सुरेश कुमार चतुर्वेदी Tag: मुक्तक 159 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुरेश कुमार चतुर्वेदी 31 Mar 2024 · 1 min read आईने के सामने आईने के सामने, सच नहीं छुपता जनाब जैंसे हैं आप वैसे, दिखता है साफ-साफ दिल भी तो है एक आईना, पल-पल की खबर है दुनिया से गर छुपा लो, दिल... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 3 51 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 24 Feb 2023 · 1 min read ऋतु सुषमा बसंत गमक उठीं हैं पुष्प लताऐं,महक उठा संसार ऋतुराज का आगमन,वांट रहा उपहार सौंदर्य प्रेम विखेर प्रकृति,मना रही त्यौहार मन भावन चल रहीं हवाएं , भीनी मस्त बहार सुरेश कुमार चतुर्वेदी Hindi · मुक्तक 181 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Feb 2023 · 1 min read नित्य तो केवल आत्मा और ईश्वर है ऐश्वर्य सत्ता प्रभुत्व, रूप रंग और स्वास्थ्य क्षीण होते हैं सभी, कालचक्र के साथ जीवन महल भी, धराशायी हो जाएगा पद पैसा प्रतिष्ठा, कुछ न काम आएगा अनित्य संसार में,सब... Hindi · मुक्तक 3 1 236 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Feb 2023 · 1 min read गीत नए गाने होंगे सपने नए सजाने होंगे, गीत नए गाने होंगे जीना है तो सींना है, पथ भी नए बनाने होंगे कष्ट कई आते हर पथ में,कंटक सभी हटाने होंगे चलते रहना ही... Hindi · मुक्तक 6 4 316 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 Dec 2022 · 1 min read जानवर और आदमी में फर्क जानवर और आदमी में फर्क बुद्धि विवेक का ही है वाकी निद्रा मैथुन आहार, जानवर भी करते हैं जानवर आज भी अपनी प्रकृति से चल रहा है आदमी अपनी प्रकृति... Hindi · Daily Writing Challenge · मुक्तक 2 500 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 12 Dec 2022 · 1 min read मानव मूल्य व्यवहार सोच नजरिया, मानव मूल्य बनाते हैं परिष्कृत कर जीवन, गरिमामय सार्थक बनाते हैं उचित-अनुचित वांछित अवांछित, करणीय अकरणीय हमें बताते हैं मानव मूल्य ही मानव को लक्ष तक पहुंचाते... Hindi · Daily Writing Challenge · मुक्तक 1 259 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Dec 2022 · 1 min read एड्स से बचिए, दूसरे को बचाइए सचरित्र रहिए, संतान सचरित्र बनाइए सारी दुनिया को एड्स से बचाइए बचाव ही साधन है,समझो और समझाइए खुद सुरक्षित रहें, दूसरों को भी बचाइए असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई विना... Hindi · मुक्तक 2 82 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 Nov 2022 · 1 min read दुनिया भय मुक्त बनाना है अज्ञान दरिद्रता भय जड़ता,जग से दूर भगाना है सत्य अहिंसा प्रेम भाव, दुनिया में हमें जगाना है हिंसा द्वेष आतंकवाद, संसार से दूर भगाना है स्वर्ग से सुंदर सम्पूर्ण विश्व... Hindi · Daily Writing Challenge · मुक्तक 3 240 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 Oct 2022 · 1 min read आप जैंसे नेता ही,देश को आगे ले जाएंगे आप ने अपनी तस्वीरें,देश भर के अखबारों में छपा लीं मुफ्त में सरकारी धन बांटकर, प्रसिद्धि पा ली अब भारतीय करंसी पर, लक्ष्मी गणेश छपबाएंगे आप की कृपा से,सब धनाढ्य... Hindi · मुक्तक 4 7 208 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 23 Oct 2022 · 1 min read गीत हरदम प्रेम का सदा गुनगुनाते रहें मिले स्वास्थ्य का शाही खजाना,सुख शांति आनंद मिलें जीवन पथ प्रकाशित हो, सदा सुमन से आप खिलें दीप से जलते रहें, फूल से खिलते रहें ज्ञान के आलोक से,सुरभित जहां... Hindi · मुक्तक 5 4 330 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 Oct 2022 · 1 min read भ़ष्टाचारियों को नमन 🙏 बहुत ही खाऊ है रे बाबा..... रिश्वत खाता है खिलाओगे तो ठीक है.....बर्णा आपत्ति लगाता है क्या बताऊं रे बाबा....... जाने कौन कौन से नियम लगाता है न जाने कहां... Hindi · मुक्तक 6 1 187 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 12 Oct 2022 · 1 min read मोक्षदायिनी उज्जैयिनी जहां शिवमय है कण कण जगमग जगमग दमक उठा, महाकाल का आंगन वरनि न जाए छटा निराली, महाकाल लोक मनभावन क्षिप्रा जी के घाट सजे हैं,भरा हुआ जल पावन मोक्षदायिनी उज्जैयिनी, शिव का निवास महावन... Hindi · मुक्तक 4 270 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Sep 2022 · 1 min read आम आदमी अन्ना जी, ठगे ठगे रह गए आए थे भ़ष्टाचार मिटाने, भ़ष्टाचार में खो गए कुर्सी पर बैठते ही, आप भी भ़ष्ट हो गए भूल गए आदर्श सभी, आचार विचार खो गए लोकपाल लुप्त हुआ, मूल्य सभी... Hindi · मुक्तक 6 4 242 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 Aug 2022 · 1 min read नवनिर्माण करें राष्ट्र का, करें श्रेष्ठ अपना अर्पण कर्मयोग से करें निरंतर, कालचक्र परिवर्तन निश्चय होंगे संकल्प सिद्ध, नवोन्मेष नवसृजन मंगलकारी स्वप्न सत्य हों, करें सत्य आराधन नवनिर्माण करें राष्ट्र का, करें श्रेष्ठ अपना अर्पण आओ पंचप़ण पूर्ण... Hindi · मुक्तक 3 4 234 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 9 Aug 2022 · 1 min read आदिवासी दिवस आदिकाल से मनुज तुम्हारा, है धरती पर बास बुद्धि कौशल ज्ञान से, आज हो गए खास आदिवासी सभी थे, शहरी हो गए आज कंदराओं से निकलकर, सभ्यताओं का राज आदिवासी... Hindi · मुक्तक 3 2 277 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 27 Jul 2022 · 1 min read सुख की कामना हर आदमी लगा है, सुख की तलाश में जिंदगी लगा दी, सुखों की आस में मृगमारीचका की अंतहीन प्यास में धन शक्ति और पद की, पागल है चाह में भौतिक... Hindi · मुक्तक 2 2 284 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 Jul 2022 · 1 min read भारतीय लोकतंत्र की मुर्मू, एक जीवंत कहानी हैं भारतीय लोकतंत्र की मुर्मू, एक जीवंत कहानी हैं प्रजातंत्र में सभी बराबर,द़ोपदी एक निशानी हैं भारतीय नारी के धैर्य साहस की, सूरत जानी मानी हैं बात्सल्य प्रेम और करुणा ,... Hindi · मुक्तक 2 2 282 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 Jul 2022 · 1 min read स्वाबलंबन स्वाबलंबन मनुज का, उत्तम सुख का कारक है धैर्य संयम पुरुषार्थ, मनुष्य जीवन का उद्धारक है सदगुणों से संपन्न मनुज, जीवन में उन्नति करते हैं सद्कर्मों में लगे मनुज, समाज... Hindi · मुक्तक 2 2 383 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 21 Jul 2022 · 1 min read शुभ मुहूर्त वही है शुभ योग मुहुर्त,जब शुभ का शुभारंभ हो जाए अपने तन मन धन से,शुभ कार्य कोई भी हो जाए वही घड़ी शुभ लग्न सही है,जब कार्य सार्थक हो जाए... Hindi · मुक्तक 3 2 373 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 20 Jul 2022 · 1 min read सावधान हो जाओ, मुफ्त रेवड़ियां बांटने बालों सावधान हो जाओ, मुफ्त रेवड़ियां बांटने वाले हम भी न हो जाएं दिवालिया, पड़ जाएं खाने के लाले सत्ता और कुर्सी लालची,जब वे लगाम होते हैं लोकलुभावन घोषणाएं कर, सत्ता... Hindi · मुक्तक 4 4 478 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 8 Jul 2022 · 1 min read ये कैंसी अभिव्यक्ति है, ये कैसी आज़ादी ये कैंसी अभिव्यक्ति?,ये कैसी आज़ादी है? व्यक्तिगत मामला बता रहे, पिटवा रहे मुनादी है भले किसी को ठेस लगे,चाहे किसी का गला कटे भड़क जाएं दंगे दुनिया में,चाहे लाशों से... Hindi · मुक्तक 2 2 295 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 Jun 2022 · 1 min read मनुज शरीरों में भी वंदा, पशुवत जीवन जीता है अंधकूप में पड़ा हुआ,बिषय बारुणी पीता है मृगतृष्णा में पड़ा हुआ,मरा हुआ जीता है घनघोर तिमिर में पड़ा हुआ ,बिष को अमृत कहता है पड़ा असीमित कामनाओं में,वौराया सा रहता... Hindi · मुक्तक 5 4 263 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 Jun 2022 · 1 min read चाहत कुर्सी की जागी चाहत कुर्सी की जागी, अपने दल से हो गए बागी आत्मा उनकी जागी,बन गए वे वैरागी अब तक तो थे रागी, अब रागों से आत्मा भागी सत्ता शहजादी से प्रेम... Hindi · मुक्तक 5 4 301 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 10 Jun 2022 · 1 min read पानी के लिए लड़ेगी दुनिया, नहीं मिलेगा चुल्लू भर सूख गए जल स्रोत, भूजल चला गया है नीचे चीर रहा धरती का सीना,मानव आंखें मीचे भर रहा सीमेंट कांक्रीट से, व्यर्थ गया जल वह वह कर प्रदूषित जल वहा... Hindi · मुक्तक 5 1 269 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Jun 2022 · 1 min read नहीं बचेगी जल विन मीन सिमट रहे जल जंगल जमीन, क्यों तुम बजा रहे हो वीन नहीं बचाया तुमने इनको,हो जाओगे तुम भी लीन आंख मूंदकर सोते हो, क्यों तुम बन बैठे हो दीन तुम... Hindi · मुक्तक 4 4 323 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 31 May 2022 · 1 min read जिंदगी या मौत? आपको क्या चाहिए? जानवर भी जिस चीज को, आदमी चबा चबाकर खाता है जानबूझकर अपनी मौत को, तम्बाकू के शौक से बुलाता है तम्बाकू गुटखा बीड़ी सिगरेट, अफीम गांजा मौत की निशानी है... Hindi · मुक्तक 2 2 415 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 May 2022 · 1 min read उड़ जाएगा एक दिन पंछी, धुआं धुआं हो जाएगा उड़ जाएगा एक दिन पंछी, धुआं धुआं हो जाएगा आखिर एक दिन छोड़ सभी,लोक दूसरे जाएगा क्या तेरा क्या मेरा जग में,सब यहीं पड़ा रह जाएगा झूठीं काया झूंठी माया,सद... Hindi · मुक्तक 1 549 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 May 2022 · 1 min read धर्म निरपेक्ष चश्मा बड़ा अजीब है चश्मा इनकी धर्मनिरपेक्षता का? हरा ही हरा दिखता है? हदें पार कर रहा इस्लामी आतंक धर्मान्धता ? चश्मे से नहीं दिखता है? बड़ी गहरी समझ है भावनाओं... Hindi · मुक्तक 1 474 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 May 2022 · 1 min read मुफ्तखोरी की हुजूर हद हो गई है मुफ्तखोरी की हजूर हद हो गई है ख़ज़ाने की हालत गंभीर हो गई है नहीं वो दिन दूर है, किस्सा बहुत मशहूर है कब तक उधार लेकर,घी पिएंगे पैर चादर... Hindi · मुक्तक 3 2 476 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 21 May 2022 · 1 min read महामोह की महानिशा महामोह की महानिशा जीवन में गहराई बंधी हुई माया की पट्टी छूट गई सच्चाई चला चली की बेला में याद सत्य की आई सुरेश कुमार चतुर्वेदी Hindi · मुक्तक 1 2 185 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 May 2022 · 1 min read परम पिता की सब संतानें, विश्व एक परिवार है परम पिता की सब संतानें, विश्व एक परिवार है सनातन भारतीय संस्कृति का, उत्तम एक विचार है प्रेम भाव मिल जुल कर रहना, मानवता का सार है भारतीय परिवारों में... Hindi · मुक्तक 3 122 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 11 May 2022 · 1 min read विभाजन की विभीषिका मजहबी उन्माद ने मेरे भारत में जहर भरा टूट गया गांधी का सपना भारत-पाकिस्तान बना गहरे घाव दे गई त्रासदी मानवता का गला घुटा बीस लाख लोग मर गए जहर... Hindi · मुक्तक 2 480 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 10 May 2022 · 1 min read मत ज़हर हबा में घोल रे वंदे आंखें खोल रे, मत ज़हर हबा में घोल रे हबा है तेरी जीवन रेखा, क्यों न जाने मोल रे काट रहा नित पेड़ पुराने, क्यों न पेड़ की महिमा... Hindi · मुक्तक 2 1 642 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 7 May 2022 · 1 min read भारतीय संस्कृति के सेतु आदि शंकराचार्य पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण एक सूत्र में पिरोया एकता अखंडता के बीजों को चार दिशाओं में वोया भारतीय सनातन संस्कृति को दुनिया को समझाया मानव कल्याण के लिए अद्वैत दर्शन... Hindi · मुक्तक 3 2 469 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 May 2022 · 1 min read मयंक के जन्मदिन पर बधाई जन्म दिन पर शुभाशीषें, ढेरों तुम्हारे नाम हैं सदा सुखी हो जिंदगी, खुशियों का मिले मुकाम है मंजिलों पर मंजिलें, तुम्हारी सदा आसान हों भोर हो तुम्हारी सुनहरी और सुनहरी... Hindi · मुक्तक 3 391 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 24 Apr 2022 · 1 min read पंचायत पंचायतीराज याने लोकतांत्रिक व्यवस्था न्याय की उत्तम व्यवस्था,प़णाली बड़ी पुरानी है पंच परमेश्वर की वाणी, पंचायत बहुत पुरानी है पंचों की निष्पक्ष राय, लोकतंत्र की द्योतक है एक मत और आम राय, लोकमत की... Hindi · मुक्तक 1 91 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 Mar 2022 · 1 min read सिर और नाक फोड़ डाली माननीयों ने छोड़ी लोकलाज, मर्यादा तार तार कर डाली पश्चिमी बंगाल बिधान सभा में, सिर और नाक फोड़ डाली क्या यह असंबैधानिक कृत्य, गिरते मूल्यों का दर्पण है? राजनैतिक कटुता... Hindi · मुक्तक 3 3 152 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 12 Mar 2022 · 1 min read वे जनता की सेवा को फड़फड़ा रहे हैं अन्ना आंदोलन से जन्मे केजरीवाल, घाघ नेता हो गए दिल्ली से झाडू लेकर पंजाब पहुंच गए अब कहते हैं सारे देश में इंकलाब लाएंगे सारे देश में पर फैलाएंगे बिजली... Hindi · मुक्तक 4 8 352 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 11 Mar 2022 · 1 min read जनता बेमतलब के मुद्दे नहीं काम चाहती है जाति पाति धर्म संप्रदाय,सब ध्वस्त हो गए परिवारवाद के किले,सब पस्त हो गए दल बदलुओं के मंसूबे,सब नष्ट हो गए जनता ने काम पर भरोसा जताया विकास बाद पर बटन... Hindi · मुक्तक 4 4 170 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 10 Mar 2022 · 1 min read मोदी जी का जादू फिर चल गया मोदी का जादू फिर चल गया चार राज्यों में फिर कमल खिल गया जाति पाति धर्म संप्रदाय से उठकर यू पी की जनता ने वोट कर दिया योगी आदित्यनाथ का... Hindi · मुक्तक 3 4 198 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 9 Mar 2022 · 1 min read अहंकार गुण प्रतिभा पद धन वैभव का, अहंकार आ जाता है अहंकार का अंधकार, हर सदगुण को ढक जाता है मैं ही सबसे श्रेष्ठ हूं जग में, भाव जब आ जाता... Hindi · मुक्तक 4 2 275 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Mar 2022 · 1 min read स्वामी रामकृष्ण परमहंस जयंती स्वामी रामकृष्ण परमहंस ने, स्वामी विवेकानंद को गढ़ा सारी दुनिया ने भारतीय संस्कृति,संत के विचारों को पढ़ा भारत ही नहीं, सारी दुनिया के युवाओं में जोश भर दिया भारतीय संस्कृति... Hindi · मुक्तक 3 2 229 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 3 Mar 2022 · 1 min read नसीहत जाते हो परदेश पुत्र, याद नसीहत रखना निंदित कर्मों को छोड़ जगत में, कर्म चाहे जो करना पर स्त्री मां बहन समझना, कभी कुदृष्टि ना रखना परधन धूल समान जानना,... Hindi · मुक्तक 2 2 244 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Feb 2022 · 1 min read युद्धों के परिणाम जन धन मन की हानि, युद्धों के परिणाम में लड़ें चाहे कोई भी,प़भावित दुनिया काम में कितने सैनिक मरते हैं, निर्दोष नागरिक मरते हैं स्त्री बच्चे और बुजुर्ग, विधवा यतीम... Hindi · मुक्तक 4 2 174 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 Feb 2022 · 1 min read तारीख कह रही है,दो दो, दो,दो हजार दो दो, जवाब दो तारीख दो दो,दो,दो हजार दो दो बीसवीं सदी के बाइस साल हो गए स्वतंत्रता को पचहत्तर पूरे हो गए जो कसमें वादे किए थे, कितने पूरे हो गए कितने अधूरे... Hindi · मुक्तक 5 4 323 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 21 Feb 2022 · 1 min read विश्व की हर भाषा बोली को सादर मेरा प्रणाम अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर, सबको सादर प्रणाम अपनी अपनी मातृभाषा में, स्वीकारें मेरा राम राम मां, मातृभाषा और मातृभूमि, मां के पेट से मिलती है मां जो बोलती है बह... Hindi · मुक्तक 5 4 173 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 19 Feb 2022 · 1 min read वीर शिवा से युवा चाहिए जो खुद को ऊंचा उठा सके धर्म को अपने बचा सके देश को आगे बढ़ा सके दुश्मन को अपने कुचल सके भारत को ऐंसे युवा चाहिए वीर शिवा से युवा... Hindi · मुक्तक 4 382 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 16 Feb 2022 · 1 min read बप्पी दा को श्रद्धांजलि बप्पी लाहिड़ी को शत् शत् नमन बप्पी लाहिड़ी को शत् शत् नमन तुम्हारे विन दिल का, खाली है चमन याद आ रहा है........ दमा दम ले ले दमा..... गीत और... Hindi · मुक्तक 3 197 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 16 Feb 2022 · 1 min read संत रविदास जी कर से करम,मन से धरम, रविदास अपनायो आत्म ज्योति प्रकाशित कर, हरिनाम जिन गायो जाति पाति नहिं ऊंच नीच,करमन भेद बतायो सुख शांति संतोष कर्म संग, राम नाम गुण गायो... Hindi · मुक्तक 2 2 231 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 10 Feb 2022 · 1 min read बसंत गमक उठीं हैं पुष्प लताऐं,महक उठा संसार ऋतुराज का आगमन,वांट रहा उपहार सौंदर्य प्रेम विखेर प्रकृति,मना रही त्यौहार मन भावन चल रहीं हवाएं , भीनी मस्त बहार सुरेश कुमार चतुर्वेदी Hindi · मुक्तक 6 8 405 Share Page 1 Next