आर.एस. 'प्रीतम' Tag: कविता 281 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next आर.एस. 'प्रीतम' 7 Jun 2018 · 1 min read --छाएँ यहाँ जी दिलों में--मन्दाक्रान्ता छंद मन्दाक्रान्ता छंद की परिभाषा और कविता मन्दाक्रान्ता छंद -------------------यह एक वर्णिक छंद है।इसमें चार चरण होते हैं।इसमें सत्रह अक्षर क्रमशः मगण,भगण,नगण,तगण,तगण और दो गुरू होते हैं। मगण=SSS भगण=SII नगण=III तगण=SSI... Hindi · कविता 1 631 Share आर.एस. 'प्रीतम' 6 Jun 2018 · 1 min read --ख़ुशी का बहाना--भुजंग प्रयात छंद भुजंग प्रयात छंद की परिभाषा और कविता-- भुजंग प्रयात छंद ---------------------यह एक वर्णिक छंद है।इसमें चार चरण होते हैं।इसमें बारह वर्ण चार यगण क्रम में आते हैं। यगण×4=भुजंग प्रयात छंद... Hindi · कविता 818 Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 Jun 2018 · 1 min read --मन शांत सब शांत-- तोटक(त्रोटक)छंद की परिभाषा और कविता-- तोटक छंद --------------यह एक वर्णिक छंद है।इसमें चार चरण होते हैं।इस छंद के प्रत्येक चरण में बारह वर्ण चार सगण क्रम में होते हैं। इस... Hindi · कविता 289 Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Jun 2018 · 1 min read --कथनी और करनी एक हो--द्रुतविलम्बित छंद द्रुतविलम्बित छंद की परिभाषा और कविता-- द्रुतविलम्बित छंद ----------------------यह एक वर्णिक छंद है।इसमें चार चरण होते हैं।इस छंद के प्रत्येक चरण या पद में बारह वर्ण क्रमशः नगण,भगण-भगण एवं रगण... Hindi · कविता 3 4k Share आर.एस. 'प्रीतम' 3 Jun 2018 · 1 min read #कारण और कार्य - 'वंशस्थ छंद' #वंशस्थ छंद की परिभाषा और कविता #वंशस्थ छंद यह एक वर्णिक छंद है । इसमें चार चरण या पद होते हैं । इसमें बारह अक्षर होते हैं ; जो क्रमशः... Hindi · कविता 3 11k Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Jun 2018 · 1 min read --नशा--उपेन्द्रवज्रा छंद उपेन्द्रवज्रा छंद की परिभाषा और कविता-- उपेन्द्रवज्रा छंद -------------------यह एक वर्णिक छंद है।इसमें ग्यारह अक्षर होते हैं।इसके प्रत्येक चरण में जगण,तगण,जगण और दो गुरू होते हैं(ISI SSI ISI SS)। जगण=ISI... Hindi · कविता 534 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Jun 2018 · 1 min read --शुभ कर्म--इन्द्रवज्रा छंद इन्द्रवज्रा छंद की परिभाषा और कविता-- इन्द्रवज्रा छंद ----------------यह एक वर्णिक छंद होता है।इसमें ग्यारह अक्षर होते हैं।इसमें दो तगण,एक जगण और दो गुरू मात्राएँ होती हैं(SSI SSI ISI SS)।... Hindi · कविता 887 Share आर.एस. 'प्रीतम' 31 May 2018 · 1 min read --नेक बातें--त्रिभंगी छंद त्रिभंगी छंद की परिभाषा और कविता-- त्रिभंगी छंद --------------त्रिभंगी छंद में चार पद होते हैं।इसके प्रत्येक पद में चार चरणों में बत्तीस-बत्तीस मात्राएँ होती हैं। इसके हर पद की गति... Hindi · कविता 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 29 May 2018 · 1 min read --हुनर सबको मिला है--रूपमाला छंद रूपमाला छंद की परिभाषा और कविता-- रूपमाला छंद-- -------------------इसमें चार चरण होते हैं।प्रत्येक चरण में चौबीस-चौबीस मात्राएँ होती हैं।प्रत्येक चरण की यति चौदह-दस पर होती है और चरणांत में गुरू... Hindi · कविता 1k Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 May 2018 · 1 min read #दिगपाल की परिभाषा और उदाहरण #दिगपाल छंद की परिभाषा और उदाहरण दिगपाल छंद में चार चरण होते हैं। इसके प्रत्येक चरण की यति बारह-बारह(12, 24) मात्राओं पर होती है। इसके दो चरणों का तुकांत मिलना... Hindi · कविता 1 4k Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 May 2018 · 1 min read -मानव तुम कमज़ोर नहीं--आल्हा या वीर छंद आल्हा या वीर छंद की परिभाषा एवं कविता-- आल्हा या वीर छंद -----------------------वीर छंद में चार चरण होते हैं।प्रत्येक चरण में इकतीस-इकतीस मात्राएँ होती हैं।प्रत्येक चरण की यति सोलह-पन्द्रह मात्राओं... Hindi · कविता 309 Share आर.एस. 'प्रीतम' 26 May 2018 · 1 min read --बलात्कार--सार छंद की परिभाषा और कविता "सार"छंद की परिभाषा और कविता- सार छंद ----------यह एक ललित छंद है।इसमें चार चरण होते हैं।प्रत्येक चरण में अठाइस-अठाइस मात्राएँ होती हैं।प्रत्येक चरण की यति सोलह-बारह मात्राओं पर होती है;और... Hindi · कविता 1 2 533 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 May 2018 · 1 min read #कूचे में महबूब (उल्लाला छंद) उल्लाला छंद की परिभाषा और कविता- उल्लाला छंद- ----------------- यह एक सममात्रिक छंद है।इसमें चार चरण होते हैं।इसके दो भेद या प्रकार होते हैं।पहले प्रकार में प्रत्येक चरण में तेरह-तेरह... Hindi · कविता 697 Share आर.एस. 'प्रीतम' 24 May 2018 · 1 min read तांटक छंद की परीभाषा और कविता- तांटक छंद की परिभाषा और कविता परिभाषा- तांटक छंद में चार पद होते हैं। प्रत्येक पद में सौलह चौदह की यति पर तीस-तीस मात्राएँ होती हैं। हर पदांत में तीन... Hindi · कविता 3k Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 May 2018 · 1 min read --विश्वास-- चौपाई छंद की परिभाषा और कविता--- चौपाई छंद की परिभाषा:-यह एक सममात्रिक छंद है।इसमें चार चरण होते हैं।इसके प्रत्येक चरण में सोलह-सोलह मात्राएँ होती हैं।चरणांत में दो गुरूया लघु-लघु-गुरू या... Hindi · कविता 497 Share आर.एस. 'प्रीतम' 16 May 2018 · 1 min read #बरवै छंद बरवै छंद की परिभाषा और उदाहरण परिभाषा-बरवै एक अर्धसममात्रिक छंद है;इसमें चार चरण होते हैं,इसके पहले और तीसरे चरण में बारह-बारह मात्राएँ एवं दूसरे और चौथे चरण में सात-सात मात्राएँ... Hindi · कविता 1 2 5k Share आर.एस. 'प्रीतम' 15 May 2018 · 1 min read कविता--हरीभरी हो धरा "रोला छंद"--परिभाषा एवं कविता ---------------------------------------- रोला एक सममात्रिक छंद है;इसमें चार चरण होते हैं;प्रत्येक चरण में चौबीस-चौबीस मात्राएँ होती हैं।हर चरण में यति ग्यारह-तेरह मात्राओं पर होती है और हर... Hindi · कविता 238 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 May 2018 · 1 min read --दिशाहीन मानव-- गीतिका छंद--परिभाषा एवं कविता -------------------------------------------- यह एक सममात्रिक छंद है;इसमें चार चरण होते हैं;प्रत्येक चरण में 26-26 मात्राएँ होती हैं;यति 14-12 या12-14 पर होती है। प्रत्येक चरण की तीसरी, दसवीं,... Hindi · कविता 390 Share आर.एस. 'प्रीतम' 12 May 2018 · 1 min read --उपदेश और अनुसरण-- हरिगीतिका छंद --------------------- यह एक सममात्रिक छंद होता है,इसमें चार चरण होते हैं,प्रत्येक चरण में 28-28 मात्राएँ होती हैं और यति 16-12 पर होती है,अंत में लघु गुरू मात्रा आती... Hindi · कविता 244 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 May 2018 · 1 min read --सच्ची शिक्षा-- --सच्ची शिक्षा-- शिक्षा अनमोल हीरा,जड़ जीवन अँगूठी में। चार चाँद लगाए ये,मनुज शान अनूठी में।। ज्ञान चक्षु खोले बंद,मिले तब घना आनंद। आदर सत्कार बढ़ता,मिटते संकट के फंद।। अधिकार जाने... Hindi · कविता 558 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Apr 2018 · 1 min read --आशाराम की आशा-- आशाराम की आशा ------------------------- आशाराम की आशा,धूमिल हुई निश्चित। बुरे काम का नतीजा,बुरा रहा सुनिश्चित।। ऐश किया प्रतिपल जिया,हवस हृदय में सिया। समझ खुदी को स्वयंभू,खुद को धोखा दिया।। पाप... Hindi · कविता 440 Share आर.एस. 'प्रीतम' 24 Apr 2018 · 1 min read #सिला मोहब्बत का सिला मिला है ये हमें वफ़ाई का अदम तलक चर्चा है रुसवाई का ज़ख्मे-दिल भरता नहीं दिया उसका असर नहीं होता किसी दवाई का वफ़ा लिए आँखें तरसती दीद को... Hindi · कविता 377 Share आर.एस. 'प्रीतम' 23 Apr 2018 · 1 min read --इश्क़े-रोग-- हैरत से सभी लोग देखें मुझे। दें ताना तेरा नाम लेके मुझे।। तुमने लोगों से क्या कहा ऐसा। पुकारें सब मंजनू कहके मुझे।। महफ़िल में क़दम आपने जो रखे। लगे... Hindi · कविता 203 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Apr 2018 · 1 min read --ख़ुश न कर पाओगे-- एक कविता...खुश न कर पाओगे ----------------------------------------- किसी के लिए मिट जाओ,मगर खुश न कर पाओगे। भगवान से ही खुश न जो,अरे तुम क्या कर पाओगे।। जमीं दो आसमां भी दो,चाहते... Hindi · कविता 313 Share आर.एस. 'प्रीतम' 1 Apr 2018 · 1 min read --दिल्लगी कहूँ या मोहब्बत-- --------------------नज़्म----------------- आपकी नज़रें मिली प्यार की तरह। ज़ोश में भर गए हम तो ज्वार की तरह।। दस्तक हमने दी जब आपको नज़र की। आप सिमट गए फिर सनम सार की... Hindi · कविता 402 Share आर.एस. 'प्रीतम' 25 Mar 2018 · 1 min read --प्रीत की सीढ़ी-- कविता.. प्रीत की सीढ़ी ****************** शीतल मंद सुगंध साँसों से बहती आए। मुख से फूल झरें गौरी जब तू मुस्क़राए।। स्थिर हो गई है मन की नाव हृदय-सागर में। लहरों... Hindi · कविता 444 Share आर.एस. 'प्रीतम' 1 Mar 2018 · 1 min read --दोस्तों की दुवाएँ-- दोस्तों की दुवाएँ ************* दोस्तों की दुवाएँ सुरभित सुगंध-सी हैं। हौंसला देती ख़ुदा के संबंध-सी हैं।। हृदय में सपनों के फूल खिलाएँ हमने। सजाती उन्हें बहार बन प्रबंध-सी हैं।। प्यार... Hindi · कविता 1 472 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Feb 2018 · 1 min read --तुम सामने बैठी रहो-- तुम सामने बैठी रहो मैं लिखता रहूँ। तुम कुछ कहो मैं भी कुछ कहता रहूँ।। हृदयतल में सुगंधी बनके बिखर जाओ। मैं पुष्प बन सुंदर सुघर खिलता रहूँ।। प्रभात-सूर्य-किरणों-सी सौंदर्य... Hindi · कविता 265 Share आर.एस. 'प्रीतम' 10 Feb 2018 · 1 min read --अच्छी बात नहीं-- वादा कर भुलाना अच्छी बात नहीं। दिल कोई दुखाना अच्छी बात नहीं।। अर्श पर बैठा ज़मीं पर गिराया है। नज़र मिला चुराना अच्छी बात नहीं।। दिल तोड़ना था तो लगाया... Hindi · कविता 255 Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Feb 2018 · 1 min read ---इस भरी जवानी मेंं--- दोनों किनारे डूब गए दिले-दरिया तूफ़ानी में। ऐसी विरह की चोट लगी हाय!इस भरी जवानी में।। सावन बदली घिर-घिर बरसे रस्ता देखें हैं साजन। कैसे गुज़रेगी रात हिज़्र की इस... Hindi · कविता 203 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Feb 2018 · 1 min read उल्फ़त का आग़ाज़ उल्फ़त का आग़ाज़ हो गया ************ नज़रों से नज़रें मिलाना अन्दाज़ हो गया है। समझिए दिल में उल्फ़त का आग़ाज़ हो गया है।। इन मस्ती भरी आँखों के जाम पी... Hindi · कविता 254 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Feb 2018 · 1 min read दोस्ती पर सब कुर्बान सब कुर्बान दोस्ती पर हयात क्या है? गुमसुम से बैठे हो कहो बात क्या है? रहने भी दो हया छोड़ो उदासियाँ। चाँद-से चेहरे पर हँसे रात क्या है? फ़ौलाद का... Hindi · कविता 200 Share आर.एस. 'प्रीतम' 28 Jan 2018 · 1 min read उम्मीद का दामन इश्क़ में उम्मीद का दामन,छोड़िए न भूल से यारा। डूबते को मिल जाता कभी,यूँ ही तिनके का सहारा। क़िस्मतों के खेल हैं होते,अनोखे हैं ग़जब निराले। या एक बूँद न... Hindi · कविता 447 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Jan 2018 · 1 min read बदल न पाए तासीर को देखता हूँ जब भी बार-बार तेरी तस्वीर को। कर लेता हूँ याद फिर मैं अपनी ही तक़दीर को।। तुम वही हो वर्षों से ख़्वाबों में छाई रही हो। ढूँढता था... Hindi · कविता 410 Share आर.एस. 'प्रीतम' 13 Jan 2018 · 1 min read गुरु-पर्व लोहड़ी की बधाइयाँ अहसासों के समंदर में तैरने का मन करता है। पावन पर्व लोहड़ी पर विस करने का मन करता है।। मूमफली फोड़ो बादाम निकले ऐसा प्रयत्न फल हो। परवर दिगार से... Hindi · कविता 465 Share आर.एस. 'प्रीतम' 5 Jan 2018 · 1 min read खुद की आग बुझा लेता अपनों के शहर में हैं अपना नहीं मिलता। बहार को ज्यों चमन का पता नहीं मिलता।। बुझ जाते हैं दीवारों पर जलते दीये। जब हवाओं का प्यार फलता नहीं मिलता।।... Hindi · कविता 1 513 Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Jan 2018 · 1 min read बुजुर्गों की छत्रछाया तले (*******************************) हरिगीतिका ...छंद ******************************* बुजुर्गों की छत्रछाया तले संस्कार हृदय पलें। शुभ आशीषों से ग़म कोशों दूर हैं भैया टलें।। मान दीजिए सदा ही कभी भूलकर न तिरस्कार। इनके प्यार... Hindi · कविता 272 Share आर.एस. 'प्रीतम' 3 Jan 2018 · 1 min read चेहरा आईना है चेहरा आईना है राज न छिपाइए। सत्य बोलके सभी का मन तू लुभाइए।। काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़े है। गाँठ बाँध लेना अगर बंधु कुछ पढ़े है।। दिल जलाके... Hindi · कविता 554 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Jan 2018 · 1 min read #रात की बात देखा मैंने रात, एक सुहाना-सा ख़्वाब एक चेहरा यार, दिखा ख़ूब लाज़वाब मुझे प्यार से देख, हँसा लगा सरिस गुलाब किया प्यार में मौन, रूहाना-सा आदाब पकड़ा उसने हाथ, दिया... Hindi · कविता 393 Share आर.एस. 'प्रीतम' 1 Jan 2018 · 1 min read नववर्ष मुबारक हो नूतन वर्ष संग नूतन-सा नमन हो जाए। यश धन धर्म प्रेम में मन मग्न हो जाए।। हज़ारों हज़ार तोहफ़े मिलें आपको यारो। जीवन आपका खिलता चमन हो जाए।। सूर्य की... Hindi · कविता 203 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Dec 2017 · 1 min read मैं पागल दीवाना हूँ.... मैं पागल दीवाना हूँ *************** हौंसला ले दिल में यार,मंज़िलें पाने चला हूँ। मैं पागल दीवाना हूँ,ग़म को हराने चला हूँ।। पथ मेंं काँटें बिछे मगर,ये क़दम रुक नहीं सकते।... Hindi · कविता 268 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Dec 2017 · 1 min read मैं नया साल हूँ मैं नया साल हूँ ************ नई-नई बातें,सपने सजाने चला हूँ। मैं नया साल हूँ,गले लगाने चला हूँ। मुस्क़रा मुझे,आईलवयू कहो दोस्तों! इश्क़ में तुमपर ,सब लुटाने चला हूँ।। सारे अरमान... Hindi · कविता 220 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Dec 2017 · 1 min read ऊँगली न उठा जिनको दिल के क़रीब समझा यार। उन्हीं ने सीने में खंज़र दिया उतार।। विश्वास की गरिमा तोड़ भूले दोस्त! तोहमत लगा करना चाहा दाग़दार।। सोचता रहा आज रातभर सुलगता। नींद... Hindi · कविता 595 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 Nov 2017 · 1 min read प्रेम की सुगंध कविता.... प्रेम की सुगंध.... ******************************* प्रेम सर्वोपरि है,दिल से किया कर यारा। प्रेम के मोती हैं,समंदर के दिल की धारा। पर्वत सम बन ज़रा,अडिग होय प्यार द्वारा। सूर्य ने मानो... Hindi · कविता 687 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 Nov 2017 · 1 min read ये मेरा मन कविता.....रोला छंद में .............कविता..."ये मेरा मन"... सावन सरीखा मन,प्यार बरसाए जाए। धरती यौवन पर,घना है ये ललचाए। बूँद-बूँद मद भरे,हिय मस्ती ले समाए। पागल हो प्रीत में,दर्द आँसू-सा छाए। मन... Hindi · कविता 436 Share आर.एस. 'प्रीतम' 15 Nov 2017 · 1 min read रोला छंद..... रोला छंद ग़लती से मत तोड़़,किसी का भी दिल प्यारे। सबसे हँसके बोल,खोल तू प्रेम पिटारे। स्वर्ग यहीं पर देख,अनूठे देख नज़ारे। मोहब्बत से पाक,नहीं कुछ पास हमारे। ख़ूब मिलें... Hindi · कविता 518 Share आर.एस. 'प्रीतम' 1 Nov 2017 · 1 min read ??>अभिलाषा जिसे चाहा वो न मिला,रह गई अभिलाषा। प्यार में सब कुछ मिले,ये नहीं परिभाषा।। राधा ने शाम को चाहा,जान से भी ज़्यादा। शाम मिला भी न मिला,नाम जुड़ा सदा-सा।। प्यार... Hindi · कविता 661 Share आर.एस. 'प्रीतम' 20 Oct 2017 · 1 min read दावत है.... सीरत पाई यार,तूने ग़ज़ब गुलाब की। सूरत में झलक है,भौर के आफ़ताब की। मस्वरा देते गर, मानो "प्रीतम" आब की। दावत है रात को,इन आँखों में ख़्वाब की। ************* ************* Hindi · कविता 191 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Oct 2017 · 1 min read सुख समृद्धि आए सुख शांति मिलते जहाँ,वहीं स्वर्ग है यार। तनावग्रस्त जीवन तो,प्रथम नरक का द्वार।। प्रथम नरक का द्वार,प्रेम भरे गीत गाओ । हाथ से हाथ यार,रे दिल से दिल मिलाओ। सुन... Hindi · कविता 285 Share आर.एस. 'प्रीतम' 6 Oct 2017 · 1 min read #कुंडलिया// पहला फूटा छंद तब , ऋषि मुख से अनमोल। तीर शिकारी का लगा , उजड़ा क्रोच कलोल।। उजड़ा क्रोच कलोल , देख यह ऋषिवर क्रोधित। बोले फिर वाल्मीकि , शिकारी... Hindi · कविता 1 229 Share Previous Page 3 Next