Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2021 · 1 min read

गांव की अनुभूति…!!

……………..#गांव_की_अनुभूति…………….
___________===========____________
ढूंढ रहा मैं आज शहर में, बचपन का वह गाँव।
खेल कूद कर बड़े हुए वह, बरगद वाली छाँव।

कैसे हँसती थी सब गलियां, मीठा था वह शोर।
प्रथम पहर वह कसरत वाली,याद रही वह भोर।
गिल्ली डंडा खेल कबड्डी, कुश्ती से था प्यार।
अटकन चटकन दही चटाकन, थी अपनी सरकार।।

दंगल में बुधई काका ने, दिये कई थे दाव।
ढूंढ़ रहा मैं आज शहर में, बचपन का वह गाँव।

पीपल बूढ़ा बाग बगीचे, कोयल की वह कूक।
शहरों में है शोर बहुत पर, लगते हैं सब मूक।।।
पंगत की रंगत हम भूले,भूले पुरइन पात।
डैडा में उलझे हैं सारे, भूल गए सब तात।।

चमक दमक पहचान शहर की, रिक्त पड़े हैं भाव।
ढूंढ रहा मैं आज शहर में, बचपन का वह गांव।।

दादा – दादी, चाचा – चाची, हरा भरा परिवार।
यहाँ शहर में एकल रिश्ते, शुष्क लगे व्यवहार।।
नाना- नानी, भैया, ताऊ,, हर नाता अनमोल।
संबंधों का अर्थ के बल पर, कौन लगाये मोल?

सम्बंधों के नाम शहर अब, नित्य नया दे घाव।
ढूंढ रहा मैं आज शहर में, बचपन का वह गांव।।

✍️ पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’
मुसहरवा (मंशानगर)
पश्चिमी चम्पारण, बिहार

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 312 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
मां ब्रह्मचारिणी
मां ब्रह्मचारिणी
Mukesh Kumar Sonkar
"तेरे लिए.." ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
आजादी की कहानी
आजादी की कहानी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
3127.*पूर्णिका*
3127.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
It is that time in one's life,
It is that time in one's life,
पूर्वार्थ
खिला हूं आजतक मौसम के थपेड़े सहकर।
खिला हूं आजतक मौसम के थपेड़े सहकर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
भगवान का शुक्र है आपका कोई पैगाम तो आया।
भगवान का शुक्र है आपका कोई पैगाम तो आया।
Surinder blackpen
गूढ़ बात~
गूढ़ बात~
दिनेश एल० "जैहिंद"
द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत)
द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
खत
खत
Punam Pande
*भारत जिंदाबाद (गीत)*
*भारत जिंदाबाद (गीत)*
Ravi Prakash
मौत से यारो किसकी यारी है
मौत से यारो किसकी यारी है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दास्तां
दास्तां
umesh mehra
नेम प्रेम का कर ले बंधु
नेम प्रेम का कर ले बंधु
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
माँ मेरा मन
माँ मेरा मन
लक्ष्मी सिंह
कहते हैं लोग
कहते हैं लोग
हिमांशु Kulshrestha
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !
Kishore Nigam
जय हो कल्याणी माँ 🙏
जय हो कल्याणी माँ 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पति पत्नी पर हास्य व्यंग
पति पत्नी पर हास्य व्यंग
Ram Krishan Rastogi
हिंदू सनातन धर्म
हिंदू सनातन धर्म
विजय कुमार अग्रवाल
■ शर्मनाक हालात
■ शर्मनाक हालात
*Author प्रणय प्रभात*
अमृता प्रीतम
अमृता प्रीतम
Dr fauzia Naseem shad
"अभ्यास"
Dr. Kishan tandon kranti
ओ मेरी जान
ओ मेरी जान
gurudeenverma198
Rebel
Rebel
Shekhar Chandra Mitra
पापा के परी
पापा के परी
जय लगन कुमार हैप्पी
हालातों का असर
हालातों का असर
Shyam Sundar Subramanian
मेरे राम
मेरे राम
Ajay Mishra
हमारे जख्मों पे जाया न कर।
हमारे जख्मों पे जाया न कर।
Manoj Mahato
:: English :::
:: English :::
Mr.Aksharjeet
Loading...