021 · 1 min read मुझे याद तुम्हारी आती है.... बदली जब नभ में छाती है धरा झूम- झूम इठलाती है मुझे याद तुम्हारी आती है इक बूँद बरस जब स्वाति की चातक की प्यास बुझाती है मुझे याद तुम्हारी... Hindi · कविता 4 4 406 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Jul 2021 · 1 min read कब सोचा था.... सोचा था तुझसे ब्याह करूँगी प्यार तुझे बेपनाह करूँगी साँझ ढले जब घर आएगा निहारा तेरी राह करूँगी तेरी लंबी उमर की खातिर उपवास इक हर माह करूँगी पूरा न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 457 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Jul 2021 · 1 min read नयन मीन सम जल भरे.... सहती दारुण दुख अकथ, रहती अविचल मौन । नारी-व्यथा अथाह अति, बाँचे उसको कौन ।। नयन मीन सम जल भरे, अधर थिरकता हास । देवी त्याग - ममत्व की, जिये... Hindi · दोहा 2 415 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Jul 2021 · 1 min read नहीं तुम सा कहीं रघुवर.... नहीं तुम सा कहीं रघुवर, दिखा हमको जमाने में। हमें तो तुम सदा प्रभुवर, लगो अपने जमाने में। हमारी हर कमी तुमने, सुधारी है नसीहत दे, तुम्हारी ऋत कथाओं सा,... Hindi · मुक्तक 2 318 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Jul 2021 · 1 min read किन्नर व्यथा....2 १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ १-हमें भी तो जना तुमने, पिता का खून थे हम भी। कलेजा क्यों किया पत्थर, सुनें तो माँ जरा हम भी। दिखा दो एक भी ऐसा,... Hindi · मुक्तक 2 384 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 24 Jul 2021 · 1 min read न रोको तुम किसी को भी.... १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ न रोको तुम किसी को भी, न टोको तुम किसी को भी। करे जो जी करे जिसका, न बोलो कुछ किसी को भी। हमारा काम समझाना,... Hindi · मुक्तक 4 477 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Jul 2021 · 1 min read तुम ना आए.... उग आया लो चाँद गगन में, तुम ना आए। खोई तुममें रही मगन मैं, तुम ना आए। याद करो तुम ही कहते थे, साँझ ढले घर आ जाऊँगा। निकलेगा जब... Hindi · गीत 7 8 736 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Jul 2021 · 1 min read मैंने तुमको याद किया.... कितनी रातें नींद उड़ाकर मैंने तुमको याद किया स्मृतियों की बस्ती बसाकर मैंने दिल आबाद किया तसव्वुर में छवि आँक तुम्हारी सोई तुमको अंक लगाकर मन से मन के तार... Hindi · कविता 4 2 294 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Jul 2021 · 1 min read फिर वैसा मधुमास न आया... फिर वैसा मधुमास न आया..... कितने बसंत आए जीवन में मगर वैसा उल्लास न आया साथ तुम्हारे जैसा जिया था फिर वैसा मधुमास न आया आज पुरानी अलमारी से निकला... Hindi · कविता 3 343 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Jul 2021 · 1 min read किन्नर व्यथा..... जिस जननी ने जाया हमको, किया उसने ही हमें पराया। जिस पिता का खून रगों में, उसे भी हम पर तरस न आया। अन्याय समाज और अपनों का, जन्म लेते... Hindi · कविता 6 8 683 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Jul 2021 · 1 min read दूर क्षितिज के छोरों से..... दूर क्षितिज के छोरों से इंद्र धनुषी रंगीं डोरोंं से आते संदेशे प्रणय-भरे हवा के मस्त झकोरों से स्मृतियाँ छन-छन आतीं गुजरे हसीं उन दौरों से झाँकती उषा उझक कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 394 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jul 2021 · 1 min read फलक पर चाँद आया है.... 1222 1222 1222 1222 फलक पर चाँद आया है, सितारे साथ लाया है। धरा मदहोश तकती है, निखर अब नूर आया है। झुका नजरें लजाती है, मधुर सपने सजाती है।... Hindi · मुक्तक 3 1 301 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jul 2021 · 1 min read अपना कोई उपमान नहीं है.... कोई अपना उपमान नहीं है.... शून्य जीवन, एक दिल, दो नयना,आँसू अनगिन, गम बेशुमार कितना रोना लिखा भाग्य में, हमें किंचित अनुमान नहीं है। मन-पृष्ठ कोरे, सूखी स्याही रहती गमों... Hindi · गीत 3 2 591 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jul 2021 · 1 min read बीजः एक असीम संभावना.... बीजः एक असीम संभावना---- उठ सके अध्यात्म के शिखर तक छुपी हैं ऐसी अनंत संभावनाएँ मनुज में। होती हैं जैसे हर बीज में वृक्ष बनने की। जरुरत है बस सम्यक्... Hindi · कविता 4 616 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jul 2021 · 1 min read साजिशें ही साजिशें.... साजिशें ही साजिशें... साजिशें ही साजिशें। रंजिशें ही रंजिशें। चैन- सुकून लीलतीं, रंजिशें औ साजिशें। लग रहीं हर काम में, तिकड़म औ सिफारिशें। पूरी हों तो कैसे, आसमां - सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 723 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 18 Jul 2021 · 1 min read नहीं लगता कहीं अब मन.... पड़ी हूँ अनमनी कबसे, नहीं लगता कहीं अब मन मगर बस याद ये तेरी , नहीं छोड़े कभी दामन नयन में ख्वाब हैं तेरे, रिदय में ख्याल तेरा है उमड़ते... Hindi · मुक्तक 3 261 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Jul 2021 · 1 min read न खाते फल... न खाते फल तरू अपने, न पीती जल नदी अपना । बरसते मेघ परहित में, न रखते स्वार्थ ये अपना । गगन में चाँद सूरज भी, जगत हित रोज आते... Hindi · मुक्तक 3 2 272 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Jul 2021 · 1 min read अजब जग के नजारे हैं... कहीं सूखा कहीं बाढ़ें, अजब जग के नजारे हैं कहीं घनघोर बारिश है, कहीं सूखे किनारे हैं उजालों औ अँधेरों में, छुपा है सार जीवन का धरा आकाश मिल दोनों,... Hindi · मुक्तक 3 2 252 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Jul 2021 · 1 min read जीवन इतना आसान कहाँ.... जीवन इतना आसान कहाँ ? जीने लायक सामान कहाँ ? विचर रहे शैतान जमीं पर, मिलता कहीं इन्सान कहाँ ? मुखौटे लगे खोटे चेहरे, वो सहज सरल मुस्कान कहाँ ?... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 582 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Jul 2021 · 1 min read वरदा, सुखदा.... वरदा सुखदा गुणों की खान मातु शारदे करो कल्यान सुखदायिनी माँ वरदायिनी दे दो अपनी दया का दान भक्त वत्सला वत्स वत्सला अग-जग में गूँजे यशगान वरदहस्त रख दो सिर... Hindi · कविता 2 431 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jul 2021 · 1 min read 'गर आ जाते फिर एक बार.... 'गर आ जाते फिर एक बार ... सूनी रातें, बहकी बातें नैनों से झरती बरसातें शांत हो एक कोने में रहतीं जग के मन में चलती घातें जीत बन जाती... Hindi · कविता 3 4 399 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jul 2021 · 1 min read पाया जिनसे जरा भी प्यार... पाया जिनसे जरा भी प्यार उन सबका दिल से आभार रुँध - रुँध जाते बाहर आते मन के मेरे कोमल उद्गार माया का मोहक जाल बिछा भरमा न यूँ मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 340 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jul 2021 · 1 min read ऐसे नहीं मरेगा रावण.... ऐसे नहीं मरेगा रावण.... पुतले जितने फूँकोगे उतना अट्टहास करेगा रावण। ऐसे नहीं मरेगा रावण। जितने शीश हरोगे उसके उतने रूप धरेगा रावण। ऐसे नहीं मरेगा रावण। जिस रावण को... Hindi · कविता 2 6 494 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Jul 2021 · 1 min read कह दो इन आँसुओं से.... ...कह दो इन आँसुओं से... कह दो इन आँसुओं से, वापस फिर न आना मुझे साथ सनम के, भाता है मुस्कुराना ! न जाने क्यों है रूठा, ख़ता क्या थी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 376 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read छोड़ो नफरत और अदावट.... छोड़ो नफरत और अदावट। हर चेहरे पर दिपे खिलावट। रची विधना ने रचना अद्भुत, सहज बनावट सघन बुनावट। परख न पाएँ अपना-पराया, बातों में यूँ मिले न मिलावट। मुख पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 555 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read मुक्तक... वक्त इधर काटे न कटे, उस पर है वक्त की कमी छूने चला वो आसमां, यहाँ पाँव तले सरकी जमीं उस बिन दुनिया वीरान, इस सच से वो अंजान है... Hindi · मुक्तक 3 2 317 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read एक सहेली दूर कहीं.... एक सहेली दूर कहीं... एक सहेली दूर कहीं बैठी अकेली रो रही बहते अश्कों के धारों से मुँह वह अपना धो रही उसका साथी कोई नहीं जाने वह कबसे सोई... Hindi · कविता 3 1 362 Share Previous Page 8 Next