आर.एस. 'प्रीतम' 1174 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next आर.एस. 'प्रीतम' 17 May 2024 · 1 min read गीत- रचा तुमको दिया संसार... रचा तुमको दिया संसार माँ को याद रख लेना। दुवा आशीष माँ का ले हृदय आबाद रख लेना।। रखो सिर गोद में माँ की तुम्हारी हार छूँमंतर। उजाला हो हमेशा... Poetry Writing Challenge-3 1 58 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 May 2024 · 1 min read जय श्री राम बिछा पलकें नदी सरयू निहारे राम आएँगे। बनी दुल्हन अवध नगरी पुकारे राम आएँगे।। सियापति राम मर्यादा सिखाते हैं ज़माने को। निभा रिश्ते गले हँसकर लगाते हैं ज़माने को। सभी... Hindi 1 76 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 May 2024 · 1 min read राधेय - राधेय श्री कृष्ण के 41 नामों वाला भजन कहो मोहन कहो कृष्णा पुकारो श्याम गिरधारी। मनोहर योगि गोविंदा कहो गोपाल बनवारी।। अनंदा हैं कभी केशव मुरारी भी कहे जाएँ। मदन माधव... Hindi 1 53 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 May 2024 · 1 min read कुछ दोहे कुछ ग़ज़लें कुछ दोहे कुछ ग़ज़लें कवि : आर.एस. 'प्रीतम' Hindi 1 54 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 May 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली लूट छीन खा बेहतर, रहो महल में आप। रेशम के गद्दे मिलें, नींद नहीं पर श्राप।।//1 हित चाहे जो और का, करे प्रेम की बात। नींद उसे अच्छी मिले, रहे... 1 34 Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 May 2024 · 1 min read नींद पर दोहे लूट छीन खा बेहतर, रहो महल में आप। रेशम के गद्दे मिलें, नींद नहीं पर श्राप।।//1 हित चाहे जो और का, करे प्रेम की बात। नींद उसे अच्छी मिले, मिले... Hindi 2 37 Share आर.एस. 'प्रीतम' 29 Apr 2024 · 1 min read दोहावली... आलोचक की बात सुन, शायद हो सौग़ात। वही हितैषी आपका, कहे रात को रात।।//1 बुद्धि स्वयं की भी लगा, छोड़़ भेड़ की चाल। संग काल के तुम चले, तभी गलेगी... Hindi 2 62 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुसीबत की अदालत में हमारी जान तब होती पराए और अपने की यहाँ पहचान तब होती//1 बढ़ा ताक़त मिलेगा हौंसला जग जीत जाओगे ज़मीं से जो उठे नभ तक हक़ीक़त... Hindi 1 46 Share आर.एस. 'प्रीतम' 26 Apr 2024 · 1 min read दोहावली समझ बात की जब बढ़े, उसे समझिए ज्ञान। रटी हुई हर बात तो, अर्थ रखे अनजान।।//1 भूल समझता भूल कर, वही बने विद्वान। मूर्ख मगर वह भूल कर, सोये चादर... Hindi 3 51 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहा अभिव्यक्ति किसके आगे कौन है, किसके पीछे कौन। समय स्वयं देगा बता, रहो देखते मौन।।//1 ख़ुद की मत तारीफ़ कर, करले केवल कर्म। जैसे को तैसा मिले, यही नियति का धर्म।।//2... Hindi 1 68 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली छिपा दोस्त से कह न सब, ख़ुद से तब इंसाफ़। दोस्त सदा ही दोस्त हो, समझ विचार ख़िलाफ़।।//1 मेरे हिस्से दिन हुआ, तेरे हिस्से रात। दोनों पूरक सत्य ये, नहीं... Hindi 2 74 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम के ख़ूबसूरत दोहे ख़ून हुआ विश्वास का, मिला तभी अहसास। समझ मिले राजा जिसे, सच में वो है दास।।//1 धैर्य नहीं जिसमें ज़रा, मानो दूध उफान। झुका सकोगे तुम उसे, कितना ही हो... Hindi 1 86 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Apr 2024 · 1 min read राजनीति पर दोहे वादों की बौछार सब, नेता करते आज। वोट उसी को दीजिए, करे देशहित काज।।//1 जाति धर्म अरु क्षेत्र को, भूल डालिए वोट। लालच का हो त्याग जब, मिटे हृदय से... Hindi 52 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली मन-मंदिर में प्रेम का, जला लीजिये दीप। जगमग जग फिर देखिये, अपने हृदय समीप।।//1 सीधी बातें भी अगर, समझ न पाओ आप। हर दर पर आपको, मिले सिर्फ़ संताप।।//2 शुद्ध... Hindi 55 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Apr 2024 · 1 min read बैसाखी पर्व पर प्रीतम के दोहे अभिनव वर्ष प्रतीक है, बैसाखी त्योहार। धूमधाम से पर्व को, जीतें हैं सरदार।।/ 1 दसवें गुरु गोविंद सिख, दिया खालसा पंथ। बैसाखी उत्सव तभी, लिखा गया गुरु- ग्रंथ।।//2 फसलोत्सव का... Hindi 1 144 Share आर.एस. 'प्रीतम' 9 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम के दोहे करले प्रत्याहार तू, पाएगा आनंद। शुभ वाङ्मय पढ़ योग कर, खिलें हृदय में छंद।।//1 ध्यान एक अभ्यास है, तन-मन करता एक। स्मरण शक्ति को दे बढ़ा, निर्णय क्षमता नेक।।//2 नित्य... Hindi 1 90 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली परिवर्तन स्वीकार कर, काल चाल परिणाम। खट्टा-मीठा जो मिले, समझ समय पैग़ाम।।//1 भूतकाल से सीखिए, आशा भविष्य काल। वर्तमान विश्वास का, उचित यही सुरताल।।//2 नेक कथन उर्जा भरे, मिटा हृदय... Hindi 1 59 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली झूठ कभी मत बोलिए, सबका कर सम्मान। डरना मत अन्याय से, इतना ले बस ठान।।//1 करो भरोसा आप पर, फिर पर पर विश्वास। नहीं रहोगे तुम कभी, मानो शर्त उदास।।//2... Hindi 1 490 Share आर.एस. 'प्रीतम' 6 Apr 2024 · 1 min read कहते हैं सब प्रेम में, पक्का होता आन। कहते हैं सब प्रेम में, पक्का होता आन। दुवा यही भगवान से, मिले मुझे यह ज्ञान।।//1 जहाँ अल्प से कार्य हो, भूल अधिक की बात। संसाधन उपयोग में, सजग रहो... Hindi 1 62 Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली दबी हुई आवाज़ को, लेना समझ गुलाम। ताक़त है आत्मा मरी, उसको नहीं सलाम।।//1 होश नहीं जिसको कभी, उसका नहीं प्रभात। तम के आगे जो झुका, उसकी क़िस्मत रात।।//2 स्वयं... Hindi 1 112 Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली रूठ प्रेम कर मीत तू, मगर कहा भी मान। ग़लत सही देना बता, बनना मत अनजान।।//1 डरना बिलकुल छोड़़ दे, घुलमिल लेना ठान। धूल उड़े मिल धूल से, बन जाए... Hindi 2 90 Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली ज़ख़्म निवारण हेतु ज्यों, मरहम है अनिवार्य। सफल ज़िंदगी हेतु त्यों, हँसकर करना कार्य।।//1 बिना किए कुछ भी नहीं, करो मिलेगा खास। मिले सफलता या मिले, अनुभव का अहसास।।//2 झूठा... Hindi 1 66 Share आर.एस. 'प्रीतम' 3 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली सफ़र बहुत आसान है, होना न परेशान। सोच समझ कर चल सदा, लिए उचित तू ज्ञान।।//1 नयी बात तू सीखिये, रखिए नव अरमान। निज पर का कल्याण हो, रहे उसी... Hindi 2 517 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Apr 2024 · 1 min read सत्य की ख़ोज़ पर दोहे सत्य तथ्य संसार का, एक यही है घोर। जन्म-मृत्यु निश्चित यहाँ, निश्चित इनका ठोर।।//1 समय स्थान कारण लिए, रचा मृत्यु का खेल। हँसकर जीना सीखिये, रखकर सबसे मेल।।//2 ख़ोज स्वयं... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 6 2 609 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Apr 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली- 3 सत्य तथ्य संसार का, एक यही है घोर। जन्म-मृत्यु निश्चित यहाँ, निश्चित इनका ठोर।।//1 समय स्थान कारण लिए, रचा मृत्यु का खेल। हँसकर जीना सीखिये, रखकर सबसे मेल।।//2 ख़ोज स्वयं... Hindi 1 72 Share आर.एस. 'प्रीतम' 31 Mar 2024 · 1 min read प्रीतम के दोहे तानाशाही जो करे, मानो रावण कंश। दंभ मिटा ख़ुद भी मिटे, बचा नहीं कुछ अंश।।//1 राजनीति के खेल में, बुरा करो मत मेल। वरना ठहरे जो नहीं, ऐसा निकले तेल।।//2... Hindi 1 101 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Mar 2024 · 1 min read प्रीतम के दोहे गुरु का आशीर्वाद हो, कुछ पाने की लग्न। गंतव्य मिले एक दिन, पाकर मन हो मग्न।।//1 आदर से आदर मिले, लिए बढ़ो यह सीख। कभी निरादर को यहाँ, मिले न... Hindi 80 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Mar 2024 · 1 min read ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़। ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़। कमल पंक में जब खिले, करे तभी जग नाज़।। आर. एस. 'प्रीतम' Quote Writer 1 135 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Mar 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली- 2 सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान। लोहे पर पारस घिसो, सोने जैसी शान।।//1 पढ़ो सदा ही रुचि लिए, होगा सच्चा ज्ञान। यही बनाएगा तुम्हे, नेक बड़ा इंसान।।//2 रखना ऊँची... Hindi 2 55 Share आर.एस. 'प्रीतम' 26 Mar 2024 · 1 min read सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान। सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान। लोहे पर पारस घिसो, सोने जैसी शान।। आर. एस. 'प्रीतम' Quote Writer 2 97 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Mar 2024 · 1 min read होली पर दोहे होली के सब रंग दें, प्रेम हर्ष उल्लास। लगा स्नेह से पर इन्हें, मिले तभी आभास।।//1 होली की इस आग में, जला हृदय के भेद। पर्व मना तू इस तरह,... Hindi 1 134 Share आर.एस. 'प्रीतम' 24 Mar 2024 · 1 min read रंगों के पावन पर्व होली की आप सभी को हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभ रंगों के पावन पर्व होली की आप सभी को हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ होली के सब रंग दें, प्रेम हर्ष उल्लास। लगा स्नेह से पर इन्हें, मिले तभी आभास।।//1 होली... Quote Writer 1 503 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल बिछा हर शूल राहों में नज़र अब फूल आता है असर ये प्यार का है जो मेरे अनुकूल आता है/1 मिटा ले दूरियाँ दिल की गले हँसके लगा मुझको मुहब्बत... Hindi 1 70 Share आर.एस. 'प्रीतम' 22 Mar 2024 · 1 min read रुबाइयाँ *कविता: चलते चलो* तूफ़ानों से खेलेंगे हम, चट्टानों से टकराएँगे। लाख मुसीबत चाहे आएँ, नहीं तनिक भी घबराएँगे।। नाव हमारी उस ओर चले, जिधर सुनामी लहरें आएँ; आज तराजू लेकर... Hindi 1 67 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 Mar 2024 · 1 min read हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे। हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे। लाख मुसीबत चाहे आएँ, नहीं तनिक भी घबराएँगे।। ले चलो नाव उस ओर अभी, जिधर सुनामी ही आती है; आज तराजू लेकर हम... Quote Writer 1 110 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Mar 2024 · 1 min read किसी भी चीज़ की ख़ातिर गँवा मत आज को देना किसी भी चीज़ की ख़ातिर गँवा मत आज को देना मुहब्बत नाज़ से अपने नये अंदाज़ को देना/1 बड़ा ख़ुद को नहीं कहना मग़र ये काम कर देना मिरे हो... Quote Writer 49 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 Mar 2024 · 1 min read किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना मुहब्बत साज़ हर आदत लम्हा अंदाज़ को देना आर. एस. 'प्रीतम' Quote Writer 1 700 Share आर.एस. 'प्रीतम' 17 Mar 2024 · 1 min read किसी भी चीज़ की आशा में गवाँ मत आज को देना किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना मुहब्बत साज़ हर आदत लम्हा अंदाज़ को देना आर. एस. 'प्रीतम' Hindi · Quote Writer 143 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के करे तारीफ़ सुनकर मन फ़साने नेक आदत के/1 गिराना तो बहुत आसान होता है किसी को भी उठाओ तो तुम्हें जानें करें... Hindi 1 98 Share आर.एस. 'प्रीतम' 15 Mar 2024 · 1 min read जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के करे तारीफ़ सुनकर हर फ़साने शौक़ आदत के गिराना तो बहुत आसान होता है किसी को भी उठाओ तो तुम्हें जानें करें... Quote Writer 1 662 Share आर.एस. 'प्रीतम' 14 Mar 2024 · 1 min read "हमारे दर्द का मरहम अगर बनकर खड़ा होगा "हमारे दर्द का मरहम अगर बनकर खड़ा होगा हक़ीक़त में कहेंगे तब बड़ा हमसे ज़माना है" आर. एस. 'प्रीतम' Quote Writer 1 109 Share आर.एस. 'प्रीतम' 14 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल मनुज की तो नहीं पद की क़दर करता ज़माना है हुनर जिसमें भरा उसपर सदा मरता ज़माना है/1 कटेंगे लोग तुमसे तब जताया जोश देखेंगे नयी हर सोच से पहले... Hindi 44 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Mar 2024 · 1 min read किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर किसी भी रूप में ढ़ालो ढ़लेगा प्यार से झुककर अगर लोहा सुहाती आग में तपकर गला होगा आर.एस.'प्रीतम' Quote Writer 1 111 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल दुवा बदली न बदला हो ख़ुदा जिसने हँसा होगा बदल ख़ुद को मगर देखा तभी चेहरा खिला होगा/1 निराशा को निकाला और आशा को बसाया है अँधेरा घोर जीवन का... Hindi 120 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 Mar 2024 · 1 min read दोहावली जल से जल जैसे मिले, रहे एक तक़दीर। मिले दूध से दंभ में, भूले निज तासीर।।//1 बहा पसीना कुछ दिया, दान उसी को मान। कपट कमाई लाख दो, कहते व्यर्थ... Hindi 1 113 Share आर.एस. 'प्रीतम' 7 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी बुरा कहदो उसे भी तुम मिले ग़म बात में जिसकी/1 नहीं इंसान के क़ाबिल मिलन बेकार है करना रखो दूरी नयन... Hindi 1 96 Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Mar 2024 · 1 min read करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी बुरा कहदो उसे भी तुम मिले ग़म बात में जिसकी नहीं इंसान के क़ाबिल रुलाए और को मिलकर रखो दूरी नयन... Quote Writer 2 736 Share आर.एस. 'प्रीतम' 3 Mar 2024 · 1 min read गिराता और को हँसकर गिरेगा वो यहाँ रोकर गिराता और को हँसकर गिरेगा वो यहाँ रोकर हुआ ठंडा वही पानी कभी गर्मी दिखाता है/ #आर.एस.'प्रीतम' Quote Writer 1 128 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Mar 2024 · 1 min read ग़ज़ल मिले तुम जो सफ़र में हो तबीयत हो गई अच्छी हुआ तुमसा मेरा दिल हर कि आदत हो गई अच्छी/1 तेरी हर बात में ज़ादू सुनूँ सुनता ही जाऊँ मैं... Hindi 1 66 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मिली नज़रें किसी से यूँ हटाना भूल बैठे हम मुहब्बत हो गई इतनी ज़माना भूल बैठे हम/1 क़रीने से मिलें हम यूँ मिलें ज्यों चाँदनी-चंदा जुदाई का हक़ीक़त में तराना... Hindi 1 97 Share Previous Page 3 Next