Phoolchandra Rajak 477 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next Phoolchandra Rajak 11 Oct 2021 · 1 min read बाप और बेटा। बाप बड़ा ,बेटा बड़ा ,नाती बड़े अमोल। जिनके सुत ऐसे भये ,बिके घास के मोल।।वर मांगन वर पर चली वर पायो तत्काल।वर पाये विधवा भयी ,रोई सारी साल।। गुड़ और... Hindi · दोहा 1 235 Share Phoolchandra Rajak 10 Oct 2021 · 1 min read हमारा अर्थ शास्त्र। हमने अर्थ शास्त्र को विद्यार्थियो को नही पढ़ाया है! इसलिए ही मानव समाज अर्थ, के महत्व को नही समझ पाया है।आज का विद्यार्थी, इसलिए पैसों को बर्बाद करता रहता है।... Hindi · लेख 219 Share Phoolchandra Rajak 10 Oct 2021 · 1 min read मछली! मानव जीवन को स्वाथ्स्य रखने के लिए ईश्वर ने की जीवों की रचना की है।जो मानव जीवन के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। उनमें से एक जीव है मछली!आप यह... Hindi · लेख 483 Share Phoolchandra Rajak 10 Oct 2021 · 2 min read त्योहार समरधा गांव में एक छोटा सा परिवार रहता था। माता-पिता मजदूरी करते थे। उनके दो बेटे थे, एक का नाम गोलू और दूसरे का नाम मोनू था।जब भी कोई त्यौहार... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 4 284 Share Phoolchandra Rajak 9 Oct 2021 · 1 min read जीवन और नियम। मानव का जीवन नियमों के अनुसार चलता रहता है। लेकिन मनुष्य इससे अनभिज्ञ रहता है।मानव जीवन में नियम की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बिना किसी नियम के मानव जीवन... Hindi · लेख 1 2 640 Share Phoolchandra Rajak 8 Oct 2021 · 1 min read तन का सदुपयोग करना। आप कर लो अपने मन का धन। क्योंकि आपको , मिला है मानव का तन। पर!अपने मन और तन का ,गलत उपयोग न करना।यह मौका मिला है बड़ी कठिनाई से।राही... Hindi · मुक्तक 2 1 198 Share Phoolchandra Rajak 7 Oct 2021 · 1 min read अपनी खुशी की खातिर। अपनी खुशी की खातिर ,मानव जाने क्या क्या करता है। अपने मन की शांति के लिए, क्यों बलि का बकरा बनाता है।प्रकृति का ध्यान नही रखता है।अपनी मौज मनाने को,... Hindi · कविता 1 1 182 Share Phoolchandra Rajak 6 Oct 2021 · 1 min read लिखने वालों ने! लिखने वालों ने सब कुछ तो,लिख डाला है।बचा ही क्या है,पर! फिर भी काला काला है।शवेत धवल को धर्म बना, फिर भी काली रातों का रखवाला है। लिखने वाले कवियों... Hindi · मुक्तक 2 2 204 Share Phoolchandra Rajak 6 Oct 2021 · 1 min read संगत। संगत शब्द, दिखने में छोटा लग रहा है। पर इसका अर्थ बहुत ही गंभीरता लिए हुए है। इसमें मनुष्य जीवन का सार छिपा हुआ है। बिना संगत के , मनुष्य... Hindi · लेख 1 4 216 Share Phoolchandra Rajak 5 Oct 2021 · 1 min read अपना रसोई घर अन्नपूर्णा का वास है ,अपना रसोई घर। सभी स्वादो का व्यंजन पकाता है अपना रसोई घर।इसकी शक्ति बड़ी निराली। सबको करती हैं मतवाली।सब का स्वस्थ अच्छा रखता है।मन करता पावन... Hindi · गीत 5 2 210 Share Phoolchandra Rajak 5 Oct 2021 · 1 min read जमाना बदल गया! कहते रहे करते गये,कि जमाना बदल गया है। तुम बदले, हम बदले। फिर सारा जहां बदल गया है। दौड़ लगाई, रीति बनाई फिर सब कुछ भूल गया है।सारा जहां बदल... Hindi · कविता 318 Share Phoolchandra Rajak 4 Oct 2021 · 1 min read आज का ज्ञान आज हम पैसे से नौकरी और डिग्री तो खरीद सकते हैं। पर! ज्ञान नही खरीदा जा सकता है।ज्ञान तो गुरु के चरणों में ही मिलेगा।आप को अगर ज्ञान वान बनना... Hindi · मुक्तक 3 3 267 Share Phoolchandra Rajak 4 Oct 2021 · 1 min read प्राकृतिक महिमा आज प्राकृतिक शोभा है न्यारी।आज चारों तरफ छाई है हरियाली।सब के सब खुशी बांट रहे हैं। महिमा अपरंपार है।जय जय कार हो रही है।चारो दिशाओं में। क्योंकि नव रात प्रारंभ... Hindi · मुक्तक 2 2 284 Share Phoolchandra Rajak 23 May 2021 · 2 min read संभोग और समाधी! मनुष्य की सम्पूर्ण यात्रा संभोग और समाधी के बीच की यात्रा है। हमारे त्रषि मुनियों ने मनुष्य की मुक्ति के बारे में गहन अध्ययन और उपाय भी किए। बहुत सुंदर... Hindi · लेख 1 472 Share Phoolchandra Rajak 22 May 2021 · 2 min read विद्यार्थियों को नशे से कैसे मुक्त कराये। मनुष्य का मन बहुत चंचल होता है।इसे हमें कैसे काबू में रखना है।मन पर कंट्रोल करना बहुत मुश्किल भरा काम होता है। जिसमें किसी जवान व्यक्ति का मन,वह भी अध्ययन... Hindi · लेख 2 4 792 Share Phoolchandra Rajak 21 May 2021 · 1 min read हमारा आहार! प्राचीन काल में मनुष्य को तीन प्रकार के आहार लेना बताया गया था। १_ सात्विक २_ राजसी ३_ तामसी ,यह मनुष्य के भोजन के प्रकार थे। हमारे त्रषि मुनियों ने... Hindi · लेख 3 1 493 Share Phoolchandra Rajak 20 May 2021 · 1 min read मौसम बरसात का। चांदनी रात हो, प्रेमी से पहली मुलाकात हो। यौवन की जब शुरुआत हो। सावन का पहला मास हो। नौका बिहार हो, बरसात की बौछार हो। चल रही ठंडी-ठंडी ब्यार हो।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 6 6 272 Share Phoolchandra Rajak 19 May 2021 · 1 min read धूम्रपान की शुरुआत क्यों हुई? जब प्राचीन समय में मानव के पास मुंह के इलाज के लिए किसी प्रकार दवा नहीं थी।उस आदि मानव ने एक पत्ती के धुंए का उपयोग करना शुरू किया। मनुष्य... Hindi · लेख 2 4 309 Share Phoolchandra Rajak 18 May 2021 · 1 min read इशारे की भाषा। आदि मानव ने सबसे पहले इशारे की भाषा बनाईं थी। वह जब कुछ समझाता था तब वह अपने हाथों की मुद्राओं बनाता था। लेकिन जान वर इस भाषा को पहले... Hindi · लेख 4 2 562 Share Phoolchandra Rajak 17 May 2021 · 1 min read विपत्ति के समय में हमारी भाषा! जब हम विकट संकटों से गुजर रहे हों तब हमें, अपनी भाषा को मधुर बनाना चाहिए।आज हमारा देश विकट परिस्थितियों से गुजर रहा है ।इस विकट स्थिति में हमें भाषा... Hindi · लेख 3 2 405 Share Phoolchandra Rajak 16 May 2021 · 1 min read वरदान है बरसात! पपीहा की तपस्या का फल है बरसात। ऋतु चक्र का हिस्सा है बरसात। कोयल की मीठी वाणी है बरसात। किसान की खुशी का ठिकाना है बरसात। धरा की हरियाली की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 8 428 Share Phoolchandra Rajak 16 May 2021 · 1 min read सामूहिक प्राथना का असर। आज हमारे देश में स्कूल , कालेजों में माता सरस्वती जी की वंदना,प्राथना केवल औपचारिकता भर निभाई जाती है।केवल इलेक्ट्रॉनिक साउंड बजा कर हम वन्दना करते नही सुनते हैं। हमारी... Hindi · लेख 1 3 197 Share Phoolchandra Rajak 15 May 2021 · 1 min read परिवार दिवस पर विशेष। भारत में परिवार की स्थति बहुत ही नाज़ुक दौर से गुजर रही है। आज भारत में संयुक्त परिवार बहुत कम मिलेंगे।इसका मुख्य कारण क्या है? आज हमने अपनी मर्यादा को... Hindi · लेख 2 3 229 Share Phoolchandra Rajak 14 May 2021 · 1 min read खुद से न मिल सका। खुद से कभी भी मिल न सका। आत्मा से दूर होता चला गया। जीवन सुगम बनाने के लिए। नई नई राहें बनाता चला गया। ईश्वर ने तेरे लिए सब कुछ... Hindi · मुक्तक 2 3 319 Share Phoolchandra Rajak 13 May 2021 · 1 min read बच्चों को नवाचार पद्धति से पढ़ाना? मास्टर जी को पहले पूरी तरह से प्रसन्नचित होकर कक्षा में जाना चाहिए । मास्टर जी को ! अपने घर का सारा तनाव घर पर ही छोड़ कर आना चाहिए।... Hindi · लेख 1 3 293 Share Phoolchandra Rajak 12 May 2021 · 1 min read हमारे सिर की पगड़ी। प्राचीन काल में भी हर इंसान अपने सिर पर पगड़ी बांधने की प्रथा थी। लेकिन शायद इन्सान उस पगड़ी के फायदे से अनभिज्ञ रहा होगा। तभी हमने आज अपने सिर... Hindi · लेख 2 3 387 Share Phoolchandra Rajak 11 May 2021 · 1 min read इन बातों का ध्यान रखें। भोजन करना माता से ,चाहे उसमें जहर हो। सलाह लेना भाई से ,चाहे बैर हो। रास्ता चलना साफ चाहे उसमें फेर हो। इस तरह से न कमाओ की पाप हो... Hindi · मुक्तक 2 5 364 Share Phoolchandra Rajak 10 May 2021 · 1 min read कवि की विशेषता। कवि सहृदय होना चाहिए। कवि न्याय प्रिय होना चाहिए। कवि कम शब्दों में बहुत कुछ कह देता है। कवि कड़वे सच को भी मधुर बना देता है। कवि को सच... Hindi · मुक्तक 1 5 1k Share Phoolchandra Rajak 9 May 2021 · 1 min read मां शब्द के आगे! मां शब्द के आगे सारी उपमा नतमस्तक है। मां ही जीवन की पहली दस्तक है। मां से बड़ा है कोई नहीं जीवन में। मां अनंत है तेरे जीवन में। मां... Hindi · मुक्तक 3 4 240 Share Phoolchandra Rajak 8 May 2021 · 1 min read यह सिद्धांत अटूट। हम सबको अलग अलग रास्तों से गुजर कर आना एक ही ठाव। समस्त जीवों की आत्मा का यही एक स्वभाव।। बना कर ठहरें हो, नीचे एक ही छांव। लाख जतन... Hindi · मुक्तक 1 5 260 Share Phoolchandra Rajak 7 May 2021 · 1 min read हमारे देश की कानूनी कार्रवाई/ प्र्रक्रिया जब हमारे देश में बड़े से बड़ा अपराध घटित होता है। तब प्रतिक्रिया बहुत होती है। लोग और मिडिया बहुत जबरदस्त तरीके से उछालते हैं। लोगों को इकट्ठा करते हैं... Hindi · लेख 2 4 329 Share Phoolchandra Rajak 6 May 2021 · 1 min read सुख की अनुभूति। सुख की अनुभूति इन्सान को कमजोर बनाती है। दुख की अनुभूति इन्सान को मजबूत बनाती है। छाया बिश्राम को सुख मय बनाती है। धूप इन्सान को,प्रकाश से आलोकित बनाती है।... Hindi · कविता 5 5 352 Share Phoolchandra Rajak 5 May 2021 · 1 min read नींद नहीं आई। नींद नहीं आई। घुनता रहा,बुनता रहा। सपनों की बराते। कोई सोते में देखें सपने। मैं जाग कर देखता रहा सपने। नींद नहीं आई। लिखता रहा ,सुनता रहा। आत्मा की आवाजें।... Hindi · मुक्तक 2 3 198 Share Phoolchandra Rajak 4 May 2021 · 1 min read ये बेतुकी भीड़ मैं बद से बद्तर होता चला गया। कभी सोचा न था कि भलाई के बदले बुरा होगा। मैं बुराई के बदले को टालते चले गया। कब? चमकेगी किस्मत मेरी। रोशनी... Hindi · कविता 2 7 374 Share Phoolchandra Rajak 3 May 2021 · 1 min read विज्ञान और अपराध। आज हम विज्ञान के क्षेत्र में ! तीव्र गति से गति से विकास कर रहे हैं। कोई भी क्षेत्र विज्ञान से अछूता नहीं रहा है। जहां पर विज्ञान न पहुंचा... Hindi · लेख 1 6 374 Share Phoolchandra Rajak 2 May 2021 · 1 min read जिंदगी महत्वपूर्ण है। मनुष्य की जिन्दगी बहुत महत्वपूर्ण होती है , उससे भी महत्वपूर्ण होता है ।उसे आप किस नजारिये से देख रहें हों? आप अपनी जिंदगी को कितना समझ पाये हो।अगर नहीं... Hindi · लेख 2 5 801 Share Phoolchandra Rajak 1 May 2021 · 1 min read मजदूर दिवस मनाने में! मजदूर दिवस मनाने में हमें शर्म आनी चाहिए। मनुष्य का शोषण कर हमें रस गुल्ला खानी चाहिए। क्या? कमाकर देने वाले का यह हास्य होनी चाहिए। दो बूंद चुल्लू भर... Hindi · मुक्तक 1 1 199 Share Phoolchandra Rajak 1 May 2021 · 1 min read श्री हनुमान जी से विनती। सकल मनोरथ मेरे, सिद्ध करौ हनुमान। तुम ज्ञान गुण के सागर,दया निधान।। हे पवनपुत्र वीर, हनुमान। संकट में सदा सहाय करौ । मेरी विपदा आन हरौ। बड़े बड़े संकट क्षण... Hindi · मुक्तक 2 4 302 Share Phoolchandra Rajak 30 Apr 2021 · 1 min read हे प्रभू ऐसा वर देना। हे प्रभू ऐसा वर देना। आपकी याद सदा बनी रहे। ऐसा कांटा चुभा देना।हे प्रभू जी आपको कभी भूल न पाऊं। बुद्धि ऐसी कर देना किसी से ईर्ष्या न कर... Hindi · मुक्तक 2 2 409 Share Phoolchandra Rajak 29 Apr 2021 · 2 min read जनता का मार्ग दर्शक। अब आने वाले समय में लोकतंत्र स्वरुप कैसा होगा? यह बताना जरा मुश्किल सा लग रहा है। क्योंकि आज के युवा वर्ग का ध्यान सिर्फ नौकरी ढूंढने में ही लगा... Hindi · लेख 1 207 Share Phoolchandra Rajak 28 Apr 2021 · 1 min read दूसरों के प्रति सहयोग का रवैया अपनाना। आज मनुष्य परिस्थितियों का गुलाम बन कर अपना जीवन जी रहा है।वह इतना भी नहीं जानता है कि जिस समाज में जी रहा हूं।उसका मेरे जीवन में क्या महत्व है।... Hindi · लेख 2 1 298 Share Phoolchandra Rajak 27 Apr 2021 · 2 min read राजनेताओं की भूमिका। आज इस भीड़ में ऐसे आदमी बहुत कम है ,जो सही लोकतंत्र की परिभाषा जानते हो। उसमें अपने अधिकारों को पाने के लिए कानूनी लड़ाई नहीं लड़ सकता है। उसमें... Hindi · लेख 2 4 228 Share Phoolchandra Rajak 25 Apr 2021 · 1 min read फिर जन्मों महावीर। फिर जन्मों महावीर। अत्याचार बहुत बढ़ गयो है। भकतन पर भारी भीर । फिर जन्मों महावीर। आज मनुष्य मनुष्य नहीं रहा है। चारों तरफ अत्याचार ही अत्याचार हो रहा है।... Hindi · मुक्तक 1 2 224 Share Phoolchandra Rajak 24 Apr 2021 · 1 min read महामारी या ईश्वरी प्रकोप करोना मौसम जनित बीमारी है या कोई ईश्वरीय प्रकोप हो सकता है। क्योंकि ओजोन परत भी बहुत तेजी से गर्म हो रही है। मनुष्य पर्यावरण का संरक्षण नहीं कर रहा... Hindi · लेख 6 214 Share Phoolchandra Rajak 23 Apr 2021 · 1 min read मेरा एक अध्ययन। समस्त पृथ्वी पर कोई भी प्राणी से लेकर तत्व एवं पदार्थ निर्जीव नहीं होता है।लोग कहते हैं कि हम शाकाहारी हैं।हम जो भी खाते पीते है। उनमें कोई न कोई... Hindi · लेख 2 1 266 Share Phoolchandra Rajak 22 Apr 2021 · 1 min read पृथ्वी माता की पुकार। पृथ्वी माता कर रही पुकार। तुम पेड़ न काटो यार । पेड़ बचेंगे तो हम बचेंगे। शुद्ध हवा कहां से लायोगे। पृथ्वी माता सबकी पालन हार । पृथ्वी माता कर... Hindi · मुक्तक 2 4 391 Share Phoolchandra Rajak 21 Apr 2021 · 1 min read राम नाम की महिमा आज सारा संसार राम नवमी मना रहा है। लेकिन बहुत सारे लोग राम के बारे में आज भी नहीं जानते हैं। ज्यादातर लोग तुलसीदास जी के अनुसार जानते हैं। कुछ... Hindi · लेख 1 1 229 Share Phoolchandra Rajak 21 Apr 2021 · 1 min read जैविक खाद अपनईयो जैविक खाद अपनईयो पिया मोरे। काऊ की बातों में न लगईयो। पिया मोरे जैविक खाद अपनईयो। नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश जैविक खाद बनईयो। पिया मोरे जैविक खाद अपनईयो, पिया मोरे जैविक... Hindi · गीत 322 Share Phoolchandra Rajak 20 Apr 2021 · 1 min read ईश्वर दुष्टों से कैसे निपटते हैं। ईश्वर दुष्टों को पैदा तो कर देते हैं। और उन्हें कैसे निपटाना है यह काम भी ईश्वर योजना बद्ध तरीके से करते हैं। उन्हें कब तक जिंदा रखना चाहते हैं।... Hindi · लेख 3 7 288 Share Phoolchandra Rajak 19 Apr 2021 · 1 min read शारीरिक मरम्मत। मनुष्य को अपने शरीर के बारे मै कुछ जानकारी रखना चाहिए। जिससे कि उसका स्वास्थ्य अच्छा बना रहे।अगर मनुष्य का स्वास्थ्य ठीक रहता है।तो उसका मन और दिमाग ठीक तरह... Hindi · लेख 3 1 330 Share Previous Page 5 Next