Shyam Sundar Subramanian Language: Hindi 1121 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 19 Next Shyam Sundar Subramanian 24 May 2020 · 1 min read स़फर इस शहर में गुमनाम हो कर रह गया हूं । इस जमाने में वफ़ा की तलाश में पशेमाँ हो गया हूं । ज़ीस्त के इस स़फर में ख़ार बहुत है... Hindi · कविता 8 4 264 Share Shyam Sundar Subramanian 23 May 2020 · 8 min read अस्मिता का अर्थ अस्मिता का अर्थ है- पहचान तथा भाषाई अस्मिता से तात्पर्य है- भाषा बोलने वालों की अपनी पहचान। ‘अस्मिता’ शब्द के संदर्भ में डॉ. नामवर सिंह ने कहा है कि- “हिंदी... Hindi · लेख 6 10 2k Share Shyam Sundar Subramanian 20 May 2020 · 1 min read अश्रु की भाषा अश्रु की अपनी भाषा होती है। कभी कष्ट के , तो कभी प्रसन्नता के , कभी आघात के , तो कभी पश्चाताप के , कभी मिलन के , तो कभी... Hindi · कविता 13 12 382 Share Shyam Sundar Subramanian 19 May 2020 · 1 min read चंद अश़आर मेरी हस्त़ी की हक़ीक़त तब समझ आई है , जबसे मैंने अपने सोच के आईने पर पड़ी धूल हटाई है। उनकी आंखों में कुछ ऐसी अजीब सी क़शिश है ,... Hindi · मुक्तक 11 4 350 Share Shyam Sundar Subramanian 17 May 2020 · 1 min read पत्थर की अभिलाषा राह पर पड़े पत्थर ने सोचा इक दिन यह भी क्या जीवन है नित प्रतिदिन ठोकरें खाता फिरता हूं। दिशाहीन मैं इधर-उधर लुढ़कता टूटता बिखरता रहता हूं। हेय दृष्टि का... Hindi · कविता 8 14 593 Share Shyam Sundar Subramanian 16 May 2020 · 1 min read ज़िंदा लाश़ों की भीड़ ग़मों को ज़ज्ब़ करके हमने मुस्क़ुराना सीख लिया है। उनकी झूठी तारीफ़ में क़सीदे गढ़ना सीख लिया है। ये ज़माने का दौर है या वक़्त का तकाज़ा हर शख्स़ बदला-बदला... Hindi · कविता 7 10 494 Share Shyam Sundar Subramanian 16 May 2020 · 1 min read मेरा प्रिय अश्व यह रचना मेरे प्रिय अश्व Astounding( अद्भुत ) की स्मृति में समर्पित है। जिसका देहावसान पुणे में अश्व दौड़ के दौरान हुआ था। Astounding ने बेंगलुरु डर्बी ,लंदन डर्बी, पुणे... Hindi · कविता 5 8 279 Share Shyam Sundar Subramanian 14 May 2020 · 1 min read माँ माँँ वह छांव है जिसके तले हम पले बड़े है। वह सुखद अनुभूति है जिसे हम बचपन से अब तक संजोये रहे है। वह एक प्रेरणा स्त्रोत है जो हमारे... Hindi · कविता 9 12 322 Share Shyam Sundar Subramanian 10 May 2020 · 1 min read ज़िंदगी के माय़ने न जाने क्यों कभी कोई अजनबी अपना सा लगने लगता है । तो कभी-कभी अपना भी बेग़ाना सा नज़र आता है। कभी-कभी किसी अजनबी शहर की गलियाँ जानी पहचानी सी... Hindi · कविता 8 12 278 Share Shyam Sundar Subramanian 9 May 2020 · 2 min read ज्ञान दर्शन उस दिन सवेरे में जब दूध लेने निकला, तो देखता हूं शराब की दुकान के आगे एक बड़ी लंबी लाइन लगी हुई है। शराब की दुकान अभी खुली भी नहीं... Hindi · कविता 9 8 384 Share Shyam Sundar Subramanian 5 May 2020 · 2 min read आतंकवाद मेरे विचार से आतंकवाद को समाप्त करने के लिए उसके मूल पर जाना पड़ेगा कि आतंकवाद का पोषण एवं संवर्धन किन तत्वों द्वारा किया जा रहा है इसलिए हमें प्रथम... Hindi · लेख 7 12 424 Share Shyam Sundar Subramanian 2 May 2020 · 1 min read श्रृद्धांजलि : अज़ीम फ़नकार ऋषि कपूर एक कलाकार जिसने अपनी कला विरासत मे पाई। बचपन से ही जिसके रग रग में थी अदाकारी समाई। जिसने अपने अज़ीम फ़नकार वालिद से तरबिय़त पाई। अदाकारों के घराने से... Hindi · कविता 11 4 311 Share Shyam Sundar Subramanian 2 May 2020 · 1 min read श्रृद्धांजलि : अज़ीम फ़नकार इरफान खान वो अदाकार जिसकी अदा की थी दुनिया दीवानी। जिसकी अदाकारी में हर शख़्स को नज़र आती थी अपनी एक कहानी। उसकी अदाकारी में एक कश़िश थी अजीब। जो हर आम... Hindi · कविता 5 2 284 Share Shyam Sundar Subramanian 2 May 2020 · 1 min read यादों की अम़ानतें कुछ मीठी, कुछ खट्टी, ज़ेहन में पाब़स्ता वो यादों की अम़ानतें। कुछ लम्ह़े वो बचपन की मस्ती भरे ,वो उमंगे , वो श़राऱतें। वो कुछ जवानी के पल , वो... Hindi · कविता 11 8 289 Share Shyam Sundar Subramanian 29 Apr 2020 · 1 min read बाज़ीगर मौत से खेलते बाज़ीगरो को आपने देखा होगा। कभी सर्कस में ,कभी सड़क पर मजमा लगाते, कभी मौत के कुएँ में मोटरसाइकिल चलाते देखा होगा। ये वो जाँबाज़ है जो... Hindi · कविता 8 2 275 Share Shyam Sundar Subramanian 28 Apr 2020 · 1 min read चंद इज़हार ज़माने की नज़रों में गिरने वाले गिरकर कभी ना कभी उठ जाते हैं , पर खुद की नज़रों से गिरने वाले कभी न उब़र पाते हैं । वो ज़माने को... Hindi · मुक्तक 8 8 560 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Apr 2020 · 1 min read प्रभाव कभी-कभी लगता है समय थम सा गया है। प्रकृति अब तक जो चलायमान थी रुक सी गई है। मन में उठती तरंगे अब शांत सी हो गई है। ह्रदय में... Hindi · कविता 7 2 571 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Apr 2020 · 3 min read श्रृद्धांजलि : राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर आज राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की पुण्यतिथि है। उनका जन्म बिहार के बेगूसराय के सिमरिया गांव में 23 सितंबर 1908 में हुआ था। बचपन में इनके पिता का देहांत हो... Hindi · लेख 10 4 289 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Apr 2020 · 1 min read ये दिल ही तो है ये दिल ही तो है जो कभी ज़ब्त करता है तो कभी बेताब़ होता है । कभी माय़ूस ग़मगीन रहता है तो कभी खुशी से चहकता है । कभी लड़ता... Hindi · कविता 9 10 374 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Apr 2020 · 6 min read रोग प्रतिरोधक क्षमता अर्थात इम्यूनिटी रोग प्रतिरोधक क्षमता अर्थात इम्यूनिटी या प्रतिरक्षा शब्द जितना विज्ञान में इस्तेमाल होता है , उससे कहीं अधिक आम बोलचाल में। वैज्ञानिकों और डॉक्टरों से अलग आम सामान्य जन इन... Hindi · लेख 4 6 507 Share Shyam Sundar Subramanian 17 Apr 2020 · 2 min read समाधान हमारे जीवन में कई बार ऐसे अवसर आते हैं। जब हम अपने आप को असहाय सा महसूस करते हैं। इसका कारण यह है कि हमारी प्रज्ञा शक्ति बाहरी प्रभाव से... Hindi · लेख 6 2 277 Share Shyam Sundar Subramanian 16 Apr 2020 · 1 min read कुछ विचार धन स्वार्थ को आकर्षित करता है जबकि व्यक्तित्व यथार्थ को आकर्षित करता है। अनजाने मे की गई भूल गलती होती है परंतु जानबूझकर की गई गलती अपराध की श्रेणी में... Hindi · मुक्तक 3 2 329 Share Shyam Sundar Subramanian 15 Apr 2020 · 3 min read संगरोध ( क्वॉरेंटाइन ) कोरोना वायरस के संक्रमण से हमें यह पता चल गया है कि एक विषाणु कितना भयंकर रूप से हमारे जीवन को प्रभावित कर सकता है। और हमारे समस्त कार्यकलापों पर... Hindi · लेख 6 3 524 Share Shyam Sundar Subramanian 15 Apr 2020 · 1 min read च़ंद अल्फ़ाज़ ग़ैरों को आईना दिखाने वालों ने शायद अपना चेहरा आईने में देखना छोड़ दिया है। जज्ब़ात की ऱौ मैं वो इस क़दर बह गए के क्या ग़लत क्या सही ये... Hindi · मुक्तक 6 4 553 Share Shyam Sundar Subramanian 15 Apr 2020 · 1 min read व़क्त की पुकार गुम़सुम़ सी सड़कें , गुम़सुम़ सी गलियां, खाली-खाली सा मंज़र , कुछ कहानी कह रहा है। अब इंसान मज़बूर होकर अपने ही घर में क़ैद होकर रह गया है। अपनों... Hindi · कविता 4 349 Share Shyam Sundar Subramanian 14 Apr 2020 · 1 min read च़ंद इज़हार पत्थरों को मैं पहचान नहीं पाया मेरी तो सोहब़त फूलों से थी। जान कर भी वो अनजान बन रहे हैं शायद उन्होंने दोस्तों के फ़रेब खाए हैं। क्यों कर पहली... Hindi · मुक्तक 3 4 262 Share Shyam Sundar Subramanian 14 Apr 2020 · 2 min read ज़िंदगी का स़िला सोचता हूं ज़िंदगी में क्या किया? क्या खोया? क्या पाया? हर बार ज़िंदगी को नफ़े नुक़सान में तौल कर देखा। यहां तक कि रिश्तो की अहम़ियत को भी दौलत की... Hindi · कविता 3 2 508 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Apr 2020 · 1 min read नज़र नज़र ही है जो जैसा वो दिखाती है । वैसी ही सोच बनाती है और फैसले पर पहुंचाती है। तथ्यों पर विचार करवाना उसका काम नहीं। जैसा दिखता है वैसा... Hindi · लेख 3 2 256 Share Shyam Sundar Subramanian 11 Apr 2020 · 1 min read प्रेरणा शक्ति नव किरणों से नव प्रभात का आगमन कर रहा अभिनंदन। जागो नव यथार्थ कर रहा स्पंदन। करो सार्थक नव अभिलाषा, व आकांक्षा चिंतन। कर जागृत नवचेतना मनस मे। हो संचार... Hindi · कविता 5 4 417 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Apr 2020 · 1 min read चंद इज़हार उन्हें भुलाने की कोशिशें सब नाकाम हो गईं हैंं। कभी वो मेरे शेर बन उभरते हैं , तो कभी ज़ेहन पर नग़मा बनके छा जाते हैंं। जिंदगी इतनी दुश्वार न... Hindi · मुक्तक 8 10 459 Share Shyam Sundar Subramanian 9 Apr 2020 · 1 min read संकल्प कुछ समझ ना पाऊं ये क्या से क्या हो गया। हंसता खेलता परिवार घर में बंद होकर रह गया। कुछ दिन तो कट गए हंसी खुशी दिल्लगी में। दिन बीतते... Hindi · कविता 7 6 572 Share Shyam Sundar Subramanian 9 Apr 2020 · 1 min read किंकर्तव्यविमूढ़ एक दिन मैंने ज़िंदगी से पूछा तुम इतनी निष्ठुर क्यों हो ? ज़िंदगी बोली यह मेरा कसूर नहीं है मैं तो हालातों के हाथों मजबूर हूं। मैंने हालातो से कहा... Hindi · कविता 7 8 324 Share Shyam Sundar Subramanian 4 Apr 2020 · 2 min read विश्वासघाती याद करो जब चीनी प्रधानमंत्री चाउ एन लाइ ने हाथ बढ़ाया था दोस्ती का। गले मिले थे नेहरू से और दिया था नारा हिंदी चीनी भाई भाई का । फिर... Hindi · कविता 7 4 522 Share Shyam Sundar Subramanian 4 Apr 2020 · 1 min read यक़ीन यू संजीदा मत रहो म़ाहौल को खुश़गव़ार बनाओ। कुछ गाओ, कुछ नाचो, कुछ खेलो, कुछ लिखो, कुछ पढ़ो, ग़ुमसुम़ न बैठे रहो कुछ सुनो, कुछ सुनाओ । कुछ चुटकुले ,कुछ... Hindi · कविता 6 9 698 Share Shyam Sundar Subramanian 4 Apr 2020 · 1 min read अट्टहास नियति अट्टहास कर रही और कह रही । करते थे बड़ी बड़ी बातें करते थे बड़ी-बड़ी खोजें । तुम तो चांद और मंगल पर बसने की करते थे बातें ।... Hindi · कविता 6 2 285 Share Shyam Sundar Subramanian 3 Apr 2020 · 1 min read च़ंद अंदाज़े ब़याँ तेरे प़ैकर से लिखे हुए ख़तों को जब खोल कर देखता हूं तो तेरे मोहब्ब़त की खुश़बू ज़ेहन पर ताऱी हो जाती है। हम तो समझे थे ऱाहे उल्फ़त फ़ूलों... Hindi · मुक्तक 3 2 443 Share Shyam Sundar Subramanian 29 Mar 2020 · 1 min read चंद अल्फ़ाज़ कुछ सोचकर लफ्ज़े इज़हार जज़्ब कर लेता हूं के उन्हे ब़दग़ुमानी का ए़हस़ास ना हो जाए । मैं समझता था कि वो पत्थर दिल़ हैं पर मेरे सोज़े इश़्क ने... Hindi · मुक्तक 8 12 375 Share Shyam Sundar Subramanian 28 Mar 2020 · 1 min read विनाश चक्र वर्तमान की त्रासदी में हम घर में बैठे बंद । सोचा ना था ऐसा भी होगा लगेगा ऐसा प्रतिबंध । दिन भर सोचते ही रहते दिमाग पड़ने लगा कुंद ।... Hindi · कविता 7 2 295 Share Shyam Sundar Subramanian 27 Mar 2020 · 9 min read शाहीन बाग आंदोलन क्या गारंटी है फिर से नहीं लौटेगा शाहीन बाग आंंदोलन पाञ्चजन्य समाचार पत्र मे प्रकाशित लेख दिनांक 26-मार्च-2020 शाहीन बाग का धरना खत्म हो गया। उसे खत्म होना भी था।... Hindi · लेख 9 2 368 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Mar 2020 · 2 min read डर डर एक वर्तमान की परिस्थितियों से भविष्य में होने वाले प्रभाव के काल्पनिक निष्कर्ष की मनोदशा है। इस प्रकार की मनोदशा के निर्माण के विभिन्न कारक पूर्व में समान परिस्थितियों... Hindi · लेख 4 4 377 Share Shyam Sundar Subramanian 25 Mar 2020 · 1 min read च़ाहत इसी कश़मकश़ में गुज़ार दी हमने अपनी शाम़ो स़हर । मेरी वफ़ाओं का अगर हो जाए उन पर अस़र। लिए ये ए़हद हम वफ़ा निभाते रहे हर कदम़। मुस्क़राहटें लिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 500 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Mar 2020 · 1 min read इंतज़ार जिधर देखो हर शख्स़ सहमा सहमा सा नज़र आता है । गुम़सुम़ सा रहता है बात करने से भी घबराता है। दूर-दूर से कतरा के निकल जाता है। रिश्तों में... Hindi · कविता 4 1 475 Share Shyam Sundar Subramanian 15 Mar 2020 · 3 min read लालच एक गांव में लोगों ने देखा कि एक व्यक्ति सड़क के किनारे पेड़ के नीचे घड़ा लेकर बैठा था। और चिल्ला चिल्ला कर लोगों को बुला रहा था रहा था... Hindi · लघु कथा 6 6 319 Share Shyam Sundar Subramanian 14 Mar 2020 · 1 min read क़यामत लोगों से सुना करते थे कि क़यामत आती है। पर अब तक यह इल्म़ नहीं था कि उसकी सूऱत क्या होती है। सोचते थे खौफ़नाक ब़र्बादी का मंज़र लिए होगी।... Hindi · कविता 4 2 418 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Mar 2020 · 1 min read सत्यता पूर्ण सत्य का अस्तित्व नहीं होता। जबकि सत्य सामयिक परिस्थितियों के सापेक्ष है । जिस आधार पर इसे परखा और जाना जाता है । आप जो देखते हैं उस पर... Hindi · लेख 3 445 Share Shyam Sundar Subramanian 11 Mar 2020 · 2 min read खुशी खुशी कल्याण की भावना है जो मानसिक और शारीरिक संतुष्टि के कई तरीकों से प्राप्त होती है। यह एक मानसिक स्थिति है जिसमें सकारात्मक एड्रेनालाईन शरीर मे प्रवाहित होकर आनंद... Hindi · लेख 3 3 339 Share Shyam Sundar Subramanian 11 Mar 2020 · 1 min read आस या ख़ुदा ये क्यों होता है ? मेरा ज़मीर क्यों दिल ही दिल मे रोता है ? बैचेनी सी लगी रहती हरदम क्यों सुक़ून हासिल नही होता है ? मोहब्ब़त... Hindi · कविता 2 2 249 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Mar 2020 · 2 min read सिद्धांत एवं व्यवहारिकता तर्क और नैतिकता सिद्धान्त के आधारभूत स्तंभ हैं, जबकि व्यवहार सामान्य हितों को दृष्टिगत रखते हुए व्यावहारिक अनुप्रयोग में सिद्धांतों का विचलन हैं। सिद्धांतों का पालन कानून का निर्माण करता... Hindi · लेख 4 6 294 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Mar 2020 · 2 min read माया विरुद्ध वास्तविकता माया एक प्रकार का भ्रम है जो तथ्यों के विरूपण के बाहरी प्रभाव से संचालित होता है। वास्तविक वह है जो दिखाई देता हैं, जबकि वास्तविकता मस्तिष्क की विश्लेषणात्मक क्षमता... Hindi · लेख 4 4 290 Share Shyam Sundar Subramanian 9 Mar 2020 · 1 min read अदृश्य शक्ति जीवन में कुछ ऐसे क्षण आते हैं जब कोई व्यक्ति किसी अदृश्य और अज्ञात शक्ति द्वारा संचालित होता है ।वह व्यक्ति बिना किसी प्रयास के अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त... Hindi · लेख 1 4 552 Share Previous Page 19 Next