Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jan 2022 · 1 min read

मैं जीना चाहती हूँ

मैं जीना चाहती हूं।
परिन्दों सी उड़ना चाहती हूं।
अपने पंखों की उड़ान से गगन को मापना चाहती हूं
चिडियों सी चहकना चाहती हूं।
संगीत की धुन पर थिरकना चाहती हूं।
खुलकर हंसना चाहती हूं।
हवा सी बहना चाहती हूं।
घटाओ सी छा जाना चाहती हूं।

मेरी आँखें निर्दयता से दबा के न मीच देना
मैं आंखे खोलकर नई दुनिया देखना चाहती हूं
मेरी सांसों की लडियां तोड़कर मुझे न सुलाना
मैं जागकर सांसे लेना चाहती हूं।

समझकर गन्दगी सा मुझे किसी नाले में न बहा आना
मैं शीतल जल सी बहना चाहती हूं।

मुझे किसी कूड़े में मत फ़ेंक आना
कीड़े मकोड़ों का भोजन मत बनाना
मैं अपना जीवन सहेजना चाहती हूं।

चंचल से मन ये मेरा नन्हीं सी काया
दामिनी सी दमकना चाहती हूं।

बंद मुट्ठी में अपनी अनगिनत सपने
लेकर आई हूं।
सपनो को अपने साकार करना चाहती हूं।
पहचान मेरी न मिटा देना तुम
मैं अपनी पहचान बनाना चाहती हूं।

बनकर आत्मनिर्भर सबको दिख लाऊंगी
खड़े हो पैरों पर अपने चल जाऊंगी
इक मौका जीने का दे देना बस मुझे
नाम तुम्हारा रोशन करना चाहती हूं।

माथे का अपने कलंक न समझना मुझे
ललाट की तुम्हारे चमक बनना चाहती हूं।

मैं जीना चाहती हूं
परिन्दों सी उड़ना चाहती हूं।

Language: Hindi
735 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कल पर कोई काम न टालें
कल पर कोई काम न टालें
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जहाँ से आये हो
जहाँ से आये हो
Dr fauzia Naseem shad
* शक्ति आराधना *
* शक्ति आराधना *
surenderpal vaidya
कान में रखना
कान में रखना
Kanchan verma
व्यथा पेड़ की
व्यथा पेड़ की
विजय कुमार अग्रवाल
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रंग भरी एकादशी
रंग भरी एकादशी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ईश्वर की महिमा...…..….. देवशयनी एकादशी
ईश्वर की महिमा...…..….. देवशयनी एकादशी
Neeraj Agarwal
जीवन एक यथार्थ
जीवन एक यथार्थ
Shyam Sundar Subramanian
#एड्स_दिवस_पर_विशेष :-
#एड्स_दिवस_पर_विशेष :-
*Author प्रणय प्रभात*
किसान
किसान
Bodhisatva kastooriya
रूह की अभिलाषा🙏
रूह की अभिलाषा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मनुष्यता कोमा में
मनुष्यता कोमा में
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम मेरी किताबो की तरह हो,
तुम मेरी किताबो की तरह हो,
Vishal babu (vishu)
आवश्यकता पड़ने पर आपका सहयोग और समर्थन लेकर,आपकी ही बुराई कर
आवश्यकता पड़ने पर आपका सहयोग और समर्थन लेकर,आपकी ही बुराई कर
विमला महरिया मौज
मेरे दिल ❤️ में जितने कोने है,
मेरे दिल ❤️ में जितने कोने है,
शिव प्रताप लोधी
दर्द
दर्द
Satish Srijan
*बहुत सौभाग्यशाली कोई, पुस्तक खोल पढ़ता है (मुक्तक)*
*बहुत सौभाग्यशाली कोई, पुस्तक खोल पढ़ता है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
काव्य की आत्मा और अलंकार +रमेशराज
काव्य की आत्मा और अलंकार +रमेशराज
कवि रमेशराज
कब तक अंधेरा रहेगा
कब तक अंधेरा रहेगा
Vaishaligoel
जय भगतसिंह
जय भगतसिंह
Shekhar Chandra Mitra
कड़वा सच
कड़वा सच
Sanjeev Kumar mishra
तुम न जाने कितने सवाल करते हो।
तुम न जाने कितने सवाल करते हो।
Swami Ganganiya
भारत चाँद पर छाया हैं…
भारत चाँद पर छाया हैं…
शांतिलाल सोनी
मुकाम
मुकाम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जीयो
जीयो
Sanjay ' शून्य'
3002.*पूर्णिका*
3002.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तू जाएगा मुझे छोड़ कर तो ये दर्द सह भी लेगे
तू जाएगा मुझे छोड़ कर तो ये दर्द सह भी लेगे
कृष्णकांत गुर्जर
🌳😥प्रकृति की वेदना😥🌳
🌳😥प्रकृति की वेदना😥🌳
SPK Sachin Lodhi
नजरिया-ए-नील पदम्
नजरिया-ए-नील पदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...