Neelam Sharma 660 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Neelam Sharma 27 Aug 2024 · 1 min read व्याकरण कविता व्याकरण अनंत विस्तृत है भाई। महत्वपूर्ण हैं इसकी सभी इकाई।। शब्दों का चयन, वाक्यों का गठन, परस्पर संप्रेषण की करें अगुवाई।। सही अर्थ और शुद्ध उच्चारण। समृद्ध भाषा करती धारण।।... Hindi · कविता · व्याकरण 1 60 Share Neelam Sharma 25 Aug 2024 · 2 min read दीपावली स्वर्णिम रथ है श्री राम आगमन पर्व सुपावन माह कार्तिक अमावस्या । बच्चे बूढ़े सब मिल पूजें,पूरित वर्षों की तपस्या।। हर बेटी सीता की प्रतिमा, बेटा श्री राम की मूरत है। धन तेरस... Hindi · दीपावली 54 Share Neelam Sharma 8 Aug 2024 · 1 min read देश भक्ति गीत सैन्य के ये जवाँ काम क्या कर गए क़र्ज़ अपने वतन का अदा कर गए ए वतन...... मेरे वतन....! ए वतन...... प्यारे वतन....! थक गए थे मगर वो रुके ही... Hindi 1 67 Share Neelam Sharma 17 Jul 2024 · 1 min read कारक पहेलियां पहेली -१ भाषा को सार्थक करें, बतलाते संबंध । व्याकरण इकाई यह कौन सी, जो करती उचित प्रबंध। उत्तर -कारक पहेली -२ हिंदी व्याकरण में सुनो, कारक विविध प्रकार।। कितने... Hindi 124 Share Neelam Sharma 7 Jun 2024 · 1 min read Environment Green leaves gently sway, Nature whispers every day, Earth sings, come what may, In the light of dawning day. Mountains stand so high, Underneath the azure sky, Rivers flowing by,... English · Poem 1 1 77 Share Neelam Sharma 6 Jun 2024 · 1 min read जीवन खूब हिलोरें दिए हैं इसने,जीवन तो हैं इक रोलर कोस्टर। कभी जले,अधपके कभी थे,जीवन धूप मिली बन टोस्टर।। जब भी लगता कि सूरज चमकेगा, तम के बादल छा गए अपार।... Hindi · कविता 78 Share Neelam Sharma 6 Jun 2024 · 1 min read Life Before, my life felt like a wild ride, A roller coaster where I couldn't hide. Just when the sun seemed to brightly shine, Dark clouds would gather, time after time.... English · Poem 1 134 Share Neelam Sharma 4 Jun 2024 · 1 min read बहर- 121 22 121 22 अरकान- मफ़उलु फ़ेलुन मफ़उलु फ़ेलुन #मतला ज़मीं में उगती या आसमाँ से। ये हसरतें आईं किस जहाँ से। #शेर जो नाम तेरा पुकारती थी, वो इक सदा आई किस मकां से। #शेर सफ़र नया था... Hindi · ग़ज़ल · बहर- 121 22 121 22 अरकान- 92 Share Neelam Sharma 4 Jun 2024 · 1 min read बहर- 121 22 121 22 ये दिल परिंदे सा फड़फड़ाए। क़फ़स से लेकिन निकल न पाए। सुबह ने आ कर मुझे सुलाया, हज़ार सपने मुझे दिखाए। कि रुख हवा का जा रोको कोई, अँधेरी शब... Hindi · ग़ज़ल · बहर- 121 22 121 22 92 Share Neelam Sharma 4 Jun 2024 · 1 min read वज़्न -- 2122 1122 1122 22(112) अर्कान -- फ़ाइलातुन - फ़इलातुन - फ़इलातुन - फ़ैलुन (फ़इलुन) क़ाफ़िया -- [‘आना ' की बंदिश] रदीफ़ -- भी बुरा लगता है एक झटपट #मैगी जैसा प्रयास😃 बात -बातों में सताना भी बुरा लगता है। वो अगर रूठे मनाना भी बुरा लगता है। जो कहो बात सही तो हैं बुरा मानते वो,... Hindi · ग़ज़ल · वज़्न -- 2122 1122 1122 22(112) 122 Share Neelam Sharma 4 Jun 2024 · 1 min read एक छोटी सी बह्र 2122 212 एक छोटी सी बह्र। ढा रही है क्या कहर। तीन मिनटों में लिखी, या लगा इसमें पहर। शब्द सुरभित सी सहर। छंद बलखाती नहर। ध्यान से लिखना सखे!... Hindi · छोटी बह्र 81 Share Neelam Sharma 18 May 2024 · 1 min read कोहरा काला घना छट जाएगा। कोहरा काला घना छट जाएगा। मेघ काला ज़ीस्त से हट जाएगा। दिख रहा होता नहीं है वो सही, एक दिन है जो सही हो जाएगा। फासलों की क्या कहूंँ 'नीलम'... Quote Writer 1 102 Share Neelam Sharma 17 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल बह्र - 2122 1212 22 काफ़िया - ओं रदीफ़ - का #मतला हुस्न की आब नूर ख्वाबों का। सिर से पा तक शजर गुलाबों का। #हुस्मन-ए-तला ना ही मेलों का... Hindi · ग़ज़ल 1 114 Share Neelam Sharma 16 May 2024 · 1 min read वज़्न ---221 1221 1221 122 बह्र- बहरे हज़ज मुसम्मन अख़रब मक़्फूफ़ मक़्फूफ़ मुखंन्नक सालिम अर्कान-मफ़ऊल मुफ़ाईलु मुफ़ाईलु फ़ऊलुन तला हम आशिक़ हैं मक़्तल में नाम करेंगे । ये हुस्न के चर्चे तुझे गुलफाम करेंगे। #शेर महफ़िल में हमारी तेरा जब ज़िक्र चलेगा, हम इश्क़ में महफिल वो तेरे... Hindi · ग़ज़ल · वज़्न ---221 1221 1221 122 ब 1 1 153 Share Neelam Sharma 15 May 2024 · 1 min read बह्र - 1222-1222-122 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फ़ऊलुन काफ़िया - आ रदीफ़ -है। #मतला कलम को ज़ाफरानी कर लिखा है। मिरा किस्सा कहानी कर लिखा है। #शेर सलौना सा सजन है और मैं हूँ, इश्क़ अपना रुहानी तर लिखा है। #शेर मुद्दतों बाद... Hindi · ग़ज़ल · बह्र - 1222-1222-122 मुफ़ाईलुन 141 Share Neelam Sharma 14 May 2024 · 1 min read अर्कान - फाइलातुन फ़इलातुन फैलुन / फ़अलुन बह्र - रमल मुसद्दस मख़्बून महज़ूफ़ो मक़़्तअ #मतला इक तेरी याद भुलाई न गयी। दास्तां दिल की सुनाई न गयी। #हुस्न-ए-मतला बात बिगड़ी थी बनाई न गयी । नफ़रतें दिल से मिटाई न गयी। #शेर तुहमतें खूब... Hindi · अर्कान - फाइलातुन फ़इलातुन फ · ग़ज़ल 131 Share Neelam Sharma 13 May 2024 · 1 min read वज़्न - 2122 1212 22/112 अर्कान - फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ैलुन/फ़इलुन बह्र - बहर-ए-ख़फ़ीफ़ मख़बून महज़ूफ मक़तूअ काफ़िया: ओं स्वर रदीफ़ - में #मतला मुहब्बत से भरे ख़यालों में। यूँ ही उलझे रहे सवालों में। #शेर मर्ज़ कुछ लाइलाज़ होते हैं लोग झुकते हैं जा मज़ारों में। #शेर उसने सूरज को क़ैद रक्खा... Hindi · ग़ज़ल 210 Share Neelam Sharma 13 May 2024 · 1 min read बह्र- 1222 1222 1222 1222 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन काफ़िया - सारा रदीफ़ - है #मतला कहे जाते वो रो-रो कर हमारा दिल तुम्हारा है । सभी से हँस के यूँ मिलना नहीं बिल्कुल गवारा है। #हुस्न-ए-मतला उसी का नूर है हर शय उसी को... Hindi · ग़ज़ल · बह्र- 1222 1222 1222 1222 मुफ़ा 147 Share Neelam Sharma 12 May 2024 · 1 min read इशारा नहीं होता #मतला अगर आँखें नहीं होती तो इशारा नहीं होता । नज़र के तीर से घायल तु क्या यारा नहीं होता। #शेर बिछड़ कर जा रहा कोई ज़रा सी बात की... Hindi · ग़ज़ल 108 Share Neelam Sharma 12 May 2024 · 1 min read बह्र-2122 1212 22 फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ैलुन काफ़िया -ऐ रदीफ़ -हैं #मतला आजकल कम किसी से मिलते हैं। अब नहीं हर किसी से मिलते हैं। #हुस्न -ए-मतला सिलसिले दर्द के ही मिलते हैं। चाक-ए-दिल कब किसी के सिलते हैं। #शेर हम... Hindi · ग़ज़ल · बह्र-2122 1212 22 फ़ाइलातुन मु 161 Share Neelam Sharma 12 May 2024 · 1 min read बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन फ़ाईलुन काफ़िया - आना रदीफ़ - पड़ा मतला अश्क पीने पड़े दर्द छिपाना पड़ा। चेहरे पर मुखौटा लगाना पड़ा। ******** हुस्न-ए-मतला भूल बैठे उसे यूँ जताना पड़ा। झूठ का जाल ही यूँ बिछाना पड़ा। ******** गिरह ज़ख्म... Hindi · ग़ज़ल · बह्र -212 212 212 212 अरकान-फ़ 116 Share Neelam Sharma 11 May 2024 · 1 min read बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## चुप्पियाँ (इयाँ) रदीफ़ ## बिना रदीफ़ 2122 2122 2122 212 गिरह रोज़ हम तो हैं सुलाते देके ग़म को थपकियाँ। बेबसी की सिसकियों में गूँजती सी चुप्पियाँ । १) देखकर ख़ामोश लहरें और सागर चुप्पियाँ। आज... Hindi · ग़ज़ल · बह्र 2122 2122 2122 212 फ़ाइ 1 119 Share Neelam Sharma 11 May 2024 · 1 min read बह्र 2212 122 मुसतफ़इलुन फ़ऊलुन काफ़िया -आ रदीफ़ -रहा है गिरह चाहत की बानगी से अपना बना रहा है। १) देखो वो जा रहा है। झगड़ा मिटा रहा है। २) वादा किया जो उसने पूरा निभा रहा है। ३) हाथों... Hindi · ग़ज़ल · बह्र 2212 122 मुसतफ़इलुन फ़ऊल 2 137 Share Neelam Sharma 11 May 2024 · 1 min read वज़्न - 2122 1212 22/112 अर्कान - फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ैलुन/फ़इलुन बह्र - बहर-ए-ख़फ़ीफ़ मख़बून महज़ूफ मक़तूअ काफ़िया: आ स्वर की बंदिश रदीफ़ - न हुआ गिरह जान का रोग है बला है इश्क़ मैं न अच्छा हुआ बुरा न हुआ। १)इश्क़ के मर्ज़ में जो जुदा न हुआ। क्या कहूँ तुमसे मैं कि क्या न... Hindi · ग़ज़ल · वज़्न - 2122 1212 22/112 1 65 Share Neelam Sharma 10 May 2024 · 1 min read वोट कर! वोट कर ! तू वोट कर ! बुराई पर जा चोट कर! तू #शेर_हिंद_देश का, नहीं तू खुद को Goat कर! हाँ,वोट कर ! जा वोट कर!! जो #देश_भक्ति_ख़ून में,... Hindi · कविता · वोट कर 1 103 Share Neelam Sharma 8 May 2024 · 1 min read बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## आ रदीफ़ ## कुछ और है गिरह इश्क़ से बढ़कर बताओ क्या सज़ा कुछ और है। जिन्दगी में शायरी हो तो मज़ा कुछ और है । १) साथ तेरे गुनगुनाने का मज़ा कुछ और है ।... Hindi · ग़ज़ल · बह्र 2122 2122 2122 212 फ़ाइ 1 122 Share Neelam Sharma 8 May 2024 · 1 min read वोट कर! 1222 1222 अगर द़स्तार बदलेगा । तभी किरदार बदलेगा। हमारे ही तो वोटों से, दरो - दीवार बदलेगा । मुखौटा ग़र हटा दोगे, तभी अय्यार बदलेगा। समय पहले न जो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · वोट कर 1 105 Share Neelam Sharma 8 May 2024 · 1 min read सब तमाशा है । दिल ये कहता है सब तमाशा है । जिंदगी क्या है बस तमाशा है । आदमी है ख़ुदा की कठपुतली देख दुनिया ग़ज़ब तमाशा है । जा उठा करके देख... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल · सब तमाशा है । 1 83 Share Neelam Sharma 7 May 2024 · 1 min read बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## आते रदीफ़ ## रहे गिरह आपकी तुहमत हमारे आँसुओं में कैद है, गर्दिशों के दौर में हम हँसते मुस्काते रहे। १) क्यों हमारे इश्क़ को वो रोज़ अजमाते रहे। कौन सा है यह चलन... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल · बह्र 2122 2122 2122 212 फ़ाइ 3 236 Share Neelam Sharma 7 May 2024 · 1 min read मांँ १) जिसे माँ की दुआएँ मिल गई हैं। उसे रब की सदाएँ मिल गई हैं। २) ख़ुशी ने ख़ुद लिखा मेरा मुकद्दर मुझे जन्नत की राहें मिल गई हैं। ३)... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल · माँ 1 85 Share Neelam Sharma 6 May 2024 · 1 min read प्यार के काबिल बनाया जाएगा। मापनी-2122,2122,212 प्यार के काबिल बनाया जाएगा। पत्थरों को दिल बनाया जाएगा। इश्क में तेरे फना हम हो गए मेरा भी किस्सा सुनाया जाएगा। आह निकले ना कहीं फिर दर्द से... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल · बह्र 2122 2122 212 2 107 Share Neelam Sharma 6 May 2024 · 1 min read बह्र 2122 1122 1122 22 अरकान-फ़ाईलातुन फ़यलातुन फ़यलातुन फ़ेलुन काफ़िया - अर रदीफ़ - की ख़ुशबू गिरह रंग औ नूर करिश्मा या इनायत रब की, आज भी क़ैद है चंदन के शज़र की ख़ुशबू । १) तेरी बाहों में गुजा़री शब- सहर की ख़ुशबू, है हवाओं... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल · बह्र 2122 1122 1122 22 अरकान- 1 204 Share Neelam Sharma 6 May 2024 · 1 min read किताब-ए-जीस्त के पन्ने किताब-ए-जीस्त के पन्ने उलटते रहते हैं । भरे तुफानों में जीवन सिमटते रहते हैं। हुईं हैं आँखें उनींदीं तुम्हारी चाहत में, तेरी जुदाई में करवटें बदलते रहते हैं। कभी मिला... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 89 Share Neelam Sharma 5 May 2024 · 1 min read अंतस्थ वेदना अंतस्थ वेदना सुनो,चिंता मत करना,जीवन जीना कठिन है नहीं आसान भी मरना। मेरा हँसमुख होना ही काम आएगा तुम्हें भुलाने में। बेशक पहली नज़र की प्रीत हो तुम,इक पल न... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 125 Share Neelam Sharma 5 May 2024 · 1 min read 🐍भुजंगी छंद🐍 विधान~ [यगण यगण यगण+लघु गुरु] ( 122 122 122 12 11वर्ण,,4 चरण दो-दो चरण समतुकांत] हिया है हुआ आपका साँवरे। कड़ी धूप मैं छाँव तू साँवरे।। बनो आभ मेरे गुणी ज्ञान की। करूँ साधना श्याम के नाम की।। बसे आप मेरे जिया में सदा। जले... Poetry Writing Challenge-3 · 🐍भुजंगी छंद🐍 विधान~ [यगण यगण 172 Share Neelam Sharma 5 May 2024 · 1 min read पछतावे की अग्नि क्यों हुए सुन,हाथ काले, तू पाप किसके ढो रहा। सद्कर्म कुकर्म में अंतर, पहले क्यूँ न कर सका, आज पछतावे की अग्नि, में तू खुदको मानव झो रहा। लाख समझाया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 92 Share Neelam Sharma 5 May 2024 · 1 min read प्रेम तुझे जा मुक्त किया "प्रेम तुझे अब मुक्त किया!" अपनी श्वासों को प्राण वायु से क्यों कान्हा तुमने रिक्त किया। अव्यक्त रही उर अभिव्यंजनाओं पर पहरेदार नियुक्त किया।। जन्म जन्म की प्रीत नहीं है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 91 Share Neelam Sharma 5 May 2024 · 1 min read प्यार का गीत प्यार का इक नया गीत गाएँगे हम। हाथ ले हाथ में गुनगुनाएँगे हम। वो मिरे आसमां पर हसीं चाँद है आज ता-हद्द-नज़र देखे जाएँगे हम । ऐ सुब्ह-ए-वतन ऐ जान-ए-चमन... Poetry Writing Challenge-3 1 107 Share Neelam Sharma 4 May 2024 · 1 min read कविता सकते जैसी हालत है क्यों? क्यों तीखे लगे सवाल कहो! शब्द भाव क्यूं लगें नुकीले? क्यूँ कथनी लगे करवाल अहो! रक्तिम रचनाओं का कारण, हैं ज़ख्म 'हमारी' मोहब्बत के। शब्द... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 117 Share Neelam Sharma 4 May 2024 · 1 min read रज के हमको रुलाया रज के हमको रुलाया सुनो अपने खाब टूटे सही लेकिन अच्छा हुआ। दूर तक ढूँढती हैं निगाहें तुम्हें धुँध बढ़ने लगी लेकिन अच्छा हुआ। हमसे आखिर जुदा आप हो ही... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 104 Share Neelam Sharma 4 May 2024 · 1 min read हुआ क्या है 3/5/22 कुछ हुआ है मगर हुआ क्या है। बेरुखी का मुकालिमा क्या है । पिंजरे में जो कैद है मुझ सी, उसके इस दर्द का पता क्या है। ये जिगर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 91 Share Neelam Sharma 3 May 2024 · 1 min read माँ माँ का स्वरूप सु-कोमल अनूप निस्वार्थ स्नेह माँ संतति उत्थान गृहस्थ धूप माँ छाँह युगमान सुमन बनी सौरभ बिखराती शिक्षक बन नव पाठ पढ़ाती माँ सत्यम् शिवम् वत्सला अनुपम ईश... Poetry Writing Challenge-3 · माँ · विधा -चोका 1 84 Share Neelam Sharma 3 May 2024 · 1 min read बह्र - 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफ़िया -आर रदीफ़ - से 2122 2122 212 गिरह- आ रही ठंडी हवा उस पार से। हो गए मौसम भी कुछ बीमार से। १) दिल लगाया भी तो इक अय्यार... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल · बह्र - 2122 2122 212 फ़ाइलातुन 2 103 Share Neelam Sharma 3 May 2024 · 1 min read सकारात्मक सोच सकारात्मकता १) मीठे बोल सकारात्मकता के मिलती ऊर्जा। २) हुई झंकृत सकारात्मक वीणा अंतर्मन की। ३) सकारात्मक विचार प्रवाह से उन्नति पक्की। ४) नकारात्मक पाश न जकड़ले सोच बदलो। ६)... Poetry Writing Challenge-3 · सकारात्मक · हाईकु 2 83 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read आधार छन्द- "सीता" (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गालगागा गालगागा गालगागा गालगा (15 वर्ण) पिंगल सूत्र- र त म य र शब्द भावों को सहेजें शारदे माँ ज्ञान दो। छंद गीतों में पिरो दूँ मातु ब्राह्मी भान दो।। कर्मयोगी मैं बनूँ री! है यही माँ कामना। शौर्य गाथा मैं लिखूँ हो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका · छंद -सीता 2 171 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read मफ़उलु फ़ाइलातुन मफ़उलु फ़ाइलातुन 221 2122 221 2122 उन्मुक्त प्रीति कान्हा उन्मुक्त भाव राधा। चाहा तुम्हें सभी ने मन राधिका ने साधा । माधौ का दिल फँसा है, राधे की सादगी में, ख्वाबों में रम गया है,री! रूप... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · मफ़उलु फ़ाइलातुन मफ़उलु फ़ाइलातुन 2 93 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read प्रद्त छन्द- वासन्ती (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गागागा गागाल, ललल गागागा गागा। (14 वर्ण) अंकावली- 222 221, 111 222 22. पिंगल सूत्र- मगण तगण नगण मगण गुरु गुरु। प्यारा कान्हा पास मुरलिया लागे प्यारी। भाये आठों याम सँवरिया लीला न्यारी।। कोरा कोरा व्योम बिजुरिया छाई मेघा। नीले नीले नैन गुजरिया भूली चेता।। हे री! कान्हा मीत प्रणय डोरी... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका · प्रद्त छन्द- वासन्ती (मापनीयु 1 91 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read प्रणय गीत चूड़ी की मौन हुई खन- खन, कँगना भी ज़िद पे आया है। झुमका भी राह तके मोहन,अँखियों ने जल बरसाया है।। अब तो आजा रे साँवरिया! सावन का महिना आया... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 86 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read कविता तू होता पास ना मेरे, तुझे एज़्यूम करती हूँ। बसा कर अपनी आँखों में तुझे मख़दूम करती हूँ। निहारूँ तुमको चुपके से अगर कोई साथ हो मेरे। मगर बैठी अकेली... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 113 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read प्रणय गीत -- 1222 1222 प्रणय प्यासी,विरह दासी, पिया गरवा, लगाओ जी। अधर मधुपान रस करके, तपन विरहन मिटाओ जी। चली आओ,चली आओ..... मधुर वो गीत गाओ जी..... गंवाया चैन मद प्यासी, नशे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत · प्रणय गीत 1 115 Share Page 1 Next