Neelam Sharma 660 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next Neelam Sharma 10 Feb 2024 · 1 min read नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं। बस यूं ही 🤗 बज़्म तुम बिन कोई हुई ही नहीं। नज़्म तुम बिन कोई कही ही नहीं। मुझसे होकर गुज़र गया द़रिया मैं मगर राह से हटी ही नहीं।... Poetry Writing Challenge-2 1 193 Share Neelam Sharma 9 Feb 2024 · 1 min read आकुल बसंत! आकुल बसंत, ले प्रीति सुगंध, व्याकुल बसंत में, सजनी कंत। दमके क्षितिज पार,बन धूप पैबंद, पगडंडि यौवन की, प्रीत अनंत। कुहू- कुहू कोयल के मधुर छंद, मधुर बोल,सजन से उर... Poetry Writing Challenge-2 · बसंत 1 167 Share Neelam Sharma 8 Feb 2024 · 1 min read आभ बसंती...!!! हाइकु आभ बसंती सुर्ख रंगो से रंगी प्यारी तितली। नन्हीं तितली बैठी जब फूल पे नोंच ली गई। था उर मेरा स्वछंद तितली सा बिंधा शूल से। पाँख तितली बसंत... Poetry Writing Challenge-2 · हाइकु 1 146 Share Neelam Sharma 7 Feb 2024 · 1 min read श्रृंगार माथे की बिंदिया चमचम, पैरों में पायल की छनछन, हाथों में कंगन की खनखन, रुनझुन छनके कमरबंद, करते साजन का अभिनंदन। रिश्ता अपना खुशबू चंदन, रहे दीप्त क्षितिज-सा यौवन, नित... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 204 Share Neelam Sharma 6 Feb 2024 · 1 min read बेजुबान तस्वीर बेज़ुबां होती कहाँ तस्वीर है। बोलती तस्वीर की तहरीर है। सोच ना कमज़ोर औरत को कभी फूल सी नाज़ुक मगर शम़शीर है। आज हिम्मत कर ज़रा औ तोड़ दे बेबसी... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 111 Share Neelam Sharma 5 Feb 2024 · 1 min read उठो द्रोपदी....!!! उठो द्रोपदी बनो वीरांगना, खुद शक्ति का सँचार करो। कोमल चूड़ी वाले हाथों से, दुष्ट दुशाषन संहार करो। हे यग्नसैनी!हे द्रुपद सुता!तुम रूप आज विकराल धरो। अधर्म की इस राज... Poetry Writing Challenge-2 · नारी शक्ति 2 177 Share Neelam Sharma 4 Feb 2024 · 1 min read बस यूँ ही... बस यूँ ही 🤗 दिल में तेरे भी क्या बेक़रा़री सी है। उस मुलाक़ात की यादग़ारी सी है। जानलेवा रही है मुहब्बत सदा साँस जो चल रही तेज आरी सी... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 155 Share Neelam Sharma 4 Feb 2024 · 1 min read कितना आसान है न बुद्ध बनना, अपनी दूधमुंही संतान को और सोती ह कितना आसान है न बुद्ध बनना, अपनी दूधमुंही संतान को और सोती हुई यशोधरा को सुप्त अवस्था में बिना कुछ कहे छोड़ जाना। किंतु आसान नहीं होता है यशोधरा बनना,... Quote Writer 255 Share Neelam Sharma 2 Feb 2024 · 1 min read ये अमलतास खुद में कुछ ख़ास! सुन, अमलतास है खुद में खास विरह के ताप का,इसे अहसास। यह चमक लिए तपे कुंदन सी नहीं खुद की कीमत का आभास। श्वास का सिंचन, यह जीवन मंचन, होना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 95 Share Neelam Sharma 31 Jan 2024 · 1 min read वर्ण पिरामिड १ मैं पौन चंचल अविरल आधार धरा श्वास जन-गण पल्लवित पोषण २ हे! युवा भारत के भविष्य करो प्रयास ज्ञान का प्रकाश प्रेम और विश्वास ३ क्यों? बेटी मरती कोख... Poetry Writing Challenge-2 · वर्ण पिरामिड 1 142 Share Neelam Sharma 30 Jan 2024 · 1 min read सर्वनाम के भेद संज्ञा के बदले में आता भाषा में नव रंग जमाता। वाक्य सृजन में आए काम छः भेद और ग्यारह सर्वनाम। मैं, हम, आप, यह, ये तु, तुम, वह, और वे... Hindi · सर्वनाम 114 Share Neelam Sharma 30 Jan 2024 · 1 min read सर्वनाम सर्वनाम अर्थ मिले इससे भाषा को, व्याकरण इसकी है धूरी। संज्ञा की रोक कर पुनुरुक्ति, सर्वनाम करे अभिव्यक्ति पूरी! सर्वनाम से परिचित होना सबको है बहुत जरूरी । नाम लिए... Quote Writer 288 Share Neelam Sharma 30 Jan 2024 · 1 min read इश्क समंदर मुहब्बत का समंदर देख लेना। मिरी आँखों के अंदर देख लेना। बड़ा मुश्किल है प्यारे पार पाना, कभी तुम दिल लगाकर देख लेना। तमन्ना है अगर मिलने की मुझ से,... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 133 Share Neelam Sharma 30 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल अरकान- फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन /फ़इलुन वज़्न-2122 1212 22/112 बह्र का नाम :-़ बह्रे-ख़फ़ीफ़ मुसद्दस मख़्बून महज़ूफ़ मक़्तूअ क़ाफ़िया:- ज़माने (आने की बंदिश) रदीफ:- में गज़ल का मतला वो तुलें हैं... Poetry Writing Challenge-2 1 148 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है। क्या? किसी का भी सगा, कभी हुआ ज़माना है। प्रत्येक मनुष्य को बोझ अपना ख़ुद उठाना है।। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 146 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read तहरीर लिख दूँ। बह्न :- बह्र-ए-रमल मुसद्दस सालिम अर्कान :- फ़ाइलातुन् फ़ाइलातुन् फ़ाइलातुन् वज़्न :- 2122 2122 2122 रदीफ़ :- लिख दूँ काफ़िया-ईर गीत ग़ज़लों में तेरी तस्वीर लिख दूँ। लफ्ज़ में ढलती... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 226 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read शिव छन्द शिव छन्द 11 मात्रिक छन्द चरणान्त: नगण(111) अनिवार्य मापनी: 11111111111 1111 11 11 111 डगमग पग शिशु धरत, करतब नव नित करत। मुख रज दमकत रजत, नटखट सु-मदन बहुत। 1111... Poetry Writing Challenge-2 · शिव छंद 1 170 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read कवि मोशाय। जहाँ न पहुँचे ओज रवि,पहुँचे कवि मोशाय। मंच प्रपंच मलीन सब, रहे ठहाके लाय।। रहे ठहाके लाय, छूटे हँसी फव्वारे। गुँजित हैं धरा गगन, लोट पोट हुए सारे।। जन में... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 1 183 Share Neelam Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read बीन अधीन फणीश। १) झूमे नाचे बीन पर,बीन अधीन फणीश। भाता महुअर व्याल क्यों,सोचत उरग महीश।। सोचत उरग महीश,सपेरा परम चितेरा। पोषण साधन उभय,यही जन्मों का फेरा।। एकत्व साधे काज,भँवर कर्मों का घूमें।... Poetry Writing Challenge-2 · कुण्डलिया 1 189 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read पारिजात छंद 2122 1212 22 मोहना मीत साँवरा प्यारा, चैन खोया प्रिया हिया हारा। मीत मन को सदा दुखाया क्यों? चैन दिन- रैन का गँवाया क्यों ? कोयलें कूकतीं वियोगन सी। देह... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 155 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read विराम चिह्न विराम अर्थ होता है -'रुकना'! बच्चों रखना ध्यान। अभिव्यक्ति में ठहराव का करवाता यह भान।। भाषा को जीवंत बनाता 'विराम चिन्ह' का ज्ञान। 'विराम चिह्न' के शुद्ध प्रयोग से आती... Poetry Writing Challenge-2 · विराम चिह्न 1 141 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read कर बस हर दफा तू प्यार कर। मत जीस्त को बेज़ार कर। वो जा रहा है देख लो, चाहत मेरी दुत्कार कर। खुशियों की लिख तू दास्तां जीवन नया संवार कर।।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 110 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read प्रणय 1) राधा प्रणय नेह, बरसे मधुर मेह। झंकृत ह्रदय तार, तन-मन पिय श्रृंगार।। 2) भाये मृदुल प्रीत, अंतस मदन मीत। प्रेम भाव विभोर, डूबे युति किशोर।। 3) छाई विरह घोर,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 159 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read संगिनी राधा कृष्ण जैसा न ही वियोग हो सकता है और न ही दूर रहकर भी संयोग। ऐसे ही बैठे -बैठे मन में विचार आया यदि आज के समय में राधा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 114 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read फेसबुक बस यूँ ही🤗😌🤗 इनबोर्न टैलेंट को निखारूँ स्ट्रैस बस्टर क्योर हूँ मैं। गुणवत्ता की गहराइयों का ट्रेंड गोताखोर हूँ मैं। जी हाँ मैं #फेसबुक हूँ ! क्रिएटिविटी का छोर हूँ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 161 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read औरतें #औरतें हिमगिरि की चोटियों पे धूप सी ठहरी औरतें। क्षीर- सिन्धु के भँवर सी ख़ामोश गहरी औरतें । सुबह के झरने सी वो तो,खिलखिलाती हैं सदा। बर्फ़ के टीलों की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 173 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read रंगोली स्नेह सुसज्जित प्रेम से पूरित रंग भरे हैं रंगोली में। ऐसे जैसे अबीर गुलाल में कान्हा भीगे होली में।। लाल रंग ज्यों भाल राधिका चमके बिंदिया चंदा सी, अधर गुलाबी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 239 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read दर्शन की ललक 🙏ओम नमो वासुदेवाय नमः।🙏 दर्शन की ललक है आजा। रोम- रोम महक है आजा।। मधुर मुरलिया तान सुना दे, कुंठित हिया दहक है आजा। तम गहराया मन पर मेरे, तेरी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 135 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read मन वारिद सा रोता है मन,सुमनों सा हँसता है, बीज सभी की राहों में खुशियों के बोता है बन जाए पत्थर मेरा दिल नामुमकिन है माखन सा हर आशिक का दिल... Poetry Writing Challenge-2 · मन 1 148 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read बेबाक ज़िन्दगी बेबाक ज़िन्दगी की कसमसाती तल्खियाँ कुछ मेरी गुस्ताखियां और कुछ तेरी गलतियां वो अल्हड़ता से लड़ना और अकड़ना साथ में याद करतीं हूँ तो मेरी मुस्कुराती गलतियाँ।🤗 नीलम शर्मा ✍️ Poetry Writing Challenge-2 · बेबाक ज़िन्दगी 1 135 Share Neelam Sharma 28 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल इश्क मैं छटपटाने से क्या फायदा। बाद यूं तिलमिलाने से क्या फायदा। लिख ले अरकान तू फाइलुन फाइलुन बे-बहर गुनगुनाने से क्या फायदा। चुग गई खेत सारा तेरी गलतियां बाद... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 131 Share Neelam Sharma 27 Jan 2024 · 1 min read इश्क का तोता अजब बेचैनी है दिल में , सुकुं ढूँडे ये पागल मन, नहीं इसको समझ आता इश्क तो है दिवानापन । है लाईलाज बीमारी, एक तुम ही नहीं प्यारे, ये दुनिया... Poetry Writing Challenge-2 · इश्क का तोता 1 138 Share Neelam Sharma 26 Jan 2024 · 1 min read भरत नाम अधिकृत भारत ! भरत नाम अधिकृत भारत ! मन कर्मठ स्वीकृत भारत! बुद्ध -प्रबुद्ध समृद्ध भारत! सख्त सशक्त अद्भुत भारत! धनुर मेघ टंकृत भारत ! विश्व पटल झंकृत भारत! नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 1 174 Share Neelam Sharma 26 Jan 2024 · 1 min read समृद्ध व सशक्त भारत! भरत नाम अधिकृत भारत ! मन कर्मठ स्वीकृत भारत! बुद्ध -प्रबुद्ध समृद्ध भारत! सख्त सशक्त अद्भुत भारत! धनुर मेघ टंकृत भारत ! विश्व पटल झंकृत भारत! नीलम शर्मा ✍️ Hindi · भारत 1 76 Share Neelam Sharma 25 Jan 2024 · 1 min read शादाब रखेंगे बह्र 👉👉 1222 1222 1222 1222 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन काफ़िया 💕 आब रदीफ़ 💕 रक्खेंगे 1222 1222 1222 1222 गुज़ारे साथ जो लम्हें बनाकर ख्वाब रक्खेंगे। निगेंबां आप ही... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 179 Share Neelam Sharma 24 Jan 2024 · 1 min read मेरे सपनों का भारत राम राज्य हो मेरे भारत में नहीं भ्रष्टाचार का डेरा हो। गांवँ- गांँव तक शिक्षा पहुंँचे, ज्ञान का नवल सवेरा हो। एक रहे हम मिलकर सारे,न तेरा न मेरा हो!... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 1 154 Share Neelam Sharma 24 Jan 2024 · 1 min read वसंततिलका छन्द वर्णिक मापनी- गागाल गालल लगाल लगाल गागा (14 वर्ण) 22122112112122 पिंगल सूत्र- त भ ज ज ग ग ध्रुव शब्द- "हाला" (छन्द में कहीं भी आ सकता है) "वसंततिलका छन्द"... Poetry Writing Challenge-2 · वसंत तालिका छंद 1 293 Share Neelam Sharma 24 Jan 2024 · 1 min read तज द्वेष तज द्वेष मिटा कटुता मन शीलम। भज नाम मुरार कटे दुख कीलम।। दिन रैन निहारत राह पिया दृग, कब त्रास मिटे मृग लोचन नीलम।। उर में धँसते सुख कंटक से... Poetry Writing Challenge-2 3 116 Share Neelam Sharma 23 Jan 2024 · 1 min read शब्द अभिव्यंजना शब्द अर्थ है शब्द विभक्ति, अभिधा,लक्षणा और व्यंजना, कहलातीं शब्दों की शक्ति। साक्षात सांकेतिक अर्थ का, बोधक 'वाचक' शब्द । शब्द चमत्कृत संसार है। शब्द सौंदर्य- श्रृंगार है। शब्द प्रणय... Poetry Writing Challenge-2 · शब्द 1 180 Share Neelam Sharma 21 Jan 2024 · 1 min read भगवा रंग में रंगें सभी, भगवा रंग में रंगें सभी, मस्तक पर तिलक सजाए हैं। पूरित हुई सनातन निष्ठा, हरि प्राण प्रतिष्ठा पाए हैं।। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 1 136 Share Neelam Sharma 19 Jan 2024 · 1 min read बरस पाँच सौ तक रखी, बरस पाँच सौ तक रखी, निष्काम भाव धर्म में निष्ठा! बाईस जनवरी सन् चौबीस राम लला सु-प्राण प्रतिष्ठा! नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 1 165 Share Neelam Sharma 19 Jan 2024 · 1 min read श्रीराम नव राष्ट्र का संचार है, सत्कर्म शुभ संस्कार है। श्री राम का है आगमन, जय घोष जय जय कार है।। हिन्दुत्व नस -नस में भरा, श्री राम रमते रक्त में।... Hindi · श्रीराम 2 155 Share Neelam Sharma 2 Jan 2024 · 1 min read विराम चिह्न विराम अर्थ होता है -'रुकना'! बच्चों रखना ध्यान। अभिव्यक्ति में ठहराव का करवाता यह भान।। भाषा को जीवंत बनाता 'विराम चिन्ह' का ज्ञान। 'विराम चिह्न' के शुद्ध प्रयोग से आती... Hindi · कविता · विराम चिह्न 2 2 238 Share Neelam Sharma 24 Dec 2023 · 1 min read तीर'गी तू बता रौशनी कौन है । तीर'गी तू बता रौशनी कौन है । इसके आने से तू क्यों हुई मौन है। बेबसी चूर ग़म से हुई क्यों बता, खिलखिलाती हुई ये ख़ुशी कौन है। श्याम के... Quote Writer 2 257 Share Neelam Sharma 20 Dec 2023 · 1 min read उसको ख़ुद से ही ये गिला होगा । उसको ख़ुद से ही ये गिला होगा । हमसफ़र तुझ सा ना मिला होगा। ख़ुद से मायूस हो ना तू 'नीलम' कहीं ग़ुंचा नया खिला होगा । नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 182 Share Neelam Sharma 14 Nov 2023 · 1 min read कभी शांत कभी नटखट कभी शांत कभी नटखट अल्लहड़ ऐमिटी के बूटे हैं। सफलता के नव अंबर पर ये सूरज चांद अनूठे हैं। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 1 161 Share Neelam Sharma 12 Nov 2023 · 1 min read 🙏आप सभी को सपरिवार 🙏आप सभी को सपरिवार दीपमालिका की शुभकामनाएँ 🙏 Quote Writer 1 156 Share Neelam Sharma 11 Nov 2023 · 1 min read 🙏😊🙏 🙏😊🙏 Quote Writer 1 249 Share Neelam Sharma 1 Nov 2023 · 1 min read २०२३ २०२३ #करवा_माँ रखें प्रीत शाश्वत बिछिया बन माँ से विनती है। तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो तुमसे ही खुशियाँ सजती हैं। ❤️नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 1 117 Share Neelam Sharma 24 Oct 2023 · 1 min read मंगलमय हो आपका विजय दशमी शुभ पर्व , मंगलमय हो आपका विजय दशमी शुभ पर्व , स्वस्थ काया संग मिले धन वैभव सुख सर्व ! सकारात्मक सोच से जीवन करें सत्संग, जीवन से तम को मिटा मन में... Quote Writer 2 285 Share Previous Page 3 Next