Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

तर्क-ए-उल्फ़त

तर्क-ए-उल्फ़त की क़सम कैसे निभाऊँ बोलो,
ख़ुद – परस्ती में कहीं मैं न गँवा दूँ खुद को।
इश्क में अश्क बहें नैन पुकारें तुझको।
जब तलक दीद न हो चैन न आए मुझको।
नीलम शर्मा ✍️
तर्क-ए-उल्फ़त – विलग रिश्ते

26 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
जब से हैं तब से हम
जब से हैं तब से हम
Dr fauzia Naseem shad
यूँ तो हम अपने दुश्मनों का भी सम्मान करते हैं
यूँ तो हम अपने दुश्मनों का भी सम्मान करते हैं
ruby kumari
"आदिपुरुष" के नान पर
*Author प्रणय प्रभात*
जग-मग करते चाँद सितारे ।
जग-मग करते चाँद सितारे ।
Vedha Singh
ये सुबह खुशियों की पलक झपकते खो जाती हैं,
ये सुबह खुशियों की पलक झपकते खो जाती हैं,
Manisha Manjari
बचपन -- फिर से ???
बचपन -- फिर से ???
Manju Singh
*मनुष्य शरीर*
*मनुष्य शरीर*
Shashi kala vyas
लिखें और लोगों से जुड़ना सीखें
लिखें और लोगों से जुड़ना सीखें
DrLakshman Jha Parimal
24/249. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/249. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शायद कुछ अपने ही बेगाने हो गये हैं
शायद कुछ अपने ही बेगाने हो गये हैं
Ravi Ghayal
सन्यासी
सन्यासी
Neeraj Agarwal
मानव हमारी आगोश में ही पलते हैं,
मानव हमारी आगोश में ही पलते हैं,
Ashok Sharma
जय श्री राम
जय श्री राम
goutam shaw
"लघु कृषक की व्यथा"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
अधूरी सी ज़िंदगी   ....
अधूरी सी ज़िंदगी ....
sushil sarna
"बेड़ियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
बिखर गई INDIA की टीम बारी बारी ,
बिखर गई INDIA की टीम बारी बारी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
फूल और भी तो बहुत है, महकाने को जिंदगी
फूल और भी तो बहुत है, महकाने को जिंदगी
gurudeenverma198
मैं उसकी निग़हबानी का ऐसा शिकार हूँ
मैं उसकी निग़हबानी का ऐसा शिकार हूँ
Shweta Soni
हे देश मेरे
हे देश मेरे
Satish Srijan
गांव
गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दोहा
दोहा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
एक बेरोजगार शायर
एक बेरोजगार शायर
Shekhar Chandra Mitra
गरिमामय प्रतिफल
गरिमामय प्रतिफल
Shyam Sundar Subramanian
जच्चा-बच्चासेंटर
जच्चा-बच्चासेंटर
Ravi Prakash
प्रभु पावन कर दो मन मेरा , प्रभु पावन तन मेरा
प्रभु पावन कर दो मन मेरा , प्रभु पावन तन मेरा
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चाह और आह!
चाह और आह!
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
गम इतने दिए जिंदगी ने
गम इतने दिए जिंदगी ने
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
अहंकार
अहंकार
लक्ष्मी सिंह
Loading...