Dr Manju Saini Tag: कविता 480 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next Dr Manju Saini 20 Aug 2021 · 1 min read हिंदी दिवस मैं आप सब की मातृभाषा हूँ क्या तुम्हें नही लगता मैं ख़तरे में हूँ मैं हूं तुम्हारी हिंदी तुम्हारे वतन की पहचान वतन की सौगंध हैं तुमको बचा लो मुझे... Hindi · कविता 1 541 Share Dr Manju Saini 20 Aug 2021 · 2 min read रक्षाबंधन शीर्षक:रक्षा बंधन सिर्फ नहीं बाँधती बहन भाई को राखी भाई बहन के रिश्तों को बांधती हैं बंधन में राखी में समाहित होते हैं दोनो के बीच एक भाव ह्रदय तल... Hindi · कविता 1 257 Share Dr Manju Saini 20 Aug 2021 · 2 min read मैं एक जलपरी मैं एक जलपरी तुझ पर आज एक कविता लिखनी है, ये कहा मान्यवर वालिया जी ने क्या लिख पाऊँगी मैं तुझ पर कविता बाँध पाऊँगी तुझको शब्दो के जाल में... Hindi · कविता 1 701 Share Dr Manju Saini 16 Aug 2021 · 1 min read चित्र उकेरना एक कलाकार अनेक रंगों से चित्र में भर देता है जैसे प्राण वायु अनेक रंगो मे एक रंग लाल बढ़ाता हैं छवि जैसे सूर्यास्त अपनी लालिमा को समेट रहा हो... Hindi · कविता 1 462 Share Dr Manju Saini 14 Aug 2021 · 1 min read महंदी महंदी मेरे हाथ लगी दिल मे लगन पिया तेरी लगी तेरे नाम की महंदी सजी मैं तो तेरी होने चली महंदी मेरी देखो तो कितनी सजीली आंखे भी प्यार के... Hindi · कविता 2 521 Share Dr Manju Saini 14 Aug 2021 · 1 min read लेन-देन शीर्षक:लेन-देन ये लेने देने का क्रम बहुत उलझा सा हैं तेरे लिए कुछ और मेरे लिए कुछ और हैं दिए संस्कार सारे तुमने बेटी को ही क्यो क्या बेटे को... Hindi · कविता 1 206 Share Dr Manju Saini 13 Aug 2021 · 1 min read मुस्तक़बिल मुस्तक़बिल मेरा मुस्तकबिल इतना दगाबाज़ नहीं हो सकता मेरा कल मेरे आज का मोहताज़ नहीं हो सकता मेरी लाचारी का इनाम इतना कम नहीं हो सकता मुझे तो पल पल... Hindi · कविता 2 425 Share Dr Manju Saini 11 Aug 2021 · 1 min read हरियाली तीज ??हरियाली तीज की शुभकामनाएं?? ऋतुएँ यूँ ही धीरे धीरे अपना रूप बदलती रहती हैं ऋतुओं के पन्ने हम अलट पलट कर देखते रहते हैं वो अपने वायदे के अनुसार ही... Hindi · कविता 2 328 Share Dr Manju Saini 11 Aug 2021 · 1 min read दूर बहुत दूर शीर्षक:दूर बहुत दूर न जाने क्यों मेरी सोच सिर्फ तुम तक क्यो अटक कर रह गई हर पल सोचना सिर्फ तुमको ही और तुम्हें सोच कर फिर बस रह जाना... Hindi · कविता 1 208 Share Dr Manju Saini 11 Aug 2021 · 1 min read ए रोटी अपना पता दे शीर्षक:ए रोटी अपना पता दे भूखा पड़ा सड़क किनारे वो मासूम भविष्य क्या कोई जान पाया उसकी भूख हजारों मुसाफिर निकल जाते हैं अनदेखा कर उसको दिन भर वो एक... Hindi · कविता 1 373 Share Dr Manju Saini 8 Aug 2021 · 1 min read मेरी परछाई मेरी परछाई… आओ आज तुम संग अपने दिल की बातें करती हूँ खुल कर क्योंकि मैंने देखा जब जन भी पीछे घूम कर तुम हमेशा ही साथ मेरे चलती रहीं... Hindi · कविता 1 403 Share Dr Manju Saini 7 Aug 2021 · 1 min read आजादी गणतंत्र दिवस की शुभ वेला है, आजादी हमे याद दिलाती हैं आओ आज त्योहार मनाए आओ मिलकर हर्ष मनाएं.... भारत माँ की आजादी का आओ वंदन गुणगान करें अपनी माँ... Hindi · कविता 1 308 Share Dr Manju Saini 7 Aug 2021 · 1 min read जिज्ञासा मेरे अन्तस्तल की जिज्ञासा मेरे अंतस्तल की जिज्ञासा मेरी बनी रहती हैं क्यो नही पता चाहती हूँ कब ,क्यूँ, कैसे सब होता हैं जिज्ञासा रहती हैं जानने की उन्हें करीब से पहचानने की... Hindi · कविता 2 269 Share Dr Manju Saini 7 Aug 2021 · 1 min read आओ ना.. आओ ना... चलो मिलकर चाय पीते हैं। फ़ुर्सत के क्षण में बीती बाते याद करते है चाय के साथ अपनी पुरानी हंसी गूंजाते हैं गुलजार शाम हो साथ मिल चाय... Hindi · कविता 2 2 458 Share Dr Manju Saini 4 Aug 2021 · 2 min read मैं बैठ देखती रही मैं बैठ देखती रही.. किनारे बैठ उसके अस्तित्व को उसके निरन्तर बहने की क्रिया को लगा जैसे चेतना हो उसमें क्योँकि वह बह रहा था एक संतुलन से उसमें आरुषि... Hindi · कविता 1 265 Share Dr Manju Saini 4 Aug 2021 · 1 min read बस इतनी सी बात है बस इतनी सी बात मेरी कि जब तुम औऱ मै आपस मे मिले थे पहली बार याद आता हैं वो पल गले मिलने की वो बात धीमे धीमे होठो की... Hindi · कविता 1 1 543 Share Dr Manju Saini 2 Aug 2021 · 1 min read अब तुम कहाँ आओगे दिल के दरवाज़े पर देती रहती हूँ दस्तक दरवाज़े तक पहुंच लौट आती हूँ और फिर खो जाती हूँ मैं पुरानी अविस्मरणीय यादों में, और सोच यही लिए कि दफन... Hindi · कविता 2 185 Share Dr Manju Saini 1 Aug 2021 · 1 min read शीर्षक:नफरत नफरत की आज दुनियां हैं प्यार पाना मुश्किल है साजिश है आग लगाने की आपस में लड़वाने की परख हमे करनी होगी कोई धूर्त खड़ा है गाड़ निगाहे वह रंज... Hindi · कविता 421 Share Dr Manju Saini 1 Aug 2021 · 2 min read शीर्षक:बेजोड़ दोस्ती ? मेरे सभी दोस्तों को मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं?? शीर्षक:बेजोड़ दोस्ती दोस्ती,दोस्ती तो है एक ईश्वर का प्यारा सा वरदान दोस्ती तो जीवन मे हैं अनमोल उपहार कोई भी... Hindi · कविता 1 1 187 Share Dr Manju Saini 31 Jul 2021 · 1 min read श्रद्धा सुमन अर्पण ???श्रद्धा सुमन अर्पण???? वो साहित्य की शान थे, हमारा अभिमान थे। वो लेखनी के कलाकार थे, उनकी समस्याओ की रचना बेशुमार थी जिनकी कोई सुध न लेता, लिखी उनकी सरल... Hindi · कविता 2 210 Share Dr Manju Saini 30 Jul 2021 · 1 min read वो बचपन वाले दिन आज बचपन की बात है करते हवाई जहाज बनाना आज याद हैं करते ये जहाज असली नहीं होता था फिर भी जी जान से इसे उड़ाया करते थे इसे कागज... Hindi · कविता 1 221 Share Dr Manju Saini 30 Jul 2021 · 1 min read हरी चूड़ियां मनभावन सावन सावन की रुत आई निराली,हरी भरी हैं क्यारी प्यारी सज कर मेरी दुल्हन निराली,लग रही हैं प्यारी प्यारी साड़ी लाल पहन निराली,पायल की छनछन प्यारी हरी चुनरिया लाल पर निराली,लग... Hindi · कविता 1 186 Share Dr Manju Saini 28 Jul 2021 · 2 min read शीर्षक- परम्पराओं की बेड़ियां शीर्षक- परम्पराओं की बेड़ियां क्यों रखना चाहते हो मुझे ताउम्र यूँ ही परंपराओं की बेड़ियों में कभी देखा तो होता मेरे मन के भाव को क्या चाहती हूँ मैं चलना... Hindi · कविता 1 160 Share Dr Manju Saini 28 Jul 2021 · 1 min read बुधपूर्णिमा ?बुधपूर्णिमा की शुभकामनाये? बुद्धम शरणम गच्छामि.. यही धर्म है मोक्ष पथगामी मध्यम मार्ग सरल अनुगामी पाँच अनुशीलन हैं इसके चल मानव पालन कर। धम्मं शरणम गच्छामि सत्कर्मों की पूँजी बना... Hindi · कविता 1 194 Share Dr Manju Saini 28 Jul 2021 · 2 min read टीस बहुत हैं प्रश्न बहुत हैं टीस बहुत हैं प्रश्न बहुत हैं आज भी कितने प्रश्न खड़े हैं मेरे सामने प्रश्नों का बवंडर सा उठता हैं और झकझोरता हैं मुझे मेरे अंतर्मन तक आखिर क्यों होता... Hindi · कविता 160 Share Dr Manju Saini 28 Jul 2021 · 1 min read आ ना धीरे धीरे निशा के गुप्प अंधेरे में चांद भी अपनी कला दिखाएं,क्यों हैं इठलाए सफेद रोशनी से प्रकृति को रोशन तो कर जाए, देखो आज तो पेड़ भी शीतल रोशनी देख झुक... Hindi · कविता 1 190 Share Dr Manju Saini 28 Jul 2021 · 1 min read मैं और तुम मायूस मत होना तुम खिलेंगे... फिर से ऐसे ही हमारे चेहरे... बस कुछ दिन और इंतजार... कोरोना जाए बस मिलेंगे... फिर से हम तुम हँसेंगे... मिलजुल फिर यूँ ही इज़हार…... Hindi · कविता 354 Share Dr Manju Saini 28 Jul 2021 · 1 min read मेरा छात्र मेरी आशा मेरा छात्र मेरी आशा अपनी आशा के अनुरूप ही हुई चाह पुरी मेरी,अपने छात्र के रूप में उसको देखकर बदल गए सभी कार्य मेरे उसी दिशा में जिधर ले जाना... Hindi · कविता 1 204 Share Dr Manju Saini 28 Jul 2021 · 2 min read तुमसे ही आशा मेरी तुमसे ही हैं आशा मेरी तो उसपर तुम खरा उतरने वाले आज तुमको हैं ये बताना कल के कर्णधार तुम्ही हो जैसे मेने तुमको शिखाया वैसे ही तुम करते चलना... Hindi · कविता 1 337 Share Dr Manju Saini 28 Jul 2021 · 2 min read चल उठ चल उठ चल उठ और ख़ुद तलाश कर ख़ुद की अपने जीवन की राह ख़ुद कर तय नदियों का रुख मोड़ता चल जिधर भी तू चले राह मिलती जाए चलता... Hindi · कविता 216 Share Dr Manju Saini 28 Jul 2021 · 1 min read मन उत्पात आज मन मे उठे जीवन को लेकर कुछ भाव है क्यो ये अंतरद्वन्द जीवन पथ पट चला है मेरे मन मस्तिष्क में हलचल आज न जाने क्योहैं क्यो जीवन को... Hindi · कविता 205 Share Dr Manju Saini 28 Jul 2021 · 1 min read शीर्षक: गरिमा शीर्षक: गरिमा मैं उन वीर शहीदों के चरणों में शीश नवाती हूँ जो देश-हित बलिदान हुए मैं उनकी गाथा लिखती हूँ। मैं उनकी गाथा गाती हूँ मैं उनकी गाथा कैसे... Hindi · कविता 217 Share Dr Manju Saini 28 Jul 2021 · 1 min read जीवन पथ आज फिर एक नई सुबह एक नयी उमंग नई उम्मीदों के संग बढ़ चले हैं हम जीवन पथ पर अग्रसर। बिना अंजाम की परवाह किए आँखों में नये सपने लिए... Hindi · कविता 579 Share Dr Manju Saini 28 Jul 2021 · 1 min read मंजिल मंज़िल जिसमें मुसाफिर भी हैं हम तुम कारवां भी है साथ ही हमसफ़र भी है,हम प्याला भी हैं मुकाम भी है,पूर्णता भी हैं कदम बढ़ाते जाना है आगे आगे ही... Hindi · कविता 374 Share Dr Manju Saini 28 Jul 2021 · 1 min read बेटियां हर घर की खुशहाली होती हैं बेटियां एक लड़की होती हैं खुशहाली घर की उसी से तो होती हैं खुशियां घर की मां के आंचल में छिप कर बड़ी होती... Hindi · कविता 398 Share Dr Manju Saini 26 Jul 2021 · 1 min read शक्ति शीर्षक: शक्ति माँ तेरी भक्ति में शक्ति,नित नित गान करूँ... माँ वीणा वादिनी शक्ति दायिनी,तेरा मैं गुणगान करूँ मैं सात सुरों में लहर बनाकर माँ तेरी भक्ति करूँ नित्य कीर्ति... Hindi · कविता 303 Share Dr Manju Saini 26 Jul 2021 · 1 min read विषय:शिव विषय:शिव चलो हरिद्वार चलो हरिद्वार शिव बाबा की कावड़ लेने सब की कामना होगी पूरी कावड़ जल ले कर आओ शिव बाबा करे पूर्ण कामना हर हर महादेव बस करते... Hindi · कविता 308 Share Dr Manju Saini 26 Jul 2021 · 1 min read शीर्षक:बताओ मुझे शीर्षक:बताओ मुझे मुझमें बसती है जान तुम्हारी ये हैं मालूम मुझे मेरी बात से करते शुरू दिन हैं मालूम मुझे रात होती मुझसे बात करके तुम्हारी है मालूम मुझे हर... Hindi · कविता 1 307 Share Dr Manju Saini 24 Jul 2021 · 1 min read चाय पर आओ चाय पीने के बहाने तलाशते हैं मिलकर बाते पुरानी याद करते हैं चाय पीने का तो एक बहाना है मिलने का मन आज बनाया हैं बस तुमको तो, अपने... Hindi · कविता 2 2 329 Share Dr Manju Saini 23 Jul 2021 · 1 min read साथ रहना होगा साथ रहना होगा होगा प्रेम साथ रहने से फिर प्रेम न होगा होगा नूर कब तक यूँ साथ रहना होगा होगा बाहों में सुकून तेरी साथ रहना होगा होगा अंग... Hindi · कविता 1 181 Share Dr Manju Saini 22 Jul 2021 · 1 min read हाँ सच में पास से देखा है हां सच मे ही... मैंने मौत को बहुत पास देखा, मैंने माँ को मरते हुए देखा, हिल गई थी मेरे जीवन की रेखा, अनाथ सी हुई जा रही थी मैं,... Hindi · कविता 2 3 423 Share Dr Manju Saini 22 Jul 2021 · 1 min read तुम्हारी बेटी ने माँ तुम्हारी बेटी ने कुछ पल छुपा रखे थे तुम्हारे साथ बिताने को.. मैने कुछ बातें छिपा रखी थी... फुर्सत में तुमसे बताने को.. कुछ पैसे जमा किये थे.... तुम... Hindi · कविता 1 2 472 Share Dr Manju Saini 22 Jul 2021 · 1 min read *माँ स्वर्गसिधारी ****माँ स्वर्गसिधारी**** आँखों में मंजु के आँसू ,दिल में प्यास माँ मेरी स्वर्गलोक में है, स्वर्ग में ही वास कान में गूंजते हैं,माँ के मधुर बोल शब्द सारे कर्णप्रिय थे,ना... Hindi · कविता 1 177 Share Dr Manju Saini 22 Jul 2021 · 1 min read मेरी आशा मेरी आशा शब्द... मेरे शब्द तुम हो एहसास भी तुम ही हो ख्वाब... मेरे ख्वाब भी तुम हो हकीकत भी तुम ही हो तलब... मेरी तलब भी तुम हो ख्वाहिश... Hindi · कविता 388 Share Dr Manju Saini 22 Jul 2021 · 1 min read इस बार राखी त्योहार" इस बार राखी त्योहार" सहमा सा देखो इस बार राखी का त्योहार हम सब हैं देखो कोरोना की हिरासत में इस बार नही है इजाजत भाई के पास जाने की... Hindi · कविता 1 1 203 Share Dr Manju Saini 22 Jul 2021 · 2 min read अपूर्णता में पूर्णता लिए कविता-अपूर्णता में पूर्णता लिए हां! सच ही तो हैं मैं स्त्री हूँ गणित की शून्य ही तो हूँ मैं तुम्हारे लिए मेरा होना भी जरूरी ,पर समय पड़ने पर संख्या... Hindi · कविता 1 2 358 Share Dr Manju Saini 22 Jul 2021 · 1 min read दर्द का मेरे कतरा-कतरा दर्द का मेरे कतरा कतरा मेरे लफ़्ज़ों में झलकेगा मेरी आँखो में झलकेगा फिर भी मेरा इश्क महकेगा। दर्द का मेरे कतरा कतरा हर दम छिपा मेरे आँचल में, मेरे... Hindi · कविता 1 2 157 Share Dr Manju Saini 21 Jul 2021 · 1 min read जश्ने ईद इस वर्ष ईद मनाऊँ कैसे जश्ने ईद दोस्तो संग मनाऊँ कैसे दहल गए है कलेजे सब के , कोरोना के डर से अब के शोर मातम का सुन सुन कर... Hindi · कविता 1 361 Share Dr Manju Saini 21 Jul 2021 · 2 min read :विश्वासघात शब्द:विश्वासघात माँ के सपनो को किया आज चूर्ण-चूर्ण आज तो बोलो की ये विश्वासघात नही है, ये हो क्या गया है हालातों के आगे अब संस्कार देखो बदल गया हैं... Hindi · कविता 1 239 Share Dr Manju Saini 21 Jul 2021 · 3 min read खिड़की मेरे कमरे की खिड़की मेरे कमरे की खिड़की जो है मेरे कमरे की वो मुझें सबसे ज्यादा सुकून देती हैं मुझे राहत के पल देती हैं थकहार जब जाती हूं उसके पास तो... Hindi · कविता 2 743 Share Previous Page 5 Next