प्रीतम श्रावस्तवी 461 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल दिल में उनका जब ठिकाना हो गया तब से दुश्मन ये ज़माना हो गया दर्द थमने का नहीं अब नाम ले रात दिन आँसू बहाना हो गया एक दिन हमको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 430 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल ----ग़ज़ल---- दिया प्यार का गर जलाया नहीं है मिला इसलिये तो उजाला नहीं है जो इंसां का रिश्ता जो इंसां से यारों किसी ने ये रिश्ता निभाया नहीं है मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 306 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read गज़ल वतन में छाया हुआ है अज़ार का मौसम न जाने आए गा कब फिर से प्यार का मौसम ये कैसा खौफ़ है गुलशन में छा गया यारों ये किसने लूट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 228 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक क्या हुआ जो लुट गयी है ज़िन्दगानी फिर सही काम तो आई वतन के ये जवानी फिर सही फख़्र करता हूँ हमारी हिन्द की है सर ज़मीं इसकी ख़ुशियाँ हैं... Hindi · मुक्तक 1 290 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल --------ग़ज़ल------ नाम मेरे वो जानो जिगर कर गया और दामन को खुशियों सेभर कर गया ज़िन्दगी भर न भूलूँ उसे दोस्तो धड़कनों में मेरे यूँ उतर कर गया तंज़ करता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 246 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल --------+ग़ज़ल+-------- आपस में भाइयों को लड़ाने से क्या मिला काँटों के पेड़ दिल में उगाने से क्या मिला सुन कर जो कर दे अनसुनी इस दिल के दर्द को फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 243 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल ----------+ग़ज़ल+------- दिल के ज़ख़्मों को छुपाने में मज़ा आता है सबके संग हँसने हँसाने में मज़ा आता है छोड़ दे गन्दी सियासत तू हुकूमत के लिए प्यार से मुल्क़ सजाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 370 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक कैसे तलें पकौड़ा के मँहगा हुआ है प्याज है भाव इसका जैसे कि सोना हुआ है प्याज मँहगाई के इस दौर में हम और क्या करें अम्बर पे चाँद बन... Hindi · मुक्तक 466 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल------ देखिए रंग ये मौसम के सुहाने निकले उजड़े गुलशन में कली फूल खिलाने निकले देश के बनने बिगड़ने से उन्हें क्या मतलब लोग हम सबको जो आपस में लड़ाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 221 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल -----ग़ज़ल----- वो मुझे तड़पा रहे हैं गैर के संग जा रहे हैं ये जो मंज़र आ रहे हैं देख कर घबरा रहे है खोल कर वो ये पिटारा मन ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 220 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल -----ग़ज़ल----- ये ज़मीं हमारी है मेरी ना तुम्हारी है हिन्दू या मुसलमाँ हों सबको जाँ से प्यारी है प्यार कल दिया जिसने क्यों लिए कटारी है भारती के चरणों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 440 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ ग़ज़ल ------- जिसके दिल में ख़ुदा नहीं रहता प्यार का सिलसिला नहीं रहता दिल में तस्वीर गर नहीं होती दर्द भी आपका नहीं रहता प्यार का गर लगाते मरहम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 389 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल --------ग़ज़ल------ जीस्त में वही दम ख़म उम्र भर नहीं रहता ये जवानी का मौसम उम्र भर नहीं रहता नाज़ कर न तू इतना सांस की तलातुम पर धडकनों में ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 237 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल ------ नफ़रतों की आतिश में जलती राजधानी है या खुदा वतन की क्या बन गयी कहानी है नौजवाँ भटकते हैं रिज़्क के लिए दर दर अब जवाल की इससे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 374 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक मौत बाँटता सबको ज़िन्दगी नहीं देता ज़ह्र ये नशा ऐसा जो खुशी नहीं देता छूना मत इसे यारों चाहे ग़म हजारों हों ये दिया है जो "प्रीतम" रौशनी नहीं देता... Hindi · कविता 245 Share प्रीतम श्रावस्तवी 26 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल------ झूठ का राज चार सू देखो कर दिया सच ने सर निगू देखो ये सियासत अज़ब है शै जिसकी बस लड़ाने की आरज़ू देखो बागबाँ खौफ़ में रहे हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 266 Share प्रीतम श्रावस्तवी 10 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल ये इज़हारे उल्फ़त सनम करते करते न हो देर मुझको समझते समझते नहीं थाम लेते जो तुम हाथ मेरा सदी बीत जाती सँभलते सँभलते बहार आ गयी तेरे आने से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 224 Share प्रीतम श्रावस्तवी 10 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल हर कोई होगा वफ़ादार ज़रूरी तो नहीं सब हों अच्छाई के अवतार ज़रूरी तो नहीं वक़्त की झुर्रियों को आज़ छुपाने के लिए आइना होगा मददगार ज़रूरी तो नहीं चुल्लू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 255 Share प्रीतम श्रावस्तवी 10 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल---- जाम पीने दे मुझे आँखों के पैमानों से ऐसी बादा न मिलेगी किसी मैख़ानों से इश्क़ में दर्द है तन्हाई है रुसवाई भी ग़र यक़ी हो न तो ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 288 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Sep 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल------ प्यार का-ये----सिला---दे गया दर्दो-ग़म----बे वफ़ा---दे गया बेक़ली बेबसी बेख़ुदी और न पूछो कि क्या दे गया ले के आँखों की नीदें मेरी वो फ़कत रतज़गा दे गया हर निशानी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 239 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Sep 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल------ ये न पूछो हमें मिल गया कौन है दिल के आँगन में आकर खड़ा कौन है जिसने दी है ज़माने की सारी खुशी क्या कहूँ वो मेरा देवता कौन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 225 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Sep 2019 · 1 min read हिन्दी को समर्पित गीतिका कितनी प्यारी सरस है हमारी हिन्दी सारी भाषाओं से है ये न्यारी हिन्दी कितनी०---- कवि की ये कल्पनाओं का संसार है सबकी ये भावनाओं का विस्तार है ऋषि मुनी ज्ञानियों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 403 Share प्रीतम श्रावस्तवी 8 Aug 2019 · 1 min read ग़ज़ल नहीं मिट रही ये मेरी तिश्नगी है जो मुद्दत से मेरे जिगर में बसी है समझते नहीं मेरे ज़ज़्बात को जब ये किस क़िस्म की दोस्ती आपकी है बहुत ख़ुशनुमा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 227 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Aug 2019 · 1 min read ग़ज़ल हाले दिल अपना अगर आप ग़ज़ल में कहते कैसा था दर्दे सफ़र आप ग़ज़ल में कहते कैसे घायल हुआ दिल आपका इस महफ़िल में चल गया तीरे नज़र आप ग़ज़ल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 229 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Jul 2019 · 1 min read ग़ज़ल ---ग़ज़ल--- बुज़ुर्गों का मैं अदब से सलाम करता हूँ दुआएँ लेके ही फिर कोई काम करता हूँ मिले जो राह में मुझसे कोई तो पहले ही बडे खुलूस से मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 224 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Jul 2019 · 1 min read ग़ज़ल ---ग़ज़ल--- बुज़ुर्गों का मैं अदब से सलाम करता हूँ दुआएँ लेके ही फिर कोई काम करता हूँ मिले जो राह में मुझसे कोई तो पहले ही बडे खुलूस से मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Jul 2019 · 1 min read ग़ज़ल ---------ग़ज़ल------ मौसम है मुहब्बत का न मिलने से मना कर दिखला दे झलक चाँद का जुल्फ़ों को हटा कर जो तुझसे वफ़ा करता हो तू उससे वफ़ा कर ऐ दोस्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 202 Share प्रीतम श्रावस्तवी 14 Jul 2019 · 1 min read ग़ज़ल ओ कुछ राग मुहब्बत का भी छेडा जाए इस तरह दौरे तनाफुर को मिटाया जाए करते पामाल जो गुलशन कली को यारों उन दरिन्दों कभी भी नहीं बख़्शा जाए जिसकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 336 Share प्रीतम श्रावस्तवी 14 Jul 2019 · 1 min read ग़ज़ल -----ग़ज़ल---- 212-212-212-2 ज़िन्दगी यूँ बिताने लगा हूँ ग़म में भी मुस्कुराने लगा हूँ मौत से आशिक़ी हो गयी है उस से नज़रें मिलाने लगा हूँ वक़्त के हो के मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 217 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Jul 2019 · 1 min read ग़ज़ल जल रहीं हसद की आग में ग़रीब बस्तियाँ पर अमीर क्यों रखे था बंद अपनी खिड़कियाँ रौनकें थी जिनसे मुस्कुरा रही थी हर कली अब चमन में आ नहीं रहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 421 Share प्रीतम श्रावस्तवी 5 Jul 2019 · 1 min read ग़ज़ल जिसकी आँखों का मर गया पानी समझो उसका उतर गया पानी याद आई जो उस सितमगर की मेरी आँखों में भर गया पानी आशियाना डुबा के सपनों का मुझको बर्बाद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 378 Share प्रीतम श्रावस्तवी 30 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल------ भूल कर ख़ुद को कभी ख़ार नहीं मानूँगा हाँ मगर साहिबे क़िरदार नहीं मानूँगा ख़ाक है ख़ाक में इक रोज़ तो मिल जाना है ज़िस्म फ़ानी पे मैं अधिकार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share प्रीतम श्रावस्तवी 30 Jun 2019 · 1 min read हास्य रचना जब से लाया हूँ मैं लुगाई को मैं तरसता हूँ पाई पाई को पूछती चाय भी नहीं वो मुझे खुद तो खाये वो रसमलाई को गल गया है शरीर चिन्ता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 624 Share प्रीतम श्रावस्तवी 30 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल -----(ग़ज़ल)------ बाग में आप गर जाएँगे फूल सारे निखर जाएँगे छूके भौंरे तुम्हारा बदन खुश्बू से हो के तर जाएँगे आपके आने से दिलरुबा ख़्वाब मेरे सँवर जाएँगे छोड़ जाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 338 Share प्रीतम श्रावस्तवी 30 Jun 2019 · 1 min read दोहावली 1- उथल-पुथल सी हो रही,नैन घटा के बीच। कब होगी बरसात ये , तन मन जाए सींच।। 2- लगे सूखने बाग वन, झुलसे कलियन गात। काले मेघा आइए, कर दो... Hindi · दोहा 558 Share प्रीतम श्रावस्तवी 27 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल ---ग़ज़ल----- घर न कोई मकान है प्यारे छत मेरी आसमान है प्यारे ये ज़मीं है मेरे लिए बिस्तर मेरा ये ही निशान है प्यारे ग़म उठा कर भी ये कहेंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 279 Share प्रीतम श्रावस्तवी 27 Jun 2019 · 1 min read बचपन की यादें -----ग़ज़ल----- माँ का प्यार दुलार मिला दे बचपन का संसार मिला दे छोटी ग़लती पर मिलती जो प्यार भरा फटकार मिला दे जो थी लुटाती भर भर आँचल ममता का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 486 Share प्रीतम श्रावस्तवी 27 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल "माँ को समर्पित" ---------------------- ------ग़ज़ल------ माँ तो ममता की खान है प्यारे माँ ही हर घर की शान है प्यारे ग़म उठा कर भी दे बुलंदी हमें इसलिए माँ महान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 234 Share प्रीतम श्रावस्तवी 27 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल . ----ग़ज़ल---- ग़मों से जो भी लड़ना जानता है वही क़िस्मत बदलना जानता है जो सागर में उतरना जानता है रुख़े तूफ़ां बदलना जानता हैजो जो सच्चा होता है आशिक़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 230 Share प्रीतम श्रावस्तवी 24 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल ज़ख़्म दिल के बहुत ही गहरे हैं हाँ मगर ये बड़े सुनहरे हैं ये निशानी हैं मेरे दिलबर की साँस बन कर जो मुझमें ठहरे हैं देख कर रंग ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 239 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल---- सबके दिल में खिली है कली ईद की जिस तरफ़ देखो है रौशनी ईद की चाँद निकला फ़लक से ढली शाम जब नूर बिखरा रही चाँदनी ईद की आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 237 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल ---ग़ज़ल---- गर दुआ का शजर नहीं होता कोई आसां सफ़र नहीं होता किस तरह जाता तू बुलंदी पर गर दुआ में असर नहीं नहीं होता काश चलता न दिल पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 234 Share प्रीतम श्रावस्तवी 5 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------- ग़ज़ल ------ कुछ ग़रीबों को भी दो ख़ुशी ईद में उनको मिल जाएगी ज़िन्दगी ईद में फ़र्क छोटे बड़े का न हो दरमियाँ पाट दो खाइयाँ मज़हबी ईद में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 240 Share प्रीतम श्रावस्तवी 4 Jun 2019 · 1 min read माँ --------ग़ज़ल------ माँ के आँचल में था जब जब भी छुपाया ख़ुद को ऐसा लगता था कि ज़न्नत में ले आया खु़द को याद आता है मुझे जब भी वो बचपन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 271 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल --------ग़ज़ल------ न कोई शहर में अपना दिखाई देता है हरेक शख़्स पराया दिखाई देता है करूँ तो किससे ये ज़िन्दादिली की ये बातें जिसे भी देखो वो मुर्दा दिखाई देता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 238 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल ---------ग़ज़ल------- शिकायत न कोई न लब पर गिले हों मिले हम हमेशा न अब फासले हों तुम्हारी हँसी से गुमां होता अक्सर चमन में हजारों कली गुल खिले हों हटा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 232 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल------ हमनें अपना जिसे बनाया है उसने हमको किया पराया है भूल जाऊँ उसे भी मैं लेकिन मेरी रग रग में वो समाया है रात डसती है बनके नागिन अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 286 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read मुक्तक क़ता तेरा चेहरा गुलाब हो जैसे एक शायर का ख़्वाब हो जैसे इस तरह मदभरी है आँख तेरी इक पुरानी शराब हो जैसे प्रीतम राठौर भिनगाई Hindi · कविता 211 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read मुक्तक उस ख़ुदा की सदा बंदगी कीजिए नाम उसके ही ये ज़िन्दगी कीजिए छोड़ दो लड़कियों पर यूँ मरना सभी मादरे हिन्द से आशिक़ी कीजिए प्रीतम राठौर भिनगाई Hindi · कविता 254 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read मुक्तक तीर नज़रों के चलाने आ गये मुझको दीवाना बनाने आ गये हो गयी उल्फ़त उन्हें हमसे यही वो सरे महफ़िल बताने आ गये प्रीतम राठौर भिनगाई Hindi · कविता 1 492 Share Previous Page 3 Next