आकाश महेशपुरी 506 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next आकाश महेशपुरी 20 Jun 2020 · 1 min read ग़ज़ल- इस तरह दिल चुराने लगी ग़ज़ल- इस तरह दिल चुराने लगी ■■■■■■■■■■■■■■■ इस तरह दिल चुराने लगी वो मुझे गुनगुनाने लगी हो गयी क्या मुहब्बत उसे गेसुओं को सजाने लगी अश्क़ बहने लगे इश्क़ में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 1 501 Share आकाश महेशपुरी 1 Jun 2020 · 1 min read है दुख में जनता...{मत्तगयंद सवैया छंद} है दुख में जनता...{मत्तगयंद सवैया छंद} ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ है दुख में जनता वह जान रहा दुख से अनजान बना है, तुच्छ हुए हम देकर वोट कि लेकर आज महान बना है,... Hindi · सवैया 2 1 852 Share आकाश महेशपुरी 27 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल- पैरों में छाले हैं ग़ज़ल- पैरों में छाले हैं ■■■■■■■■■■■■ सत्ताधीशों के हाँथों में प्याले हैं लेकिन लोगों के पैरों में छाले हैं चलते-चलते चाहे कोई मर जाये उनका क्या वे उड़नखटोले वाले हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 3 825 Share आकाश महेशपुरी 17 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल- अश्क़ बहते रहे रातभर... ग़ज़ल- अश्क़ बहते रहे रातभर... ■■■■■■■■■■■■ अश्क़ बहते रहे रातभर याद है इश्क़ में दर्द का वो सफर याद है जिस जगह पर मुझे छोड़कर तुम गये आज भी वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 462 Share आकाश महेशपुरी 7 May 2020 · 1 min read खुली हुई है मधुशाला खुली हुई है मधुशाला ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ कोरोना के डर से सारे बंद पड़े हैं विद्यालय, मिल-जुल कर मरने की शिक्षा देते अब तो मदिरालय। नहीं किताबें मिल पाएंगी, लगा दुकानों पर... Hindi · कविता 6 722 Share आकाश महेशपुरी 4 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल- इश्क़ में क्यों उसे... ग़ज़ल- इश्क़ में क्यों उसे... ■■■■■■■■■■■■ इश्क़ में क्यों उसे ग़मज़दा कर दिया सोचता हूँ कि मैंने ये क्या कर दिया बातें करता रहा वो मुहब्बत भरी और मैंने उसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 604 Share आकाश महेशपुरी 14 Apr 2020 · 1 min read कोरोना से हिंदुस्तान लड़ेगा... कोरोना से हिंदुस्तान लड़ेगा... ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ जिस कोरोना से घबराया भाई सकल जहान, उस से हिंदुस्तान लड़ेगा मेरा हिंदुस्तान। कोरोना के निशदिन भाई, लाखों गोले फूट रहे हैं। मरते लोग, उखड़तीं... Hindi · गीत 2 598 Share आकाश महेशपुरी 5 Apr 2020 · 1 min read कोरोना संकट पर दोहे कोरोना संकट पर दोहे ■■■■■■■■■■■■■■ ऐसी विपदा आ गयी, हुये सभी मजबूर। लम्बी दूरी नापते, पैदल ही मजदूर।। आया रोग जहाज से, सहम गए हैं लोग। लाये इसे अमीर पर,... Hindi · दोहा 4 1k Share आकाश महेशपुरी 20 Mar 2020 · 1 min read मजहब और अस्पताल मजहब और अस्पताल ■■■■■■■■■ अस्पताल हैं हमें बचाते, मजहब करता है बटवारा। धर्म अनेकों हैं दुनिया में, ईश्वर के भी नाम कई हैं। जगह जगह पूजालय लाखों, इस धरती पर... Hindi · कविता 3 1 492 Share आकाश महेशपुरी 17 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल- यार मेरा कमाल करता है ग़ज़ल- यार मेरा कमाल करता है ■■■■■■■■■■■ यार मेरा कमाल करता है दुश्मनी बेमिसाल करता है बोलो कैसा मिज़ाज है तेरा चोट देकर सवाल करता है आजकल मतलबी सी दुनिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 714 Share आकाश महेशपुरी 11 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल- ये जरूरी बहुत... ग़ज़ल- ये जरूरी बहुत... ■■■■■■■■■■■ ये जरूरी बहुत वादियों के लिए छोड़ दो फूलों को तितलियों के लिए पेड़ की ही वजह से हैं सांसे तेरी यूँ न काटो इसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 442 Share आकाश महेशपुरी 5 Mar 2020 · 1 min read कोरोना वायरस कोरोना वायरस ■■■■■■■■■■■■■■■ कोरोना यह वायरस, जो मानव की देन। इतना ताकतवर हुआ, पल पल देता पेन। पल पल देता पेन, नाक बहने लगती है। आती रहती छींक, देह तपने... Hindi · कुण्डलिया 5 5 898 Share आकाश महेशपुरी 2 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल- ऐसी दीवार है दरमियाँ आजकल ग़ज़ल- ऐसी दीवार है दरमियाँ आजकल ■■■■■■■■■■■■■■ ऐसी दीवार है दरमियाँ आजकल वह सुनेगा नहीं सिसकियाँ आजकल खेलता था कभी साथ मेरे वही खोलता भी नहीं खिड़कियाँ आजकल जिसने मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 825 Share आकाश महेशपुरी 19 Feb 2020 · 1 min read ग़ज़ल- जो अपने सामने हर शख़्स को कंकर समझता है ग़ज़ल- जो अपने सामने... ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ जो अपने सामने हर शख़्स को कंकर समझता है ज़माना ऐसे लोगों को कहाँ बेहतर समझता है जरा सी हो गई शोहरत तो अपनी शान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 462 Share आकाश महेशपुरी 17 Feb 2020 · 1 min read मुक्तक- कहाँ खुशबू मिलेगी यह.. मुक्तक- कहाँ खुशबू मिलेगी यह.. ■■■■■■■■■■■■■■■■ कहाँ खुशबू मिलेगी यह कहाँ ये फूल पाएंगे, हवा मिट्टी न इस पावन धरा की धूल पाएंगे, यहाँ हमने बिताए हैं हसीं पल जिंदगी... Hindi · मुक्तक 1 308 Share आकाश महेशपुरी 15 Feb 2020 · 1 min read गीत- ...नील गाय खा जाती है गीत- ...नील गाय खा जाती है ■■■■■■■■■■■■■■■■■■ खेतों की रखवाली करते नींद हमें कब आती है? पर जो भी फसलें बोते हम नील गाय खा जाती है। रोज पसीना खूब... Hindi · गीत 6 2 1k Share आकाश महेशपुरी 10 Feb 2020 · 1 min read ग़ज़ल- तुझे ग़म को छुपाना चाहिए था ग़ज़ल- तुझे ग़म को छुपाना चाहिए था ■■■■■■■■■■■■■ तुझे ग़म को छुपाना चाहिए था नहीं आँसू बहाना चाहिए था वो फोटो ले रहा था जब तुम्हारा जरा सा मुस्कुराना चाहिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 565 Share आकाश महेशपुरी 4 Feb 2020 · 1 min read घनाक्षरी- पेड़ की कृपा घनाक्षरी- पेड़ की कृपा ■■■■■■■■■■■■■ पेड़ों पर इतना न ज़ुल्म करो बन्धु मेरे, पेड़ की कृपा से सभी जीव यहाँ पलते। फल चखने के लिए मारते हो पत्थरों से, फिर... Hindi · घनाक्षरी 5 497 Share आकाश महेशपुरी 1 Feb 2020 · 1 min read मधुमास {मत्तगयंद सवैया छंद} मधुमास {मत्तगयंद सवैया छंद} ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ झूम चली मधुमास लिये यह गंध भरी पछुवा मतवाली, रंग भरे बहु फूल खिले गुलजार हुई तरु की हर डाली, किन्तु उदास रहे मन आज... Hindi · सवैया 3 1 514 Share आकाश महेशपुरी 31 Jan 2020 · 1 min read ग़ज़ल- मुहब्बत का खजाना... ग़ज़ल- मुहब्बत का खजाना... ■■■■■■■■■■■ मुहब्बत का खजाना चाहता हूँ नहीं दौलत कमाना चाहता हूँ कोई अपना मिले या हो पराया गले सबको लगाना चाहता हूँ भले कोई करे नफ़रत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 290 Share आकाश महेशपुरी 27 Jan 2020 · 1 min read ग़ज़ल- चुराकर दिल मेरा... ग़ज़ल- चुराकर दिल मेरा... ■■■■■■■■■■■■■■■■ चुराकर दिल मेरा तुम आज मुझसे दूर जाते हो मुहब्बत में बताओ क्यों किये मजबूर जाते हो तेरे सजदे में मेरा सर झुका रहता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 282 Share आकाश महेशपुरी 26 Jan 2020 · 1 min read ग़ज़ल- तड़पने के लिए मुझको... ग़ज़ल- तड़पने के लिए मुझको... ■■■■■■■■■■■■■■■■■ तड़पने के लिए मुझको भले मजबूर करता है, मेरा दिलदार मुझको प्यार भी भरपूर करता है। मुझे देता है तन्हाई मुहब्बत के सफ़र में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 397 Share आकाश महेशपुरी 21 Jan 2020 · 1 min read गीत- जिंदगी की कहानी गीत- जिंदगी की कहानी ■■■■■■■■■■■ यही है सुनो जिंदगी की कहानी, कि चादर नई रोज होती पुरानी। कोई जन्म ले, साल बीते, खड़ा हो, है घटती उमर जिस्म जितना बड़ा... Hindi · गीत 1 503 Share आकाश महेशपुरी 18 Jan 2020 · 1 min read याद करो जब बालक थे हम...(सवैया) याद करो जब बालक थे हम संशय का यह भाव नहीं था, थीं खुशियाँ भरपूर किसी जन से तब हाय दुराव नहीं था, उम्र बढ़ी मन खिन्न रहे उर कष्ट... Hindi · सवैया 2 2 745 Share आकाश महेशपुरी 14 Jan 2020 · 1 min read गीत- तुमसे मिलन की चाह में... गीत- तुमसे मिलन की चाह में... ■■■■■■■■■■■■■■■■■ तुमसे मिलन की चाह में इतना दिवाना हो गया कल ही मिला तुमसे मगर लगता ज़माना हो गया है याद आती चूड़ियों की... Hindi · गीत 1 2 723 Share आकाश महेशपुरी 11 Jan 2020 · 1 min read गीत- हिंदी से तुम प्यार करो गीत- हिंदी से भाई प्यार करो ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ हिंदी की बिंदी से भाई भारत का तुम श्रृंगार करो, दुनिया में यह रौशन होगी, घर में पहले स्वीकार करो। तेरी माँ की... Hindi · गीत 11 8 1k Share आकाश महेशपुरी 9 Jan 2020 · 1 min read ग़ज़ल- धैर्य मेरा खो रहा है ग़ज़ल- धैर्य मेरा खो रहा है ■■■■■■■■■■ धैर्य मेरा खो रहा है हाय यह क्या हो रहा है लोग कहते कवि मुझे पर ज्ञान मेरा सो रहा है है हँसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 556 Share आकाश महेशपुरी 4 Jan 2020 · 1 min read ग़ज़ल- हे जनता के सेवक... ग़ज़ल- हे जनता के सेवक... ■■■■■■■■■■■■ हे जनता के सेवक मेरी बात सुनो भूखे-प्यासे कट जाती है रात सुनो रोजी-रोटी ढूँढ रहे हम शहरों में पाते हैं लेकिन केवल आघात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 642 Share आकाश महेशपुरी 30 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल- ऐ सनम जबसे तू... ग़ज़ल- ऐ सनम जबसे तू... ■■■■■■■■■■■■ ऐ सनम जबसे तू आ गयी पास है, ये मेरी जिंदगी हो गयी खास है। जो हमें पास लाकर जवां हो गयी, वो मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 650 Share आकाश महेशपुरी 24 Dec 2019 · 1 min read गीत- याद करो बलिदान को जाति-धर्म की बातें कर यूँ मत बाँटो इंसान को, मिल-जुल कर तुम रहो बचा लो अपने देश महान को। कुछ नेता बस घात करेंगे, झगड़े वाली बात करेंगे। जेठ महीने... Hindi · गीत 5 4 1k Share आकाश महेशपुरी 21 Dec 2019 · 1 min read भारत माता की पुकार ऐ मेरे बच्चों जरा मिल-जुल के रहना सीख लो भाई भाई हो सभी तुम प्यार करना सीख लो तेरी इस माँ भारती को रौंदने आ जायेगा बैर आपस में रखोगे... Hindi · गीत 6 6 1k Share आकाश महेशपुरी 12 Dec 2019 · 1 min read कुण्डलिया- बिक जाते बिन मोल कुण्डलिया- बिक जाते बिन मोल ■■■■■■■■■■■■■■■■ कविता पढ़कर साथियों, हम जाते हैं हार। लेकिन आयोजक नहीं, देते पैसे चार। देते पैसे चार, महज़ माला पहनाते। कहते कवि मशहूर, और ताली... Hindi · कुण्डलिया 1 276 Share आकाश महेशपुरी 11 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल- रुकती ग़म की... ग़ज़ल- रुकती ग़म की... ■■■■■■■■■■■ रुकती ग़म की कभी न धारा है इस नदी का नहीं किनारा है धन की खातिर ज़मीर को बेचूँ यह तो बिल्कुल नहीं गँवारा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 251 Share आकाश महेशपुरी 4 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल- आँखें बता रहीं हैं... ग़ज़ल- आँखें बता रहीं हैं... ■■■■■■■■■■■■■■ आँखें बता रहीं हैं कि इनकार है नहीं शायद लबों ने झूठ कहा प्यार है नहीं दिल हारने का भी सुनों अपना ही है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 207 Share आकाश महेशपुरी 23 Nov 2019 · 1 min read ग़ज़ल- मैंने जिसको कहा पराया है ग़ज़ल- मैंने जिसको कहा पराया है ■■■■■■■■■■■■ मैंने जिसको कहा पराया है पहले दुख में वही तो आया है हर किसी शय में दिख रहा है वो जैसे आँखों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 224 Share आकाश महेशपुरी 20 Nov 2019 · 1 min read ग़ज़ल- मैं खा कर दवाई... ग़ज़ल- मैं खा कर दवाई... ■■■■■■■■■■■■ मैं' खा कर दवाई वजन कर रहा हूँ कि जिन्दा रहूँ ये जतन कर रहा हूँ मैं' आगे बढ़ूँ सोच मेरी है' लेकिन बड़ी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 417 Share आकाश महेशपुरी 16 Nov 2019 · 1 min read गीत- उन बच्चों का जीवन भी तो जीवन है गीत- उन बच्चों का जीवन भी तो जीवन है ■□■□■□■□■□■□■□■ जिनके हैं माँ-बाप नहीं, बस क्रंदन है उन बच्चों का जीवन भी तो जीवन है भूखे प्यासे सड़कों पर दिख... Hindi · गीत 4 3 592 Share आकाश महेशपुरी 7 Nov 2019 · 1 min read ग़ज़ल- रोटी और मकान नहीं है ग़ज़ल- रोटी और मकान नहीं है □■□■□■□■□■□ रोटी और मकान नहीं है जीवन यह आसान नहीं है खुद की बदहाली पर सोचो रोता कौन किसान नहीं है फुटपाथों पर सोने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 586 Share आकाश महेशपुरी 28 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल- नून रोटी रोज़ खाते रहे गये ग़ज़ल- नून रोटी रोज़ खाते रह गए ■□■□■□■□■□■□■ नून-रोटी रोज़ खाते रह गये पर कलम यूँ ही चलाते रह गये इससे अच्छा हम चलाते फावड़ा गीत ग़ज़लें ही बनाते रह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 281 Share आकाश महेशपुरी 24 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल- जज़्बात से खेला... ग़ज़ल- जज़्बात से खेला... ■□□■□□■□□■□□■□□■ जज़्बात से खेला मुझे बीमार है किया शिद्दत से हाय मैंने जिसे प्यार है किया जिसने कहा कि प्यार ये बिकता नहीं कभी उसने ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 207 Share आकाश महेशपुरी 20 Oct 2019 · 1 min read एकता कायम रहे...पाँच मुक्तक एकता कायम रहे...पाँच मुक्तक ●●●●●●●●●●●●●●● 1- अपनों से जो लड़ोगे बिखर जाओगे सुनो जलने लगेंगे गाँव किधर जाओगे सुनो लड़ना कभी न भाइयों आपस में है कसम मिल-जुल के तुम... Hindi · मुक्तक 3 2 494 Share आकाश महेशपुरी 16 Oct 2019 · 1 min read दोहे- जनता मालिक है मगर... दोहे- जनता मालिक है मगर... ■■□■■□■■□■■□■■ नेताओं की बात पर, मत करना मतभेद। लोकतंत्र की नाव में, ये करते हैं छेद।। कुछ नेता गूंगे यहाँ, कुछ इतने वाचाल। एवरेस्ट के... Hindi · दोहा 9 1 555 Share आकाश महेशपुरी 4 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल- मंज़र नहीं देखा ग़ज़ल- मंज़र नहीं देखा ■□□■□□■□□■□□■□□■ भीतर की हलचलों का वो मंज़र नहीं देखा सबने मुझे देखा मेरे अंदर नहीं देखा सब लोग मानते रहे हैं कोयला मुझे हीरे को जौहरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 449 Share आकाश महेशपुरी 30 Sep 2019 · 1 min read मुक्तक- कोई जवाब दो मुक्तक- कोई जवाब दो □□■□□■□□■□□■□□ कहता नहीं हूँ मैं कभी दिल की किताब दो लेकिन ख़तों का आज तो कोई जवाब दो मैंने तुझे आँखों की है पुतली में रख... Hindi · मुक्तक 2 314 Share आकाश महेशपुरी 15 Sep 2019 · 1 min read मुक्तक- तेरे प्यार में मुक्तक- तेरे प्यार में बैठा रहा मैं दिन में आधी रात की कभी चाहा बहुत मगर न कोई बात की कभी मैं आज भी रोता हूँ सनम तेरे प्यार में... Hindi · मुक्तक 2 1 260 Share आकाश महेशपुरी 15 Sep 2019 · 1 min read मुक्तक- मुझसा नहीं मिलेगा मुक्तक- मुझसा नहीं मिलेगा यादों को मेरी तुम गये क्यूँ भूल साथिया तेरे कदम का था नहीं मैं धूल साथिया ले के चिराग ढूंढना सारे जहान में मुझसा नहीं मिलेगा... Hindi · मुक्तक 2 290 Share आकाश महेशपुरी 12 Sep 2019 · 1 min read मुक्तक- घायल हुआ हूँ मैं मुक्तक- घायल हुआ हूँ मैं ~~~ तुमसे नज़र मिली है तो घायल हुआ हूँ मैं तेरे निखरते रूप का कायल हुआ हूँ मैं कोई किसी की चाह में गिरता नहीं... Hindi · मुक्तक 1 280 Share आकाश महेशपुरी 1 Sep 2019 · 1 min read व्याधियाँ (घनाक्षरी छंद) व्याधियाँ (घनाक्षरी छंद) ■■■■■■■■■■■■■■ दवा के बिना तो नहीं बचती फसल अब, हवा में है घुल गया देखिए ज़हर भी। रोज रोज इतनी दवाई हम खा रहे हैं, कम हो... Hindi · घनाक्षरी 2 634 Share आकाश महेशपुरी 22 Aug 2019 · 1 min read बुढ़ापा {घनाक्षरी} बुढ़ापा {घनाक्षरी} □■■■□■■■□■■■□ हो के नौजवान तुम हँसते हो वृद्धों पर, तेरी बात तेरी माँ को देखना रुलायेगी। जो सारे संस्कार तुम भूलते ही जा रहे हो, अब तेरे तात... Hindi · घनाक्षरी 4 1 656 Share आकाश महेशपुरी 17 Aug 2019 · 1 min read कविता- हँसी ठिठोली कर लें आओ कविता- हँसी ठिठोली कर लें आओ □■■■□■■■□■■■□ दुनिया के कुछ लोग हमेशा, रहते हैं मुरझाए। हँसी-ठिठोली कर लें आओ, हर कोई मुस्काए।। बीवी जिसकी कद्दू जैसी, वह ककड़ी का भ्राता।... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 6 1 788 Share Previous Page 7 Next