Neelam Sharma 635 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Neelam Sharma 17 Mar 2024 · 1 min read प्रेम पगडंडी कंटीली फिर जीवन कलरव है। प्रेम पगडंडी कंटीली फिर भी जीवन कलरव है। विरही -विरहन उर पीड़ा निस-दिन ही नव है।। जीत कर भी हार जाते चित् अपना प्रेमी, हार कर दिल मुस्कुराना प्रेमी उत्सव... Hindi · Quote Writer 1 22 Share Neelam Sharma 17 Mar 2024 · 1 min read पुष्प सम तुम मुस्कुराओ तो जीवन है । पुष्प सम तुम मुस्कुराओ तो जीवन है । मुस्कुराकर सब दुख भूल जाओ वो जीवन है।। जीत कर ग़र खुश हुए तो क्या हुए!!! हार कर खुशियाँ मनाओ तो जीवन... Quote Writer 34 Share Neelam Sharma 16 Mar 2024 · 1 min read आपकी आत्मचेतना और आत्मविश्वास ही आपको सबसे अधिक प्रेरित करने आपकी आत्मचेतना और आत्मविश्वास ही आपको सबसे अधिक प्रेरित करने वाले होते हैं। क्योंकि जिस बात पर हमें विश्वास होता है,उसी काम को हम पूरी निष्ठा से पूर्ण करते हैं।... Quote Writer 42 Share Neelam Sharma 15 Mar 2024 · 1 min read नीलम शर्मा ✍️ नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 51 Share Neelam Sharma 13 Mar 2024 · 1 min read पानी जैसा बनो रे मानव पानी जैसा बनो रे मानव जो अपना रास्ता स्वयं बनाता है, पत्थर जैसे न बनो कभी तुम जो दूसरों का भी रास्ता रोक लेता है। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 36 Share Neelam Sharma 10 Mar 2024 · 1 min read अश'आर हैं तेरे। बस झूट में लिपटे सब अश'आर हैं तेरे। जितने भी फसाने हैं निराधार हैं तेरे। क्या गुज़री है हम पर ये बताएँ भी तो कैसे, किरदार में देखे बहुत किरदार... Hindi 1 34 Share Neelam Sharma 8 Mar 2024 · 1 min read पृष्ठों पर बांँध से पृष्ठों पर बांँध से बांँधी गई नारी सरिता। प्यासा झीलों से कूओं का पानी मांँगे ।। मैं नहीं और कोई और ना तो और सही । ये ज़माना तो महज़... Quote Writer 1 56 Share Neelam Sharma 7 Mar 2024 · 1 min read जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में निधन ही लिखा जाएगा। व्यर्थ चिंतन और लालच का कुछ लाभ नहीं होता 'नीलम' तेरे संग और... Quote Writer 66 Share Neelam Sharma 6 Mar 2024 · 1 min read जब भी दिल का जब भी दिल का गुलाब महका है। तिरी ख़ुशबू से ख़्वाब महका है। तुमसे रुतबा है ख़ास महफ़िल का देख 'नीलम' रुआब महका है। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 50 Share Neelam Sharma 6 Mar 2024 · 1 min read मुश्किल राहों पर भी, सफर को आसान बनाते हैं। मुश्किल राहों पर भी, सफर को आसान बनाते हैं। दृढ़ संकल्प लिए मुश्किलों में भी जो मुस्कुराते हैं। मंजिलें भी करतीं सदा प्रतीक्षा हर पल उन्हीं राहियों की, लगा दृढ़... Quote Writer 83 Share Neelam Sharma 5 Mar 2024 · 1 min read कसौटियों पर कसा गया व्यक्तित्व संपूर्ण होता है। कसौटियों पर कसा गया व्यक्तित्व संपूर्ण होता है। आपका दर्द पहचानने वाला व्यक्ति महत्वपूर्ण होता है। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 60 Share Neelam Sharma 5 Mar 2024 · 1 min read शिक्षा और संस्कार जीवंत जीवन के शिक्षा और संस्कार जीवंत जीवन के मूल मंत्र होते हैं। शिक्षा कभी झुकने नहीं देती एवं संस्कार कभी गिरने नहीं देते।। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 53 Share Neelam Sharma 4 Mar 2024 · 1 min read देह माटी की 'नीलम' श्वासें सभी उधार हैं। देह माटी की 'नीलम' श्वासें सभी उधार हैं। अहंकार मत कर मनवा,हम सभी किरायेदार हैं। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 1 62 Share Neelam Sharma 3 Mar 2024 · 1 min read हारो बेशक कई बार,हार के आगे झुको नहीं। हारो बेशक कई बार,हार के आगे झुको नहीं। हार सफलता की पतवार,बढ़ते जाओ रुको नहीं। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 58 Share Neelam Sharma 1 Mar 2024 · 1 min read संघर्ष की राहों पर जो चलता है, संघर्ष की राहों पर जो चलता है, संसार को निश्चित वही बदलता है। जिसने जीत ली रातों से जंग 'नीलम' अंत में वही सूर्य बनकर निकलता है। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 81 Share Neelam Sharma 27 Feb 2024 · 1 min read हवाओं के भरोसे नहीं उड़ना तुम कभी, हवाओं के भरोसे नहीं उड़ना तुम कभी, चट्टानें तूफानों का भी रुख मोड़ देती हैं। अपने पंखों पर भरोसा रखना सीख रे मन! हवाओं के भरोसे तो पतंगे उड़ा करती... Quote Writer 64 Share Neelam Sharma 25 Feb 2024 · 1 min read इत्र, चित्र, मित्र और चरित्र इत्र, चित्र, मित्र और चरित्र चारों ही होते सुगंधित पवित्र किसी पहचान के मोहताज नहीं होते हैं ये इनकी संगत- रंगत परिचय स्वयं दे देतीं हैं। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 91 Share Neelam Sharma 22 Feb 2024 · 1 min read बस यूँ ही खामखां फासले ये बढ़ाए क्यूं नीलम वो हर सांस बन,दिल से लिपटा हुआ है। तुम लिपटकर सीने से,हो खंजर घुसाते, तेरी जफाओं का दर्द मुझमें सिमटा हुआ है। नीलम शर्मा... Poetry Writing Challenge-2 · शेर 42 Share Neelam Sharma 21 Feb 2024 · 1 min read बस यूँ ही शरद पूनो को तेरा इंतज़ार था, रात भर चांदनी में नहाते रहे। वो मिल मुस्कुराने की तेरी अदा, हम धोखा मुहब्बत में खाते रहे। हुई जुदाई, बता क्या था मेरा... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 42 Share Neelam Sharma 20 Feb 2024 · 1 min read दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा मुक्तक दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा , तेरे रूप में हर अलंकार है बज उठता ह्रदय का तार-तार,तेरे प्रेम की ये झंकार है हे प्राणवंत तुम प्रिय अनंत , जीवन... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 52 Share Neelam Sharma 14 Feb 2024 · 1 min read अकथ कथा 🥀प्रेम मूर्ति राधा ! राधा !!🥀 🌹🙏🌹 रात भी स्वर्णिम हुई, शुभप्रभात साजन। जगी उषा किया मधु, से स्नात साजन। प्रीति पिया हमको मिली सौगात साजन। ऐसे मिले हम हुआ,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 59 Share Neelam Sharma 14 Feb 2024 · 1 min read शब्द भावों को सहेजें शारदे माँ ज्ञान दो। शब्द भावों को सहेजें शारदे माँ ज्ञान दो। छंद गीतों में पिरो दूँ मातु ब्राह्मी भान दो।। कर्मयोगी मैं बनूँ री! है यही माँ कामना। शौर्य गाथा मैं लिखूँ हो... Quote Writer 77 Share Neelam Sharma 14 Feb 2024 · 1 min read जय मां ँँशारदे 🙏 शब्द भावों को सहेजें शारदे माँ ज्ञान दो। छंद गीतों में पिरो दूँ मातु ब्राह्मी भान दो।। कर्मयोगी मैं बनूँ री! है यही माँ कामना। शौर्य गाथा मैं लिखूँ हो... Poetry Writing Challenge-2 · माँ सरस्वती 71 Share Neelam Sharma 12 Feb 2024 · 1 min read आया सखी बसंत...! दूर देश क्यों जा बसे? हिय प्राण प्रिय कंत! पल-पल डसती वेदना देह शेष नहीं तंत।। मेंहदी के शुभ रंग लिए आया सखी बसंत। शहरों और गाँवों में छाया सखी... Poetry Writing Challenge-2 · बसंत 1 70 Share Neelam Sharma 11 Feb 2024 · 1 min read बस्ते...! बस यूँ ही 🤗 ये बोझिल बस्ते! अर्ध मुद्रा में पड़े से, बोझिल,अलसाए, दृढ़ निश्चय पर अड़े से। देखे मैंने बोझिल बस्ते! मानों चिर योग मुद्रा में, हों अपने इष्ट... Poetry Writing Challenge-2 · बस्ते 57 Share Neelam Sharma 10 Feb 2024 · 1 min read नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं। बस यूं ही 🤗 बज़्म तुम बिन कोई हुई ही नहीं। नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं। मुझसे होकर गुज़र गया द़रिया मैं मगर राह से हटी ही नहीं।... Poetry Writing Challenge-2 1 63 Share Neelam Sharma 9 Feb 2024 · 1 min read आकुल बसंत! आकुल बसंत, ले प्रीति सुगंध, व्याकुल बसंत में, सजनी कंत। दमके क्षितिज पार,बन धूप पैबंद, पगडंडि यौवन की, प्रीत अनंत। कुहू- कुहू कोयल के मधुर छंद, मधुर बोल,सजन से उर... Poetry Writing Challenge-2 · बसंत 1 70 Share Neelam Sharma 8 Feb 2024 · 1 min read आभ बसंती...!!! हाइकु आभ बसंती सुर्ख रंगो से रंगी प्यारी तितली। नन्हीं तितली बैठी जब फूल पे नोंच ली गई। था उर मेरा स्वछंद तितली सा बिंधा शूल से। पाँख तितली बसंत... Poetry Writing Challenge-2 · हाइकु 1 74 Share Neelam Sharma 7 Feb 2024 · 1 min read श्रृंगार माथे की बिंदिया चमचम, पैरों में पायल की छनछन, हाथों में कंगन की खनखन, रुनझुन छनके कमरबंद, करते साजन का अभिनंदन। रिश्ता अपना खुशबू चंदन, रहे दीप्त क्षितिज-सा यौवन, नित... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 76 Share Neelam Sharma 6 Feb 2024 · 1 min read बेजुबान तस्वीर बेज़ुबां होती कहाँ तस्वीर है। बोलती तस्वीर की तहरीर है। सोच ना कमज़ोर औरत को कभी फूल सी नाज़ुक मगर शम़शीर है। आज हिम्मत कर ज़रा औ तोड़ दे बेबसी... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 54 Share Neelam Sharma 5 Feb 2024 · 1 min read उठो द्रोपदी....!!! उठो द्रोपदी बनो वीरांगना, खुद शक्ति का सँचार करो। कोमल चूड़ी वाले हाथों से, दुष्ट दुशाषन संहार करो। हे यग्नसैनी!हे द्रुपद सुता!तुम रूप आज विकराल धरो। अधर्म की इस राज... Poetry Writing Challenge-2 · नारी शक्ति 2 72 Share Neelam Sharma 4 Feb 2024 · 1 min read बस यूँ ही... बस यूँ ही 🤗 दिल में तेरे भी क्या बेक़रा़री सी है। उस मुलाक़ात की यादग़ारी सी है। जानलेवा रही है मुहब्बत सदा साँस जो चल रही तेज आरी सी... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 81 Share Neelam Sharma 4 Feb 2024 · 1 min read कितना आसान है न बुद्ध बनना, अपनी दूधमुंही संतान को और सोती ह कितना आसान है न बुद्ध बनना, अपनी दूधमुंही संतान को और सोती हुई यशोधरा को सुप्त अवस्था में बिना कुछ कहे छोड़ जाना। किंतु आसान नहीं होता है यशोधरा बनना,... Quote Writer 105 Share Neelam Sharma 2 Feb 2024 · 1 min read ये अमलतास खुद में कुछ ख़ास! सुन, अमलतास है खुद में खास विरह के ताप का,इसे अहसास। यह चमक लिए तपे कुंदन सी नहीं खुद की कीमत का आभास। श्वास का सिंचन, यह जीवन मंचन, होना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 45 Share Neelam Sharma 31 Jan 2024 · 1 min read वर्ण पिरामिड १ मैं पौन चंचल अविरल आधार धरा श्वास जन-गण पल्लवित पोषण २ हे! युवा भारत के भविष्य करो प्रयास ज्ञान का प्रकाश प्रेम और विश्वास ३ क्यों? बेटी मरती कोख... Poetry Writing Challenge-2 · वर्ण पिरामिड 1 77 Share Neelam Sharma 30 Jan 2024 · 1 min read सर्वनाम के भेद संज्ञा के बदले में आता भाषा में नव रंग जमाता। वाक्य सृजन में आए काम छः भेद और ग्यारह सर्वनाम। मैं, हम, आप, यह, ये तु, तुम, वह, और वे... Hindi · सर्वनाम 48 Share Neelam Sharma 30 Jan 2024 · 1 min read सर्वनाम सर्वनाम अर्थ मिले इससे भाषा को, व्याकरण इसकी है धूरी। संज्ञा की रोक कर पुनुरुक्ति, सर्वनाम करे अभिव्यक्ति पूरी! सर्वनाम से परिचित होना सबको है बहुत जरूरी । नाम लिए... Quote Writer 93 Share Neelam Sharma 30 Jan 2024 · 1 min read इश्क समंदर मुहब्बत का समंदर देख लेना। मिरी आँखों के अंदर देख लेना। बड़ा मुश्किल है प्यारे पार पाना, कभी तुम दिल लगाकर देख लेना। तमन्ना है अगर मिलने की मुझ से,... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 73 Share Neelam Sharma 30 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल अरकान- फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन /फ़इलुन वज़्न-2122 1212 22/112 बह्र का नाम :-़ बह्रे-ख़फ़ीफ़ मुसद्दस मख़्बून महज़ूफ़ मक़्तूअ क़ाफ़िया:- ज़माने (आने की बंदिश) रदीफ:- में गज़ल का मतला वो तुलें हैं... Poetry Writing Challenge-2 1 81 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है। क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है। प्रत्येक मनुष्य को बोझ अपना ख़ुद उठाना है।। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 68 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read तहरीर लिख दूँ। बह्न :- बह्र-ए-रमल मुसद्दस सालिम अर्कान :- फ़ाइलातुन् फ़ाइलातुन् फ़ाइलातुन् वज़्न :- 2122 2122 2122 रदीफ़ :- लिख दूँ काफ़िया-ईर गीत ग़ज़लों में तेरी तस्वीर लिख दूँ। लफ्ज़ में ढलती... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 90 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read शिव छन्द शिव छन्द 11 मात्रिक छन्द चरणान्त: नगण(111) अनिवार्य मापनी: 11111111111 1111 11 11 111 डगमग पग शिशु धरत, करतब नव नित करत। मुख रज दमकत रजत, नटखट सु-मदन बहुत। 1111... Poetry Writing Challenge-2 · शिव छंद 1 99 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read कवि मोशाय। जहाँ न पहुँचे ओज रवि,पहुँचे कवि मोशाय। मंच प्रपंच मलीन सब, रहे ठहाके लाय।। रहे ठहाके लाय, छूटे हँसी फव्वारे। गुँजित हैं धरा गगन, लोट पोट हुए सारे।। जन में... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 1 110 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read बीन अधीन फणीश। १) झूमे नाचे बीन पर,बीन अधीन फणीश। भाता महुअर व्याल क्यों,सोचत उरग महीश।। सोचत उरग महीश,सपेरा परम चितेरा। पोषण साधन उभय,यही जन्मों का फेरा।। एकत्व साधे काज,भँवर कर्मों का घूमें।... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 1 91 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read पारिजात छंद 2122 1212 22 मोहना मीत साँवरा प्यारा, चैन खोया प्रिया हिया हारा। मीत मन को सदा दुखाया क्यों? चैन दिन- रैन का गँवाया क्यों ? कोयलें कूकतीं वियोगन सी। देह... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 88 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read विराम चिह्न विराम अर्थ होता है -'रुकना'! बच्चों रखना ध्यान। अभिव्यक्ति में ठहराव का करवाता यह भान।। भाषा को जीवंत बनाता 'विराम चिन्ह' का ज्ञान। 'विराम चिह्न' के शुद्ध प्रयोग से आती... Poetry Writing Challenge-2 · विराम चिह्न 1 80 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read कर बस हर दफा तू प्यार कर। मत जीस्त को बेज़ार कर। वो जा रहा है देख लो, चाहत मेरी दुत्कार कर। खुशियों की लिख तू दास्तां जीवन नया संवार कर।।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 52 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read प्रणय 1) राधा प्रणय नेह, बरसे मधुर मेह। झंकृत ह्रदय तार, तन-मन पिय श्रृंगार।। 2) भाये मृदुल प्रीत, अंतस मदन मीत। प्रेम भाव विभोर, डूबे युति किशोर।। 3) छाई विरह घोर,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 74 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read संगिनी राधा कृष्ण जैसा न ही वियोग हो सकता है और न ही दूर रहकर भी संयोग। ऐसे ही बैठे -बैठे मन में विचार आया यदि आज के समय में राधा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 59 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read फेसबुक बस यूँ ही🤗😌🤗 इनबोर्न टैलेंट को निखारूँ स्ट्रैस बस्टर क्योर हूँ मैं। गुणवत्ता की गहराइयों का ट्रेंड गोताखोर हूँ मैं। जी हाँ मैं #फेसबुक हूँ ! क्रिएटिविटी का छोर हूँ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 96 Share Previous Page 2 Next