Kavita Chouhan 244 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Kavita Chouhan 31 Aug 2021 · 1 min read कितना मुश्किल है कितना मुश्किल है वक्त देखो संभल जाओ बहता ये रक्त देखो पल पल डर रहा हर इंसान देखो कोई न रोक पा रहा ये सब होकर देख रहे हैरान देखो... Hindi · कविता 1 221 Share Kavita Chouhan 31 Aug 2021 · 1 min read तुम कब आओगे बरसों से कर रही तुम्हारा इंतजार कि तुम कब आओगे सांसे मेरी कर रही पुकार कि तुम कब आओगे पल-पल तरसता है दिल मेरा आखिर कब तक मुझे डर जाओगे... Hindi · कविता 2 2 993 Share Kavita Chouhan 31 Aug 2021 · 1 min read माँ ईश्वर ने एक सुंदर रचना बनाई वो स्वयं न आ सका धरती पर इसलिए उसने ये कृति भिजवाई ये कोई और नही माँ कहलाई ममता की मूरत हमने अपनी ज़िंदगी... Hindi · कविता 1 369 Share Kavita Chouhan 31 Aug 2021 · 1 min read हांथो में कुदाली हांथो में कुदाली फावड़ा ले चल पड़ा है वो पसीने से तर बतर अपनी थकान कभी न देखता है जो फ़टे मेले कुचैले वस्त्र पहनकर भी बेपरवाह चलता है वो... Hindi · कविता 3 2 352 Share Kavita Chouhan 30 Aug 2021 · 1 min read मेरे हाथों की लकीरें मेरे हाथों की लकीरें क्यूं खफ़ा हो गई कसकर पकड़ना चाहा फिर ये खुशियां कहीं खो गई ढूंढता रह गया मैं आखिर कब तेरी रहमत मुझसे जुदा हो गई। Hindi · शेर 613 Share Kavita Chouhan 30 Aug 2021 · 1 min read कितना तन्हा है कितना तन्हा है दिल दुनिया की इस भीड़ में न कोई सुन सका न देख सका दर्द इस दिल का कभी जो मिल सके कोई हमदर्द समझ सके जो दर्द... Hindi · शेर 1 1 553 Share Kavita Chouhan 30 Aug 2021 · 1 min read दोस्त दोस्त ही दोस्त पर जान दिया करते है दोस्त ही दोस्त की परवाह किया करते है कभी कभी कुछ पल ऐसे भी आते है जिंदगी में जब दोस्त ही दोस्त... Hindi · शेर 2 292 Share Kavita Chouhan 30 Aug 2021 · 1 min read बहुत खूबसूरत हो तुम बहुत खूबसूरत हो तुम सुबह की पहली किरण रात की बिखरी चांदनी हो तुम बहुत खूबसूरत हो तुम देखता हूं जो ख़्वाब नींद में उस ख़्वाब की हकीकत हो तुम... Hindi · कविता 1 2 1k Share Kavita Chouhan 30 Aug 2021 · 1 min read ये कैसा मौसम ये कैसा मौसम यह कैसा मौसम आया है ना दिखाई देती कोई धूप नहीं कोई छाया है लग रहा था बसंत जैसे आ गया पतझड़ ही अब पत्ते भी शाखों... Hindi · मुक्तक 220 Share Kavita Chouhan 30 Aug 2021 · 1 min read दिल कहता है तुम मेरे हो बस मेरे दिल कहता है आज बहुत है बेकरार तुम्हारे लिए ना माने कोई बात ना संभलता है बेकरार है हर पल बेचैन है जाने क्यों हर... Hindi · कविता 297 Share Kavita Chouhan 30 Aug 2021 · 1 min read मेरा प्यार तुम हो मेरा प्यार तुम हो मेरा प्यार तुम हो पूछे जो कोई मुझसे मेरे दिलदार तुम हो हर शब्द में मेरे तुम शामिल एक गीत एक झंकार तुम हो रोज नया... Hindi · कविता 1 288 Share Kavita Chouhan 30 Aug 2021 · 1 min read आ जी लें ज़रा आ जी लें ज़रा भूल कर इस जहां के सारे गम आ जी ले जरा जख्म बहुत है इस सीने में आ सी ले जरा सहम गया देख कर इतने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 235 Share Kavita Chouhan 30 Aug 2021 · 1 min read थाम लो हाथ मेरा थाम लो हाथ मेरा थाम लो हाथ मेरा बिखर ना जाऊं कहीं राहें हैं बहुत पथरीली गिर ना जाऊं कहीं दूर-दूर तक खामोश है ये रास्ते आज भी चलते चलते... Hindi · शेर 1 2 487 Share Kavita Chouhan 27 Aug 2021 · 1 min read चल दिया मुसाफिर चल दिया मुसाफिर चल दिया मुसाफिर खाली मकान रह गया राहें पूछती रही जाने कहां चल दिया कल तक जो लगते अपने से थे वो अब बेगाने हो चले लग... Hindi · कविता 3 224 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read सब कुछ नया है सब कुछ नया है बदल गया सब कुछ आज अचानक देखते-देखते खिल गया फूल जिंदगी की कहानी का लगने लगा जैसे आज सब कुछ नया है यकीन नहीं हो रहा... Hindi · कविता 1 4 261 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read दिल कहता है दिल कहता है तुम मेरे हो बस मेरे दिल कहता है आज बहुत है बेकरार तुम्हारे लिए ना माने कोई बात ना संभलता है बेकरार है हर पल बेचैन है... Hindi · कविता 2 225 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read मेरा प्यार तुम हो मेरा प्यार तुम हो मेरा प्यार तुम हो पूछे जो कोई मुझसे मेरे दिलदार तुम हो हर शब्द में मेरे तुम शामिल एक गीत एक झंकार तुम हो रोज नया... Hindi · कविता 2 290 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read अब कैसे जियूं अब कैसे जियूं मेरी जिंदगी मेरे प्यार से जुदा होकर अब कैसे जियूं लगता है घूंट ये जहर का अब कैसे पियूं आती है पल पल याद उसकी ना रह... Hindi · कविता 2 193 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read आ कहीं दूर चले आ कहीं दूर चले सात समंदर दूर नगरी नगरी पार चलें आ कहीं दूर चले जहां प्यार हो , उठती लहरें सूरज की किरण दीदार करें आ कहीं दूर चले... Hindi · कविता 1 2 307 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read आ जी लें ज़रा आ जी लें ज़रा भूल कर इस जहां के सारे गम आ जी ले जरा जख्म बहुत है इस सीने में आ सी ले जरा सहम गया देख कर इतने... Hindi · कविता 469 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read कितना प्यारा लम्हा कितना प्यारा लगता ये साथ तुम्हारा लिख दिया दिल पे हमने नाम तुम्हारा है हसीन बहोत ये लम्हा प्यार का हमारा।। Hindi · शेर 209 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read आज वो नही आज वो नही उसकी बातें याद आती है संग गुजरी मुलाकातें याद आती है वो तो नही इस लम्हें में शामिल यादों में गुजरी वो रातें याद आती है Hindi · शेर 232 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read ये चांदनी ये चांदनी ये रोशनी खूब है हम भी कितने खुशनसीब है हाथ मे जाम और सामने महबूब है Hindi · शेर 183 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read छलक गया छलक गया जाम आज उसके नाम से पिघल गया आसमां दिल ए दास्तान से पत्थर भी रो पड़ा मेरे प्यार के अंजाम से Hindi · शेर 466 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read ज़ख़्म ज़ख्म दिल के अब दिखाए नही जाते राज अब ये छुपाये नही जाते मोहब्बत बदनाम हो गई तेरी बेवफाई से सबब ये आशिक़ी के बताए नही जाते।। Hindi · शेर 198 Share Kavita Chouhan 26 Aug 2021 · 1 min read ऊँगली पकड़ के ऊँगली पकड़के तूने चलना सिखलाया कांटों भरी इस राह में इसलिए दौड़ पाया शुक्रगुजार उस ईश्वर का जिसने तुझसे मिलाया जिंदगी की इस तपती धूप में मिला मुझे पिता का... Hindi · कविता 1 2 383 Share Kavita Chouhan 21 Aug 2021 · 1 min read बोझिल है बोझिल है धरती आज आसमां भी घबराया है हवायें भी है परेशां ये कैसा मौसम आया है बदल रहा मंजर पलपल हर तरफ दुख दर्द का साया है।। Hindi · कविता 1 502 Share Kavita Chouhan 21 Aug 2021 · 1 min read ए दिल तू आज भी उसकी उसकी बेवफाई पर तू रोता क्यूं है दगा तो उसकी फितरत में था फिर दिल तू तड़पता क्यूं है कर गया टुकड़े दिल के फिर दिल तू... Hindi · शेर 182 Share Kavita Chouhan 21 Aug 2021 · 1 min read हर किसी को हर किसी को मददगार न समझ हर किसी को तलबगार न समझ हर नज़र में फर्क होता है बड़ा हर किसी को वफादार न समझ Hindi · शेर 236 Share Kavita Chouhan 21 Aug 2021 · 1 min read आशाओं के मोती आशाओं के मोती चुनकर दिल मे हज़ार उम्मीदें बुनकर बैठी हु विश्वास के पंख लगाए देखूंगी सपनो के आकाश में उड़कर Hindi · कविता 2 561 Share Kavita Chouhan 21 Aug 2021 · 1 min read ये मौसम ये मौसम भी कितना प्यारा है कर रही हवाएं कुछ अजब इशारा है लौट आओ की किसीने तुम्हे दिल से पुकारा है।। Hindi · शेर 247 Share Kavita Chouhan 21 Aug 2021 · 1 min read गरीब के बच्चे सुनकर कारखानों का शोर ही गरीब के बच्चे सो गए न लोरी न कोई दुलार थक के अपनी दुनियां में खो गए।। Hindi · शेर 233 Share Kavita Chouhan 21 Aug 2021 · 1 min read उनके बिना उनके बिना जीने की आदत न थी उनके बिना रहने की हसरत न थी कैसे रोक लेते उनको दूर जाने से भला उनको हमारी जरूरत ही न थी।। Hindi · शेर 1 274 Share Kavita Chouhan 21 Aug 2021 · 1 min read इस बार जरूर आना भईया इस बार जरूर आ जाना भईया ये राखी मेरे साथ मनाना भईया करती हूं इंतज़ार साल भर इस उत्सव का तुम्ही से तो है रंग मेरे इस त्यौहार का इसे... Hindi · कविता 1 289 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read ये मंजर फिर बदल जायेगा ये मंजर फिर बदल जायेगा आज फिर बीता हुआ कल हो जाएगा दुख के बादल फिर छट जाएंगे हर इंसान फिर मुस्कुराएगा एक बार फिर चाँद जगमगायेगा फिर सितारा झिलमिलायेगा... Hindi · कविता 2 411 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read --------तुम------- कैसे कहूं तुम कौन हो मन का मीत जीवन का संगीत हो कभी धूप कभी छांव हो मेरे मन रूपी नाव की पतवार हो मेरा आज मेरा कल भी तुम... Hindi · कविता 2 212 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read कल फिर एक नया सूरज आएगा कल फिर एक नया सूरज आएगा नई उजियारी दिखलायेगा फिर से फूल महकेंगे राहों में नई किरण जगमगाएगी हर कली खिल जाएगी फिर से फिर से नवप्रभात होगा इक नवजीवन... Hindi · कविता 1 772 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read ------तान के सीना खड़ा है वो----- तान के सीना कर्तव्य पथ पर अड़ा है वो करने रक्षा मातृभूमि की निडर होके खड़ा है वो मौसम ऋतु कोई न डिगा पाते उसे दुख ,बीमारी तकलीफों,को भुलाकर फिर... Hindi · कविता 622 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read ------ये बेटियाँ------- होती है अनमोल धरोहर माता पिता के लिए ये बेटियां सजा देती है मकान को घर बनाती है ये बेटियां करती है चिंता पूरे परिवार की जब ससुराल जाती है... Hindi · कविता 407 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read ख़त्म हुआ सिलसिला खत्म हुआ सिलसिला अब मुलाकातों का भी छोड़ गई उनकी याद भी दामन मेरी सुनी रातों का भी।। Hindi · शेर 1 425 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read कैसी नादान है तू कैसी नादान है तू मोहब्बत को न समझ पाई मैंने की वफ़ा फिर भी मुझे रास ना आई जलकर ख़ाक हुआ दिल अपना मिली इश्क़ में बस तन्हाई।। Hindi · शेर 1 532 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read राहें वफ़ा की राहें वफ़ा की आसान नही होती यूँ ही हर दिल की पहचान नही होती बन जाता कोई गर दिल का अपना तो किसी की मोहब्बत यूँ नीलाम न होती।। Hindi · शेर 2 240 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read बाबूजी घर की बुनियादें ,घर की एक नींव थे बाबूजी कुछ नही कहते न कभी ज्यादा हंसते चुप ही रहते बाबूजी माँ का गुस्सा,हंसी ओर खनक थे बाबूजी।। हमेशा काम मे... Hindi · कविता 2 633 Share Kavita Chouhan 20 Aug 2021 · 1 min read वह तोड़ती पत्थर नए तोड़ती रहती हर रोज वो पत्थर नए सिर पर थामे बोझ हाथों में फावड़ा कुदाली लिए निकल पड़ती निज भोर होते ही न मौसम की सुध न सांझ की ख़बर... Hindi · कविता 3 4 572 Share Previous Page 5