Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2018 · 1 min read

–ख़ुशी का बहाना–भुजंग प्रयात छंद

भुजंग प्रयात छंद की परिभाषा और कविता–
भुजंग प्रयात छंद
———————यह एक वर्णिक छंद है।इसमें चार चरण होते हैं।इसमें बारह वर्ण चार यगण क्रम में आते हैं।
यगण×4=भुजंग प्रयात छंद या ISS×4=भुजंग प्रयात छंद

भुजंग प्रयात छंद की कविता
भुजंग प्रयात छंद-ISS×4
ख़ुशी का बहाना
——————–
सजाओ दिलों को गुलों-सा हमेशा।
बनाओ दिलों को पुलों-सा हमेशा।
खिलेंगे मिलेंगें उमंगें भरेंगें,
बढ़ेंगें सभी रे हलों-से हमेशा।

सिखाओ दिलों को उठाना जमीं से।
सिखाओ दिलों को बचाना नमीं से।
अमीरी दिलों की जोड़े है रुहों को,
सिखाओ दिलों को हँसाना ग़मी से।

दिलों को रुलाना बदी है सुनो जी।
दिलों को मिलाना हसीं है सुनो जी।
दिलों का रुठाना ख़ुदा है रुठाना,
ख़ुदा रूठ जाए कमी है सुनो जी।

न हारो परीक्षा कभी भी न छोड़ो।
न बैठो चलो साथ राहें न छोड़ो।
सभी चाहतें आ रही हैं बुलाने,
करो सब्र उम्मीद के तार जोड़ो।

धनी वो नहीं जो ख़जाना लिए हैं।
धनी वो दिलों में ज़माना लिए हैं।
विचारों सुधारो दिलों में बसो रे,
मिसालें ख़ुशी का बहाना लिए हैं।

राधेयश्याम बंगालिया “प्रीतम”
————////——————

Language: Hindi
779 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
किसी के दर्द
किसी के दर्द
Dr fauzia Naseem shad
मौसम जब भी बहुत सर्द होता है
मौसम जब भी बहुत सर्द होता है
Ajay Mishra
भूल गए हम वो दिन , खुशियाँ साथ मानते थे !
भूल गए हम वो दिन , खुशियाँ साथ मानते थे !
DrLakshman Jha Parimal
फुटपाथ की ठंड
फुटपाथ की ठंड
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
शिक्षा बिना जीवन है अधूरा
शिक्षा बिना जीवन है अधूरा
gurudeenverma198
***
*** " पापा जी उन्हें भी कुछ समझाओ न...! " ***
VEDANTA PATEL
रूप पर अनुरक्त होकर आयु की अभिव्यंजिका है
रूप पर अनुरक्त होकर आयु की अभिव्यंजिका है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
धोखा
धोखा
Paras Nath Jha
आम्बेडकर मेरे मानसिक माँ / MUSAFIR BAITHA
आम्बेडकर मेरे मानसिक माँ / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
शीर्षक - स्वप्न
शीर्षक - स्वप्न
Neeraj Agarwal
Do you know ??
Do you know ??
Ankita Patel
“ज़िंदगी अगर किताब होती”
“ज़िंदगी अगर किताब होती”
पंकज कुमार कर्ण
समर कैम्प (बाल कविता )
समर कैम्प (बाल कविता )
Ravi Prakash
मुझे बेपनाह मुहब्बत है
मुझे बेपनाह मुहब्बत है
*Author प्रणय प्रभात*
बगिया
बगिया
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
जिन्दगी जीना बहुत ही आसान है...
जिन्दगी जीना बहुत ही आसान है...
Abhijeet
*नींद आँखों में  ख़ास आती नहीं*
*नींद आँखों में ख़ास आती नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वृंदा तुलसी पेड़ स्वरूपा
वृंदा तुलसी पेड़ स्वरूपा
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"याद रखें"
Dr. Kishan tandon kranti
रमेशराज का हाइकु-शतक
रमेशराज का हाइकु-शतक
कवि रमेशराज
हम तुम्हारे साथ हैं
हम तुम्हारे साथ हैं
विक्रम कुमार
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अधूरी मोहब्बत की कशिश में है...!!!!
अधूरी मोहब्बत की कशिश में है...!!!!
Jyoti Khari
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वीर-स्मृति स्मारक
वीर-स्मृति स्मारक
Kanchan Khanna
सरहद
सरहद
लक्ष्मी सिंह
किसी ने आंखें बंद की,
किसी ने आंखें बंद की,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
" ढले न यह मुस्कान "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
अर्थी चली कंगाल की
अर्थी चली कंगाल की
SATPAL CHAUHAN
जनाब बस इसी बात का तो गम है कि वक्त बहुत कम है
जनाब बस इसी बात का तो गम है कि वक्त बहुत कम है
Paras Mishra
Loading...