Kavita Chouhan 244 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next Kavita Chouhan 22 Jan 2022 · 1 min read युवा युवा शक्ति है नव ऊर्जा है युवा सामर्थ्य है तरंग है युवा राष्ट्र की नींव रखते है युवा करके सही दिशा का आकलन विकास कर रहा हर युवा। कभी एक... Hindi · कविता 216 Share Kavita Chouhan 21 Jan 2022 · 1 min read आज फिर उसकी याद आ गई आज फिर उसकी याद आ गई देकर वास्ता हमे फिर रुला गई इक वो ही तो थी जो मन को भा गई। भटक रही थी जिंदगानी अंधेरी रातों में बातें... Hindi · कविता 254 Share Kavita Chouhan 19 Jan 2022 · 1 min read राणा के जयकारों से चप्पा चप्पा गूंज उठा राणा के जयकारों से मुग़लों को मार गिराया तीखे हथियारों से। राजस्थान में जन्मा एक शेर जो था मेवाड़ के गलियारों से। हल्दी घाटी भी रंग... Hindi · कविता 1 280 Share Kavita Chouhan 15 Jan 2022 · 1 min read अब तेरी हो जाऊंगी पाकर प्यार तेरा अब तेरी हो जाऊंगी खाकर कसम कहती हूं ,अब तुझ बिन ना रह पाऊंगी। होगा चाहे लाख दुश्मन जमाना फिर भी यह जिंदगी तुझ संग बिताऊंगी ।... Hindi · कविता 2 542 Share Kavita Chouhan 11 Jan 2022 · 1 min read ---ए दिल--- ए दिल तू भी कभी मुस्कुरा दिया कर न ऐसे यूं रूठ जाया कर बैठ कर यूं हताश उदास क्या होगा कोई तो अपना होगा जो तुझसे जुड़ा होगा अपनी... Hindi · कविता 2 4 432 Share Kavita Chouhan 5 Jan 2022 · 1 min read मैं जीना चाहती हूँ मैं जीना चाहती हूं। परिन्दों सी उड़ना चाहती हूं। अपने पंखों की उड़ान से गगन को मापना चाहती हूं चिडियों सी चहकना चाहती हूं। संगीत की धुन पर थिरकना चाहती... Hindi · कविता 780 Share Kavita Chouhan 3 Jan 2022 · 1 min read बोलो न क्या लिखूं बोलो न क्या लिखूं शेरों शायरी कविता लिखूं या फिर अपने जज़्बात लिखूं। तुम्हारी आँखों को मयखाना या होठों को शराब लिखूं। तुमको मीठी ग़ज़ल या जरूरी सी कोई बात... Hindi · कविता 1 1k Share Kavita Chouhan 25 Dec 2021 · 1 min read सांता तुम अब जल्दी आना सांता तुम अब जल्दी आना जोर से बेल बजाना सजाकर क्रिसमस ट्री फिर क्रिसमस मनाएंगे हम जिंगल भी गाएंगे बहोत सारे गिफ्ट लाना उसमे खुशी,प्रेम,दया करुणा,शांति,सहायता,सब अलग अलग डिब्बों भरकर... Hindi · कविता 1 2 352 Share Kavita Chouhan 23 Dec 2021 · 1 min read दिल कहता है दिल कहता है तुझे कुछ कह जाऊं ,आजा कि मैं तुझ में आज समा जाऊं । आज तनहा है शाम मेरी , तेरा हो जाऊं कि तेरा बन जाऊं। तुझ... Hindi · कविता 207 Share Kavita Chouhan 18 Dec 2021 · 1 min read मेरा प्यार तुम हो मेरा प्यार तुम हो मेरा प्यार तुम हो ,पूछे जो कोई मुझसे मेरे दिलदार तुम हो हर शब्द में मेरे तुम शामिल एक गीत एक झंकार तुम हो रोज नया... Hindi · कविता 472 Share Kavita Chouhan 4 Dec 2021 · 1 min read वो लड़की देखते देखते दिल ले गई वो लड़की कुछ कह पाता इससे पहले जाने कहाँ खो गई वो लड़की ढूंढ रहा हो के बेकरार सा थामे हुए दिल को अपने न... Hindi · कविता 1 2 536 Share Kavita Chouhan 27 Nov 2021 · 1 min read ------आ कहीं दूर चले-------- आ कहीं दूर चले सात समंदर दूर नगरी पार चलें आ कहीं दूर चले जहां प्यार हो , उठती लहरें सूरज की किरण दीदार करें आ कहीं दूर चले तेरी... Hindi · कविता 1 513 Share Kavita Chouhan 21 Nov 2021 · 1 min read -----पिता---- पिता धरोहर है एक आधारशिला नींव है पिता जीवन रूपी तपती धूप में शीतल छाया है पिता कर्तव्यों को निभाता एक स्वरुप है पिता कभी प्रसन्नचित्त तो कभी चिंतित दीखते... Hindi · कविता 2 4 443 Share Kavita Chouhan 20 Nov 2021 · 1 min read हे नारी अब तुम कठोर बन जाना हे नारी तुम अब कठोर बन जाना रूप एक नया सबको दिखलाना कोमल काया से शीला सी जड़ हो जाना।। त्याग ममता प्यार की मूरत हो तुम माँ पत्नी बहन... Hindi · कविता 2 2 310 Share Kavita Chouhan 14 Nov 2021 · 1 min read -----मेरी खिड़की से आसमान का छोटा टुकड़ा----- मेरी खिड़की से आसमान का छोटा सा टुकड़ा दिखता है। उसमे एक चाँद है जो बेपनाह चमकता है। देखा करता हूं ओट से छुपके उसको नज़रों में मेरी रहा करता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 679 Share Kavita Chouhan 11 Nov 2021 · 1 min read छठ है आया देकर अर्घ्य सूर्य को जल चढ़ाया सहस्त्रों किरणें चमकाकर रवि फिर उजला दिखलाया करके तैयारी ढेर सारी खीर,और पकवान बनाया चार दिनों का पर्व छठ है आया। साफ सफाई करके... Hindi · कविता 280 Share Kavita Chouhan 4 Nov 2021 · 1 min read आई है दीवाली रात जगमग दीप जल उठे मिट गया अंधकार क्यूंकि आई है दीवाली रात इक दीया तुम भी जलाओ राह में अपनी दूर हो तमस दुख विलाप सबके लिए कुछ खास एक... Hindi · कविता 170 Share Kavita Chouhan 1 Nov 2021 · 1 min read कभी पुरुष में भी त्रियाचरित्र होता है। कभी पुरुष में भी त्रियाचरित्र होता है। कुछ नज़र आता है तो किसी मे छिप जाता है। न होते है सभी इस पंक्ति में खड़े है लेकिन कुछ इसमें विशेषज्ञ... Hindi · कविता 1 2 224 Share Kavita Chouhan 1 Nov 2021 · 1 min read आज वो नही आया उसका इंतजार हुआ आज वो नही आया उसका इंतजार हुआ पाने को एक झलक दिल ये बेकरार हुआ। नज़र आया करता था जिस गली जिस सड़क था उसमें भी वीराना पसरा हुआ। न... Hindi · कविता 1 2 265 Share Kavita Chouhan 28 Oct 2021 · 1 min read औरतें बहोत जल्दी रो देती है लोग कहते है औरतें बहोत जल्दी रो देती है। सच है वो अपने सारे गम अपने आँचल में समेट लेती है। किसी से कुछ कहतीं नही बस चुप हो लेती... Hindi · कविता 2 6 260 Share Kavita Chouhan 24 Oct 2021 · 1 min read बन के दुल्हन सी बन के दुल्हन सी आज पिया का इंतज़ार कर रही हूं देखकर आईना सोलह श्रृंगार कर रही हूं । लगता है आज है कुछ खास सखी री कानों में कुंडल... Hindi · कविता 810 Share Kavita Chouhan 20 Oct 2021 · 1 min read चाँद की चांदनी चमचमाई चाँद की चांदनी चमचमाई मौसम ने बदली करवट फिज़ाओं ने नई दिशा दिखलाई हवाओं में घुली ठंडक देने शीतलता की दस्तक शरद ऋतु आई। चन्द्रमा की चंचल किरणों ने छिटकी... Hindi · कविता 1 682 Share Kavita Chouhan 19 Oct 2021 · 1 min read प्रफुल्लित हो कि स्वतंत्र हो प्रफुल्लित हो कि स्वतंत्र हो पराधीनता है मृत्यु तुल्य स्वछंद हो। सांसे है हर बन्धन से मुक्त न रोआँ है कर्ज में डूबा उत्सव है जीवन का बड़ा उड़ता जब... Hindi · कविता 271 Share Kavita Chouhan 15 Oct 2021 · 1 min read आज फिर तेरी याद आज फिर तेरी याद ने रुला दिया तेरे बिन सुनी है राहें ये एहसास करा दिया पल दो पल की खुशियां थी तुझसे जुड़ी फिर क्यों वक्त ने तन्हा हमको... Hindi · शेर 1 248 Share Kavita Chouhan 14 Oct 2021 · 1 min read खुद को फिर से बनाना खुद को फिर से बनाना बिखर गया जो कतरा कतरा उसको चुन लाना तोड़ दिया जो टुकड़े करके उस दिल को फिर जोड़ जाना बचपन मे जैसे फूल चुनती थी... Hindi · कविता 1 2 437 Share Kavita Chouhan 9 Oct 2021 · 1 min read विलंब न कर आरंभ कर विलंब न कर आरम्भ कर रुक न कहीं थककर प्राणों को स्फूर्ति से भरकर आलस निराशा छोड़ कर थम ना विराम कर प्रयत्न तू अपार कर सिंह सी दहाड़ कर... Hindi · कविता 1 2 424 Share Kavita Chouhan 6 Oct 2021 · 1 min read नए इरादे नई बात होगी नए इरादे नई बात होगी ये जिंदगी यूँ ही आबाद होगी हर पल उम्मीद हजार होंगी जगमगायेगा हर रास्ता इक घड़ी खुशियों की बारात होगी। रुकना न तुम थकना न... Hindi · कविता 2 185 Share Kavita Chouhan 2 Oct 2021 · 1 min read सन्त हुआ एक दुबला पतला सन्त हुआ एक दुबला पतला पहने था जो सफेद धोती चलता जैसे बिजली सी गति उसने हाथ मे थी लाठी उठाई। पोरबंदर गुजरात मे जनमे करने चले बेरिस्टर की पढ़ाई।... Hindi · कविता 1 243 Share Kavita Chouhan 1 Oct 2021 · 1 min read आओ पितरों का स्मरण करें आओ पितरों का स्मरण करें विदा हुए जो इस संसार से देकर स्नेह आशीष हमें उनके लिए तर्पण करें न आएंगे लौटकर फिर कभी वे देते थे जो प्रेम पोषण... Hindi · कविता 2 4 590 Share Kavita Chouhan 26 Sep 2021 · 1 min read कभी बेवजह ही मुस्कुरा दीजिये कभी बेवजह ही मुस्कुरा दीजिये बिना बात के भी खिलखिला दीजिये। हर पल है जिंदगी में कुछ खास ऐसे वैसे नही हर लम्हे को खास बना दीजिये माना कि काम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 10 234 Share Kavita Chouhan 24 Sep 2021 · 1 min read तेरे मुस्कुराने से गूंज उठी है हर दिशा तेरे मुस्कुराने से खिल गई हर फ़िज़ा तेरे क़रीब आ जाने से जाने कौनसा दिन कौनसा रंग हो जिंदगी का जो तू चला आया यहां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 338 Share Kavita Chouhan 24 Sep 2021 · 1 min read रात भी कितनी हसीन है यह रात भी कितनी हसीन है बस मै हूं और तू है सब कुछ बहुत रंगीन है ठहर जाए यह पल बस यूं ही आज का दिन कितना बेहतरीन है।। Hindi · शेर 1 1 425 Share Kavita Chouhan 24 Sep 2021 · 1 min read चांद की उजली चांद की उजली काया प्रकृति का रंग तुझ में समाया कैसे रोकूँ अपनी अखियां तेरे रूप में ईश्वर नजर आया।। Hindi · शेर 207 Share Kavita Chouhan 24 Sep 2021 · 1 min read अपनी बेवफाई अपनी बेवफाई को मजबूरियों का नाम ना दो दिल की इन तकलीफों को यह अंजाम ना दो हैरत होती है खुद को इस हालत में देखकर मोहब्बत को मेरी अब... Hindi · शेर 394 Share Kavita Chouhan 24 Sep 2021 · 1 min read जरा सी नादानी जरा सी नादानी से बरसों के याराने गए चलो इसी बात पर लोग पहचाने गए Hindi · शेर 271 Share Kavita Chouhan 21 Sep 2021 · 1 min read हर मंज़र आज हर मंजर सहमा क्यों है लगी है भीड़ जाने कैसी शहर में तेरे फिर भी हर शख़्स तन्हा क्यों है ढूंढ रही है राहें तुझको फिर भी तू दरबदर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 238 Share Kavita Chouhan 19 Sep 2021 · 1 min read पिला दे जाम पिला दे जाम फिर से साकी चढ़ जाने दे नशा कुछ यूं हमपर भी रहे न होश अब मेरे बाक़ी।। Hindi · शेर 1 308 Share Kavita Chouhan 19 Sep 2021 · 1 min read टूट गया दिल टूट गया दिल आवाज़ भी न आई मुझको मोहब्बत रास न आई न लो नाम मोहब्बत का मिल न जाये कहीं फिर बेवफाई Hindi · शेर 3 2 252 Share Kavita Chouhan 18 Sep 2021 · 1 min read फिर नई बात फिर एक नई बात होगी फिर कभी मुलाकात होगी माना अनजान है इक दूजे के वास्ते हम आएगा फिर कल नया सुबह की नई सौगात होगी।। Hindi · शेर 3 1 539 Share Kavita Chouhan 14 Sep 2021 · 1 min read हिंदी भाषा है भावों की जो अभिव्यक्ति दिलाती है। निराली है सब भाषाओ से पहचान अलग बनाती है। अखण्डता में एकता का बोध कराती है। है हर भारतीय की ज़ुबानी सबको... Hindi · कविता 1 238 Share Kavita Chouhan 12 Sep 2021 · 1 min read फिर से एक मासूम कली फिर से एक मासूम कली मसलाई होगी किस ने ये सजा दिलाई होगी अनजान सी जा रही होगी उसकी राह किसीने रोक ली होगी बेशर्मी से फिर अस्मत उसकी लुटाई... Hindi · कविता 2 312 Share Kavita Chouhan 10 Sep 2021 · 1 min read कभी खुद के लिए भी जी लिया करो कभी खुद के लिए भी जी लिया करो ज़िंदगी है कुछ उलझी सी कभी कभी खुशहाल तो गमगीन भी है ज़ख़्म है हर दिल में कहीं न कहीं ज़ख़्म भी... Hindi · मुक्तक 2 4 667 Share Kavita Chouhan 10 Sep 2021 · 1 min read अब न आऊंगी कभी तेरी गली अब न आऊंगी कभी तेरी गली ले तुझसे अब दूर बहोत दूर हो चली रूठा तो मनाया तुझको रोया तो हंसाया तुझको अब मैं कभी हंसी न करूंगी कोई ठिठोली... Hindi · कविता 3 2 489 Share Kavita Chouhan 10 Sep 2021 · 1 min read दिल क्यूं दिल क्यूं तोड़ दिया बस इतना बता दे क्या कमी थी जो तू मुझको ये सज़ा दे बेवफाई तो तेरी फितरत में थी कोई इस दिल को ये समझा दे।। Hindi · शेर 2 2 422 Share Kavita Chouhan 10 Sep 2021 · 1 min read आँचल आँचल में सितारे अब नही मेरे तूने जो बिखेर दिए अरमा सारे मेरे अब तो टूटा तारा भी नसीब नही तोड़कर सारे तारे क्यूं आँचल में भर दिए अंगारे मेरे।। Hindi · शेर 497 Share Kavita Chouhan 10 Sep 2021 · 1 min read चूड़ियां साजन की चाह में सजती सँवर जाती है ये चूड़ियां साजन की बाहों में फिर खनखनाती है ये चूड़ियां फिर क्यों रूठ जाने पर बिखर जाती है ये चूड़ियां।। Hindi · शेर 1 382 Share Kavita Chouhan 10 Sep 2021 · 1 min read तेरे लिए तेरे लिए ही सज सँवर रही थी न जाने कितने सपने बुन रही थी आज लगता है कुछ ख़ास तभी तो न जाने कितने रूप रंग चुन रही थी।। Hindi · शेर 219 Share Kavita Chouhan 6 Sep 2021 · 1 min read थक गई थी थक गई थी सबकी परवाह करते करते जब से बेपरवाह हुई एक आराम सा है भीड़ बहोत है तेरे शहर में फिर भी हर एक शक़्स तन्हा सा है लाख... Hindi · शेर 2 2 331 Share Kavita Chouhan 6 Sep 2021 · 1 min read एक मरी हुई बेटी एक मरी हुई बेटी से तलाक़शुदा ज्यादा अच्छी है एक रोती हुई विवाहिता से अकेली बैठी ज्यादा अच्छी है कदर नही जिसके मन सम्मान की जहां ऐसी जगह से वो... Hindi · कविता 2 6 473 Share Kavita Chouhan 5 Sep 2021 · 1 min read गुरू गुरु मार्गदर्शक है राह नई दिखलाता है गुरु से है नव निर्माण ,एक पथपदर्शक भी बन जाता है जलकर स्वयं दीप सा ओरो को रोशन कर जाता है गुरु के... Hindi · कविता 2 2 496 Share Previous Page 4 Next