जगदीश लववंशी Language: Hindi 531 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 4 Next जगदीश लववंशी 21 Mar 2021 · 1 min read हम अपनी धरती को सजाए आओ मिलकर पेड़ लगाए, हम अपनी धरती को सजाए, पेड़ लगाए हम एक-एक, शुरू करें काम यह नेक, पेड़ो से मिलती शुद्ध हवा, होती स्वास्थ्य के लिए दवा, बढ़ रहा... Hindi · कविता 1 401 Share जगदीश लववंशी 15 Mar 2021 · 1 min read जब बातें हो धर्म की... जब बातें हो धर्म की, मन होता प्रफुल्लित । खुल जाते बंद द्वार, संशय रहित होता चित्त ।। छल कपट न ठहरता, मन होता फिर निर्मल । हँसी ख़ुशी नित... Hindi · कविता 1 2 334 Share जगदीश लववंशी 15 Mar 2021 · 1 min read जाने वाले लौट आ... इधर-उधर किस तरफ, देखूँ तुझको मेरे मीत । कानों में बस गूँज रहा, तेरे ही नाम का गीत ।। देख रहा हूँ कब से, कहाँ चले गए तुम, छोड़ कर... Hindi · कविता 1 380 Share जगदीश लववंशी 8 Mar 2021 · 1 min read जिसका संघर्ष निरन्तर जारी, नाम उसी का है नारी.... जिसका संघर्ष निरन्तर जारी, नाम उसी का है ....नारी, त्याग बलिदान देती भारी, स्नेह ममता उड़ेलती सारी, फिर भी जाती है दुत्कारी, दहेज के लिए वो मारी, जिसका संघर्ष निरन्तर... Hindi · कविता 2 331 Share जगदीश लववंशी 6 Mar 2021 · 1 min read बिन बुलाए आती है बिन बुलाए आती है, साथ हमें ले जाती है, कोई बहाना न चलता, जब मौत फरमान लाती है, रंक हो या फिर राजा, साधु संत हो या ख्वाजा, सबकी शिक्षा... Hindi · कविता 1 1 398 Share जगदीश लववंशी 17 Feb 2021 · 1 min read कल क्या हो जाए ... कल क्या हो जाए, किसी को नहीं पता । आज खुश होकर जी ले, क्यों किसी से रखें खता ।। धन दौलत और शौहरत, सब यहीं छूट जाएगा । हम... Hindi · कविता 480 Share जगदीश लववंशी 8 Feb 2021 · 1 min read देते- देते रह गए गुलाब मेरा जीवन है बंद किताब, तुमने कुछ पन्ने ही पढ़े । आँसूओ से भीगे हुए पन्ने, वर्षों से यूँ ही बंद पड़े ।। सबकों मुस्कान देते - देते, अधूरे रह... Hindi · कविता 256 Share जगदीश लववंशी 6 Feb 2021 · 1 min read फिर से होगा समय हमारा.... अच्छा होगा आने वाला कल, मत इतना तू सोच यारा । निकल जाएगा मुश्किल दौर, फिर से होगा समय हमारा ।। अभी थोड़ा संयम रख ले, मत हो इतना उदास... Hindi · कविता 1 270 Share जगदीश लववंशी 4 Feb 2021 · 1 min read कब आएगी सुखद बहार तरस गए देखें धूप, कैसे दिन ये आये । काम की व्यस्तता, अब न मुझको भाए ।। कुंठित हुआ यह मन, अवरूद्ध हुए विचार । हर पल यही सोचता, कब... Hindi · कविता 2 320 Share जगदीश लववंशी 3 Feb 2021 · 1 min read मन में विश्वास हो चाहे पथ पर शूल हो, समय नहीं अनुकूल हो, कोई न तुम्हारे पास हो, बस एक मन में विश्वास हो, मिलेगी मंजिल निश्चित है, हर्ष से झूम उठेगा चित्त है,... Hindi · कविता 1 297 Share जगदीश लववंशी 2 Feb 2021 · 1 min read तेरे प्यार ने बना दिया कवि... कुछ खत हमने भी लिखें , मोहब्बत के नाम। ऐसा स्नेह था दिल में, प्रेम लिया था थाम ।। यादों में आती एक सुंदर बाला, जिसके था चेहरे पर तिल... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 51 533 Share जगदीश लववंशी 23 Jan 2021 · 1 min read वीर सुभाष वाणी में था जिनके जोश भरा, वह वीर कहाँ किसी से डरा, जिनका लोहा हिटलर ने माना, सारे विश्व ने जिनको पहचाना, एक ही नारा था आजादी पाना, अपने तिरंगे... Hindi · कविता 256 Share जगदीश लववंशी 15 Dec 2020 · 1 min read यही कोरोना का तोड़ हैं सूनी सूनी रोड़ है । सूना सूना मोड़ है । सब कह रहे है, यही कोरोना का तोड़ है ।। घर में रहो डटे । लोगो से रहो कटे ।... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 24 767 Share जगदीश लववंशी 8 Nov 2020 · 1 min read परिवार-मिलन जब - जब हम मिलते है, खुशियों के फूल खिलते है, ख़ुशनुमा माहौल होता, रिश्ते प्रेम से महकते है, हट जाता सारा तनाव, प्रेम स्नेह की होती छाँव, प्रफुल्लित मन... Hindi · कविता 2 1 858 Share जगदीश लववंशी 4 Nov 2020 · 1 min read चुनाव देखो कैसी मची होड़ , सत्ता की चली दौड़ , कोई पीछे न रह जाए, यही लगा रहे है जोड़, सबको अपनी उम्मीद, फिर भी आती न नींद, कैसी अजब... Hindi · मुक्तक 242 Share जगदीश लववंशी 27 Oct 2020 · 1 min read दोहे मन को भाए 【१】 हम जी रहें दबाव में, होकर सदा उदास । कब तक हम बनकर रहें, भीरूपन के दास ।। 【२】 जो जन डरते है सदा, जगत डराए रोज । अपने... Hindi · दोहा 1 555 Share जगदीश लववंशी 26 Oct 2020 · 1 min read दशहरा आज 【१】 घर-घर में उत्साह है, पर्व दशहरा आज । होता नाश अधर्म का, करें धर्म पर नाज ।। 【२】 जो करते अन्याय है, मिटता उनका राज । रावण वंश बचा... Hindi · दोहा 1 2 264 Share जगदीश लववंशी 24 Oct 2020 · 1 min read नवरात्रि पर दोहे (१) घर-घर माँ की वंदना, आया है नवरात्र । मंदिर-मंदिर हो रहे, स्थापित मंगल पात्र ।। (२) देखो खूब धूम मची, माता के दरबार । सारे भक्त बोल रहे, माता... Hindi · दोहा 3 2k Share जगदीश लववंशी 23 Oct 2020 · 4 min read उफनता नाला उफनता नाला ----------------------------------------------------- मोहन ने अपनी पढ़ाई पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ पूर्ण की थी । पढ़ाई के साथ- साथ घर का खर्च चलाने हेतु छोटे- मोटे बहुत सारे... Hindi · कहानी 1 465 Share जगदीश लववंशी 20 Oct 2020 · 3 min read वो पाँच नम्बर मोहन और मोहिनी दोनों एक ही स्कूल में साथ- साथ पढ़ते थे । स्कूल सरकारी था, उस दौर में प्राइवेट स्कूल शहरों तक ही सीमित थे । उनका स्कूल कहने... Hindi · लघु कथा 357 Share जगदीश लववंशी 19 Oct 2020 · 4 min read उस रात के आँसू जुलाई का महीना था, विद्यालय खुल चुके थे । मोहन ने अपने गाँव से आठवीं की परीक्षा उत्तरीण करने के बाद शहर में आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए... Hindi · लघु कथा 2 618 Share जगदीश लववंशी 2 Oct 2020 · 1 min read गाँधी मेरे देश की.. 【४२५-४३०】 गाँधी मेरे देश की, सुनो व्यथा तुम आज। लूट मची चहुँओर है, कैसा आया राज ।। सिसक रहीं है आबरू, गली-गली बाजार । देखो धूमिल हो रहे, बच्चों के... Hindi · दोहा 2 2 220 Share जगदीश लववंशी 24 Sep 2020 · 1 min read जग के दोहे -५ 【४१८-४२४】 लेकर जब प्रभु नाम से, दिन की हो शुरुआत । दूर होते विघ्न सभी, बन जाती हर बात ।। मन के भीतर ही बसे, मंदिर के भगवान । मन... Hindi · दोहा 1 2 279 Share जगदीश लववंशी 23 Sep 2020 · 1 min read कहाँ खो गया बचपन मेरा कहाँ खो गया बचपन मेरा, खुशियों का वो सुंदर डेरा, आँगन में चिड़ियों का पहरा, जन जन से रिश्ता वो गहरा, सुबह सुबह की प्यारी धूप, वो खेल निरालेे हम... Hindi · कविता 2 512 Share जगदीश लववंशी 19 Sep 2020 · 1 min read वो लड़का राह पकड़ चलते गए,मंजिल थी अति दूर । मन में यह विश्वास था, होंगे सफल जरूर ।। छोटा बड़ा काम किया, छोड़ी सारी शर्म । सच्ची लगन रख दिल में,खूब... Hindi · दोहा 4 2 360 Share जगदीश लववंशी 18 Sep 2020 · 1 min read फिर से होगा सवेरा फिर से होगा सवेरा, खुशियों की होगी धूम । हटा दो मन की निराशा, ले विश्वास खूब झूम ।। दुःख के काले काले बादल, छँट जाएंगे ओ मेरे यार ।... Hindi · कविता 248 Share जगदीश लववंशी 8 Sep 2020 · 1 min read मैं तुझको देखता.... मैं तुझको देखता, तू मुझको देखता, इस तरह अपना यह जीवन बीतता, बदल रहा तू भी हर घड़ी, रोज निगाहें तुझ पर गड़ी, सुख दुःख का नहीं असर, शान से... Hindi · कविता 3 4 466 Share जगदीश लववंशी 6 Sep 2020 · 1 min read कहाँ गई मेरी ख़ुशी.... कहाँ गई मेरी ख़ुशी, कहाँ गई मेरी हँसी, सूने हुए घर के कोने, सपने लगते अब बौने, कैसे आएंगे सुहाने दिन, कैसे रहेंगे ममता बिन, क्यों गए सबको छोड़, अंतर्मन... Hindi · कविता 1 4 258 Share जगदीश लववंशी 5 Aug 2020 · 1 min read राम मंदिर पाँच अगस्त यह शुभ दिन, आया वर्षों बाद । भक्त जनों को अब मिला , प्रभु का आशीर्वाद ।। राम नाम से है नहीं , बड़ा जगत में नाम ।... Hindi · दोहा 6 1 472 Share जगदीश लववंशी 3 Aug 2020 · 1 min read ऐसा सावन खो गया ऐसा सावन खो गया, जब खिलते थे फूल । रिश्तों में थी मधुरता, कभी नहीं थे शूल ।। पेड़ो पर झूले नहीं, नहीं बचा आनंद । ऐसा सावन खो गया,... Hindi · दोहा 2 1 223 Share जगदीश लववंशी 2 Aug 2020 · 1 min read ओ ! बादल बरस जा प्यारे ओ बादल बरस जा प्यारे । हम सब तेरी राह निहारें ।। देख मेरा गया सावन सूखा । बारिश बिना उत्सव रूखा ।। कहाँ गए ओ बादल प्यारे । धरती... Hindi · कविता 3 5 637 Share जगदीश लववंशी 23 Jul 2020 · 1 min read नीति दोहे माँ बसती हर साँस में , भरती है उत्साह । माता के आशीष बिन, पूर्ण न हो हर चाह ।। जिस घर माँ नहीं रहती, वो घर हैं सुख हीन... Hindi · दोहा 1 1 273 Share जगदीश लववंशी 19 Jul 2020 · 1 min read जग के दोहे--३ अधिक दिवस चलते नहीं, अधर्म के सब खेल । पापों का घट फूटता, हो जाती फिर जेल ।। धर्म कभी होता नहीं, जीवन में बेकार । जो चलते इस राह... Hindi · दोहा 6 4 392 Share जगदीश लववंशी 15 Jul 2020 · 1 min read मेरी प्रेरणा मेरे उर में जो मिला, वह नाम है तुम्हारा । जीवन पथ पर सदा, मिला मुझे सहारा ।। बनकर तुम प्रेरणा, चलती हो संग संग । हर पल जीवन में,... Hindi · कविता 2 2 294 Share जगदीश लववंशी 12 Jul 2020 · 1 min read गौ माता वेद पुराण सब कहते, घर में पालो गाय । सुख समृद्धि खूब मिलती, उत्तम हैं व्यवसाय ।। जो खाते हैं दूध घी, पास न आए रोग । आयुर्वेद यह कहता,... Hindi · दोहा 5 3 1k Share जगदीश लववंशी 12 Jul 2020 · 1 min read बढ़ती जनसंख्या--एक चिंता... आबादी नित बढ़ रही, चिंता की है बात । रोजगार मिलता नहीं, बिगड़ रहें हालात ।। शहर शहर भीड़ बढ़ती, कम पड़ते आवास । भेड़ बकरी सम रहते, चुभती मन... Hindi · दोहा 6 4 504 Share जगदीश लववंशी 5 Jul 2020 · 3 min read सीख... जीवन में हर क्षण कुछ सीखने को मिलता हैं, सीखने की कोई उम्र नहीं होती हैं । जिससे भी हमें उपयुक्त ज्ञान मिले उसे बेझिझक प्राप्त कर लेना चाहिए ।... Hindi · लेख 2 2 292 Share जगदीश लववंशी 5 Jul 2020 · 1 min read निराश नहीं होना हार जीत सदा चलती, होना नहीं निराश । मौके बहुत सारे हैं, फिर कीजिए तलाश ।। चींटी से लेकर सबक, आगे बढ़ो जवान । एक बार का हारना, देता नहीं... Hindi · दोहा 1 475 Share जगदीश लववंशी 2 Jul 2020 · 1 min read //अपना पथ ,अपनी मंजिल// धूल भरी थी, शूल पड़ी थी । फूल किसने देखें, मुसीबत खड़ी थी ।। पथ पथरीला, सूझती न राह । मंजिल मुश्किल, थामे था चाह ।। कंकड़ चुभते थे, पग... Hindi · कविता 4 1 241 Share जगदीश लववंशी 28 Jun 2020 · 1 min read बारिश की आस.. सहते सहते उमस को, लोग हुए बेहाल । बारिश की अब आस में, बैठे अपने हाल ।। आषाढ़ अब बीत रहा, देखे सावन राह । होगी धरा हरी भरी, ऐसी... Hindi · कविता 2 2 452 Share जगदीश लववंशी 27 Jun 2020 · 1 min read उड़ गया ओ परिंदे कहाँ..... ढूँढ रहीं नजरें यहाँ वहाँ, उड़ गया ओ परिंदे कहाँ, अब भी मन में बसी सूरत, पूजता हूँ मानकर मूरत, गुजर गए हैं दिन बरसो, लगता बात हुई हो परसो,... Hindi · कविता 2 1 232 Share जगदीश लववंशी 20 Jun 2020 · 1 min read मैं भी खेलूँ बनकर बच्चा... मैं भी खेलूँ बनकर बच्चा, खेल दिखाऊँ सच्चा सच्चा, उछल कूद मस्ती ले संग संग, जीवन में भर लूँ नव नव रंग, जो हैं थोड़ा थोड़ा तनाव, भूल जाऊँ काम... Hindi · कविता 4 2 408 Share जगदीश लववंशी 15 Jun 2020 · 1 min read क्यों कदम ऐसा उठातें हो.... सुख दुःख आते जाते, फिर क्यों इतना घबराते, क्यों नहीं थोड़ा सोचते, क्यों नहीं संघर्षों से झूझते, चींटी भी जब पहाड़ चढ़ती, कितनी ही बार फिसलती, हर बार ले उत्साह... Hindi · कविता 2 4 364 Share जगदीश लववंशी 13 Jun 2020 · 1 min read सहयोग चाहते कौन कौन जीतेगा, जो घर रुकेगा । समय की हैं पुकार, अब वहीं बचेगा ।। सब कह रहे हैं, मान जाओ मित्र । समझदारी दिखाओ , लग न जाए चित्र... Hindi · कविता 3 1 411 Share जगदीश लववंशी 12 Jun 2020 · 1 min read तेरे नैन.... किसको ढूँढ रहें, होकर यूँ बेचैन । किसकी यादों में, नम हुए तेरे नैन ।। जो क्षण चले जाते हैं, वो लौटकर नहीं आते । मन की नहीं होती हैं,... Hindi · कविता 2 4 524 Share जगदीश लववंशी 9 Jun 2020 · 1 min read कागज की कश्ती कागज की कश्ती कितनी ही सजा लो, एक दिन गल जाएगी यह जान लो, यह पहचान लो..... क्यों ? फिर तुम इतना मोह रखते हो, क्यों ? फिर किसी को... Hindi · कविता 4 615 Share जगदीश लववंशी 8 Jun 2020 · 1 min read होंगे कामयाब... कब तक डरना हैं, कब तक लड़ना हैं, कैसा समय यह आया, द्वार द्वार कोरोना लाया, सबको यही चिंता खाए, कब यह रोग अब जाए, फिर से खुशहाली आए, सब... Hindi · कविता 3 1 457 Share जगदीश लववंशी 7 Jun 2020 · 1 min read बीमारी का यही मर्ज हैं... हर चेहरे पर मास्क हो, थोड़ी थोड़ी दूरी हो, पास न आएगी बीमारी, निभा लो यह जिम्मेदारी, आप सब हो समझदार , है आपके उच्च विचार, करते हाथ जोड़ विनती,... Hindi · कविता 2 217 Share जगदीश लववंशी 5 Jun 2020 · 1 min read जाग उठ रे इंसान जाग उठ रे इंसान, बसा ले तू जहान, आओ देखें हमारे चारो ओर, कटे हुए पड़े हुए पेड़ो के छोर, घनी बस्ती में होता हुआ शोर, आने वाला एक अंधेरा... Hindi · कविता 2 4 264 Share जगदीश लववंशी 4 Jun 2020 · 1 min read हमसे हो न कोई दुःखी... आ जाए अपना कोई, इंतजार कर रहे । मन को बहुत समझाते, वेदना कैसे सहे ।। वो हँसी खिलखिलाती, बहुत याद आती । भौर हो सुहावनी शाम हो, चेतना वही... Hindi · कविता 3 2 493 Share Previous Page 4 Next