आर एस आघात Tag: कविता 95 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आर एस आघात 11 Sep 2023 · 1 min read धर्म का काम सुना था धर्म हमेशा जगह बनाता है, अपने जनमानस के दिलों में । सुना था धर्म हमेशा शिक्षा देता है, आपस में से रहने की । सुना था धर्म हमेशा... Hindi · कविता 2 1 292 Share आर एस आघात 21 Aug 2022 · 1 min read चल रही है मुंबई कुछ कह रही मुंबई चल रही है मुंबई कुछ कह रही है मुंबई । भीड़ बढ़ती दिनरात जिससे दब रही है मुंबई, वाहनों की धुंध में अब सिसक रही है मुंबई । व्यस्त जिंदगी... Hindi · PM Narendra Modi · कविता 1 2 768 Share आर एस आघात 6 May 2022 · 1 min read पिता पिता नाम है त्याग का बलिदान का ख़ाली पेट बैठे हुए इक भोले इन्सान का । पिता नाम है भविष्य का ख्वाहिश का बच्चों के सपने को पूरा करने की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 4 210 Share आर एस आघात 20 Sep 2021 · 1 min read सुनो तुम नारी हो सुनो तुम नारी हो समाज,प्रथा रीतियां,चलन और व्यवस्था की मारी हो । व्यवस्था के नाम पर, सामाजिक पारिवारिक शैक्षिक स्तर पर न कभी हारी हो । तुम्हें देखना है घर... Hindi · कविता 2 4 522 Share आर एस आघात 1 Sep 2021 · 1 min read ये मेरा संविधान है... ये मेरा संविधान है.....ये मेरा संविधान है । दुनिया में मिला जिससे मुझे ये सम्मान है ।..ये मेरा संविधान हक नहीं था है मुझे इस जहां में कभी, आपने कानों... Hindi · कविता 1 384 Share आर एस आघात 1 Sep 2021 · 1 min read फिर मुझे याद बहुत आती हो.... सुबह,दोपहर,शाम जब समय मिलता है, तुम चली आती हो, मेरे घर आकर खूब इतराती हो बहुत इठलाती हो लेकिन कुछ भी सही मेरे मन को तुम बहुत भाती हो .....फिर... Hindi · कविता 1 470 Share आर एस आघात 23 Aug 2021 · 1 min read वो और हम साफ़ रहें वो और सफाई करें हम । गंदगी करें वो और गंदे कहलाएं हम ।। सारे संसाधन उनके और चलाएं हम । गलती करते हैं वो फिर सजा पाएं... Hindi · कविता 2 255 Share आर एस आघात 23 Jun 2021 · 1 min read मेरे गांव के लोग मेरे गांव के लोग आजकल बहुत व्यस्त हैं । दिनभर करते हैं काम, शाम को दारू पीकर मस्त हैं ।। आजकल बहुत मिल जाती है, इनको बिन खर्चे कोई दाम,... Hindi · कविता 3 278 Share आर एस आघात 23 Jun 2021 · 1 min read बेटियों की खूबियां ये बेटियां भी न जाने, कितनी अजीब होती हैं । जब हों ससुराल तब, मां के लिए तरसती हैं । सोचती हैं कि घर जाकर, माँ को ये बताऊँगी बहिन... Hindi · कविता 1 369 Share आर एस आघात 23 Jun 2021 · 1 min read पिता पिता नाम है त्याग का बलिदान का ख़ाली पेट बैठे हुए इक भोले इन्सान का । पिता नाम है भविष्य का ख्वाहिश का बच्चों के सपने को पूरा करने की... Hindi · कविता 1 466 Share आर एस आघात 10 Jun 2021 · 1 min read मुझे कुछ कहना है.. मुझे कुछ कहना है, अपने अस्तित्व अपने वर्तमान अपने भविष्य ख़ुद को जिंदा भी रखना है । आपका तिरस्कार आपका अपमान आपका भेदभाव आपका अन्याय मुझे नहीं अब सहना है... Hindi · कविता 2 450 Share आर एस आघात 3 Jun 2021 · 1 min read गलियां मेरे गांव की... वो टेडी - मेडी तंगहाल सी, उथली पुथली और, कीचड़ से भरी वही नालियां मुझको याद बहुत आती हैं । किसी तरह से निकल पाते हैं, जब बरसात के, दिन... Hindi · कविता 1 411 Share आर एस आघात 3 Jun 2021 · 1 min read कलम से अपनी क्या लिख दूं... मैंने तो पा मेरे बंशजों को, मिला अन्याय, दुख,शोषण, तिरस्कार मेरे पूर्वजों को, असहाय पीड़ा, मेरे महापुरुषों को, इन सब का हिसाब लिख दूं........ कलमकार हूं कलम से अपनी मैं... Hindi · कविता 1 500 Share आर एस आघात 19 May 2021 · 1 min read बादलों का फिर से घिर आना बादलों का फ़िर से घिर आना, पीछे सूरज का यूँ छिप जाना, फ़िर टिम-टिम पड़ती बारिश से, मुझे वो दिन याद आते हैं । कभी रुक-रुक कर पड़ना, क़भी घनघोर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 4 581 Share आर एस आघात 19 May 2021 · 1 min read बारिश को आने दो ... बीत गया है सावन, सुखी नदी पड़ी है, पपीहे की पीहू-पीहू, देखो व्याकुल सी घड़ी है । बादल उमड़-उमड़ कहे, रुको अभी बरसुँगा । बारिश को आने दो, मैं तुम्हें... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 4 364 Share आर एस आघात 19 May 2021 · 1 min read जुगनू का इश्क सुहानी रात में जुगनू....आ आ आ आ... चमकते हैं फिज़ा के लिए.... उसको तो ये पता भी नहीं, वक्त कम है जिंदगी का..... दीवाना बनके शम्मा का । इश्क में... Hindi · कविता 1 474 Share आर एस आघात 1 Feb 2021 · 1 min read ओ बैरिया तेरी बैरन प्यासी.. ओ बैरिया तेरी ...बैरन प्यासी ...2 बहुत दिनों से दर नहीं भटके .. बैरन रहत उदासी .... ओ बैरिया तेरी बैरन प्यासी ..2 दिन बतियों के बीत गए हैं ..... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 63 799 Share आर एस आघात 16 Jan 2021 · 1 min read अन्नदाता मुझे चलाना आता है हल कुदाल और फावड़ा, सुखी, बंजर जमीन पर नहीं चलाना आता तीर झुटे वायदों का आवाम के विश्वास पर । मैंने सहे हैं बदन पर, सर्दी... Hindi · कविता 1 2 308 Share आर एस आघात 16 Jan 2021 · 1 min read तुम्हारे - हमारे घृणा, नफ़रत, अत्याचार, दमन, ज़ुल्म, अनाचार, अनीति निरंकुशता सताने के सारे इंतज़ाम तुम्हारे पास हैं । भूख, तड़प लाचारी, नीति नियम बेगारी, कानून सहनशीलता, सहने को सारे इल्जाम हमारे ख़ास... Hindi · कविता 1 378 Share आर एस आघात 17 Dec 2020 · 1 min read मेरा नाम कोरोना करता हूँ जब परेशान तो आपस में दूर रहो ना, जब दिक्कतें है लाख तो नियमों का पालन करो ना । दूर रहे हो आजतक परिवार से, शिक़ायत भी बहुत... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 21 38 810 Share आर एस आघात 16 Dec 2020 · 1 min read हां मैं किसान हूं... सरकार की नीतियों से, खेती हुई है चौपट, हालात से बदहाल हूं, इसलिए परेशान हूं । .... हां मैं किसान हूं । मुझको मिला न वाजिब, दाम मेरी मेहनत का,... Hindi · कविता 1 3 472 Share आर एस आघात 10 Oct 2020 · 1 min read तितली रानी तितली रानी तितली रानी, दिखती हो तुम बड़ी सयानी, घुमड़ - घुमड़कर उड़ती हो, हाथ किसी के नहीं तुम आनी । अपने रंग - बिरंगे पंख, चलती हो लेकर नई... Hindi · कविता 4 496 Share आर एस आघात 26 Jul 2020 · 1 min read बारिश को आने दो.. बीत गया है सावन, सुखी नदी पड़ी है, पपीहे की पीहू-पीहू, देखो व्याकुलता की घड़ी है । बादल उमड़-उमड़ कहे, रुको अभी बरसुँगा । बारिश को आने दो, मैं तुम्हें... Hindi · कविता 7 4 304 Share आर एस आघात 25 Jul 2020 · 1 min read मुझे कुछ कहने दो... सदियों का सताया चेहरा हूँ, नारी,रमणी,वनिता और अवला हूँ, देख मेरे अंगों का स्वरूप सदा क्यूँ बहक जाते हो, क़भी मुझे जी भरकर जी लेने दो । आत्मनिर्भर बनने का... Hindi · कविता 4 6 354 Share आर एस आघात 11 Jul 2020 · 1 min read बरसात के मौसम का प्यार बादलों का फ़िर से घिर आना, पीछे सूरज का यूँ छिप जाना, फ़िर रिम-झिम पड़ती बारिश से, मुझे वो दिन याद आते हैं । कभी रुक-रुक कर पड़ना, क़भी घनघोर... Hindi · कविता 4 4 413 Share आर एस आघात 29 May 2020 · 1 min read प्रियतम से मिलने की आस ऊपर से बीमारी ख़ास वो विरहा क्यूँ तड़प रही है याद मुझे भी सता रही है मौसम कैसे गया मिलन का । ये कैसा भौकाल मचा है खड़े आमने-सामने पर हम क्यूँ तड़प रहे... Hindi · कविता 7 4 239 Share आर एस आघात 28 May 2020 · 1 min read बेटे की अरदास हे माँ मैं तेरा लाल, बैठ जा कुछ बोल पूछ तो ले कैसा है मेरा हाल । बहुत देर से मैं बैठा हूँ तेरे आगे-पीछे फ़िरता हूँ बोल दो मीठे... Hindi · कविता 6 7 647 Share आर एस आघात 28 May 2020 · 1 min read स्त्री की वेदना तू क्या समझ पायेगा मेरे बदन के दर्द की हद को जिसे तू हर दिन नोंचता है । सारे जहाँ की ख़ुशी तू मुझमें ढूँढता है फ़िर भी तमाम खामियाँ... Hindi · कविता 6 3 309 Share आर एस आघात 28 May 2020 · 1 min read 1857 की क्रांति... अत्याचार अत्यधिक बढ़ गए, सत्ता-शासन के अधिकार छिने थे, मिले कुँवर जी,नाना साहब ओर तात्यां टोपे, 1857 की खूनी-क्रांति का आगाज़ हुआ । एक तरफ़ से झाँसी की रानी, लखनऊ... Hindi · कविता 3 1 480 Share आर एस आघात 27 May 2020 · 1 min read मेरी ख्वाहिशें... तू मेरे ख़्वाबों-खयालों की मलिका, मुझे हक़ दे अपनी ख़िदमत का, मैं रहना चाहता हूँ बनकर तेरा, साया बना मुझे अपने हालात का । हर तरफ़ चर्चा है तेरी इस... Hindi · कविता 4 5 558 Share आर एस आघात 27 May 2020 · 1 min read मैं चलूँ कुछ तुम चलो.. मैं चलूँ कुछ तुम चलो.. पैदल ही मंज़िल फतह करेंगे, क़दम से क़दम मिला हमसफ़र, कारवाँ तक बारम्बार मिलेंगें । मंज़िल मेरी ओर तेरी... हम मिलकर साथ चलेंगे, हाथ मेरा... Hindi · कविता 5 4 507 Share आर एस आघात 26 May 2020 · 1 min read तुम्हें मैं पा न सका जितना तड़पा था तुझे पाने के लिए, आज कोशिश में हूँ उसे तड़पाने के लिए, वेवफ़ा मेरा प्यार कोई गुनाह तो नहीं, तिन-तिनके जिया हूँ तुझे भुलाने के लिए ।... Hindi · कविता 2 2 373 Share आर एस आघात 19 May 2020 · 1 min read बहुत बड़ा है राहत पैकेज.. शायद कोई भूखा नहीं रहेगा, भुखमरी से कोई नहीं मरेगा, हो जायेगा कल्याण सभी का, क्योंकि बहुत बड़ा है राहत पैकेज । अब कोई न पैदल निकलेगा, अब न पैरों... Hindi · कविता 5 237 Share आर एस आघात 18 May 2020 · 1 min read लाचार भूख व बीमारी प्यास भी बुझती नहीं, भूख भी लगती नहीं, गाँव जाने की ललक में, पैरों के छाले दिखते नहीं । सोया नहीं कई रातों से, फिर नींद क्यूँ आती नहीं, शासक... Hindi · कविता 6 2 413 Share आर एस आघात 15 May 2020 · 1 min read मजदूर का दर्द... न खाने का पता है, न सोने का इंतज़ाम, कौन जाने क्या होगा, मेरे इस सफ़र का अंजाम । मैं छोड़कर आया हूँ, उस चमचमाती दुनिया को, पैदल ही निकल... Hindi · कविता 3 815 Share आर एस आघात 14 May 2020 · 1 min read तीसरी आबादी... देखो वो पगडंडी पर, कोई दुल्हन सी जा रही है, है न कोई साथ फ़िर भी, नागिन सी लचक रही है । तन पर सोलह श्रृंगार, क्यूँ इतना इठला रही... Hindi · कविता 2 2 360 Share आर एस आघात 13 May 2020 · 1 min read जो गए थे परदेश कमाने... जो गए थे परदेश कमाने, गवाँ के लौट रहे हैं, अपने अरमानों का दरिया, खुलेआम बहाकर लौट रहे हैं । ख़ून-पसीने से जो कमाया, लुटाकर लौट रहे हैं, अमीरों की... Hindi · कविता 4 2 346 Share आर एस आघात 9 May 2020 · 1 min read रोटी कमाने वाला....लेकिन सब मर गए.... देखो रोटी कमाने वाला, रोटी के लिये कमाने वाला । रोटी पकाने वाली, भूखे को रोटी खिलाने वाली । रोटी माँगने वाला, रहता था फटेहाल वो दिलवाला । लेकिन सब... Hindi · कविता 1 2 706 Share आर एस आघात 8 May 2020 · 1 min read मुझमें और तुझमें अंतर है... मुझमें और तुझमें अंतर है, बाकी तो सब जादू-मंतर है । मेरी हनक है सत्ता तलक, रहती है तुझे जिसकी हनक। मुझे न डर नियम-कानूनों का, तुझे दिखा रखा है... Hindi · कविता 2 2 284 Share आर एस आघात 3 May 2020 · 1 min read गऱीबी का गुनहगार मुझसे क्यूँ नाराज़ हो, न मैं ये कोहराम लाया । छिना काम व मुँह का निवाला, फ़िर गुनहगार कहलाया । मिला नहीं अन्न का दाना, मैं भूख का सताया हूँ... Hindi · कविता 1 2 501 Share आर एस आघात 23 Apr 2020 · 1 min read इक साँवली सी लड़की.... इक साँवली से लड़की,....2 खोली है दिल की खिड़की । दिल में बसी जो सूरत.......चाहत मुझे है जिसकी..... मैं क़भी न सोच पाया,उसके नयनों की भाषा, कब उसने मुझको रिझाया,रहती... Hindi · कविता 2 2 316 Share आर एस आघात 2 Apr 2020 · 1 min read ऐ शाम तू ठहर.... ऐ शाम तू ठहर, मुझे कुछ कहना है, सर्द हवा,शीतल सा मौसम, इस पल में मुझको जीने दे । ऐ शाम तू ठहर.... देख वो श्याम चिरैया, वापस आ बैठी... Hindi · कविता 2 620 Share आर एस आघात 1 Apr 2020 · 1 min read फ़िर तेरी याद सता रही है..... तू अपनी शौहरत में मुझको भूल चुकी है, लेकिन मुझे रह-रहकर याद आ रही है । मैं तो था सोता हुआ आवारा बेगाना-सा, फिर तू मुझको क्यूँ बिरहा से जगा... Hindi · कविता 3 1 246 Share आर एस आघात 30 Mar 2020 · 1 min read मजदूर का दर्द ये सुबह और शाम का अंतर, मैं भूल गया हूँ राहों पर । भूख और थकान का अंतर, मैं भूल गया हूँ चौराहों पर ।। हे मेरे मालिक, ये कैसा... Hindi · कविता 2 490 Share आर एस आघात 28 Mar 2020 · 1 min read इधर जाऊँ या उधर जाऊँ.... मैं आख़िर अब किस तरफ़ जाऊँ, इधर जाऊँ या उधर जाऊँ । मिल रहा है तिरस्कार के साथ दर्द हर तरफ़, अच्छा होगा कि मैं मौत से मिल आऊँ ।।... Hindi · कविता 2 240 Share आर एस आघात 28 Mar 2020 · 1 min read मेरा नाम कोरोना...मुझसे थोड़ा सा डरो ना । मेरा नाम कोरोना..मुझसे थोड़ा सा डरोना । करता हूँ जब परेशान तो आपस में दूर रहो ना, जब दिक्कतें है लाख तो नियमों का पालन करो ना । दूर रहे... Hindi · कविता 6 343 Share आर एस आघात 28 Mar 2020 · 1 min read मुझे तू क्यूँ सताता है... मुझे तू क्यूँ सताता है, मौत से तू क्यूँ सहम जाता है । मेरे हर दर पर रहती है भुखमरी, भूख से किसको डराता है ।। दर्द से बाक़िफ़ मेरा... Hindi · कविता 4 2 221 Share आर एस आघात 6 Mar 2020 · 1 min read मैं तुमसे प्यार करता हूँ... मैं तुमसे प्यार करता हूँ.. बेइंतहां बेहिसाब करता हूँ । तूने जो लौ जलाई है, मुझमें हिम्मत जगाई है, मैं था गबरू गाँव का, प्यार की ABCD तूने ही सिखाई... Hindi · कविता 3 1 243 Share आर एस आघात 4 Mar 2020 · 1 min read बदन में एक साँस बाकी है.. मेरी गली है क्यूँ सुनसान, यहाँ तो खुशबू महकती थी, मेरे सनम के साथ हुई है कुछ अनहोनी, वरना तो यहाँ, बुलबुल चहकती थी । बनकर वो ज़हरीला रस, घुल... Hindi · कविता 4 3 211 Share आर एस आघात 27 Feb 2020 · 1 min read हे सुबह तू इतनी जल्दी क्यूँ आ जाती है... हे सुबह, तू इतनी जल्दी क्यों आ जाती है, चैन से सो रहा होता हूँ, बनकर बेदर्दी इतना, मुझे तू क्यूँ जगाती है । स्वपन मेरे हो गए धूमिल, बिखर... Hindi · कविता 1 326 Share Page 1 Next