Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Mar 2024 · 1 min read

ग़ज़ल

करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
बुरा कहदो उसे भी तुम मिले ग़म बात में जिसकी/1

नहीं इंसान के क़ाबिल मिलन बेकार है करना
रखो दूरी नयन होते अगर नम बात में जिसकी/2

वही अपना वही प्यारा वही है दोस्त भी सच्चा
छिपा हो प्यार का अहसास अनुपम बात में जिसकी/3

सुनोगे तो बताऊँगा सुनो अब मैं बता ही दूँ
करो सदक़ा सदा उसका हो आलम बात में जिसकी/4

करो इज़्ज़त मुहब्बत कर ज़माने में उसी की तुम
कभी भी मैं नहीं हरपल हो बस हम बात में जिसकी/5

मुनासिब दूरियाँ करना नहीं भाए मुझे उससे
हुनर बसता कराने का ही संगम बात में जिसकी/6

ग़ज़ल ‘प्रीतम’ सुनाए तो सुनूँगा नींद से जगकर
बना पाया हमेशा मन है रुस्तम बात में जिसकी/7

#आर. एस. ‘प्रीतम’

Language: Hindi
1 Like · 37 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
"तेरे इश्क़ में"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं सोचता हूँ कि आखिर कौन हूँ मैं
मैं सोचता हूँ कि आखिर कौन हूँ मैं
VINOD CHAUHAN
घुटने बदले दादी जी के( बाल कविता)
घुटने बदले दादी जी के( बाल कविता)
Ravi Prakash
ऐसा तूफान उत्पन्न हुआ कि लो मैं फँस गई,
ऐसा तूफान उत्पन्न हुआ कि लो मैं फँस गई,
Sukoon
मत हवा दो आग को घर तुम्हारा भी जलाएगी
मत हवा दो आग को घर तुम्हारा भी जलाएगी
Er. Sanjay Shrivastava
कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो, मैं भी पढ़ने जाऊंगा।
कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो, मैं भी पढ़ने जाऊंगा।
Rajesh Kumar Arjun
मलाल आते हैं
मलाल आते हैं
Dr fauzia Naseem shad
*कागज़ कश्ती और बारिश का पानी*
*कागज़ कश्ती और बारिश का पानी*
sudhir kumar
कहती गौरैया
कहती गौरैया
Dr.Pratibha Prakash
दुनियाभर में घट रही,
दुनियाभर में घट रही,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अधूरा प्रयास
अधूरा प्रयास
Sûrëkhâ Rãthí
23/44.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/44.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुझे क्रिकेट के खेल में कोई दिलचस्पी नही है
मुझे क्रिकेट के खेल में कोई दिलचस्पी नही है
ruby kumari
विश्व तुम्हारे हाथों में,
विश्व तुम्हारे हाथों में,
कुंवर बहादुर सिंह
दादी दादा का प्रेम किसी भी बच्चे को जड़ से जोड़े  रखता है या
दादी दादा का प्रेम किसी भी बच्चे को जड़ से जोड़े रखता है या
Utkarsh Dubey “Kokil”
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
Paras Nath Jha
राम नाम सर्वश्रेष्ठ है,
राम नाम सर्वश्रेष्ठ है,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
@ranjeetkrshukla
@ranjeetkrshukla
Ranjeet Kumar Shukla
"अपने ही इस देश में,
*Author प्रणय प्रभात*
सुन लेते तुम मेरी सदाएं हम भी रो लेते
सुन लेते तुम मेरी सदाएं हम भी रो लेते
Rashmi Ranjan
मैं चाहता हूँ अब
मैं चाहता हूँ अब
gurudeenverma198
कविता ही हो /
कविता ही हो /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
धन्य हैं वो बेटे जिसे माँ-बाप का भरपूर प्यार मिलता है । कुछ
धन्य हैं वो बेटे जिसे माँ-बाप का भरपूर प्यार मिलता है । कुछ
Dr. Man Mohan Krishna
अनिल
अनिल "आदर्श "
Anil "Aadarsh"
One day you will realized that happiness was never about fin
One day you will realized that happiness was never about fin
पूर्वार्थ
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
आर.एस. 'प्रीतम'
बटन ऐसा दबाना कि आने वाली पीढ़ी 5 किलो की लाइन में लगने के ब
बटन ऐसा दबाना कि आने वाली पीढ़ी 5 किलो की लाइन में लगने के ब
शेखर सिंह
बगिया* का पेड़ और भिखारिन बुढ़िया / MUSAFIR BAITHA
बगिया* का पेड़ और भिखारिन बुढ़िया / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
चूरचूर क्यों ना कर चुकी हो दुनिया,आज तूं ख़ुद से वादा कर ले
चूरचूर क्यों ना कर चुकी हो दुनिया,आज तूं ख़ुद से वादा कर ले
Nilesh Premyogi
जो रास्ता उसके घर की तरफ जाता है
जो रास्ता उसके घर की तरफ जाता है
कवि दीपक बवेजा
Loading...