Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Aug 2018 · 1 min read

बस यूं ही

मौज है, मस्ती है, खुमारी है
तुम्हारे नाम की,
अब क्यों तलाशे कि
खुदा कौन है…

Language: Hindi
3 Likes · 249 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मोहब्बत मुकम्मल हो ये ज़रूरी तो नहीं...!!!!
मोहब्बत मुकम्मल हो ये ज़रूरी तो नहीं...!!!!
Jyoti Khari
घर घर रंग बरसे
घर घर रंग बरसे
Rajesh Tiwari
हिज़्र
हिज़्र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
छोड़ दिया किनारा
छोड़ दिया किनारा
Kshma Urmila
जीवन चक्र
जीवन चक्र
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
गए हो तुम जब से जाना
गए हो तुम जब से जाना
The_dk_poetry
I hope you find someone who never makes you question your ow
I hope you find someone who never makes you question your ow
पूर्वार्थ
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
कवि दीपक बवेजा
2714.*पूर्णिका*
2714.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है
ग़ज़ल/नज़्म - एक वो दोस्त ही तो है जो हर जगहा याद आती है
अनिल कुमार
भीड़ पहचान छीन लेती है
भीड़ पहचान छीन लेती है
Dr fauzia Naseem shad
आप कुल्हाड़ी को भी देखो, हत्थे को बस मत देखो।
आप कुल्हाड़ी को भी देखो, हत्थे को बस मत देखो।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
सिंदूर 🌹
सिंदूर 🌹
Ranjeet kumar patre
कन्या पूजन
कन्या पूजन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
स्त्री-देह का उत्सव / MUSAFIR BAITHA
स्त्री-देह का उत्सव / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मिली उर्वशी अप्सरा,
मिली उर्वशी अप्सरा,
लक्ष्मी सिंह
जान हो तुम ...
जान हो तुम ...
SURYA PRAKASH SHARMA
मुक्तक
मुक्तक
जगदीश शर्मा सहज
■ आज का महाज्ञान 😊
■ आज का महाज्ञान 😊
*Author प्रणय प्रभात*
विश्व पर्यावरण दिवस
विश्व पर्यावरण दिवस
Ram Krishan Rastogi
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
कवि रमेशराज
दृष्टिकोण
दृष्टिकोण
Dhirendra Singh
*चलो आओ करें बच्चों से, कुछ मुस्कान की बातें (हिंदी गजल)*
*चलो आओ करें बच्चों से, कुछ मुस्कान की बातें (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
घड़ी घड़ी ये घड़ी
घड़ी घड़ी ये घड़ी
Satish Srijan
वृक्षारोपण का अर्थ केवल पौधे को रोपित करना ही नहीं बल्कि उसक
वृक्षारोपण का अर्थ केवल पौधे को रोपित करना ही नहीं बल्कि उसक
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
कर्मठ व्यक्ति की सहनशीलता ही धैर्य है, उसके द्वारा किया क्षम
कर्मठ व्यक्ति की सहनशीलता ही धैर्य है, उसके द्वारा किया क्षम
Sanjay ' शून्य'
*ऐसा युग भी आएगा*
*ऐसा युग भी आएगा*
Harminder Kaur
अर्चना की कुंडलियां भाग 2
अर्चना की कुंडलियां भाग 2
Dr Archana Gupta
"बड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
ग्रामीण ओलंपिक खेल
ग्रामीण ओलंपिक खेल
Shankar N aanjna
Loading...