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9 Feb 2021 · 1 min read

वंदे मातरम के सँग सबको नचाये

चलो की कोई नई धुन बनाये
ग़मो के बादल ख़ुशी में उड़ाए

बहुत बुरी गुलामी मानसिकता
राष्ट्रहित में गीत नया कोई गाए

सुन लो दिल की बात मेरे साथी
धुन बजती वही दिल भी बजाए

क़लम तू भी ठान लेना आज यही
वंदे मातरम के संग सबको नचाए

नैनो को कमल बना कर केअरविंद
राष्ट्र देवता के चरणों मे जाके चढ़ाए

पाक गिरा दो चरणों मे भारत माँ के
शपथ भारत माँ के सर की हम खाए

1 Comment · 250 Views
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