Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Feb 2022 · 1 min read

वीर शिवा से युवा चाहिए

जो खुद को ऊंचा उठा सके
धर्म को अपने बचा सके
देश को आगे बढ़ा सके
दुश्मन को अपने कुचल सके
भारत को ऐंसे युवा चाहिए
वीर शिवा से युवा चाहिए
हर जन इतना सजग चाहिए
मातृभूमि पर मर मिट जाए
रक्षा में अपने शीश चढ़ाए
युवाओं का अवदान चाहिए
छत्रपति शिवाजी महाराज की जय
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
4 Likes · 375 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
"मूलमंत्र"
Dr. Kishan tandon kranti
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
आर.एस. 'प्रीतम'
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
Tarun Garg
23/138.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/138.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी एक भंवर है
जिंदगी एक भंवर है
Harminder Kaur
शर्म करो
शर्म करो
Sanjay ' शून्य'
जागेगा अवाम
जागेगा अवाम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
रदुतिया
रदुतिया
Nanki Patre
गणतंत्रता दिवस
गणतंत्रता दिवस
Surya Barman
महीना ख़त्म यानी अब मुझे तनख़्वाह मिलनी है
महीना ख़त्म यानी अब मुझे तनख़्वाह मिलनी है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
सहज है क्या _
सहज है क्या _
Aradhya Raj
जनहित (लघुकथा)
जनहित (लघुकथा)
Ravi Prakash
शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपदा।
शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपदा।
अनिल "आदर्श"
वक़्त का समय
वक़्त का समय
भरत कुमार सोलंकी
कौन सोचता....
कौन सोचता....
डॉ.सीमा अग्रवाल
जीवन
जीवन
Mangilal 713
सुनो...
सुनो...
हिमांशु Kulshrestha
🌹ढ़ूढ़ती हूँ अक्सर🌹
🌹ढ़ूढ़ती हूँ अक्सर🌹
Dr Shweta sood
मुस्किले, तकलीफे, परेशानियां कुछ और थी
मुस्किले, तकलीफे, परेशानियां कुछ और थी
Kumar lalit
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
भाथी के विलुप्ति के कगार पर होने के बहाने / MUSAFIR BAITHA
भाथी के विलुप्ति के कगार पर होने के बहाने / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
स्वास विहीन हो जाऊं
स्वास विहीन हो जाऊं
Ravi Ghayal
क्षणिकाएँ. .
क्षणिकाएँ. .
sushil sarna
मुस्कुराहटों के मूल्य
मुस्कुराहटों के मूल्य
Saraswati Bajpai
🙅इस साल🙅
🙅इस साल🙅
*Author प्रणय प्रभात*
कुछ
कुछ
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
अपना...❤❤❤
अपना...❤❤❤
Vishal babu (vishu)
विरह के दु:ख में रो के सिर्फ़ आहें भरते हैं
विरह के दु:ख में रो के सिर्फ़ आहें भरते हैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आपसा हम जो दिल
आपसा हम जो दिल
Dr fauzia Naseem shad
कुछ करो ऐसा के अब प्यार सम्भाला जाये
कुछ करो ऐसा के अब प्यार सम्भाला जाये
shabina. Naaz
Loading...