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9 Mar 2023 · 1 min read

ओ मेरी जान

ओ मेरी जान, नफरत नहीं है तुमसे।
चाहता हूँ तुमको, मैं सच्चे मन से।।
ओ मेरी जान————————-।।

मांगो नहीं तुम,इसका सबूत कोई।
तेरे अलावा नहीं, मेरी चाहत कोई।।
किसी और नहीं,आँखों में ख्वाब मेरे।
चाहे झगड़ता हूँ , अक्सर मैं तुमसे।।
ओ मेरी जान————————।।

मानता हूँ तेरा दिल,दुःखाया है मैंने।
बेवजह तुमको बहुत, सताया है मैंने।।
लेकिन लबों पे सिर्फ, तेरा ही नाम है।
मुझको तो प्यार है, एक सिर्फ तुमसे।।
ओ मेरी जान————————–।।

देखा चमन यह जो,लगाया है मैंने।
रोशन चिराग यह जो,किया है मैंने।।
समझता हूँ मैं तो, तुम्हें ही पवित्र।
बनाई है तेरी तस्वीर, मैंने दिल से।।
ओ मेरी जान———————–।।

जरूरत नहीं तेरे हुस्न और, दौलत की।
मुझको तो चाहत है, तेरी मोहब्बत की।।
करुंगा आबाद तुमको, अपनी कलम से।
करता हूँ वादा आज, यह मैं तुमसे।।
ओ मेरी जान————————-।।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
152 Views
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