संजीव शुक्ल 'सचिन' Language: Hindi 827 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next संजीव शुक्ल 'सचिन' 29 Jun 2021 · 1 min read भोजपुरी (कजरी) अरे रामा रिमझिम बरसे बदरवा, सजन नाही घरवा ए रामा। सुनऽ अङ्गवा बा सुनऽ भवनवा। साजन बिना सखि सुनऽ विहनवा। अरे रामा सुनऽ बा कङ्गना गहनवा--- सजन नाही घरवा ए... Hindi · गीत 1 553 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 25 Jun 2021 · 1 min read विधाता छंद आधारित मुक्तक (भोजपुरी) कहीं ऊ वोट मांगत बा, कहीं शासन चलावत बा। कहीं बा नेह बरसावत, कहीं सबका लड़ावत बा। गज़ब के रूप नेता के, कहीं; कइसे बताई हम- बदल वेदार के जइसन,... Hindi · मुक्तक 6 2 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Jun 2021 · 1 min read फैसला (भोजपुरी लघुकथा) भोजपुरी दिनांक:- १७/०६/२०२१ विधा:- लघुकथा ______________________________________ फैसला सोहन आज बड़ा खुश बाड़ें, सरकारी महकमा, ओहियो में रेलवे। नोकरी के खबर सुन के उनकर दांत नइखे तोपात। रामसमुझ के देखते गोड़... Hindi · लघु कथा 3 4 760 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Jun 2021 · 1 min read दहेज (भोजपुरी लघुकथा) भोजपुरी दिनांक:- १७/०६/२०२१ विधा:- लघुकथा दहेज ______ रामजतन आज अपना बड़का लइकवा के देखउवन के इंतिजारी में कबो चउकी पर बइठऽ तारे तऽ कबो रहिया में खाड़ होके एकटक जेने... Hindi · लघु कथा 2 1 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 15 Jun 2021 · 1 min read गोरी कइलू तू सोलह सिङ्गार, ( भोजपुरी लोकगीत ) भोजपुरी:- लोकगीत लेखन #दिनांक:- १५/०६/२०२१ #रस :- श्रृंगार रस ______________________________________ गोरी कइलू तू सोलह सिङ्गार, मगन मन होला हमार।। लह - लह लहरें ला धानी चुनरिया। जान मारे देखऽ गोरी... Hindi · गीत 3 622 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Jun 2021 · 1 min read पावस की छटा...!! पावस की छटा ( मत्तगयंद सवैया = भगण X 7 +गुरु+गुरु ) ________________________________________________ छाय रही घनघोर घटा, अरु दादुर कोयल गीत सुनाये। श्यामल मेघ दिखे अति सुंदर देख किसान जिसे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 6 1 803 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 1 Jun 2021 · 1 min read पावस ऋतु पावस ऋतु घनघोर काली घटा, सांवली लगे हैं छटा- उमड़ - घुमड़ कर, नीर बरसा गया। सजल सघन घन, भूमिपुत्र का है धन- बूंद बन कनक का , मन हरषा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 5 2 525 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 23 May 2021 · 1 min read होते बेटी कहेला बला आ गइल!! दिनांक:- २३/०५/२०२२ (इतवार) ____________________________________ होत बेटी कहेला बला आ गइल। मुंह बिगड़ल कहे जलजला आ गइल। हे! विधाता बनवलऽ तू कइसन नियम, बेटा पवते कहेला मजा आ गइल। लोर टपकत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 308 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 20 May 2021 · 1 min read बरसाती विरह दुर्मिल सवैया में 24 वर्ण होते हैं। छंद के पद आठ सगणों यानि सलगा यानि लघु लघु गुरु या ।।ऽ से बनते हैं। यानि, दुर्मिल सवैया = सगण X 8... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 6 592 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 May 2021 · 1 min read प्रकृति से पंगा नमन मंच प्रकृति से पंगा _______________ मौत के नियरे बुला के, देख लीं बतिया रहल बा। आज अपने ही पतन के, गीत मानव गा रहल बा।। एक से बड़ एक... Hindi · गीत 3 498 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 14 May 2021 · 1 min read निवर्तमान चित्रण (भोजपुरी) आयोजन-छन्द कार्यशाला छन्द-रोधेश्यामी/मत्त सवैया ***************************** आफत बिपत कुफूत घेरलस, जगत में बढ़ल आज झमेला। तरु काट आफत के नेवता, देखीं अब कुदरत के खेला। आक्सीजन के मारा मारी, प्रदुषित सब... Hindi · कविता 3 511 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 14 May 2021 · 1 min read पापाचार बढ़ल बसुधा पर (भोजपुरी) पापाचार बढ़ल वसुधा पर (भोजपुरी) छन्द-रोधेश्यामी/मत्त सवैया आधारित गीत ************************************************* पापाचार बढ़ल वसुधा पर, भगवन अब अवतार धरीं जी। वामन, राम, कृष्ण के जइसन, धर्म युक्त बेवहार करीं जी।। समदर्शी... Hindi · गीत 2 384 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 14 May 2021 · 1 min read अखियां लोर झरेला झर-झर (राधेश्यामी मत्त सवैया छंद) भोजपुरी विधा:- राधेश्यामी या मत्त सवैया छंद विधान:- ३२ मात्रिक, १६ पर मति।प्रारंभ द्विकल या चौकल ___________________________________________ बोली मिठा बोल बोल के, हर दिन हमरा के भरमावल। खिड़की से ऊ ताक-झांक... Hindi · गीत 1 865 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 10 May 2021 · 1 min read अजी_देखना_दिल_लगाने_से_पहले #अजी_देखना_दिल_लगाने_से_पहले! ______________________________ मुहब्बत में आँखें चुराने से पहले। अजी देखना दिल लगाने से पहले। खता गर करूँ मैं मुझे तुम बताना, मुहब्बत भरा खत जलाने से पहले। खिलेंगे नहीं गुल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1 645 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 10 May 2021 · 1 min read बिखर_गया_मै_टूट_कर_मगर_कभी_झुका_नही #बिखर_गया_मै_टूट_कर_मगर_कभी_झुका_नही ! __________________________________________ बिखर गया मै टूट कर मगर कभी झुका नहीं। उठा चला गिरा मगर मैं राह में रुका नहीं। चला खुदा की राह पर तमाम उम्र जब तलक,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1 410 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 May 2021 · 1 min read नेह लागल उहे बेवफ़ा हो गइल (भोजपुरी) दिनांक:- ०९/०५/२०२२ (इतवार) _____________________________________ नेह लागल उहे बेवफ़ा हो गइल। काल्ह दिल में रहल अब दफा हो गइल। लोर अखियां से झर झर झरेला सनम, दर्द तोह से मिलल ऊ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 May 2021 · 1 min read ज़िन्दगी के साथ है ग़म क्या करें....!! अश्क की बारिश झमाझम क्या करें। ज़िन्दगी के साथ हैं ग़म क्या करें। अब तलक मैं बेकऱारी में हँसा, हो गई अब आँख पुरनम क्या करें। है मुकर्रर कूच को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 3 387 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 May 2021 · 1 min read वेदना ही वेदना उपहार बा (भोजपुरी ग़ज़ल) वेदना ही वेदना उपहार बा......!! _______________________________ आज दुविधा में सकल संसार बा। वेदना ही वेदना उपहार बा। का कही कइसे कहीं मन के कसक, देख लीं हर आदमी लाचार बा।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 841 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 May 2021 · 1 min read कष्ट हरो प्रभु (भोजपुरी मत्तगयंद सवैया) विधा:- मत्तगयंद सवैया विधान:- भगत ×७ + गुरु गुरु ___________________________________ छंद- ०१ राम रमापति नाथ उमापति कष्ट हरीं जन के त्रिपुरारी। टूटत बा अब आज मनोबल दूर करीं भय हे!... Hindi · कविता 2 463 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 May 2021 · 1 min read मिलल गर नैन चाहत बा जरूरी (भोजपुरी ग़ज़ल) मिलल गर नैन चाहत बा जरूरी!! __________________________________ जहां में जी मुहब्बत बा जरूरी। मिलल गर नैन चाहत बा जरूरी। अदा दिखला रिझाई रोज दिल के, मुहब्बत मे शरारत बा जरूरी।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 222 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 25 Apr 2021 · 1 min read करोना से मुक्ति मनुहार (मत्तगयंद सवैया) भोजपुरी आज गुहार करे भगता धर ध्यान कहे प्रभु लाज बचाईं। व्याधि हरीं हरि कोविड के मनु प्रान हरीं जिन आज बचाईं। देश दशा सब रूद्ध दिखे जन शोक हरीं सब... Hindi · कविता 3 440 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 23 Apr 2021 · 1 min read अमानुषिक प्रवृत्ति ( *राधा छंद ) राधा छंद आधारित गीत (वार्णिक) १३ वर्ण मापनी:- २१२२ २१२२ २१२२ २१२२ ____________________________ आज वेदों को भुला विज्ञान क्यों भाता? दम्भ झूठी शान का है क्यों बना दाता? शान झूठी... Hindi · गीत 3 518 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 22 Apr 2021 · 1 min read परिणय बंधन मन मंदिर में तुझे बिठाकर, प्रेम पुष्प बरसाऊँगा। प्राणप्रिया इस उर आलय की, देवी तुम्हें बनाऊँगा।। पावन बंधन है परिणय का, आँच नहीँ आने दूँगा। डगर कठिन चाहे हो जितनी,... Hindi · कविता 3 3 327 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Apr 2021 · 1 min read गीता छंद, भोजपुरी #विधा:- गीता छंद आधारित गीत #विधान:- विधान - ये छंद के प्रत्येक चरण में 26 मात्रा होला; 14,12 पर यति अनिवार्य बा , आदि में सम कल होला ; अंत... Hindi · गीत 2 265 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Apr 2021 · 1 min read गांव की अनुभूति...!! .................#गांव_की_अनुभूति................ ___________===========____________ ढूंढ रहा मैं आज शहर में, बचपन का वह गाँव। खेल कूद कर बड़े हुए वह, बरगद वाली छाँव। कैसे हँसती थी सब गलियां, मीठा था वह शोर।... Hindi · गीत 2 328 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Apr 2021 · 1 min read आज अपने से आपन ख़फा हो गइल...!! बह्र :- २१२ २१२ २१२ २१२ ---------------------------------------------------- आज अपने से आपन खफ़ा हो गइल। प्यार कइनी उहे बेवफा हो गइल। घाव लागल जिगर में बा गहरा बहुत, बेअसर जख्म पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 264 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Apr 2021 · 1 min read नेह से उर भरल अलहदा हो गइल...!! व़ज्न:- २१२ २१२ २१२ २१२ ______________________________ प्यार मे दिल दुखावल अदा हो गइल। नेह से उर भरल अलहदा हो गइल। आज नश्तर चुभावे जे आपन रहे, गैर के डर ज़िगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 305 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Apr 2021 · 1 min read भोजपुरी ग़ज़ल काल आइल अकड़ सब हवा हो गइल! ______________________________ काल आइल अकड़ सब हवा हो गइल। एक दूजे से दूरी दवा हो गइल। जे विधाता बने के जुगत में रहे, आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 285 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Apr 2021 · 1 min read माई से गुहार #नमन_भोजपुरी_कलम_कार्यशाला_मंच #आल्हा_छंद २०/०४/२०२१ (मंगर) #माई_से_गुहार ________________________________ नवदुर्गा नव रूप भवानी, महिमा तोहर अगम अपार। दुष्टन पर घन बन घहरालू, करे ला भगता जय जयकार। महिषासुर अधमी के माई, दिहलू पल... Hindi · गीत 1 321 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 16 Apr 2021 · 1 min read गाँव की अनुभूति .................#गांव_की_अनुभूति................ ___________===========____________ ढूंढ रहा मैं आज शहर में, बचपन का वह गाँव। खेल कूद कर बड़े हुए वह, बरगद वाली छाँव। कैसे हँसती थी सब गलियां, मीठा था वह शोर।... Hindi · गीत 2 575 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Apr 2021 · 1 min read भोजपुरी दोहे दिनांक:- ०९/०४/२०२१ दिन:- शुक भोजपुरी दोहे __________=_______=__________ सादर समीक्षार्थ आतंकी हमला कबो, कबो नक्सली घात | दिल्ली में बइठल रही, अउर बनाईं बात ||१|| माई अपना पूत के, देत रहे... Hindi · दोहा 453 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Apr 2021 · 1 min read दरस की आस ( विरह ) ------------ #दरस_की_आस ------------ विकल मन है तड़पता अब, दरस की आस है हमदम। व्यथित उर वेदना जागी, मिलन की प्यास है हमदम।। बरसती है बदरिया जब, नयन से नीर है... Hindi · गीत 1 380 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Apr 2021 · 1 min read गीता छंद (भोजपुरी रचना) #नमन_भोजपुरी_कलम_कार्यशाला #आयोजन:- छंद आधारित लेखन #दिनांक:- १२/०४/२०२१ #दिन:- सोमार #विधा:- गीता छंद आधारित गीत #विधान:- विधान - ये छंद के प्रत्येक चरण में 26 मात्रा होला; 14,12 पर यति अनिवार्य... Hindi · गीत 1 206 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Apr 2021 · 1 min read प्रेम #विषय ? #प्रेम #विधा? #गीत ... रचना संबंध का आधार शाश्वत, प्रेम जीवन सार है। हेतु नहीं एक याम का यह, प्रेम भव आधार है।। जब प्रेम पलता चहुँदिशा में,... Hindi · गीत 1 230 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Apr 2021 · 1 min read अगर निगाहें न मिल सकेंगी, तो दिल की बातें कहोगे कैसे #विधा? #ग़ज़ल #बह्र? #बहर-ए-रजज़ #मुसम्मन_मख्बून_मुरफ़्फ़ल #अरकान ? #मफ़ाइलातुन_मफ़ाइलातुन_मफ़ाइलातुन_मफ़ाइलातुन #मापनी? 12122 12122 12122 12122 #काफ़िया? ओगे #रदीफ़? कैसे ... रचना अगर निगाहें न मिल सकेंगी, तो दिल की बातें कहोगे कैसे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 222 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Apr 2021 · 1 min read सरस्वती वंदना (मुनि शेखर छंद) #छंद? #मुनि_शेखर #विधा ? #मुनि_शेखर_छंद आधारित गीत जिसका विधान है:- यह २० वर्णी वर्णिक छंद है। वर्ण वृत- सगण,जगण,जगण,भगण,रगण,सगण, लगा। अंकावली: ११२,१२१,१२१,२११,२१२,११२,१२ दो-दो चरण समतुकांत ....... रचना? सरस्वती वंदना --------------------------////-----------------... Hindi · गीत 2 1 2k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Apr 2021 · 1 min read यमक अलंकारित दोहे #अलंकार ? #यमक विधा ? दोहा छंद ........ रचना .......... अर्क-अर्घ्य जब अर्क को, सादर किया प्रदान | मुदित उदित नवयौवना,और हुयी द्युतिमान ||०१|| काम सदन में काम को,काम मिला... Hindi · दोहा 3 2 567 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Apr 2021 · 1 min read करुण रस (शूल ही शूल) #रस ? #करुण_रस विधा ? गीत ( 212 × 8 ) ... रचना ? शूल ही शूल बिखरे पड़े राह में ... ? ......................................................................... शूल ही शूल बिखरे पड़े राह... Hindi · गीत 1 521 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Apr 2021 · 1 min read मत्तगयंद सवैया (बेवफा) #विधा ? मत्तगयन्द सवैया , सम वर्ण वृत्त या वार्णिक छन्द है। प्रत्येक चरण में ७ भगण(२११) और दो गुरु के क्रम से २३ वर्ण होते हैं। ... ... रचना... Hindi · कविता 1 394 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Apr 2021 · 1 min read जैसा अपना आना प्यारे, वैसा अपना जाना ये...!! #पगडण्डी - #जैसा_अपना_आना_प्यारे, #वैसा_अपना_जाना_रे। #विधा - गीत १६/१४ ====================================== जीवन जग माया का मेला , क्या खोना क्या पाना रे| जैसा अपना आना प्यारे , वैसा अपना जाना रे|| जग... Hindi · गीत 1 243 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Apr 2021 · 1 min read तंत्री छंद (बेलगाम सपने) #विधा ? तंत्री छंद ... ...रचना... ... बेलगाम है, सपने अपने, कस लगाम, अब मिलना क्या है ? बेलगाम ही, चलते जाना, ख्वाब बिना, फिर झिलना क्या है ? खुले... Hindi · कविता 1 689 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Apr 2021 · 1 min read किरीट सवैया (पादप) #विषय ? #शाखी #विधा ? किरीट सवैया वर्णिक छंद- (8 भगण) 211*8 =24 वर्ण मापनी- 211 211 211 211 211 211 211 211 .... रचना ? _________________ ०१ _________________ पादप... Hindi · कविता 1 421 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 28 Mar 2021 · 1 min read होली विरह गीत #होली_विरह_गीत _______________________________________ होलिका में आप आना मिल गया पैगाम तेरा, पर प्रिये ! ऐसी दशा है क्या कहें कैसे बताएँ|| मानता हूँ सङ्ग तेरा रंग जीवन में भरेगा, मद्य सेवन... Hindi · गीत 1 462 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Mar 2021 · 1 min read ईश्वर की सुंदरतम रचना.....!! विधा - गीत ? रचना ? #मुखड़ा ईश्वर की सुंदरतम रचना , कोकिलकंठी युवरानी। मन मंदिर में इष्टदेव सी , लगती जानी पहचानी।। #अंतरा रूप सलोना सुंदर मुखड़ा , अधरों... Hindi · गीत 2 4 706 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Mar 2021 · 1 min read शूल ही शूल बिखरे पड़े राह में #साहित्यदीप_काव्य_मह #रस ? #करुण_रस विधा ? गीत ( 212 × 8 ) ... रचना ? शूल ही शूल बिखरे पड़े राह में ? ......................................................................... शूल ही शूल बिखरे पड़े राह... Hindi · गीत 1 381 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Mar 2021 · 1 min read मत्तगयंद सवैया #दिनांक ? २६ / ०२ / २०२१ #विधा ? मत्तगयन्द सवैया , सम वर्ण वृत्त या वार्णिक छन्द है। प्रत्येक चरण में ७ भगण(२११) और दो गुरु के क्रम से... Hindi · कविता 3 3 395 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Mar 2021 · 1 min read सरस्वती वंदना दिनांक-०४~०३~२१ प्रस्तुत है पञ्च चामर छंद में सरस्वती वंदना मापनी-१२ १२ १२ १२ १२ १२ १२ १२ ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ #सरस्वती_वंदना नमामि मातु मालिनी, नमामि विन्ध्यवासिनी | भजामि मातु भोगदा, नमामि मोह... Hindi · कविता 2 2 554 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 14 Feb 2021 · 1 min read ! माँँ कहानी सुनाती रही रात भर ! !माँ कहानी सुनाती रही रात भर! मापनी :- २१२ २१२ २१२ २१२ ______________©®______________ माँ थपकती सुलाती रही रात भर। लोरियां गुनगुनाती रही रात भर। नींद से आँख बोझिल पड़े थे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 315 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 13 Feb 2021 · 1 min read वृक्ष की महत्ता बृक्ष की महत्ता ______________________ पादप को काटकर, जीवन को छांट कर, अपने ही पथ पर, शूल तुम बो रहे। फल फूल देने वाले, विष छीन लेने वाले, तरू प्राणवायु वाले,... Hindi · Daily Writing Challenge · घनाक्षरी 3 2 474 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Feb 2021 · 1 min read हाय री ! वोट हाय री ! वोट छंद:- १ भाग रहे सब मांग रहे सब वोट कि खातिर जाग रहे है। जोह रहे कुछ टोह रहे कुछ नेह सहोदर ताग रहे है। छूट... Hindi · कविता 6 3 327 Share Previous Page 4 Next