kumar ashok3 152 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read एक ही नारा 10 फ़रवरी दिल्ली मंगोल पूरी की घटना कल्पना से परे क्या अंकित शर्मा के बाद अब रिंकू शर्मा की ये ह्त्या क्या यही साबित नहीं करती की सच मे आमिर... Hindi · कविता 1 1 314 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read शीश महल तू और खण्डर मैं देखलें तू मेरा शीशे का मकान रहने दें जिस्म से रूह तक का निशान रहने दें होठों पे मत ला बाजार की बातें तू भी यूँ रिश्तों में व्यापार का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 288 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read कागज़ की क़लम से रंग मौसम ख़ुशबू की चर्चा हाथ में पिचकारी ढोलक ढपलियो की तान पे नाचने की तैयारी खुनी रंग लहू का छिटकता देख मानवता का नंगे पाँव पर चलने को दिल... Hindi · कविता 294 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read मुझसे तुम यूँ अब मुझसे तुम यूँ बेहुदा सवाल मत करना पत्थर इक्कठे कर के तुम बवाल मत करना शिकवा मुझसे है मुझसे कहो तुम भी यारो जमाने भर में गा कर यूँ... Hindi · मुक्तक 372 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read गर देश में मेरे रहने होगा गर देश में मेरे रहना होगा वंदे मातरम, कहना होगा वन्दे मातरम ,वन्दे मातरम, वन्दे मातरम कृष्ण बंसी के सुरों संग तुझको भी बहना होगा वन्दे मातरम कहना होगा........ कैद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 315 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read ऐसी चोट खाई दिल ने बिकने चला हूँ मैं आज सरेबाज़ार जाने किस सोच में खड़े है ख़रीदार गुस्ताखी इतनी सी दिल ने कर डाली शौक ऐ तमाशा में हो यार के दीदार ढूंढ़ रही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 356 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read वो तेरी गुफ्तगू वो तेरी गुफ्तगू वो तेरा आँखें लड़ाना मुझे देखकर दुपटटे से यूँ मुँह छुपाना याद आता मुझकों सनम आज भी ये वो तेरा चोरी चोरी छत पे मुझे बुलाना मैं... Hindi · कविता 253 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read मेरी तो जिंदगी भी मेरे यार की नज़र भी जैसे शराब है पी हमनें नजरों से तो क्या खराब है गोरे गोरे गाल और बहकती हुई चाल अंगूर की बेटी पर छाया जैसे शबाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 318 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read मजबूर है पर बेवफ़ा नहीं हम *उम्मीद कभी हमें* *छोड़ कर नहीं जाती...* *जल्दबाजी में हम ही* *उसे छोड़ देते हैं...*? सब किस्मत का खेल है* *ऐसे में मुँह मोड़ देते है..* *बता किस पर यकीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 283 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read तुम हँस दो गर कैसे कह दे कि आपके तलबगार हम नही । मेरी ईद हो जाये अगर आपका दीदार हो जाये । तुम हँस दो गर तुम हँस दो गर फूलों सा हमे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read कितने लगे घाव क़लम से कितने लगे घाव क़लम से देखिये मिज़ाज हमारा हो गरम से देखिये ये मेरे देश को कौन बेचने लगा है नहीं उठेगी निगाह शरम से देखिये रोजाना सियासत होती टीवी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 260 Share kumar ashok3 11 Feb 2021 · 1 min read मैं आज किसी और को मैं आज किसी और को पटा लूँगा उसका नाम लब पर भी रटा लूँगा उसकी गोद मे बैठकर के सुन ले उसकी जुल्फो की अब घटा लूँगा तूने क्या सोचा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 273 Share kumar ashok3 11 Feb 2021 · 1 min read अब क्या लिखूं तुझपर राहें इश्क में आये है दोनों हाथ को जोड़कर हजारों उल्फत की कसम खाने को दौड़कर रिमझिम बारिश है और रंजोगम की घटाएं कागज पर अपनी आँखें रखी है निचोड़कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 311 Share kumar ashok3 11 Feb 2021 · 1 min read कब तक याद रखें हम प्रेमचंद, महादेवी वर्मा को नहीं मिलता हमारी रचनाओं का कोई खरीददार कविताएं पहुंच गई हाशिए पर शिल्प हुआ बेकार कब तक याद रखेंगे हम प्रेमचंद, महादेवी वर्मा को कब चर्चित कृतियां ही बनी रहेंगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 296 Share kumar ashok3 9 Feb 2021 · 1 min read मासूम ही तो है मासूम ही तो है, पर आवारा नहीं है इश्क़ में नाकाम है पर बेचारा नहीं है लोग इलज़ाम तो लगा देते अक्सर दिल ही तो है अपना बेचारा नहीं है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 406 Share kumar ashok3 9 Feb 2021 · 1 min read वंदे मातरम के सँग सबको नचाये चलो की कोई नई धुन बनाये ग़मो के बादल ख़ुशी में उड़ाए बहुत बुरी गुलामी मानसिकता राष्ट्रहित में गीत नया कोई गाए सुन लो दिल की बात मेरे साथी धुन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 259 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read जिंदगी कब तक तू जिंदगी तू कब तक मेरे बचपने को छलेगी कब तक शमाँ बनकर यूँ अंधेरो में जलेगी तेरी शान इसमें है की तू चुपचाप सुधर जा वरना मौत की वारदातों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 241 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read गांव से आया था गाँव से आया था, मित्र मुझे मिलने मिलाने सच कहूँ तो यारों मुझे मेरी औकात दिखाने लाख समझाया खुद को झूठ के पाँव नहीं मेरा जिस्म छलनी उसकी बातों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 308 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read लगा डालूं फेक्ट्री गीत गज़लों की लगा डालूं फेक्ट्री गीत ग़ज़लो की श्रीमान जहाँ ख़्वाब बेचे जाते हो खोलूँ ऐसी दुकाँ जहाँ धरती से झुक कर मिलने आया करें वो घमण्डी अभिमानी ऊँचा नीला आसमाँ जहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 284 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read अशोक तो मां बाप को भगवान रूप में माँ और बाबू जी के लिए ये भले ही प्रयास अच्छा ना हो पर माँ बाप को समर्पित मेरी गीतिका.... जिंन्होंने हमारे लिए ना जाने कितने गम उठाए हैँ। दुश्वार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 236 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read मेरे कांच के घरों में वो महजब के नाम पर जला गये मेरी गरीब बस्तियाँ मुझ गरीब परिंदे की डूब चली कागज़ की कश्तियाँ नफरत उग गई थी हर तरफ खेत खलिहानों में भी मेरे... Hindi · मुक्तक 260 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read टूटकर बिखर गया आईना टूटकर बिखर गया आईना उसको बड़ा गुमाँ था झील के दर्पण से हुआ जो उसका अपमान था जलते घरों को देखकर खुश होता था जो कभी उन जलती लपट्टों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 266 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read चाँद छत से आकर चाँद छत से आकर रख गया ख़त सिरहाने आ गले लग जा सनम ,तू ईद के ही बहाने मेरी मंजिल होकर ,तू मेरा इंतज़ार ना करें मैं वापिस आऊँगा तेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 462 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read क्यों खाती तू मुझे देखकर क्यों खाती तू मुझे देखकर भाव प्रिये क्या तेरा नहीं है प्रेम में मेरा चाव प्रिये लोग कहते चेहरे से लगती तू मस्तानी मैं लगता प्रेम में पागल बाजीराव प्रिये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 277 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read नागिन बन विष फैलाती यहां ममता माँ की यह सुनकर मर गई ममता भृष्टाचार की जननी हो गई ममता सर उठाने लगी दुश्मन की खातिर मातृभूमि बेच खाने लगी ये ममता घोटालों की आग से हाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 462 Share kumar ashok3 6 Feb 2021 · 1 min read मां बाप के बिन ख़ुशी अधुरी मेरा गाँव मेरे दिल मे आज भी कही बसता है पार्ट 3 कविता कदम धरती पे रखता हूँ यह मनवा विस्तृत यूँ है गांव देता श्रेष्ठता का अहसास मन समर्पित... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 247 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 2 min read क्या मुद्दा मुद्धाहीन को मिल गया उपहार मुझे अभी तक ये समझ नहीं आ रहा की असली में किसानों की समस्या अगर सही है तो पूरा देश क्यो नहीं आंदोलन कर रहा है और पोलिस के जवानों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 290 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 1 min read यहाँ सड़के भी हो क़ातिलों के नाम पर यहाँ सडक़े भी हो क़ातिलों के नाम पर क्यों विवाद फिर बच्चे के तैमूर नाम पर जहाँ क़ातिलों को सम्मानं दिया जाता है जहां छलकाए लहुँ भरे जाम है जाम... Hindi · कविता 1 1 266 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 1 min read मार डाला ज़मीर मार डाला ज़मीर कर दिया मुझे बेजुबाँ सरहदों पर आज भी मिलते खूँ के निशाँ हो सके तो मेरा वतन महफूज रखना तुम मुझ परिंदे को उड़ाकर जलाया मेरा मकाँ... Hindi · मुक्तक 2 333 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 1 min read किसका कन्धा पकड़े जाकर हम अंकित हो या पंकज क्यों हमारें देश में आजाद नहीं क्यों हिंदुस्तानी धर्म की सुनती सरकारे फरियाद नहीं कब तक अपने चमन में कैद बनकर हम रहेन्गे यारों क्यों मुस्लिमों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 301 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 1 min read मिलाकर थोड़े खुबसूरत ख़्वाब चलो आज तुम भी पियो थोड़ी हम भी पीते है साक़ी की नजरों में नजरें डाल पैहम भी पीते है माना बदनाम हो जाऊँगा यारों की महफ़िल में चाय के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 458 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 1 min read टूटकर भी सच कंभी कहता नहीं जी हाँ आज अपनी सबको ऐसी पहचान दूँगा कैद में रख जुगनुओं को अंधेरो की जान लूंगा जो भूल गए है प्यार करना जालिम दुनियां में उन सबको प्यार के... Hindi · कविता 1 1 460 Share kumar ashok3 2 Feb 2021 · 1 min read यह मेरे भी कुछ ख़त मोह्हबत क़े नाम यह मेरे भी कुछ ख़त मोह्हबत के नाम ना उसका पता मालूम नाम है गुमनाम यह मेरे भी कुछ ख़त... सूखे गुलाब की पत्तियां याद दिलाती है प्यार में जिंदगी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 47 556 Share kumar ashok3 31 Jan 2021 · 1 min read जो देख रहे है मेरा काँच जो देख रहे है मेरा कांच का घर उस मासूम के हाथ में है पत्थर दोस्ती टूट गई तो हादसा हो गया अब रह नहीं गया वो मेरा रहबर बस्तियाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 300 Share kumar ashok3 31 Jan 2021 · 1 min read आज उसकी आँखों मे देखा आज उसकी आँखो में देखा मैंने गुमाँ टूटा दिल मेरा तो फासिले हुए दरमियाँ हम तीरगी में रौशनी ढूढ़ने चले थे मियां मेरी बेबसी को वो जिंदगी कहते थे नदान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 268 Share kumar ashok3 31 Jan 2021 · 1 min read आज बनकर आये है फ़िर से आज बनकर आये है वो कत्ल का फिर से सामान रक्त से तर ब तर हो गया देख उसका तीर कमान झूठी मेरी बात लगे तो मुआफ़ कर देना यारो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 281 Share kumar ashok3 31 Jan 2021 · 1 min read कोतवाली में आशिक आज मेरे कत्ल के निकल रहें फरमान थे सब के हाथ में मेरे लिए तो तीर कमान थे वो मेरा कत्ल करके भी बच निकला यारों कोतवाली में आशिक तो... Hindi · मुक्तक 1 1 300 Share kumar ashok3 31 Jan 2021 · 1 min read हमारी पद्मा रानी मां पर सुन बॉलीवुड के भांड जितनी तेरी जेब में कमाई है उससे ज्यादा तो इतिहास में भयानक हुई लड़ाई है तेरी करनी का ही तो बोया कड़वा बीज तूने काटा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 367 Share kumar ashok3 31 Jan 2021 · 1 min read क्यो खाती देखकर मुझको तू क्यों खाती तू मुझे देखकर भाव प्रिये क्या तेरा नहीं है प्रेम में मेरा चाव प्रिये लोग कहते चेहरे से लगती तू मस्तानी मैं लगता प्रेम में पागल बाजीराव प्रिये... Hindi · कविता 305 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read हम खाकी वाले है जुल्म ए बहर में खोकर कब किसने होश सम्भाले है इलाजे दर्द ना जिसका जी हाँ हम वही खाकी वाले है तबियत ख़राब हो तो भी ड्यूटी बजाने के आदेश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 424 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read जनाजा शराफ़त का न हमने पहनी खाकी वर्दी ,अपने वतन के लिये शीश सदा झुकेगा भारत माँ तेरे वचन के लिए आतंकी हमला हो या कोई पाकृतिक आपदा मां हम सुर मिलाते सुर से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 564 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read हमारे अनन्त प्रेम का साक्षी गमों का साया है प्रिये कटती नहीं रात अपने घर मे पराए से होने की ये बात जिंदगी की शतरंज़ के हम दो प्यादे है इस खेल में होती प्रिये,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 222 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read किसी और के दिल की पारिजात जानें क्यो आज मुझसे उनसे यह खुराफ़ात हो गई बाम में पर खड़े देख दिल की दिल से बात हो गई कल सुबह देखा जो बाल बनाते उसको क्या कहें,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 404 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read मुँह पे मुखोटा हमने पहनी वर्दी,ले भारत माँ का नाम सुंदर छवि आँखों में शोभित अभिराम उस गुलशन का उगता सूरज हूँ मैँ तो कहलाती वीरों की है जो पावन धाम वीर योद्धा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 258 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read आज पानी पर हाथों से आज पानी पर हाथों से लकीर बनाने आया आईना दिखाकर अंदर की पीर बताने आया अपने नगर में धोखेबाज़ लोग बहुत है साथियों नामचीन लोगो को मैं आज फकीर बनाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 274 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read हादसों के शहर में हादसों के शहर में पूनम की रात काली हुई रूह तक बिखर सी गई जमकर दळाली हुई जिसकी कमजोरियों ढँक देते पैबन्दो से हम वही कश्ती पैबन्द हटा समन्दर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 265 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read हम सब भारत माता की हम सब तो है भारत माता की वीर संतान माँ के एक इशारे पर गर्दन करते है कुर्बान अरमानों की बस्ती में लिखेंगे आज लहू से इश्क सिर्फ माटी से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 478 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read आओ हिन्दवासियो आओ हिन्दवासीयों आओ तुमकों चुड़िया उपहार दे दूँ बहुत हुई नामर्दी तुम्हारी तुमकों गांडीव की टंकार दे दूँ यह जो तुम पाकिस्तान के दीवाने भारत मे पाल रहें हो आवाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 280 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read कौन से शहर में जाये कौन से शहर में जाए अपनी दूकान लेकर ख़रीदो लो मेरे सपने तुम मेरी जुबाँ लेकर आये है शहर में अपनी नई पहचान लेकर बेजुबानों के लिए हम इक नई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 321 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read कठपुतली का शहर बना कठपुतलियों का शहर बना मेरा हिंदुस्तान भारत तेरे टुकड़े होंगे की चली जो जुबान राजनीतिक रोटियां सेंक लो शाहीन बाग़ में बन्द पड़ी जो चल निकलेगी उनकी दुकान अब कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 273 Share Page 1 Next