Brijpal Singh Language: Hindi 101 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Brijpal Singh 13 Mar 2024 · 1 min read सोचो तो बहुत कुछ है मौजूद, और कुछ है भी नहीं सोचो तो सबकुछ है मौज़ूद और कुछ भी है नहीं... ज़ीने वाले तमाम तमाम मरने वाले पेड़ पौधे और भी प्राणी.. नश्चर, निश्चल, निषभाव वेग से चलती धारें मद्धम मद्धम..... Hindi · आज की बात · कविता 1 84 Share Brijpal Singh 15 Feb 2024 · 1 min read पहाड़ पर कविता पहाड़ के लोग पहाड़ आएंगे ज़रूर जब बिक चुकी होगी जमीं सब पुरखो का बनाया/बसाया हुआ बेच दिए होंगे सभी गाड़-धार; मात्र चंद पैसों के खातिर.. पहाड़ के लोग शहरों... Hindi · कविता · पहाड़ 2 210 Share Brijpal Singh 30 Dec 2023 · 3 min read साल को बीतता देखना। साल को बीतता देखना । _____________________ मैं हर साल की बात कर रहा हूँ; जिसमें आपने क्या अर्ज किया और क्या-क्या गवाया। बेहद ही सुखद कह सकते हैं इसे क्योंकि... Hindi 1 228 Share Brijpal Singh 20 Nov 2023 · 1 min read पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है। पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है... शुद्ध हवा के सरस्याट से गाल लाल हो जाते हैं हालांकि काम-धाम घास पाणी और पसीना मुख्य कारण समझो मैंने पहाड़... Hindi · Viral · कविता · पहाड़ 2 289 Share Brijpal Singh 2 Sep 2023 · 1 min read किसी की तारीफ़ करनी है तो.. किसी की तारीफ़ करनी है तो ज़िंदादिली कीजिए.. मरने के बाद की हमदर्दी असल में झूठे कसीदे होते हैं। ✒️Brijpal Singh Hindi · शेर 1 174 Share Brijpal Singh 27 Jan 2023 · 1 min read उन्हें नहीं मालूम उन्हें लगता है कि वो ऐसा है उन्हें नहीं मालूम कि वो वैसा है। उन्हें लगता है कि वो वैसा कमाता है, उन्हें नहीं मालूम वो कैसा कमाता है। उन्हें... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · ग़ज़ल · हास्य-व्यंग्य 1 358 Share Brijpal Singh 29 Jan 2022 · 3 min read आने वाला भविष्य बेहद कम मानवता वाला होगा। हमें वाणी पर ध्यान देने की ज़रूरत है। अगली बार सरकार जिसकी भी बने उनसे दिली गुज़ारिश है कि अपने कार्यकाल में राज्य के हरेक गाँव/क़स्बे में एक-एक भाषाविद नियत... Hindi · लेख 1 416 Share Brijpal Singh 22 Jan 2022 · 2 min read दिखावा करती दुनिया। बड़ी बिडंमना है साहब ... सच से क्यों मुँह मोड़ते हैं लोग यहाँ ? मुझे कोई संकोच नहीं कि मैं उत्तराखंडी हूँ पहाड़ी हूँ और सीधा-साधा साधारण इंसान भी ,... Hindi · लेख 1 345 Share Brijpal Singh 13 Jan 2022 · 1 min read शेर जहाँ से तुम पर्सनल होने लगते हो.. वहाँ से तुम्हारी अहमियत कम होने लगती है। Hindi · शेर 237 Share Brijpal Singh 9 Jan 2022 · 2 min read हमें नहीं भूलना चाहिए। हमें नहीं भूलना चाहिए, कि सचिन तेंदुलकर बनने के लिए सचिन ने कितनी हज़ारों/लाखों दफ़े प्रैक्टिस की होगी। हमें नहीं भूलना चाहिए कि अम्बानी ने इस मुकाम तक पहुँचने के... Hindi · लेख 252 Share Brijpal Singh 8 Jan 2022 · 3 min read बस नाम रहेगा अल्लाह का ! हम देखेंगे, हम देखेंगे !! बस नाम रहेगा अल्लाह का ! हम देखेंगे, हम देखेंगे !! एक सेक्स होता है । Sex की क्रिया होती है । यही Sex जब पति पत्नी के बीच होता... Hindi · लेख 1 922 Share Brijpal Singh 22 Oct 2021 · 1 min read सोशल मीडिया हम सोशल मीडिया यूज नहीं कर रहे सोशल मीडिया हमें यूज कर रहा है।। Hindi · मुक्तक 1 270 Share Brijpal Singh 31 Aug 2021 · 2 min read भेड़चाल। मैं उत्तराखण्ड परिवहन की जनरल बसों में तब से सफ़र करता आया हूँ, जबसे मुझे गाँव से बाहर (शहरों) में जाने का मौका मिला, और मुझे भलीभाँति याद है परिवहन... Hindi · लेख 298 Share Brijpal Singh 29 Aug 2021 · 1 min read आज उनसे फ़िर से मुलाकात हुई आज उनसे फिर से मुलाकात हुई जैसे-तैसे कुछ बात हुई वो मुझे नज़र आ रही थी बदली-बदली सी उसे भी लगा शायद ऐसा ही कुछ आज फिर बिसरे दिन याद... Hindi · कविता 2 2 212 Share Brijpal Singh 28 Aug 2021 · 3 min read अच्छा लिसन। मैं अपना कल्चर लैंसडौन में भूल आई हूँ। अच्छा लिसन, मैं अपना क्लचर लैंसडौन में भूल आई हूं! _________________________________________________ पहाड़ पर बना वो शहर था, जिसके पंख गल गए थे। और वो इसलिए कि उसके पंख नमक से... Hindi · लेख 233 Share Brijpal Singh 2 Aug 2021 · 3 min read काया का कल्प हो जाना, लड़कियाँ तुम महान हो। काया का कल्प हो जाना, लड़कियाँ तुम महान हो। ______________________________ मुझे लगता है अब सोच बदलनी चाहिये; हरेक समाज की, हरेक तबके की, हरेक देश की और तो और हरेक... Hindi · लेख 2 304 Share Brijpal Singh 14 Jul 2021 · 1 min read काश कोई पेड़ होता मैं इंसान की बज़ाय काश कोई पेड़ होता.. न लिख पाता ... भले ही कविताएं प्रकृति पर लेकिन मुझे सुकूँ होता कि तमाम लिखने वालों को मैं हवा दे पा... Hindi · कविता 1 524 Share Brijpal Singh 4 Jul 2021 · 3 min read ये दौर है गलतफहमियों का। ये दौर है गलतफहमियों का। आप सवेरे-सवेरे जाग कर मोबाइल देखते हैं खासकर न्यूज से अपडेट रहने के वास्ते ऐसा किया जाता है सम्भवतः 90 प्रतिशत लोग ऐसा करते हैं,... Hindi · लेख 1 254 Share Brijpal Singh 22 May 2021 · 1 min read तुम क्या सोचते हो जहां इंसान को लगता है उसकी बुराई हो रही है या उसका मजाक बनाया जा रहा है, हालांकि ऐसा नहीं हो रहा होता है अपितु उसे बस लगता है, तब... Hindi · लेख 2 2 486 Share Brijpal Singh 28 Apr 2021 · 1 min read काश! इंसान जो दीखते हैं वे, वे होते नहीं असल में... काश वे होते वे जो कि असल में वे हैं... तो बात ही कुछ और होती। ___________ ©️®️Brijpal Singh। Hindi · लेख 285 Share Brijpal Singh 13 Jan 2021 · 1 min read तुम क्षणिक हो जीवन मिला है कुछ कर कर जाना। अच्छी नौकरी, उच्च वेतन ये सब नहीं ये तो खाक है मर जाने के पश्चात! और मरना शास्वत है कभी भी, किसी की... Hindi · लेख 4 4 322 Share Brijpal Singh 27 Dec 2020 · 1 min read दुनिया है एक ओर,सच तो कुछ है और दुनिया है एक ओर, सच तो कुछ है और.... हम पढा रहे हैं बच्चों को महँगे स्कूल/कॉलेजों में और स्कूल/कॉलेजों के बगल से बह रहे हैं काले नाले! __________________ पहाड़-प्रकृति... Hindi · कविता 1 10 378 Share Brijpal Singh 14 Dec 2020 · 1 min read मुझे सुकूँ कहाँ से मिल सकेगा भला मुझे सुकूँ कहाँ से मिल सकेगा उस पलंग पर जिसे .... मज़दूरों से मजबूरन बनाया गया हो और इससे इतर... पहले-पहल वो एक पेड़ रहा होगा हाँ वही जो... Hindi · कविता 233 Share Brijpal Singh 1 Nov 2020 · 1 min read अच्छा आदमी कभी नहीं बन सकता सन्यासी होना जोगीनुमा वस्त्र धारण मात्र करना नहीं होता, गुरु बनना किसी सरकारी स्कूल में पढ़ाना मात्र नहीं होता, पेरेंट्स बनना बच्चे पैदा करना मात्र नहीं होता, जैसे अच्छा दिखना... Hindi · लेख 1 1 558 Share Brijpal Singh 21 Oct 2020 · 1 min read जितना ज्यादा ज्ञान प्राप्त करेंगे उतनी ही कुबुद्धि का भी प्रसार होगा तुम जितना ज्यादा ज्ञान प्राप्त करेंगे उतनी ही कुबुद्धि का भी प्रसार तुममे होगा और ये निश्चित है! क्योंकि जब चीजें खुलेंगी तो दो ही तथ्य हमेशा उजागर होंगे, एक... Hindi · लेख 1 402 Share Brijpal Singh 7 Sep 2020 · 1 min read अपने व्यक्तित्व को निखारो हमें चिंता ये नहीं करनी कि वे बुरे हैं या अच्छे, फिक्र बस इतनी करनी है कि हम किधर स्टैंड करते हैं इसके लिए कुछ हद तक पैसा मैटर करेगा... Hindi · लेख 3 304 Share Brijpal Singh 30 Aug 2020 · 2 min read समय रहते सम्भल लेते सुनो जी.. लक्ष्मी ने अपने पति रोहित से कहा- अब ऐसा करना क्या ठीक रहेगा, उम्र ढलती जा रही है जैसे सूर्य दिन ढलने के बाद उतना तपीला नहीं रह... Hindi · लेख 1 1 265 Share Brijpal Singh 27 Aug 2020 · 1 min read ज़रूरी नहीं कि वे सुखी होंगे। ज़रूरी नहीं कि वो गुरू हैं तो सुखी ही होंगे, ज़रुरी नहीं की गाड़ी है, बंगला है, नाम है और शौहरत भी और वो खुश होगा, ज़रूरी ये भी नहीं... Hindi · लेख 2 2 656 Share Brijpal Singh 25 Aug 2020 · 3 min read सरकारों को सोचना होगा सरकारों को सोचना होगा। लोग मर रहे हैं आत्महत्याएँ पर आत्महत्याएँ हो रही हैं ये निरंकुश वाली घटनाएँ अमूमन रोज़ हो रही हैं जबसे ये कोरोना हुआ और लॉकडाउन कि... Hindi · लेख 2 1 344 Share Brijpal Singh 20 Aug 2020 · 1 min read सहारे छोड़ देने चाहिए। हो सके तो हमें सहारे छोड़ देने चाहिए, धीरे-धीरे ही सही इस बात को अपने जीवन में लागू करना शुरू करें और जब आप किसी भी तरह का सहारा लेना... Hindi · लेख 5 1 482 Share Brijpal Singh 12 Aug 2020 · 2 min read हिंदी का उपेक्षीकरण/Brijpal Singh - हिंदी का उपेक्षीकरण- जी हाँ लिखे शीर्षक ''हिंदी का उपेक्षीकरण" पर ही मैं बात करने जा रहा हूँ - हिंदी बोलने/लिखने और समझने वालों के लिए मगर ये संपूर्ण... Hindi · लेख 2 2 272 Share Brijpal Singh 6 Jul 2020 · 1 min read तुम्हें हमेशा दुखों का इंतजार करना चाहिए/brijpal singh तुन्हें हमेशा दुखों का इंतज़ार करना चाहिये क्योंकि दुख ही हैं जो हमें समय-समय पर सीख देते हैं और बहुत कुछ सिखा जाते हैं, सुख का क्या सुख तो पल... Hindi · लेख 4 2 325 Share Brijpal Singh 4 Jul 2020 · 3 min read ये दौर गलतफहमियों का/brijpal Singh ये दौर है गलतफहमियों का। आप सवेरे-सवेरे जाग कर मोबाइल देखते हैं खासकर न्यूज से अपडेट रहने के वास्ते ऐसा किया जाता है सम्भवतः 90 प्रतिशत लोग ऐसा करते हैं,... Hindi · लेख 3 5 466 Share Brijpal Singh 24 Jun 2020 · 2 min read मतलबी दुनिया मतलबी दुनिया अब आप कहेंगे बात तो ये सही कह रहा है मगर स्वयंभू हो न, खुद का टाइम आता है तो सब भूल जाते हो, कि हाँ ये दुनिया... Hindi · लेख 5 2 280 Share Brijpal Singh 23 Jun 2020 · 1 min read इसीलिए वे खुश रहते हैं आप पहाड़ों को देखो, आप पेड़ों की तरफ देखो, आप आसमां देखो, आसमां में उन तमाम सितारों को देखो, जीवों को देखों पंक्षियों को देखने की कोशिश करो यदि आपके... Hindi · लेख 3 2 277 Share Brijpal Singh 18 Jun 2020 · 1 min read तो बात है/brijpal Singh तुम जीते जी प्यार करो उसे तो बात है, तुम जीते जी तारीफ करो उसकी तो बात है, तुम जीते जी अच्छा व्यवहार रखो उससे तो बात है, तुम जीते... Hindi · लेख 4 2 236 Share Brijpal Singh 14 Jun 2020 · 1 min read तुम न होओगे दुनिया चलती रहेगी/Brijpal Singh तुम दौड़ रहे हो भागे जा रहे हो पागलो की तरह, तुमने दोस्त खोए तुमने प्रेम खोया रिश्तों में दरार पड़ गयी बस इस ज़िन्दगी की रेस में, तुम दौड़... Hindi · लेख 5 405 Share Brijpal Singh 8 Jun 2020 · 1 min read आपको किसी तरह सकारात्मक रहना होगा/brijpal singh जिन लोगो को आपको गलत समझना होता है वे हर हाल में आपको गलत समझेंगे, फिर फर्क नहीं पड़ता आप अमीर हो या गरीब फिर फर्क नहीं पड़ता आप बड़े... Hindi · लेख 3 2 489 Share Brijpal Singh 19 Oct 2019 · 1 min read मैं कौन हूँ मैं कौन हूँ? इस प्रश्न का उत्तर आजतक किसी के पास नहीं है। हांजी आध्यात्मिक रूप से इसका उत्तर आपको अलग और साइंटिफिक रूप से अलग हो सकता है। मेरे... Hindi · लेख 3 231 Share Brijpal Singh 15 Jul 2019 · 2 min read हिंदुस्तान की अंतिम दुकान #संस्मरण और यहीं अपना उस दिन का अंतिम पड़ाव रहा, साथ में दो विद्वानज़न तो थे ही, मगर वो यहाँ तक आये नही, मेरे लिए वाकई ये जगह नई थी,... Hindi · लेख 3 933 Share Brijpal Singh 4 Jul 2019 · 1 min read मेरा कुछ भी लिखना दो पल तुमसे बातें करना होता है मेरा कुछ भी लिखना...? दो पल तुमसे बाते... करना होता है... शब्दों में तुम्हे उतार कर, पन्नो पर सजाना.. तुम्हे अपनी उँगलियों से.. छूना होता है... मेरा कुछ भी लिखना...?... Hindi · कविता 3 926 Share Brijpal Singh 29 May 2019 · 1 min read सवालों के घेरे में सवालों के घेरे में मैं भी आऊँगा एक दिन पूछा जाएगा जब मुझसे दुनिया लुट रही थी... तो तुम कहाँ थे उस वक्त और मेरा हमेशा की तरह एक ही... Hindi · कविता 3 453 Share Brijpal Singh 18 May 2019 · 1 min read मुक्तक आगे बढ़ रहे सभी, वक्त छूटता जा रहा है इंसान ही इंसान को आज लूटता जा रहा है न जाने क्या होगा हस्र और भी आगे.... लोग जुड़ते जा रहे,... Hindi · मुक्तक 2 264 Share Brijpal Singh 14 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक शोसल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी जा रही शोक मनाया जा रहा है.. बस दो दिन का और दिखावा फिर से किया जा रहा है ......... _____Brijpal Singh, ग्राम - पाटों,... Hindi · मुक्तक 5 444 Share Brijpal Singh 13 Feb 2019 · 1 min read बसंत ऋतु लो फ़िर बसंत आया है छंट गए बादल घनें और यही गज़ब की साया है धरा के रंग हैं बहुतेरे यहाँ गुरु ऋतुओं का नरेंद्र आया है स्वच्छ दिख गया..... Hindi · कविता 3 551 Share Brijpal Singh 26 Jan 2019 · 1 min read गणतंत्र दिवस आज फिर साहित्य जाग उठा कलमें चल पड़ी.. देशभक्ति जगने/जगाने को! आज फिर लोग जुट गए देश प्रेम गाने, गानों को.. आज मौसम भी खिल उठा आज पंक्षी भी चहचहा... Hindi · कविता 4 603 Share Brijpal Singh 23 Aug 2018 · 1 min read बस यूं ही मौज है, मस्ती है, खुमारी है तुम्हारे नाम की, अब क्यों तलाशे कि खुदा कौन है... Hindi · मुक्तक 3 292 Share Brijpal Singh 23 Feb 2018 · 1 min read " शेर " कभी पास आकर सुन लो मेरे दर्द की आह.. यूँ मीलों दूर से पूछोगे तो खैरियत ही कहूंगा .... --------- #बृज Hindi · शेर 2 259 Share Brijpal Singh 3 Sep 2017 · 1 min read मुक्तक गाँव के घरों में अब ताले नज़र आते हैं जंगल के जानवर रखवाले नज़र आते हैं बसर हो रहा है इन सड़ी गलियों का... एक ही कमरे में घरवाले नज़र... Hindi · मुक्तक 2 373 Share Brijpal Singh 30 Aug 2017 · 1 min read सुनो जी सुनो जी.. लक्ष्मी ने अपने पति रोहित से कहा- अब ऐसा करना क्या ठीक रहेगा, उम्र ढलती जा रही है जैसे सूर्य दिन ढलने के बाद उतना तपीला नहीं रह... Hindi · लेख 2 533 Share Page 1 Next